जगदीश लववंशी Tag: कविता 356 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जगदीश लववंशी 20 Jun 2022 · 1 min read जीवन साथी जीवन के सफर में, साथ मिला तुम्हारा। घर में खुशियाँ आई, चहके आँगन हमारा।। जब से थामा हाथ, जीवन पथ हुआ सरल। हँसते हँसाते दिन बीते, यादगार बने हर पल।।... Hindi · कविता 2 1 370 Share जगदीश लववंशी 3 May 2022 · 1 min read अपने मन की मान अपने मन की मान, मत रख कच्चे कान, सत्य असत्य पहचान, अपने पराये को जान, छोड़ चलना भेड़ चाल, अपनी राह खुद निकाल, अपने कदम तू संभाल, जला ले ज्ञान... Hindi · कविता 1 330 Share जगदीश लववंशी 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे भगवान है ------------------------------------------------- मेरे पिता मेरे भगवान है, इन लबो की वो मुस्कान है, यह जीवन उनका वरदान है, उनके चरणों में मेरा जहान है, हृदय में सदा वो बसते है, मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 6 260 Share जगदीश लववंशी 2 Apr 2022 · 1 min read चैत्र मास आया है चैत्र मास, है पावन और खास, महीना है यह प्रथम, हर लेता है सारा तम, फसले हुई सब तैयार, भर गए अन्न से भंडार, हो रही जय जय... Hindi · कविता 357 Share जगदीश लववंशी 22 Mar 2022 · 1 min read मित्रों का साथ जब मित्र हो संग। खिल जाते नवरंग।। प्रसन्न हो जाता मन। पतझड़ लगे सावन।। हर पल बने सुहाना। मौसम होता मस्ताना।। जब मिल जाते है यार। खास हो जाता त्यौहार।।... Hindi · कविता 348 Share जगदीश लववंशी 15 Mar 2022 · 1 min read ईश्वर सर्व समर्थ कहीं ख़ुशी कहीं गम, यह जीवन का खेल। कभी बिछड़ना होता, और कभी बनता मेल।। कभी होंठो पर हँसी, कभी होते नम नैन। कभी आनंद अपार, कभी मन होता बेचैन।।... Hindi · कविता 217 Share जगदीश लववंशी 13 Mar 2022 · 1 min read रिश्ता तेरा मेरा यह रिश्ता, बड़ा ही है गहरा। खुशियाँ समाए न, जब देखूँ तेरा चेहरा।। पास तेरे यूँ बैठकर, मिलता बहुत सुकून। मन के इस मंदिर में, खिल जाते है... Hindi · कविता 2 439 Share जगदीश लववंशी 7 Mar 2022 · 1 min read पेड़ो से ही अपना जीवन पेड़ो से ही अपना जीवन, मत करो इनका तुम दोहन, तपती धरती कटते जंगल, बोलो कैसे हो फिर मंगल, घुमड़ - घुमड़ मेघ आते, बिन बरसे ही रह जाते, नित... Hindi · कविता 194 Share जगदीश लववंशी 1 Mar 2022 · 1 min read आओ फिर से धरा सजाए आओ फिर से धरा सजाए, मिलकर हम पेड़ लगाए, शुद्ध हवा मिलेगी भरपूर, यह कर्तव्य निभाए जरूर, छूट न जाए अब कोई छोर, सुखद होगा आने वाला दौर, पेड़ो से... Hindi · कविता 1 218 Share जगदीश लववंशी 20 Feb 2022 · 1 min read सुबह सुबह की सैर सुबह - सुबह की हवा, लगती है जैसे हो दवा, जब तन से टकराती, मुझको बहुत सुहाती, नींद आलस्य सब हरती, मन में ताजगी भरती, दिन सुहाना बन जाता, काम... Hindi · कविता 1 319 Share जगदीश लववंशी 19 Feb 2022 · 1 min read सब अच्छा होता है !!! सब अच्छा होता है !!! ---------------------------------------------------- प्रेम से जब कोई बोले, अंतर्मन के वो द्वार खोले, संबंध हृदय से जुड़ जाता, खुशियाँ फिर नवरस घोले, जीवन बन जाता खुशहाल,... Hindi · कविता 222 Share जगदीश लववंशी 3 Feb 2022 · 1 min read मुझको बचपन फिर दिखता !!! मुझको बचपन फिर दिखता !!! एक सुंदर सलोना था गाँव, जहाँ पेड़ पौधों की थी छाँव, पगदंडियो का था वो जमाना, प्रेम स्नेह हीं था बस कमाना, हरियाली बहुत... Hindi · कविता 1 216 Share जगदीश