Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 Language: Hindi 91 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 29 Apr 2022 · 1 min read पिता आसमान से ऊंचा सिर हैं, जिसकी दौलत अपना घर हैं, रात को जागे और यही सोंचे, बच्चों का कल कैसा होगा, आज करूं मैं कल दिख जाए, मैरे बच्चे नाम... Hindi · कविता 1 159 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 28 Mar 2022 · 1 min read लिख दिया मेरा नाम | बाबा साहेब को आये जन्म दिन मनाये हम सव मिल के जो दिन , ई से होजे सब को मन खुश | १४ अप्रेल रत्तन ज्योति दिन बाबा साहेब को... Hindi · कविता 271 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 15 Apr 2021 · 1 min read कहो जय भीम बाबा साहेब का बुंदेलखंडी गीत पहने हम जो सूट बूट सब बाबा साहेब की देन, कहो जय भीम, पहले पानी पीबे मिलें ना अब मिलें आरो़ को क्रेन, कहो जय... Hindi · गीत 2 1 504 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 20 Mar 2021 · 1 min read शायरी खुशियों का फ़रमान लेकर ऐ मौसम आया हैं, आजाओं अब वक़्त निकालें अपनों से मिलने का दिन आया हैं,। Writer-Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 1 383 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 2 Mar 2021 · 1 min read बाबा साहेब की क़लम बाबा साहेब ने ऐसी जो कलम चलाई, मिले न्याय और मिटे राजा रजवाई,। पहले लाचार थे सब खूब चली रजवाई, बाबा साहेब की बदोलत अब घर घर बंधाई,। पहले औरन... Hindi · गीत 2 475 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 Feb 2021 · 1 min read तुम समझों, खाॅमौश रहों दिल के अंदर, दिल में दर्द सा छुपा हैं,। जिनकों चाहत थी हमसें, फिर क्यूं न उनकी बात को सुना हैं,। कहतों में भी देता अपनी बात को,... Hindi · हाइकु 1 327 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 23 Feb 2021 · 1 min read शायरी हर खुशी हर ग़म में तैरे साऐ का बसेरा था, जब भी रहती थी तूं मैरें साथ उस वक्त नया सबेरा था,। I miss you, sargam Writer-- Jayvind Singh Ngariya... Hindi · शेर 2 333 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 22 Feb 2021 · 1 min read सारी खुशियां हैं तुम से, भावी इतना प्यार हैं तुम पै, सबसे अधिक भरोसा तुम पै,। भईया के तुम संग में आई, सब घर सोंपा हैं सब तुम पै,। भावी खुशियां तुम्हारी दम पै, सब... Hindi · गीत 2 284 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 21 Feb 2021 · 1 min read शायरी क्यूं बन जाता हैं उनसे इतना मीठा रिश्ता, जिनसे सारी दुनिया नफ़रत जताता हैं,। Writer-Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 2 394 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Feb 2021 · 1 min read क्यूं न समझें वो, आंखों से निकले आंसू , दिल मैरा बेहाल हुआं,। चलने को तो था मैं मंज़ूर, रस्ता देख बेहाल हुआं,। मंज़िल तेरी मैरी एक थी, चलने को तेरे साथ हुआं,। तेरी... Hindi · कविता 4 409 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 1 Feb 2021 · 1 min read वक्त के झोंकें ग़ज़ल, वक्त के झोंकें, काटी मैंने दिन और रातें गूजरी हुई शाम से, आई मुझे जब तेरी याद निकली तूं आरा़म से, लिखता रहा मैं भी ख़त बस तेरे ही... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 48 409 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 31 Jan 2021 · 1 min read वक्त के झोंकें ग़ज़ल, वक्त के झोंकें, काटी मैंने दिन और रातें गूजरी हुई शाम से, आई मुझे जब तेरी याद निकली तूं आरा़म से, लिखता रहा मैं भी ख़त बस तेरे ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 16 Jan 2021 · 1 min read आज दिल खामौस हैं, ( ग़ज़ल) आज दिल खाॅमौस हैं, और क्या मैं करूं,। जिंदगी का समय एक नगमा सा हैं, और क्या मैं करूं,। हम तुम थे एक साथ वो दिन भी अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 272 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 15 Jan 2021 · 1 min read शायरी Post.1 आज कह दिया उन्होंने तुम्हारें दिन दिल नहीं लगता, तुमसे दिल से इतना क्यूं लगाव हैं, आखिर कौन सा रिश्ता हैं हमारा,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 294 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 14 Jan 2021 · 1 min read कोराना का कहर ऐसा अकाल आया हैं देश में, देश विचारा रोया, किसान रोया फ़सल खेत में, हाय अब क्या होया, बादल छाये बीमारी भी इतनी आयी, खेत हमारे तैयार खड़े हैं, कैसे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 20 362 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 6 Jun 