डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम Language: Hindi 514 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read क्षितिज रश्मियाँ क्षितिज रश्मियाँ सागर तट से, प्रथम आगमन करती हैं। दूर कहीं ओझल होती हैं, गमन वहीं से करती हैं। दूर देश को जाने वाले, कर्ज चुकाना माटी का। इस सुगंध... Hindi · गीत 290 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read अंबर क्यों पियूष कतरों को-लावणी छंद अंबर क्यों पीयूष कतरों को, सहज भाव संजोता है । पलक झपकते नखत स्वाति में, पल भर में ही खोता है । टेर पपीहा करता है पर, प्यास न उसकी... Hindi · गीत 445 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read दोहा गजल हिय में करते वास हैं ,सदा अवध पति राम । पल पल तेरे साथ हैं छोड़ जगत के काम। सीता को हर ले गया ,महा दुष्ट लंकेश, जड़ जंगम से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 668 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read लावणी छंद वीर शिवाजी की गाथायें, हमको याद जुबानी है। माता जीजाबाई जी की, दीक्षा बहुत पुरानी है। गुरु समर्थ के लिए शिवा जी, दूध शेरनी का लाये। मुगल क्रूर औरंगजेब को,... Hindi · गीत 502 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 2 min read अहंकार अहंकार, काम, क्रोध, लोभ, मोह का मूल है ।अहंकार का स्वरूप मैं का स्वरूप होता है। अर्थात कार्य करने का श्रेय व्यक्ति स्वयं ही लेता है ,और अपने आप को... Hindi · लेख 530 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 3 min read बुआ जी का अर्थशास्त्र बुआ जी का अर्थशास्त्र दो मित्र, बतियाते हुए चल पड़े। थोड़ी दूर पर बुआ जी का घर था। दोनों ने निश्चय किया कि, पहले बुआ जी का हालचाल पता करते... Hindi · कहानी 2 688 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read कुण्डलिया हरकत तुम जो कर रहे, देश विरोधी काम। पी एफ आई का हुआ ,राष्ट्र विरोधी नाम। राष्ट्र विरोधी नाम, करें फंडिंग का खेला। बाँट रहे आतंक,साथ में महिला मेला। कह... Hindi · कुण्डलिया 1 267 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read हायकु स्वप्न सुन्दरी छलावा यौवन का नयन सुखी समय गति जीवन बुलबुला आदि या यति सबका दुख मिले न सुख कहीं दुख में सुख अतृप्त मन विदेशी परिवेश उचाट स्वप्न डा.प्रवीण... Hindi · हाइकु 227 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read कुण्डलिया प्यारी वसुधा आ गयी, नैमिष तक है साथ । मैया का दर्शन करके, हम सब हुए कृतार्थ । हम सब हुए कृतार्थ, जगत पालक है माता। हम बालक नादान, समर्पण... Hindi · कुण्डलिया 226 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read दोहे ,गुरु जी को समर्पित [गुरुवर के निर्मल चरण, करते ह्रदय प्रकाश । श्रुतियों की वाणी सुना, करते विमल विकास। नयन कमल को खोल दे, गुरुवर भानु समान। ज्ञान सृजन मन में करें ,मातु शारदा... Hindi · दोहा 307 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read मत्त सवैया यदि राम कृपा हो हम सब पर , चरणों में शीश झुकाते हैं। शुचि भक्ति भाव में हम सब भर, पुनि पुनि यह शीश नवाते हैं। शबरी के बेर कृपा... Hindi · कविता 410 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read मत्त सवैया यदि रक्तदान का अवसर हो, स्वेच्छा से इसका दान करें। इसके बदले जीवन देकर, शुचिता से जीवन दान करें। यदि रक्तचाप मधुमेह उच्च, तो जाँच परख कर दान करें। यदि... Hindi · कविता 242 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read दोहा गजल अंतर्मन आहत हुआ ,दुखड़ा कहे किसान । सौभाग्य दुर्भाग्य मध्य विचलित है संसार। वायु प्रदूषण से हुआ रोगीये संसार । कब आए सौभाग्य से, बारिश की बौछार । गैस