लववंशी 24 Jan 2022 · 1 min read सच कहूँ...!!! कोहरा छाया, तम गहराया, सच कहूँ...! गुमसुम है साया, उदास मित्र, धूमिल चित्र, सच कहूँ...! स्थिति विचित्र, उसके बिन, सुख जाए छिन, सच कहूँ....! वो है अभिन्न, बहुत प्यारा, जग... Hindi · कविता 1 257 Share जगदीश लववंशी 18 Nov 2021 · 1 min read नए युग का यह चलन नया खिड़की से देख रहा हूँ, गाँव को मैं ताक रहा हूँ, गलियाँ लगती सुनसान, भटक गई अब मुस्कान, गुमसुम हैं प्यारा बचपन, दिखता नहीं अपनापन, घर के कोने में बैठकर,... Hindi · कविता 323 Share जगदीश लववंशी 20 Oct 2021 · 1 min read समय यूँ गुजर गया समय यूँ गुजर गया, बचपन मेरा ले उड़ा। मैं बेबस देख रहा हूँ, कर दिल को कड़ा।। लगती हैं छोटी अवधि, जैसे बात हो कल की। छिन गया वो बचपना,... Hindi · कविता 1 1 241 Share जगदीश लववंशी 19 Oct 2021 · 1 min read आओ चले देखने दशहरा आओ चले देखने दशहरा, सब चले दशहरा जीतने, ले हाथों में सब हथियार, बज रहें देखों ढ़ोल नगाड़े, गलियों में गूँज रहीं जयकार, लाठी, तलवार और बंदूक, चले देखों बच्चें... Hindi · कविता 244 Share जगदीश लववंशी 19 Sep 2021 · 1 min read !!! वराह अवतार !!! पाप अधर्म ने डाला डेरा, जग में छाया घोर अंधेरा, जब धरा पर असुर आए, नक्षत्र सूर्य चंद्र डगमगाए, कश्यप दिति की दो संतान, पाकर ब्रह्मा जी का वरदान, असुरो... Hindi · कविता 2 1 294 Share जगदीश लववंशी 14 Sep 2021 · 1 min read मिट्टी मेरे गाँव की मिट्टी मेरे गाँव की, जब तन से लगती। बचपन की हर याद, फिर से महक उठती।। बिन बोले ही, सब कुछ याद दिलाती। मुझको हर पल, फिर से पास बुलाती।।... Hindi · कविता 1 1k Share जगदीश लववंशी 14 Sep 2021 · 1 min read हाँ मैं हिंदी बोलता हूँ... !!! हाँ मैं हिंदी बोलता हूँ !!! गर्व से कहता हूँ, कि मैं हिंदी बोलता हूँ, हाँ मैं हिंदी लिखता हूँ और जानता भी हूँ, हाँ हैं, हिंदी मेरी भाषा,... Hindi · कविता 1 257 Share जगदीश लववंशी 5 Sep 2021 · 1 min read नरसिंहगढ का किला आओ चले हम देखने, नरसिंहगढ का किला। कहलाता मिनी कश्मीर, हैं यह राजगढ़ जिला।। दूर पहाड़ी पर हैं स्थित, खड़ा देखो सीना ताने। लेकर वैभव की गाथा, जो न देखें... Hindi · कविता 387 Share जगदीश लववंशी 29 Aug 2021 · 1 min read मेरी कविता मेरे मन के भावों की, तुम सुंदर रचना हो। सरल सरस् शब्दों में, विचारों की वंदना हो।। तपती वसुंधरा पर, तुम शीतल छाया हो। कोई न तुमको भूले, ऐसी तुम... Hindi · कविता 225 Share जगदीश लववंशी 14 Aug 2021 · 1 min read जब हाथ में हो किताब जब हाथों में हो किताब, समझ लेता यही खिताब, पढ़कर मन को बहलाता, दुनिया को मैं पहचानता, जितनी बार मैं पढ़ लेता, हर बार नया ज्ञान लेता, पढ़ने का नशा... Hindi · कविता 1 269 Share जगदीश लववंशी 29 Jun 2021 · 1 min read बरस जाओ बादल प्यारे... बरस जाओ बादल प्यारे, सूखे खेत तुम्हें पुकारें, सबकी उम्मीद हैं तुमसे, बिन पानी सब तरसे, जब पानी खूब बरसेगा, कोई फिर न तरसेगा, अन्न से होंगे खेत भरे, कोई... Hindi · कविता 267 Share जगदीश लववंशी 17 Jun 2021 · 1 min read पिता चेहरे की मुस्कान है पिता ह्रदय की धड़कन है, पिता चेहरे की मुस्कान है । अंग - अंग ऋणी पिता का, पिता संतान का जहान है ।। पग-पग पर पिता सहारा है, पिता से... Hindi · कविता 1 1 331 Share जगदीश लववंशी 9 Jun 2021 · 1 min read आओ मिलकर पेड़ लगाए आओ मिलकर पेड़ लगाए, अपनी धरती को हम बचाए, बढ़ रहा हैं प्रदूषण