Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई कर

आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई करने वाले लोग वास्तव में दया के पात्र होते हैं, क्योंकि ये अविश्वसनीय रूप से कुंठित और खंडित होते हैं।
“मौज”

1 Like · 463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शिक्षक हूँ  शिक्षक ही रहूँगा
शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
शिव प्रताप लोधी
रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है
रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
अध्यात्म का शंखनाद
अध्यात्म का शंखनाद
Dr.Pratibha Prakash
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
वासुदेव
वासुदेव
Bodhisatva kastooriya
लांघो रे मन….
लांघो रे मन….
Rekha Drolia
मैं तो महज चुनौती हूँ
मैं तो महज चुनौती हूँ
VINOD CHAUHAN
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
दृढ़ निश्चय
दृढ़ निश्चय
विजय कुमार अग्रवाल
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
Rj Anand Prajapati
होली गीत
होली गीत
umesh mehra
सुखिया मर गया सुख से
सुखिया मर गया सुख से
Shekhar Chandra Mitra
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
क्या बोलूं
क्या बोलूं
Dr.Priya Soni Khare
शब्दों का गुल्लक
शब्दों का गुल्लक
Amit Pathak
"अपनी करतूत की होली जलाई जाती है।
*Author प्रणय प्रभात*
*हमें कुछ दो न दो भगवन, कृपा की डोर दे देना 【हिंदी गजल/गीतिक
*हमें कुछ दो न दो भगवन, कृपा की डोर दे देना 【हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
2262.
2262.
Dr.Khedu Bharti
अगर आप अपनी आवश्यकताओं को सीमित कर देते हैं,तो आप सम्पन्न है
अगर आप अपनी आवश्यकताओं को सीमित कर देते हैं,तो आप सम्पन्न है
Paras Nath Jha
डरता हुआ अँधेरा ?
डरता हुआ अँधेरा ?
DESH RAJ
दुनिया भी तो पुल-e सरात है
दुनिया भी तो पुल-e सरात है
shabina. Naaz
शातिर दुनिया
शातिर दुनिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
💐प्रेम कौतुक-288💐
💐प्रेम कौतुक-288💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
~ हमारे रक्षक~
~ हमारे रक्षक~
करन ''केसरा''
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
पूर्वार्थ
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...