2020 · 1 min read शायरी अजब एहसास बनाया तुमने हम पर, सामने कोई और भी आ जाए याद तुम ही आते हो,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 253 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jun 2020 · 1 min read इस समय का हीरों, (इस समय का हीरों) आज भी इंसानियत जिन्दा हैं, सोनू सूद के आगे बहुतों शर्मिंदा हैं,। कुछ दे गये पैसा पीएम फंड में, उसमें देने का भी उनका कुछ धंधा... Hindi · कविता 2 2 390 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jun 2020 · 1 min read हमें समझ नहीं आया, (हमें समझ नहीं आया) ऐ मैरे भारत वासियों, तुम सोच के तो बतलाना,। ऐ देश में कैसे आया कोराना, इसे कोन हैं लाया हमकों बताना,। ऐ देश हमारा क्यूं नहीं... Hindi · कविता 461 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 31 May 2020 · 1 min read अबकई वोट डालबें जाने, अबकई वोट डालबे जाने, सोच समझ (बटन) दबाओनें,। गलती हो गई थी जो हमसे, बहुतई हम पछताने,। दाबे झूटे सब थे उनके, फिर वो यहां न चिताओंने,। जीत वोट हमरों... Hindi · गीत 2 2 394 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी सरकार की मजबूरियों पे , जाना था दूरियों पे, घर हमारा दूर था, हर इंसान चलने को रस्ता मजबूर था, Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 1 445 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी जुदा होने की हिम्मत बहुत थी ऐ मोहब्बत, लेकिन तुझे बेसहारा छोड़ने की हिम्मत न हुई,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 533 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी कुछ लोग तो हमारी जिंदगी में आईने की तरह होते हैं, हम हंसे तो वो हंस दे हम रोय तो वो भी रो दें, मगर इस जमाने में कंकड़ बहुत... Hindi · शेर 431 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी जिंदगी की मायूसी ने हमें वो ज़ख्म दिये, छुपाते हैं और मन में रो दिए, लोगों को बताये तो वो सहारा न दिये, ज़ख्मों को सुनकर वो हम पे ही... Hindi · शेर 471 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी मैरी ख़बर तुम जहां तहां रखते हों, इसलिए तो तुम्हें बहा रखता हूं, जिन यादों में तुम बस्ते हो, उनको ही तो याद करके मैं सुबह निकलता हूं, Jayvind Singh... Hindi · शेर 301 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी चेहरा मिल जायेगा खूबसूरत तो क्या हुआ, जब भी बात अच्छाईयों की आयेंगी, तो तुम मुझे याद करके, बहुत पछताओगे,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 348 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं, हम तुम एक दूसरे से अच्छी तरह घूल मिल जाये, हम खुद ही बता दें लोगों को अपने बारे में, ऐसा न हो कि... Hindi · शेर 1 380 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी तू ढूंढ़ रही हैं जहा तहां मैं तेरे दिल के पास हूं, कुछ देर आंखे बंद करके देख मैं तेरे दिल का एहसास हूं,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 1 2 270 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी हमारे रिश्ते का एहसास हम दोनों ही समझते हैं, लोग तो देखते हैं और कुछ और समझते हैं,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 1 2 455 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी हमें तो वक्त का वो किनारा भी सताता हैं, जिसमें तुम्हारे होने का एहसास याद आता हैं, Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 228 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी हमारी चहात को यूं इल्जाम न दो, हम तुम्हारे लिए बहुत तड़पते हैं, आके इन यादों में भी समेट लो हमें, हमें गुम नामी का नाम न दो,। Jayvind Singh... Hindi · शेर 426 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी आज बड़े दिनों बाद उसे मैरे प्यार का एहसास हुआ, समय को क्या दोष दे हम उसे माहौल देखकर प्यार हुआ,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 255 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी तूं मुझे कितना देंगी धोका , अब तो दीदार कर लें, मैं बहुत समय से रोया हूं तेरे प्यार के लिए, अब न तड़पा ऐ जान , अब तो मुझे... Hindi · शेर 321 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी ???????? वक्त बे वक्त मैं बे परवाहा रहा, तूॅ मुझे मिली मैं परवाहा रहा, समय गूजरा जरूर हैं मैरा , मैं तेरी यादों में रहा,। Jayvind singh ngariya ji Hindi · शेर 257 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी खामौसी से दिल में पयाम लिख दूं, तूं मुझे याद करें इतना में नाम लिख दूं, दर्द ऐ दिल तूं ने दिया हैं दर्द, उस दर्द को मैं