सब विश्वास खोखले निकले सभी आस्थाएं झूठीं
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
वो देखो ख़त्म हुई चिड़ियों की जमायत देखो हंस जा जाके कौओं से
खुश वही है जिंदगी में जिसे सही जीवन साथी मिला है क्योंकि हर
*** एक दीप हर रोज रोज जले....!!! ***
रखा जाता तो खुद ही रख लेते...
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
'स्वागत प्रिये..!'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
विश्वकर्मा जयंती उत्सव की सभी को हार्दिक बधाई
सदा प्रसन्न रहें जीवन में, ईश्वर का हो साथ।
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;