चैंबर... Hindi · दोहा 2 292 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 5 min read फैसला आज न्यायालय वकीलों से खचाखच भरा था। जज साहब अपनी कुर्सी पर विराजमान थे। सरकारी वकील ने पूछा, बाबूजी आप का बयान दर्ज होगा। आप अपना बयान सशपथ लिखवाये। बाबूजी... Hindi · कहानी 2 2 272 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read चौपइ छंद रक्त दान से खुशी अपार अब सब मिल करना बारम्बार। करे रक्त कमियों को पूर। जीवन से यह है भरपूर। आओ वीरो को कर गान। देश सपूतों का कर मान।... Hindi · कविता 2 572 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read संत विवेकानंद का करें, सभी गुणगान। संत विवेकानंद का करें, सभी गुणगान। नमन आपको सब करें , कर भारत का मान। पावन बारह जनवरी ,कोलकता में जन्म, विश्वनाथ भुवनेश्वरी, पिता मातु की शान । सन्यासी का... Hindi · दोहा 1 413 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read सदा मातु को मान, हंसगति छंद ,सदा मातु को मान। सदा मातु को मान, आज मैं रचता। शारद से वर माँग, कार्य सब करता। कागा करे पुकार, यहाँ जो आये। करे उदासी अंत, प्रिया... Hindi · कविता 1 441 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read देश के तुम प्रथम प्रहरी, राष्ट्र का सम्मान हो। देश के तुम प्रथम प्रहरी, राष्ट्र का सम्मान हो। देश के तुम सजग सैनिक ,देश की तुम आन हो । हे शहीदों राष्ट्र की तुम, नींव रखते जा रहे ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 492 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read शूरता में बोस जैसा वीर होना चाहिये शूरता मैं बोस जैसा वीर होना चाहिये, वीरता में हिंद जैसा धीर होना चाहिये। फौज जो जापान से मिल कर फिरंगी से लड़ी, घाटियों को पार कर सेना हमारी जो... Hindi · गीत 1 285 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read दोहे- मित्र ,निर्भया संग हुआ,बहुत बड़ा अन्याय। मित्र ,निर्भया संग हुआ,बहुत बड़ा अन्याय । न्यायालय सर्वोच्च ने,आज कर दिया न्याय। हाथ सुमरनी जाप कर, रोज करे पाखंड । ज्ञान ध्यान से छल करे, मिलती सजा प्रचंड। अंबर... Hindi · दोहा 1 513 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Dec 2019 · 1 min read दोहा गजल तोड़फोड़ जबरन करें ,छोड़ सहज व्यापार। गंगा जमुनी सभ्यता, हुई तार ही तार। शासन होगा रुष्ट अब, देखेगा जब कृत्य, पाई पाई जेब से ,भरना होगा यार । काट काट... Hindi · दोहा 640 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Dec 2019 · 1 min read हायकु 1) घर वहां पे। आटा दाल चावल। लायें कहां से । 2) वक्त का मारा, अनपढ़ गँवार । घर का न्यारा। 3) बेहद प्यार। धोखेबाज साजन । खबरदार । 4)... Hindi · हाइकु 430 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Dec 2019 · 1 min read दोहा मुक्तक सैनिक सीमा पर डटे ,करें देश से प्यार । आल्हा गाते जोश से सारे संकट पार। छिड़ी जंग जब बर्फ से ,सांसें अपनी थाम , हिम दानव के दाँँव का,जमकर... Hindi · दोहा 317 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Dec 2019 · 1 min read दोहा दिल में करते वास हैं ,सदा अवध पति राम । पल पल तेरे साथ है ,छोड़ जगत के काम । छलके यौवन गागरी ,धीरज खोते नैन । चंचल चितवन से... Hindi · दोहा 298 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Dec 2019 · 1 min read दोहे पाप पुण्य की लेखनी ,लिखी कर्म से जाये। ज्ञान भक्ति के योग से, सदा पुण्य फल पाये। साथ साथ रहते सदा, सुख-दुख भाव निभाय। रक्तदान करते समय ,मन हर्षित हो... Hindi · दोहा 1 1 289 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Dec 2019 · 1 min read दोहा मुक्तक गायें महिमा गीत की, कवि स्वर, लय के साथ। रचना