चहुँओर, संकट में हैं आने वाला दौर, देख रहे बढ़ती गर्मी कटते पेड़ , हो रहा प्रकृति... Hindi · कविता 1 219 Share जगदीश लववंशी 31 May 2021 · 1 min read धूम्रपान मत कीजिए धूम्रपान मत कीजिए, होते रोग अनेक । बात हमारी मानिए, देते सलाह नेक ।। तम्बाकू सेवन जो करें । तन में बीमारियाँ वो धरे । इतना ही नहीं सुन यारा,... Hindi · कविता 1 362 Share जगदीश लववंशी 30 May 2021 · 1 min read किताबें जब मन होता उदास, होती किताबें पास, मिट जाता हर संशय, यह बात है निश्चय, अकेले में मुझे हँसाती, मित्रों सम लुभाती, होती है लाजवाब, पढ़कर हो पूरे ख्वाब, इतिहास... Hindi · कविता 372 Share जगदीश लववंशी 21 May 2021 · 1 min read बरसात का मौसम खिल उठते है चेहरे, जब आती बरसात । झूम उठती है नदियाँ, आते तरु पर पात ।।१ मिट्टी उठती है महक, प्रकृति होती प्रसन्न । करते किसान बोवनी, तभी उपजता... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 7 430 Share जगदीश लववंशी 11 May 2021 · 1 min read मित्रों का संग लाए है हम तोहफा, कर लीजिए कबूल । अंतर्मन के शब्द हैं, कविता के ये फूल ।। जब होता मित्रों का संग, खुशियों के खिलते रंग, हर दिन उत्सव बन... Hindi · कविता 2 2 756 Share जगदीश लववंशी 26 Apr 2021 · 1 min read विश्वास मन के विश्वास को, कम न होने दे यार । तेरी सकारात्मकता से, दुश्मन जाएंगे हार ।। इतना मत सोच, मन को न कर अशांत । मन की जीत से... Hindi · कविता 442 Share जगदीश लववंशी 25 Apr 2021 · 1 min read सुहावनी शाम देखों देखों दूर गगन, चमके चंदा हो मगन, उड़ रहें पंछी प्यारे, देखों कितने हैं सारे, सुन उनकी चहचाहट, दूर होती सब घबराहट, पवन कर रहीं हैं शोर, रवि छुपने... Hindi · कविता 1 344 Share जगदीश लववंशी 23 Apr 2021 · 1 min read मेरी साथी- मेरी पुस्तक मेरे हर पल की साथी, मेरे मन की वो सारथी, लगता बड़ा पुराना नाता, जन्म जन्म से पहचानता, उसके बिन हूँ बहुत अधूरा, पाकर उसको मैं होता पूरा, जब मन... Hindi · कविता 1 1 348 Share जगदीश लववंशी 20 Apr 2021 · 1 min read गुजर जाएंगे यह दिन रात घुल गया जो जहर, बरसा रहा कहर, जल रहें शहर शहर, कब जाएगा ठहर, मुश्किल हैं हर पहर, देख मौत की लहर, कैसे हो जन्दगी बसर, हल ढूँढती हर नजर,... Hindi · कविता 1 248 Share जगदीश लववंशी 10 Apr 2021 · 1 min read मन का संशय.... मन का संशय मिटे नहीं, मन बड़ा चंचल रुके नहीं, ज्ञान के सम्मुख टिके नहीं, जब रहता खाली सुने नहीं, कर्म करते रहो, रुकना नहीं, सत्य के साथ बढ़ो, झुकना... Hindi · कविता 559 Share जगदीश लववंशी 5 Apr 2021 · 1 min read मास्क लगा ले भैया... !!! मास्क लगा ले भैया !!! मास्क लगा ले भैया, राह देखती मैया, इसी से पार होगी नैया, यही जीवन का खिवैया, मास्क लगा ले भैया, वायरस की है पुरवैया,... Hindi · कविता 1 1 290 Share जगदीश लववंशी 3 Apr 2021 · 1 min read नेक बनें जब करते हैं संघर्ष, तब ही मिलता हर्ष, करने पड़ते हैं कर्म, यही कहता हैं धर्म, सुख दुःख में समान, हर पल रहें मुस्कान, कर ले परहित काम, होते नहीं... Hindi · कविता 291 Share जगदीश लववंशी 29 Mar 2021 · 1 min read बचपन की होली.... बचपन की होली । थी कितनी भोली । कभी न जाती भूली, वो प्रेम की मीठी बोली ।। भर- भर पिचकारी । चले हमारी गैंग सारी । एक दूजे को... Hindi · कविता 1 460 Share जगदीश लववंशी 28 Mar 2021 · 1 min read त्यौहार की बेला, और मैं अकेला... त्यौहार की बेला, और मैं अकेला, कैसे