अनुराग दीक्षित Tag: कविता 185 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनुराग दीक्षित 26 Jan 2022 · 2 min read मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। गौतम का न्याय सूत्र मुझमें,तो है कणाद का वैशेषिक सीता अनुसुइया सा सतीत्व आदर्श राम सा परितोषिक ऋग्वेद... Hindi · कविता 2 246 Share अनुराग दीक्षित 4 Jan 2022 · 1 min read जय हिन्द देश, जय हिन्दुस्तान। जय हिन्द देश, जय हिन्दुस्तान। सेना का हर वीर जवान, बन प्रहरी भारत की शान हर कुचक्र को दम से दलने आज खड़ा है सीना तान जय हिन्द देश जय... Hindi · कविता 1 244 Share अनुराग दीक्षित 14 Dec 2021 · 1 min read क्रूर नियति की भेंट चढ़ गया भारत माँ का लाल। -जनरल बिपिन रावत जी को मार्मिक श्रद्धांजलि- क्रूर नियति की भेंट चढ़ गया भारत माँ का लाल जिसके पौरुष से था गर्वित भारत माँ का भाल। युद्ध नीति में आक्रामक... Hindi · कविता 1 1 225 Share अनुराग दीक्षित 20 Aug 2021 · 1 min read इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। अपनी बहनों को रक्षा का देवें वचन नेह सिंचित करें उनके घर का चमन कल को रह जाय ना पर्व बन कर रसम पूर्ण मन... Hindi · कविता 2 424 Share अनुराग दीक्षित 20 Aug 2021 · 1 min read मन का मीत मन की आंखों में बसा मेरे मन का मीत, कभी चुरावे नैन वो गाये कभी वो गीत। नहीं वो कुछ भी पूछे शरारत उसको सूझे करे इशारे दूर से कभी... Hindi · कविता 1 2 408 Share अनुराग दीक्षित 11 Aug 2021 · 1 min read सखी री आई तीज ! सखी री आई तीज ! सखी री आई तीज बड़ी मनभावन माँ गौरा से आशिष पावें है अति पर्व ये पावन मिल सोलह श्रृंगार करें सखि मौसम मधुर सुहावन सखी... Hindi · कविता 417 Share अनुराग दीक्षित 16 May 2021 · 1 min read बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। रज कण से चहुँ दिश सोंधी सी गंध सुहाई दग्ध धरा प्रमुदित हो जैसे हो मुस्काई दादुर बोले मोर नचे चल दी पुरवाई काली... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 7 554 Share अनुराग दीक्षित 7 May 2021 · 1 min read प्रेम की बात प्रेम की बात को मौन जज़्बात को बिन कहे बिन छुये वो समझ जायेगा। राधिके कृष्ण को प्रेम के प्रश्न को कौन समझा है हल कौन कर पायेगा अब न... Hindi · कविता 1 1 337 Share अनुराग दीक्षित 1 May 2021 · 1 min read जीवन नहीं सरल। एक रचना के माध्यम से जन जन से मार्मिक अपील। उदयाचल से अस्ताचल तक घर से नहीं निकल, बहुत कठिन है दौर ये बन्दे जीवन नहीं सरल। रूप बदल अदृश्य... Hindi · कविता 1 2 318 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2021 · 1 min read मेरे अधरों का राग बनो। मेरे अधरों का राग बनो कर दो कुसुमित जीवन उपवन दे विहंस चपल चंचल चितवन सौन्दर्य रूप विरचित तन मन सुरभित मृदु मधुर पराग बनो मेरे अधरों का राग बनो... Hindi · कविता 2 2 330 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2021 · 1 min read आखिर क्यों सबको भरमाया क्यों नहीं समझ अब तक पाया क्यों नहीं समझ अब तक आया हर चीज यहाँ पर ठीक बनी हर चीज में है तेरा फेरा पर बहुत समझना है मुश्किल क्या... Hindi · कविता 1 2 266 Share अनुराग दीक्षित 1 Feb 2021 · 2 min read प्रेम के खत प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम मेरी उल्फत का अहसास कर लो सनम। खत लिखूँगा तो भीगेगा कागज़ का तन प्रेम से हो सराबोर उसका भी मन चुपके... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 86 1k Share अनुराग दीक्षित 29 Jan 2021 · 2 min read प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम। कुछ ख़त मोहब्बत के प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम मेरी उल्फत का अहसास कर लो सनम। खत लिखूँगा तो भीगेगा कागज़ का तन प्रेम से हो सराबोर... Hindi · कविता 2 2 282 Share अनुराग दीक्षित 16 Dec 2020 · 1 min read मिलकर कदम बढ़ाना होगा। मिलकर कदम बढ़ाना होगा साथ सभी को आना होगा मिलकर कदम बढ़ाना होगा आज चुनौती वैश्विक आयी कोरोना महामारी लायी बहुत कठिन है ये कठिनाई धीरज धर्म निभाना होगा साथ... Hindi · कविता 2 2 428 Share अनुराग दीक्षित 16 Dec 2020 · 1 min read जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही! जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही। जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही खुद से अपने हाथ धोवें सबको समझावें सही ना छुयें चेहरा स्वयं का तय... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 46 979 Share अनुराग दीक्षित 15 Nov 2020 · 1 min read तुम फिर आओ गिरधारी! हे मोहन मदन मुरारी, तुम फिर आओ गिरधारी दम्भी का दर्प मिटाया बन गोवर्धन गिरधारी हे मोर मुकुट सिर धारी मन भावे छवि तुम्हारी हे मोहन मदन मुरारी तुम फिर... Hindi · कविता 2 354 Share अनुराग दीक्षित 10 Sep 2020 · 1 min read हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान। हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान स्वर अनेकों बोलियों के बुलबुलों सी तान। सभ्यता जिसमें समन्वय है यही पहचान, जोड़ती सबको निरन्तर पूर्ण देती मान अब अखिल ब्रह्माण्ड में... Hindi · कविता 2 1 251 Share अनुराग दीक्षित 30 Aug 2020 · 1 min read मातृ-वन्दना । मातृ-वन्दना मां तेरे चरणों में मैं स्थान बनाने आया हूं, नहीं जानता पूजा विधि बस भाव समर्पण लाया हूं तेरी सेवा का वृत पाऊं वर दो कृपा द्रष्टि से मुझे... Hindi · कविता 1 1 242 Share अनुराग दीक्षित 10 Aug 2020 · 1 min read हे कान्हा तुम फिर आना । हे कान्हा तुम फिर आना । वृन्दावन रास रचाना, हे कान्हा तुम फिर आना। तुम कदम्ब डाल छिप जाना और चुरा के माखन खाना गोपियन को खूब छकाना वंशी धुन... Hindi · कविता 4 1 293 Share अनुराग दीक्षित 5 Aug 2020 · 1 min read भारत नया बनायेंगे । भारत नया बनायेंगे हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । नवयुग का निर्माण करेंगे नवप्रभात फिर लायेंगे बिगुल बजा दें हम सब मिलकर तिमिर चीर दिखलायेंगे हम... Hindi · कविता 2 2 394 Share अनुराग दीक्षित 5 Aug 2020 · 1 min read अवध में फिर से आये राम । अवध में फिर से आये राम । आज सब हर्षित हैं पुर ग्राम अवध में फिर से आये राम । रहे त्रेता में वनवासी, तो कलियुग में तम्बूवासी कभी निश्चर... Hindi · कविता 4 3 314 Share अनुराग दीक्षित 14 Jun 2020 · 1 min read बेसबब वफाओं के फूल क्यों खिलाते हो । बेसबब वफाओं के फूल क्यों खिलाते हो, बेवजह की बातों में वक्त क्यों गंवाते हो। साथ मेरे चलते हो, साथ मेरे आते हो, मेरी राह के कांटे बारहा हटाते हो... Hindi · कविता 2 4 556 Share अनुराग दीक्षित 10 May 2020 · 2 min read है सकल संसार मेरा माँ तुम्हारी गोद में । माँ है सकल संसार मेरा माँ तुम्हारी गोद में तृप्ति का सागर छुपा है, माँ तुम्हारी गोद में। घूम लूं मैं विश्व सारा या गगन में घूम आऊँ या कि... Hindi · कविता 5 7 281 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2020 · 1 min read अनुपम उपहार । " ज्यों हो उपहार कोई अनुपम यूँ आन मिले मुझसे प्रियतम जीवन को नव आयाम मिले जैसे सीता को राम मिले हो पुण्य फलित दें अमित तोष मिल गये उमा... Hindi · कविता 4 3 561 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2020 · 2 min read कोरोना की मधुशाला!! आज कोरोना काल के कठिन दौर में शराब के ठेके खुलते ही जो दृश्य देखने को मिला उसने लिखने के लिये प्रेरित किया कृपया कुछ पंक्तियाँ देखें और समीक्षा करें... Hindi · कविता 5 8 380 Share अनुराग दीक्षित 22 Mar 2020 · 1 min read मिलकर कदम बढ़ाना होगा। मिलकर कदम बढ़ाना होगा साथ सभी को आना होगा मिलकर कदम बढ़ाना होगा आज चुनौती वैश्विक आयी कोरोना महामारी लायी बहुत कठिन है ये कठिनाई धीरज धर्म निभाना होगा साथ... Hindi · कविता 1 1 276 Share अनुराग दीक्षित 20 Mar 2020 · 1 min read जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही! *जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही।* जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही खुद से अपने हाथ धोवें सबको समझावें सही ना छुयें चेहरा स्वयं का तय... Hindi · कविता 4 330 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2020 · 1 min read नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी । *नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी* *धन्य धन्य हैं वीर प्रसूता धन्य अमर बलिदानी नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी* पुलवामा में दगा सैन्य वाहन विस्फोटक... Hindi · कविता 2 488 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। एक वो अहले सियासत हैं जो अपने खातिर, मजलूमों को भी हर रोज लड़ाकर रखते हैं, एक हम सारे दर्द सहकर भी, जख्म सीनें... Hindi · कविता 1 385 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read फकत उपदेश देने से । उपदेश फक़त उपदेश देने से कोई गुरु हो नहीं सकता, किताबें वाॅच कर केवल भला कुछ हो नही सकता। अमल करने से होता है सकल व्यवहार परिवर्तन जो खुद आदत... Hindi · कविता 1 373 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read अमर रहे गणतंत्र हमारा, लोकतंत्र का मान रहे। अमर रहे गणतंत्र हमारा, लोकतंत्र का मान रहे। हिल मिल रहें सभी जन अपने सत्य अहिंसा भान रहे न्याय मिले मजलूम निवल को शक्ति निहित संविधान रहे अमर रहे गणतंत्र... Hindi · कविता 1 237 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read माना डगर कठिन है चलना सतत मुसाफिर । माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर आयेगी पास मंजिल चलकर के खुद ही आखिर। तेरे साथ चांद तारे तेरे साथ ये जमीं है तुझे सब दिया खुदा नें तेरे... Hindi · कविता 1 414 Share अनुराग दीक्षित 12 Jan 2020 · 1 min read तुम्हें युग प्रवर्तक है शत शत नमन। युवा दिवस युवा शक्ति प्रेरक सकल कर्मयोगी तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवाशक्ति जागे कर्म पथ हो आगे सदा कर्म सिंचित हो अपना चमन रुको मत थको मत कभी... Hindi · कविता 2 3 406 Share अनुराग दीक्षित 11 Jan 2020 · 1 min read इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला। इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला इसे प्रेम ने है सींचा भावों ने इसको पाला । जीवन्त हों सभी जन, पावन सभी के हों मन गुरवत खतम करें मिल... Hindi · कविता 1 368 Share अनुराग दीक्षित 5 Jan 2020 · 1 min read वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री मन में नाचे मोर । कैसे कहूँ सखी री मोरी जी में उठे हिलोर । गया जब से बेदर्दी मैं अपनी सुध बुध खोई... Hindi · कविता 1 1 663 Share अनुराग दीक्षित 4 Jan 2020 · 1 min read वन उपवन मृग भरें कुलांचें सुरभित मन्द समीर बहे। वन/उपवन वन उपवन मृग भरें कुलांचें , सुरभित मन्द समीर बहे। चहुँ दिश फूल खिलें मनभावन, प्रकृति छटा सर्वत्र रहे। घिरे घटा घनघोर घनेरी मगन मयूरा मस्त रहे वन उपवन... Hindi · कविता 2 426 Share अनुराग दीक्षित 3 Jan 2020 · 1 min read आवाज मुझे देकर जब चाहे बुला लेना । आवाज मुझे देकर जब चाहे बुला लेना। मेरी खामोशी को सुन अन्दाज़ लगा लेना मैं मूक प्रेम राही,मिलता हूं