रचते छंद की, निज जीवन के नाथ। कहते सब कविराय हैं, धर्म मर्म का सार । गीत गजल मन भा... Hindi · दोहा 268 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Dec 2019 · 1 min read कह मुकरी कह मुकरी खेलूं जिस से रंग हमजोली , घूमे जिसमें घर-घर टोली , संभले जिससे रंग हुड़दंग, क्या सखि साजन , न सखि ढंग। जिस पर कान्हा रास रचाये, गोपी... Hindi · कविता 426 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 24 Dec 2019 · 1 min read दोहे सिंधुज घाटी सभ्यता ,भारत मां की शान । सत्य सनातन धर्म है ,भारत मां की जान । वैज्ञानिक युग में मिला ,अब जीवन निस्सार। जंग छिड़ी है होड़ में ,... Hindi · दोहा 345 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 24 Dec 2019 · 1 min read हायकु हाइकु 1) गरीबी दाग । बदनुमा संसार। केवल जाग। 2)खेत की सीमा नमक रोटी प्याज। आज का भीमा। 3)वाह रे भार । बेमौसम बारिश। कर्ज़ की मार । 4)महके माटी... Hindi · हाइकु 1 488 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 24 Dec 2019 · 1 min read कह मुकरी कह मुकरी 1)आखिर कैसे करूं उपाय, सहज भाव से रही बताये, जिससे मिलता हमको मेवा, क्या सखि पूजा, ना सखि सेवा। 2) जिसका सारा जग दीवाना ,चाहे घर हो या... Hindi · कविता 255 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 24 Dec 2019 · 1 min read दोहे 1)संरक्षित करिए प्रकृति ,वसुधा भाग जगाय । धरती होकर पल्लवित, वसुंधरा कहलाय । 2) वायु प्रदूषण से हुआ, जन जीवन बीमार। दमा वात कफ पित्त से ,रोगी घर संसार। 3)... Hindi · दोहा 262 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 5 min read ना समझे वह.अनाड़ी है।-व्यंग्य कथा कहानी- ना समझे वह अनाड़ी है बहुत समय पहले की बात है, सोनू और मोनू दो भाई थे ।दोनों बहुत प्रतिभाशाली थे, और नौवीं कक्षा में पढ़ते थे। उनमें कक्षा... Hindi · कहानी 3 597 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 3 min read माँ का उपकार -व्यंग्य कथा मां का उपकार- लघु व्यंग्य कथा एक बहुत पुरानी कहावत है, कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी। कुछ लोग बुरी आदतों को इतना अपना लेते हैं कि, जैसे उनका बुरी... Hindi · कहानी 1 757 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 1 min read राष्ट्र कवि दिनकरजी को समर्पित छंद राष्ट्रकवि श्री रामधारी सिंह दिनकर की जयंती के अवसर पर ,उनकी स्मृति में राष्ट्रीय काव्य संगम द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें 40 के करीब कवियों ने भाग... Hindi · कविता 2 592 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 1 min read दोहे (1) मानवता का मूल है, क्षमा, सत्य वरदान। मानव उर में ही निहित, ईश्वर की पहचान।। (2) क्षमा शील हो मित्र यदि,नेह मित्र से होय। राग द्वेष या ईर्ष्या, मित्र... Hindi · दोहा 2 500 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 1 min read दोहा गजल दोहा गजल अंतर्मन आहत हुआ ,किससे कहें विचार । सुख औ दुख के मध्य ,ये विचलित है संसार। वायु प्रदूषण से हुआ ,रोगी यह जग मान। कब आए सौभाग्य से,... Hindi · दोहा 2 387 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 1 min read ठूंठ ठूंठ मत काटो यह ठूंठ, नहीं शेष हरित शाखाएं नही स्पन्दित अभिलाषाएं न ही पल्लव न ही पुष्प रह गया है केवल एक ठूंठ। खिल कर भी मैं रहा उदास,... Hindi · कविता 2 320 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 2 min read बेबस सरकार-व्यंग्य वार्ता बेबस सरकार अम्बर भाई जगह-जगह शराब की नुक्कड़ दुकानें खुली है, किंतु आजकल बड़बड़ाते, लड़खड़ाते कोई बंदा दिखाई नहीं देता। अरसा हो गया इन शराबियों को बुरा भला कहे। नेक... Hindi · लेख 1 850 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 2 min read प्रेरणा का आतंक -व्यंग्य वार्ता प्रेरणा का आतंक शीर्षक दो मित्र चाय की दुकान पर मिले तो गुफ्तगू इ स तरह शुरू हुई। प्रवीण - अंबर भाई यह प्रेरणा एप क्या है शिक्षकों में बड़ा... Hindi · लेख 467 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 2 min read सर है आपका, हेलमेट भी आपका होना चाहिए।