कृष्णकांत गुर्जर Tag: मुक्तक 51 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक इक आह भरूंगा मै,कुछ भी ना कहूंगा में जब सामने तू होगी,तुझे देखा करूंगा में तेरी याद जो आएगी,मुझे खूब सताएगी हर पल हर लम्हा मै, तेरी राह तकूंगा में Hindi · मुक्तक 269 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Oct 2022 · 1 min read मुक्तक मै दिल के टुकड़ों को, लिए हाथो में फिरा हूं ठोकर ये ख़ा के दुनिया की नज़रों से गिरा हूं क्यों तू ना समझ पाया ये जब गिर गया था... Hindi · मुक्तक 3 263 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Oct 2022 · 1 min read रावण का तुम अंश मिटा दो, ढलता_ जाए_चंदा-सूरज , साथ तुम्हे ढल जाना है रावण का तुम अंश मिटा दो,राम तुम्हे बन जाना है अंगद_सा_ तुम बं_ बांकुरा , रण_ में पैर जमाना है हनुमत सा... Hindi · मुक्तक 3 323 Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक कैसे लिख दूं दिल की बातें कैसे खुली किताब लिखूं किस किस को में क्या समझाऊं कैसे मन के बात लिखूं ✍️कृष्णकांत गुर्जर Hindi · मुक्तक 1 528 Share कृष्णकांत गुर्जर 1 Oct 2021 · 1 min read जख्मी होकर_ मुस्कुराना जख्मी होकर_ मुस्कुराना_क्या मजा जीने में है आंख नम है दिल मचलता इक तड़प सीने मै है जाने वाले_जा मुसाफिर_तेरे विन जी लेगे हम गिरते उठते_ फिर संभालना_क्या मजा पीने... Hindi · मुक्तक 7 376 Share कृष्णकांत गुर्जर 4 May 2021 · 1 min read मुक्तक तुम सलामत रहो, मै रहूं ना रहूं लब्ज दिलके किसी से कहूं ना कहूं संग अपनों के रहकर जियो जिंदगी, आज जिंदा हूं कल में रहूं ना रहूं Hindi · मुक्तक 8 2 621 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक रूह कांपे दिल मचलता एक तड़प सीने में है भूखे प्यासे दर भटकना क्या मजा जीने में है आंख से छलके ना आंसू गम है साया घना जब नशा चढ़ता... Hindi · मुक्तक 6 288 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक तुम निगाहों से अपनी ना कातिल करो रोज_हमको_सताने_से_क्या फायदा पास_आके_सनम_तुम_लगालो_गले रोज_दूरी_बढ़ाने_ से_ क्या_ फायदा Hindi · मुक्तक 5 413 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक मेरी जिंदगी में तेरा साथ गर हो मै कांटो पे चलके खुशी ढूंढ लूंगा उदासी के पल में पलके भिगोकर मेरे हर लवो पे हंसी ढूंढ लूंगा Hindi · मुक्तक 7 341 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक अभी तो बात ही की थी अभी सब राज बाकी है मुलाकातों के वो प्यारे अभी सब राज बाकी है तू ही है जान _तू जन्नत _तू ही है जिंदगी... Hindi · मुक्तक 5 266 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक जिंदगी है तो जी लो खुशी से, जिंदगी _का _भरोसा _नहीं है यहां अपनों के अपने ही दुश्मन, अब किसी_ का भरोसा नहीं है प्यार करके वो अक्सर है रोए,... Hindi · मुक्तक 7 326 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक दर्द सीने में समां बनकर जलने लगे है,आंखो से अश्क गम के झरने लगे है जिंदा तो हूं पर जिंदगी रूठी रूठी लगती है,मेरे अपने ही मुझे छलने लगे है Hindi · मुक्तक 6 549 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक अश्क गमों के पी रहा हूं में,ना जाने क्यों घुटन भरी जिंदगी जी रहा हूं में ये मेरे दोस्त कभी मेरा भरोसा मत तोड़ना केवल उसी के सहारे जी रहा... Hindi · मुक्तक 6 508 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक ये जिंदगी बहुत खूब सूरत है तू,अपनों का प्यार ममता की मूरत है तू बस मेरी इक ही गुजारिश है तुझसे मेरे अपनों को धोखा ना देना क्योंकि अपनों की... Hindi · मुक्तक 6 278 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक कभी तू _पास ले आती _कभी दुत्कार देती है, कभी कातिल अदाओं से सनम तू मार देती है तू ही तो _जान तू _जन्नत तू ही _आरजू मेरी कभी हदसे... Hindi · मुक्तक 6 390 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक राजनीति पर मेरा मुक्तक बनाना था जिसको राजा मदारी बना दिया फंदे _में _यूं _ फसाकर भिखारी बना दिया जो _चाहता था_ तुमको दिलो _ जान तरह उसको ही ये... Hindi · मुक्तक 7 409 