Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2020 · 1 min read

कुण्डलिया

हरकत तुम जो कर रहे, देश विरोधी काम।
पी एफ आई का हुआ ,राष्ट्र विरोधी नाम।
राष्ट्र विरोधी नाम, करें फंडिंग का खेला।
बाँट रहे आतंक,साथ में महिला मेला।
कह प्रवीण कविराय,न बाँटो अब तुम नफरत।
देश विरोधी काम, यहां तुम करो न हरकत।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव,” प्रेम”

1 Like · 240 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all
You may also like:
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
आर.एस. 'प्रीतम'
गीतिका ******* आधार छंद - मंगलमाया
गीतिका ******* आधार छंद - मंगलमाया
Alka Gupta
गाँव बदलकर शहर हो रहा
गाँव बदलकर शहर हो रहा
रवि शंकर साह
माईया गोहराऊँ
माईया गोहराऊँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जिम्मेदारियाॅं
जिम्मेदारियाॅं
Paras Nath Jha
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
Manisha Manjari
कहां गए तुम
कहां गए तुम
Satish Srijan
मानवता दिल में नहीं रहेगा
मानवता दिल में नहीं रहेगा
Dr. Man Mohan Krishna
*साहित्यिक बाज़ार*
*साहित्यिक बाज़ार*
Lokesh Singh
धीरे-धीरे रूप की,
धीरे-धीरे रूप की,
sushil sarna
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
Ravi Prakash
3067.*पूर्णिका*
3067.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निरुपाय हूँ /MUSAFIR BAITHA
निरुपाय हूँ /MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
अपनी पहचान को
अपनी पहचान को
Dr fauzia Naseem shad
वहाँ से पानी की एक बूँद भी न निकली,
वहाँ से पानी की एक बूँद भी न निकली,
शेखर सिंह
बंटते हिन्दू बंटता देश
बंटते हिन्दू बंटता देश
विजय कुमार अग्रवाल
17)”माँ”
17)”माँ”
Sapna Arora
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
Er.Navaneet R Shandily
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
Ajay Kumar Vimal
नारियों के लिए जगह
नारियों के लिए जगह
Dr. Kishan tandon kranti
अखंड भारत कब तक?
अखंड भारत कब तक?
जय लगन कुमार हैप्पी
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे दिवानों के का
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे दिवानों के का
Sonu sugandh
इंसान इंसानियत को निगल गया है
इंसान इंसानियत को निगल गया है
Bhupendra Rawat
7) पूछ रहा है दिल
7) पूछ रहा है दिल
पूनम झा 'प्रथमा'
Noone cares about your feelings...
Noone cares about your feelings...
Suryash Gupta
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
Lakhan Yadav
बुंदेली दोहा- चिलकत
बुंदेली दोहा- चिलकत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...