-व्यंग्य वार्ता सर है आपका ,हैलमेट भी आपका होना चाहिए। व्यंग्य लेख जब दो मित्र चाय के स्टॉल पर मिले, तो गुफ्तगू कुछ इस तरह शुरूहुयी। अंबर भाई -प्रवीण आज कल पुलिस... Hindi · लेख 284 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 1 min read दरिया के किनारे थी एक बस्ती दरिया के किनारे, थी एक बस्ती। खुश नुमा रंगीन शाम मे, बसती थी जिन्दगी। किसको पता, किसको खबर थी, दरिया के सीने मे, हो रही थी हलचल। इस हलचल से... Hindi · कविता 403 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 3 min read पीर परायी जानो रे -व्यंग्य वार्ता पीर परायी जानो रे। दो मित्र ,चाय स्टाल पर मिलते हैं। चाय की चुस्कियों के मध्य गुफ्तगू शुरू हुई । प्रवीण -अंबर भाई, आजकल राष्ट्र में कैसा आतंकवाद फैल रहा... Hindi · लेख 230 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 1 min read दोहे दिनांक , 20 दिसम्बर 2019 सिंधु घाटी सभ्यता ,भारत मां की शान । सत्य सनातन धर्म है ,भारत मां की जान। वैज्ञानिक युग में मिला ,अब जीवन निस्सार। जंग छिड़ी... Hindi · दोहा 347 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Nov 2019 · 1 min read दोहा राम नाम स्वीकार है,राम नाम शुभ नाम। राम नाम व्यापार है,राम नाम शुभ काम। पंच परमेश्वर ने किया, राम लला का न्याय। किया दूर निज देश से,सदियों का अन्याय। मन... Hindi · दोहा 250 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 Nov 2019 · 1 min read दोहा गजल दोहा गजल अंतर्मन आहत हुआ ,किससे कहें विचार । सौभाग्य दुर्भाग्य मध्य विचलित है संसार। वायु प्रदूषण से हुआ ,रोगी यह जग मान। कब आए सौभाग्य से, बारिश की बौछार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 354 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 25 Oct 2019 · 1 min read दीपावली पर्व पर दोहे ********************************** दीप जले उल्लास से, पावन यह त्यौहार पथ आलोकित ज्योति से,वसुधा का श्रृंगार ।(1) सदा बसे धनलक्ष्मी ,घर-घर बांटे प्यार । करे प्रकाशित गृह सदा ,दीपों का त्यौहार... Hindi · दोहा 241 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 24 Oct 2019 · 1 min read दोहा दिवस मंगलवार दिनांक22-10-2019 जोड़ रहा मनमीत को,नीर क्षीर सा प्यार। तोड़ें कपटी मित्र से,सहज स्नेह व्यवहार।। डा. प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ परामर्श दाता, जिला चिकित्सालय सीतापुर उ.प्र. Hindi · दोहा 470 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Oct 2019 · 1 min read दोहे (1) मानवता का मूल है, क्षमा, सत्य वरदान। मानव उर में ही निहित, ईश्वर की पहचान।। (2) क्षमा शील हो मित्र यदि,नेह मित्र से होय। राग द्वेष या ईर्ष्या, मित्र... Hindi · दोहा 466 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Aug 2019 · 1 min read दोहे बने सिविल कानून अब,मिल जुल सबका योग। नही चलेगा रात दिन, हम सबको ये रोग। डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव Hindi · दोहा 415 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Aug 2019 · 1 min read दोहे क्यों कर सब हैं फोड़ते, अपने अपने माथ। सम कानून बना चलें, हिन्दू मुस्लिम साथ। डा प्रवीण कुमार श्री वास्तव Hindi · दोहा 254 Share Previous Page 8 Next