बिछुड़ता हूं कई बार झरोखे से तुम्हें देख मुकरता हूं तुम... Hindi · कविता 2 2 613 Share अनुराग दीक्षित 2 Jan 2020 · 1 min read मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी है अनमोल धरा पर मिट्टी है अनमोल । सुन्दर उपज अन्न फल, जल पा मुख से फूटें बोल मिट्टी... Hindi · कविता 255 Share अनुराग दीक्षित 1 Jan 2020 · 1 min read नया साल शुभ हो । नया साल शुभ हो । सिहरती सिहरन को ठिठुरती ठिठुरन को उगते छुपते सूरज को कुम्हलाई आस को पपिहा की प्यास को नया साल शुभ हो। अनाथों के नाथ को... Hindi · कविता 545 Share अनुराग दीक्षित 1 Dec 2019 · 1 min read कब तक सहन करेंगे हम सब माँ बहनों का यूँ अपमान। कब तक सहन करेंगे हम सब माँ बहनों का यूँ अपमान। इन्सानी काया में छुपकर घात लगाता है शैतान सोच पाशविक, कलुषित मानस कौन सके इनको पहचान कब तक सहन... Hindi · कविता 2 500 Share अनुराग दीक्षित 14 Nov 2019 · 1 min read आओ हम सींचें फुलवारी ! आओ हम सींचें फुलवारी बाल वृन्द शिशु हर क्यारी। स्वास्थ्य शिक्षा पूरा पोषण मिल कर कर दें दूर प्रदूषण स्वच्छ वायु जल और सुरक्षा सबकी है जिम्मेदारी आओ हम सींचें... Hindi · कविता 235 Share अनुराग दीक्षित 3 Nov 2019 · 1 min read संवर रहा है अपना भारत। संवर रहा है अपना भारत। संवर रहा है अपना भारत कोटिक जन श्रंगार करें । सब मिल सृजन करें नित नूतन नव भारत निर्माण करें, खुशियाँ दें निवलों विकलों को... Hindi · कविता 249 Share अनुराग दीक्षित 28 Oct 2019 · 1 min read पग पग दीप करे उजियारा। पग पग दीप करे उजियारा, दूर तिमिर अज्ञान रहे कृपा करें माँ कमला सब पर भरा अन्न भंडार रहे पावन होवे मानस सबका निज मर्यादा मान रहे। पग पग दीप... Hindi · कविता 290 Share अनुराग दीक्षित 11 Oct 2019 · 1 min read तेरी एक नज़र तेरी एक अदा,दिल मेरा है तुझ पर फिदा। तेरी एक नजर तेरी एक अदा दिल मेरा है तुझ पर फिदा। तेरे रंग में एक नूर है तेरी चाल चढता सुरूर है तुझे सब मिला भरपूर है लगता कि... Hindi · कविता 456 Share अनुराग दीक्षित 6 Oct 2019 · 1 min read कब तक रावण का वध होगा। कब तक रावण का वध होगा कब तक सीता व्यथित रहेंगी। नवल रूप रच आज दशानन दसों दिशा में डोल रहा दानव दल फिर मानवता को कुचल उच्च स्वर बोल... Hindi · कविता 289 Share अनुराग दीक्षित 28 Sep 2019 · 1 min read हे पितर देव आशीष शीश पे धरिये। अभय दान दे गतिमय जीवन करिये हे पितर देव आशीष शीश पे धरिये। रक्त आपका दौड़ रहा रग- रग में पाथेय आपकी सीख बनी है मग में रोशन करती जो... Hindi · कविता 242 Share अनुराग दीक्षित 1 Sep 2019 · 1 min read हे गणराज पधारो । हे गणराज पधारो। जन जन के काज संवारो प्रभु हे गणराज पधारो । जग है माया का फेरा दुःख शोक मोह ने घेरा कर दो मानस उजियारो गणपति तुम एक... Hindi · कविता 1 234 Share अनुराग दीक्षित 25 Aug 2019 · 1 min read कृष्ण हमारे प्राण अधारे । कृष्ण हमारे प्राण अधारे । प्रेम को पाठ पढ़ाये महाप्रभु, सिगरी धरा तुम ओर निहारे माखन खाये चुराये नटे नित लीला ललित ललाम सचारे गोपी कहें चितचोर हैं कान्हां जू... Hindi · कविता 1 443 Share अनुराग दीक्षित 18 Aug 2019 · 1 min read देश की खातिर लुटाए जो जवानी। धन्य है जीवन उसी का प्रेरणा उसकी कहानी, देश की खातिर लुटाए जो जवानी। जो सतत आगे बढ़े आगे बढ़े बढ़ कर लड़े सिंह सी कर गर्जना रिपु भाल पर... Hindi · कविता 392 Share अनुराग दीक्षित 13 Aug 2019 · 1 min read सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई। सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई लाल लाल रंग रंगी हथेली प्रीतम के मन भाई । सुबह पहर से बैठ अंगनवा रुचि रुचि खूब लगाई प्रीत रंग मैं रंगी... Hindi · कविता 1 380 Share Page 1 Next