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27 May 2020 · 1 min read

शायरी

जज्बातों को समझने बाले कम होते हैं,
इसलिए तो लोग अकेले में रोते हैं,

महल तो जरूरत बारों के होते हैं,
शायर के दिल में महल और वो किनारों पर होते हैं,।

Jayvind Singh Ngariya Ji

Language: Hindi
Tag: शेर
309 Views
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