खामौसी का... Hindi · शेर 257 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी जिंदगी की मायूॉसी में तुम याद आते हो, आकर यादों में बहुत सताते हो, कब मिलोगे इन राहों में ऐ सफ़र, अकेले चलने में तुम बहुत याद आते हो,। Jayvind... Hindi · शेर 390 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी जज्बातों को समझने बाले कम होते हैं, इसलिए तो लोग अकेले में रोते हैं, महल तो जरूरत बारों के होते हैं, शायर के दिल में महल और वो किनारों पर... Hindi · शेर 320 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी हर सुबह तुम मुझे मत सताना, सोया हूं अगर मैं नींद में मत जगाना,। नींद में भी रहता हूं मैं तुम्हारी यादों में, जगा कर मुझे तुम यादों से मत... Hindi · शेर 238 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी अपनों की याद में यूं आंखें तड़प गई, आये नहीं वो कयी घड़ियां निकल गई,। क्या पता कोई मजबूरी या बहाना था, हमें तो बस उनके साथ वक्त बिताना था,।... Hindi · शेर 431 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 26 May 2020 · 1 min read शायरी हमारी जिंदगी का कोई ठिकाना बन गया, कल कोई आया था वो जमाना बन गया, हम तुम्हारी यादों में रहते हैं ऐ सफ़र, हम तुम रहे थे एक साथ वो... Hindi · शेर 245 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 26 May 2020 · 1 min read शायरी जिंदगी के मायूॅसी के पलो को , वो मुझको बताती थी,। मैं जब उसके पास होता था, तो वो कंधे पर सिर रख कर रोने लग जाती थी,। Jayvind Singh... Hindi · शेर 1 1 461 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 26 May 2020 · 1 min read शायरी लोग करते हैं सक मुझ पर तेरे पास होने पर, अब तूं ही बता दें इनको क्या हक़ हैं मैरा तेरे पास रहने पर,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 254 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 26 May 2020 · 1 min read शायरी चाहत में डूबा था, तेरे ग़म को छुपाना था,। जरा किताबों से पूछों, लिखने में भी कितना दीवाना था,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 376 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 25 May 2020 · 1 min read छात्रावास में अपना वास (छात्रावास में अपना वास) गया जब मैं शहर में , एडमिशन मैरा नया था,। रहने को मिला छात्रावास, मैरा वहां नया निवास था,। मिलें वहां पर मुझे कुछ अनजाने, वहीं... Hindi · कविता 2 4 394 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 24 May 2020 · 1 min read गांव जैसा शहर कहां, (गांव जैसा शहर कहां) गांव की गलियों में जाओं, शहर की सड़कें फीकीं पढ़ जाएगी,। गांव के लोग खाने पीने को पूछेंगे आपसे, शहर के लोगों को मीटिंग याद आयेगी,।... Hindi · कविता 3 2 377 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 10 May 2020 · 1 min read मातृ दिवस मां बेटा बेटी सोच मन आसा, बहुत मुस्कुरा जाती हैं मां,। देती जन्म जब बालक को , सुन्दरता को त्यागी हैं मां,। नौ माह जब उसने कोख में धारा, सारे... Hindi · कविता 3 4 418 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 9 May 2020 · 1 min read हादसा ( हादसा) देख हादसा हुआ जहां , मन मैरा घबरा गया,। क्या हालत हुई होगी गरीब की, मैरी आंखों में पानी आ गया,। भूखें प्यासे चल दिए, और पांव छाले... Hindi · कविता 1 320 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 8 May 2020 · 1 min read ( अब हैं आफ़त आई) ( अब हैं आफ़त आई) मैं जिन्दा हूं मुझे जिन्दा ही रहने दो, न करों मुझे शर्मिंदा अभिमान से जिन्दा रहने दो,। महामारी की इस मार ने मारा, जान बचने... Hindi · कविता 1 218 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 7 May 2020 · 1 min read लोगों को जो कहना है , ?????? (गज़ल) हम तुमको कैसे भूल पायें, लोगों को जो कहना हैं सो कहें,। जब हम थे अकेले तुम आये मैरे पास,। मायूंसी को समझा तुमनें,और दिल में उतर गये,।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 364 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 6 May 2020 · 1 min read अब मन रोया (अब मन रोया) मैं भारत का वासी हूं, मन मैरा ग़ुलाब हुआ, देश विचारा महामारी से ग्रसित, देश का बुरा अब हाल हुआ, देख व्यवस्था नेताओं की, मन मैरा बेहाल... Hindi · कविता 3 2 240 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 23 Apr 2020 · 1 min read गीत गीत ऐसी देश में होय अचरज, कि शिक्षा पाई बाबा साहेब,। कलम उठाई हाथ बढ़ाया, शिक्षा में कोई पछाड़ न पाया,। गुरु विरोधी जितने हो गये फैन, ऐ कहां इतनी... Hindi · कविता 2 399 Share Page 1 Next