Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2023 · 1 min read

ज़िंदगी से शिकायत

जिस दिन आप ज़िदगी से
लेने के विपरीत ज़िंदगी को
देना सीख जाएंगे उस दिन
आपको ज़िंदगी से शिकायत
नहीं रहेगी ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
12 Likes · 387 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
*पेड़ के बूढ़े पत्ते (कहानी)*
*पेड़ के बूढ़े पत्ते (कहानी)*
Ravi Prakash
मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने
मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने
कवि दीपक बवेजा
Do you know ??
Do you know ??
Ankita Patel
"आँख और नींद"
Dr. Kishan tandon kranti
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
I am Yash Mehra
I am Yash Mehra
Yash mehra
भूमि भव्य यह भारत है!
भूमि भव्य यह भारत है!
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
सरकार बिक गई
सरकार बिक गई
साहित्य गौरव
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
Manoj Mahato
मेरी जिंदगी सजा दे
मेरी जिंदगी सजा दे
Basant Bhagawan Roy
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
कविता -
कविता - "करवा चौथ का उपहार"
Anand Sharma
मुझे पता है।
मुझे पता है।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
सच्चाई की कीमत
सच्चाई की कीमत
Dr Parveen Thakur
2270.
2270.
Dr.Khedu Bharti
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
Pramila sultan
कामयाबी का जाम।
कामयाबी का जाम।
Rj Anand Prajapati
ये न सोच के मुझे बस जरा -जरा पता है
ये न सोच के मुझे बस जरा -जरा पता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
Anil Mishra Prahari
ना मुराद फरीदाबाद
ना मुराद फरीदाबाद
ओनिका सेतिया 'अनु '
#एक_शेर
#एक_शेर
*Author प्रणय प्रभात*
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई कर
आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई कर
विमला महरिया मौज
मेहनत
मेहनत
Anoop Kumar Mayank
💐प्रेम कौतुक-413💐
💐प्रेम कौतुक-413💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
शिव प्रताप लोधी
Whenever things got rough, instinct led me to head home,
Whenever things got rough, instinct led me to head home,
Manisha Manjari
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
आर.एस. 'प्रीतम'
प्रेम की राह।
प्रेम की राह।
लक्ष्मी सिंह
Loading...