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3 May 2022 · 1 min read

अपने मन की मान

अपने मन की मान,
मत रख कच्चे कान,
सत्य असत्य पहचान,
अपने पराये को जान,

छोड़ चलना भेड़ चाल,
अपनी राह खुद निकाल,
अपने कदम तू संभाल,
जला ले ज्ञान की मशाल,

स्वार्थ का यह दौर है,
नहीं इसका छोर है,
चारो तरफ यहीं शोर है,
उम्मीदो वाली नहीं भोर है,
—जेपी लववंशी

Language: Hindi
1 Like · 330 Views
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