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक ये जीवन आग दरिया ना विखरो तुम जवानी में ये दिलही दिल सुलगती है बुझे ना आग पानी में संभल जाओ मेरे कृष्णा जरा सोचो जरा समझो सभी मिलजुल रहो... Hindi · मुक्तक 6 282 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक हमारे ख्वाब में आकर हमे तुम क्यो सताती हो कभी हमको मानती हो कभी खुद रूठ जाती हो सताना ना कभी हमको दिल ही दिल टूट जाएंगे जरा सी दोस्ती... Hindi · मुक्तक 7 244 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक किया बादा भुलाते ना जो करते प्यार की बातें खुशी से जिंदगी जीते ना हंसती कटती चांदनी रातें छलकते ना कभी आंसू लगाते जो कभी काजल बना डाला हमे तुमने... Hindi · मुक्तक 7 309 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक किसको मालूम था बस मुलाकात मै आंखो आंखो में ही प्यार हो जायेगा मैंने _जाना_ना _था देखते_ देखते, मेरा _जीना_ ही_ दुश्वार हो जाएगा Hindi · मुक्तक 5 470 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक प्यार के लम्हों के दम पर जी रहा मै आजकल गम के प्याले यूं खुशी से पी रहा मै आजकल प्यार कर हमने भुलाना ये कभी सीखा नहीं तेरी यादों... Hindi · मुक्तक 6 432 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक पल दो पल भी मुझे तन्हा होने नहीं देती मेरी चाहने वाली मुझे कभी सोने नहीं देती जिंदगी में मेरी गमो का साया बहुत है मगर तेरी याद मुझे कभी... Hindi · मुक्तक 5 438 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक जिन को माना अपना मैने सपना बन कर रह गया कहना पाया में जन्मों तक वो पल भर में कह गया Hindi · मुक्तक 7 367 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक रूह कांपे दिल मचलता एक तड़प सीने में है भूखे प्यासे दर भटकना क्या मजा जीने में है आंख से छलके ना आंसू गम है साया घना जब नशा चढ़ता... Hindi · मुक्तक 8 484 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक तुम निगाहों से अपनी ना कातिल करो रोज_हमको_सताने_से_क्या फायदा पास_आके_सनम_तुम_लगालो_गले रोज_दूरी_बढ़ाने_ से_ क्या_ फायदा Hindi · मुक्तक 5 1 296 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक मेरी जिंदगी में तेरा साथ गर हो मै कांटो पे चलके खुशी ढूंढ लूंगा उदासी के पल में पलके भिगोकर मेरे हर लवो पे हंसी ढूंढ लूंगा Hindi · मुक्तक 7 1 357 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक अभी तो बात ही की थी अभी सब राज बाकी है मुलाकातों के वो प्यारे अभी सब राज बाकी है तू ही है जान _तू जन्नत _तू ही है जिंदगी... Hindi · मुक्तक 5 1 464 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2020 · 1 min read शेर दोस्ती की तो क्या पूछिए जिंदगी का भरोसा नहीं अपनों ने ना गेर किया औरो ने परोसा नही Hindi · मुक्तक 4 1 270 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2020 · 1 min read मुक्तक किसी की सादगी को देखकर इजहार मत करना छुरी से पीठ पीछे तुम किसी पर बार मत कराना ये दुनियां है बड़ी जालिम समझ पाना है नामुमकिन जरा सी बात... Hindi · मुक्तक 6 1 492 Share कृष्णकांत गुर्जर 31 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक आपको देखकर मै खुद को ही भुला बैठा तेरी यादों में सही खुद ही दिल रुला बैठा पास वो है ही नहीं आए जो ख्वाबों में मेरे दिलकी बांहों में... Hindi · मुक्तक 6 5 267 Share कृष्णकांत गुर्जर 30 Dec 2019 · 1 min read शेर ना प्यार कभी करना, इजहार कभी करना टूटेगा दिल तुम्हारा , इककार कभी करना ये जख्मी सारी दुनियां, बेखोंफ है जमाना तुम हुस्न की परी से ,आजार कभी करना कृष्णकांत... Hindi · मुक्तक 5 211 Share कृष्णकांत गुर्जर 30 Dec 2019 · 1 min read दिल की बात यूं दूर न हमसे जाओ तुम, जरा पास हमारे आओ तुम तुमको जो कहना है कह दो, बस उत्तर देके जाओ तुम कृष्णकांत गुर्जर Hindi · मुक्तक 6 231 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read अनुरोध मन की तुमरे हो गई हो तो तन्नक हमारी मान लो बात तन्नक़ करलो हलधर की और बखेड़ा जान लो Hindi · मुक्तक 6 427 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read