मनाए होली, पास नहीं हमजोली, किसको लगाए रंग, वो नहीं आज संग, त्यौहार की बेला, और मैं अकेला, बिन उनके सब खाली, फीकी... Hindi · कविता 2 1 243 Share जगदीश लववंशी 21 Mar 2021 · 1 min read हम अपनी धरती को सजाए आओ मिलकर पेड़ लगाए, हम अपनी धरती को सजाए, पेड़ लगाए हम एक-एक, शुरू करें काम यह नेक, पेड़ो से मिलती शुद्ध हवा, होती स्वास्थ्य के लिए दवा, बढ़ रहा... Hindi · कविता 1 376 Share जगदीश लववंशी 15 Mar 2021 · 1 min read जब बातें हो धर्म की... जब बातें हो धर्म की, मन होता प्रफुल्लित । खुल जाते बंद द्वार, संशय रहित होता चित्त ।। छल कपट न ठहरता, मन होता फिर निर्मल । हँसी ख़ुशी नित... Hindi · कविता 1 2 307 Share जगदीश लववंशी 15 Mar 2021 · 1 min read जाने वाले लौट आ... इधर-उधर किस तरफ, देखूँ तुझको मेरे मीत । कानों में बस गूँज रहा, तेरे ही नाम का गीत ।। देख रहा हूँ कब से, कहाँ चले गए तुम, छोड़ कर... Hindi · कविता 1 355 Share जगदीश लववंशी 8 Mar 2021 · 1 min read जिसका संघर्ष निरन्तर जारी, नाम उसी का है नारी.... जिसका संघर्ष निरन्तर जारी, नाम उसी का है ....नारी, त्याग बलिदान देती भारी, स्नेह ममता उड़ेलती सारी, फिर भी जाती है दुत्कारी, दहेज के लिए वो मारी, जिसका संघर्ष निरन्तर... Hindi · कविता 2 307 Share जगदीश लववंशी 6 Mar 2021 · 1 min read बिन बुलाए आती है बिन बुलाए आती है, साथ हमें ले जाती है, कोई बहाना न चलता, जब मौत फरमान लाती है, रंक हो या फिर राजा, साधु संत हो या ख्वाजा, सबकी शिक्षा... Hindi · कविता 1 1 370 Share जगदीश लववंशी 17 Feb 2021 · 1 min read कल क्या हो जाए ... कल क्या हो जाए, किसी को नहीं पता । आज खुश होकर जी ले, क्यों किसी से रखें खता ।। धन दौलत और शौहरत, सब यहीं छूट जाएगा । हम... Hindi · कविता 415 Share जगदीश लववंशी 8 Feb 2021 · 1 min read देते- देते रह गए गुलाब मेरा जीवन है बंद किताब, तुमने कुछ पन्ने ही पढ़े । आँसूओ से भीगे हुए पन्ने, वर्षों से यूँ ही बंद पड़े ।। सबकों मुस्कान देते - देते, अधूरे रह... Hindi · कविता 230 Share जगदीश लववंशी 6 Feb 2021 · 1 min read फिर से होगा समय हमारा.... अच्छा होगा आने वाला कल, मत इतना तू सोच यारा । निकल जाएगा मुश्किल दौर, फिर से होगा समय हमारा ।। अभी थोड़ा संयम रख ले, मत हो इतना उदास... Hindi · कविता 1 240 Share जगदीश लववंशी 4 Feb 2021 · 1 min read कब आएगी सुखद बहार तरस गए देखें धूप, कैसे दिन ये आये । काम की व्यस्तता, अब न मुझको भाए ।। कुंठित हुआ यह मन, अवरूद्ध हुए विचार । हर पल यही सोचता, कब... Hindi · कविता 2 296 Share जगदीश लववंशी 3 Feb 2021 · 1 min read मन में विश्वास हो चाहे पथ पर शूल हो, समय नहीं अनुकूल हो, कोई न तुम्हारे पास हो, बस एक मन में विश्वास हो, मिलेगी मंजिल निश्चित है, हर्ष से झूम उठेगा चित्त है,... Hindi · कविता 1 266 Share जगदीश लववंशी 2 Feb 2021 · 1 min read तेरे प्यार ने बना दिया कवि... कुछ खत हमने भी लिखें , मोहब्बत के नाम। ऐसा स्नेह था दिल में, प्रेम लिया था थाम ।। यादों में आती एक सुंदर बाला, जिसके था चेहरे पर तिल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 51 495 Share जगदीश लववंशी 23 Jan 2021 · 1 min read वीर सुभाष वाणी में था जिनके जोश भरा, वह वीर कहाँ किसी से डरा, जिनका लोहा हिटलर ने माना, सारे विश्व ने जिनको पहचाना, एक ही नारा था आजादी पाना, अपने तिरंगे... Hindi · कविता 218 Share Page 1 Next