व्यंग मुखिओं के चाल ढाल बहुत है निराले ऊपर सफेदी है पीछे मुंह काले Hindi · मुक्तक 6 256 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read बुन्देली भैंस गई गईआ गई और गआे सब खेत अब तो सुन लो तुम नेता जी तन्नक जाओ चेत नदी गईं नाले बहे बिक गई सारी रेत सब की जेब भरा... Hindi · मुक्तक 6 296 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक मुझे आे चाहने वाले जरा सा पास अा जा तू मेरी तस्वीर के आगे अदा कातिल दिखा जा तू में तुझको चाहता दिल से तू मुझको चाहती है गर चमकती... Hindi · मुक्तक 5 288 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक ये हिन्दू लाल है मां का ये मुस्लिम लाड़ला मां का न इनमें फूट तुम डालो दोनों अभिमान है मां का है हिंदी हिंद को प्यारी नहीं उर्दू है बेचारी... Hindi · मुक्तक 5 462 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक गजल का नहीं में बहर जानता हू ग़रीबी का बस में कहर जानता हू ना बादे करो तुम यूं बोटो के पीछे है नांगो से ज्यादा जहर जानता हू Hindi · मुक्तक 5 500 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read बेशर्म हुआ में आज बेशर्म,छुपा ये राज बेशर्म हमेशा क्यों सताता है वता ये आज बेशर्म हंसाता है हमे लेकिन खुदहीखुद रोता रहता है तेरे जैसा नहीं दूजा हमे है नाज... Hindi · मुक्तक 6 306 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक बुझा न आग पानी से कहीं खुद ही न जल जाए तड़पती है बड़ी बेबस न जाने कैसा कल आए ये कुर्सी है बड़ी नाजुक ना चिपको फैवी क्विक जैसे... Hindi · मुक्तक 5 280 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक दर्द दिल की दवा न दो मुझको,मेरे बेटे सजा न दो मुझको मै तुझसे उससे सबसे प्यारे करु,बेबजह तुम मजा न दो मुझको कृष्णकांत गुर्जर Hindi · मुक्तक 6 415 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक सनम इजहार कर मुझसे कभी इंकार मत करना ये दर्दो दिल दवा देकर कभी इजहार मत करना मैने तुझको खुदा माना तू ही तो है हसरत मिली जो चाहते तुझसे... Hindi · मुक्तक 6 462 Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Oct 2019 · 1 min read दो मुक्तक जाग जाओ अब जाग भी जाओ, दूर करो सब अंधयारी l भारतमाता बिलख रही अब, बन जाओ तुम चिंगारी ll पुरखो की तुम न कटबाओ मत लजबाओ महतारी l जाग... Hindi · मुक्तक 7 440 Share कृष्णकांत गुर्जर 17 Oct 2019 · 1 min read प्यारे दद्दा जी आज के दद्दा सुन भैया, देखो का का है कर रये l मूंछो पे जे ताब है दे रये, संगफंटीआ नई धर रये ll व्याह बराते जा रये तो ,... Hindi · मुक्तक 8 1 250 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Oct 2019 · 1 min read परिचय कलम का कविता नही लिखता मे हँसने हँसाने की, न दुश्मन की न दुश्मन को उकसाने की l कविता लिखता हूँ मे सब को राह दिखाने की, क्योकि जरूर है हमे हमारी... Hindi · मुक्तक 7 518 Share कृष्णकांत गुर्जर 13 Oct 2019 · 1 min read मेरी आँखो मेरी आँखो से सनम, तेरी आँख गर मिले l दो जिस्म दो दिलो के, मन मे चमन खिले Hindi · मुक्तक 7 487 Share कृष्णकांत गुर्जर 11 Oct 2019 · 1 min read घी मे ऊँगली मुँह मे दांत चका चक्क है उनके हाथ, घी ऊँगली मुंह मे दाँत l तभी दिखते है औकात बिन पैसा न करते बात, होनी अनहोनी करदे, अनहोनी होनी करदे और मार दे पेट... Hindi · मुक्तक 6 255 Share कृष्णकांत गुर्जर 8 Oct 2019 · 1 min read हाय राम अब कब तक हुइहे एक साल बारी खै हो गये कलिया भी के दो दो हो गये कब तक अपने एकउ हु इहे हाय राम अब कब तक हुइहे बेर बेर बादा कर डा... Hindi · मुक्तक 6 359 Share कृष्णकांत गुर्जर 30 Jan 2019 · 1 min read मुक्तक मै मिट्टी से बर्तन बनाने चला हूँ मै ग्यान की ज्योति जलाने हूँ हमे देख कर तुम न यूं दिल दुखाओ मै बच्चो को अच्छा बनाने हूँ मै गेरो को... Hindi · मुक्तक 6 294 Share कृष्णकांत गुर्जर 28 May 2018 · 1 min read खड़ूस पत्नी चूड़ी कंगन टिकिया बिंदिया नई नई चीजे लेत है। जेब में रुपया पा जाये तो व खाली कर देत है। मांगो वा से रोटी तो बा सब्जी भर के देत... Hindi · मुक्तक 7 261 Share Page 1 Next