Dr MusafiR BaithA 464 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read दलित लेखक बिपिन बिहारी से परिचय कीजिए / MUSAFIR BAITHA बिपिन बिहारी मूलतः हिंदी कथाकार हैं। सबसे ज्यादा लिखने वाले दलित कथाकार। अबतक इनके 13 कहानी संग्रह (लगभग 300 कहानियां) एवं 7 उपन्यास प्रकाशित हैं। इनका 1 लघुकथा संग्रह एवं... Hindi · लेख 505 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read बिहार में डॉ अम्बेडकर का आगमन : MUSAFIR BAITHA बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर पहली और अंतिम बार 6 नवम्बर, 1951 को बिहार, पटना आए थे। वे पत्नी सविता अम्बेडकर के साथ थे, और अगले दिन लौट गए। बिहार... Hindi · लेख 308 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read इक्कीसवीं सदी के सपने... / MUSAFIR BAITHA मैंने 21 सदी के आगाज़ वर्ष, सन 2000 में छात्रोपयोगी हिंदी पत्रिका 'प्रतियोगिता दर्पण' द्वारा आयोजित 'इक्कीसवीं सदी के सपने' शीर्षक एक निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया था और प्रथम... Hindi · निबंध 199 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 12 min read देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans दलित साहित्य का प्रथम कहानी संग्रह है 'देव साक्षी'। संग्रह 1978 में प्रकाशित हुआ जिसमें कथाकार बुद्धशरण हंस की पाँच कहानियाँ संकलित हैं। संग्रह की पहली कहानी है देव-कृपा ^^^^^^^/बुद्धशरण... Hindi · कहानी 203 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 44 min read देवमूर्ति से परे मुक्तिबोध का अक्स / MUSAFIR BAITHA किसी साहित्यकार के जीवन और रचना दृष्टि में जितना अधिक तालमेल हो, यानी, कथनी और करनी का अंतर जितना कम हो उसे उसी अनुपात में ईमानदार कहा जाना चाहिए. इस... Hindi · लेख 223 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA एक छोटे से मंदिर के अहाते में रोज आती थी एक भिखारन भक्तों के दान पुण्य की रहम पर पलता था उसका पेट एक कुत्ता भी हर रोज बिन नागा... Hindi · कविता 167 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read दादा का लगाया नींबू पेड़ / Musafir Baitha कहीं दूर से किसी गांव के अपने एक आत्मीय से मांग लाए थे दादा नींबू पौध और लगाया था उसे अपनी बाड़ी में दुख की घड़ी में एक टुकड़ा साथ... Hindi · कविता 196 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read ईश्वर के रहते भी / MUSAFIR BAITHA ईश्वर के रहते भी मंदिर के प्रांगण के भीतर भी क्यों कुचलकर हो जाती है भक्तों की असमय दर्दनाक मौत अंग-भंग बदहवास भगदड़ की जद में आकर मंदिर की भगवत... Hindi · कविता 1 225 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read आरक्षण बनाम आरक्षण / MUSAFIR BAITHA वर्णश्रेष्ठताजनित सामाजिक आरक्षण भकोस रहे कुछ सज्जन चाणक्य प्रणीत साम-दाम-दण्ड-भेद में से माकूल पेंच भिड़ाकर बस इसी योग्यता के बूते अपने लिए और अपनी परवर्ती पीढ़ियों के लिए कई सरकारी... Hindi · कविता 1 321 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA हे बुद्धि वारिधि वीणापाणि कही जानेवाली देवी खल ब्राह्मणों के छल बल के आगे क्यों तुम्हारे बुद्धि विवेक भी जाते हैं मारे तुम्हारी वीणा क्यों नहीं झंकृत कर पाती उन... Hindi · कविता 322 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read सुनो द्रोणाचार्य / MUSAFIR BAITHA सुनो द्रोणाचार्य सुनो अब लदने को हैं दिन तुम्हारे छल के बल के छल बल के लंगड़ा ही सही लोकतंत्र आ गया है अब जिसमें एकलव्यों के लिए भी पर्याप्त... Hindi · कविता 255 Share Dr MusafiR BaithA 24 Jun 2023 · 1 min read बुद्ध फिर मुस्कुराए / MUSAFIR BAITHA अपने जीवनकाल में किसी सामाजिक प्रसंग पर कभी मुस्कुराए भी थे बुद्ध यह आमद प्रश्न इतिहास सच के करीब कम कल्पना सृजित ज्यादा है यदि कभी मुस्कुराए होंगे बुद्ध तो... Hindi · कविता 228 Share Dr MusafiR BaithA 24 Jun 2023 · 2 min read मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA उस दिन मैं उनके मंदिर गया था चाहा था अपने ईश की पूजा-अभ्यर्थना करना मंदिर-द्वार पर ही मुझे धो दिया उन्होंने लत्तम-जुत्तम कर अधमरा कर दिया मेरी धुलाई का प्रसंग... Hindi · कविता 187 Share Dr MusafiR BaithA 24 Jun 2023 · 2 min read बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA देह हमारी है देह के इस्तेमाल से अपनी कमाई का अधिकार हमारा है जाहिर है क्लीवेज भी हमारी है इसे दिखाना न दिखाना कितना दिखाना कब दिखाना क्यों दिखाना किसे... Hindi · कविता 168 Share Dr MusafiR BaithA 24 Jun 2023 · 1 min read क्रोधावेग और प्रेमातिरेक पर सुभाषित / MUSAFIR BAITHA एक मनुष्य द्वारा क्रोधावेग और प्रेमातिरेक की चपेट में आने के समय व्यक्त की गई भावनाओं में तटस्थ पर्यवेक्षण और निष्कर्ष पाने की संभावना अत्यंत क्षीण होती है। ~ डा.... Hindi · कोटेशन 287 Share Dr MusafiR BaithA 24 Jun 2023 · 1 min read बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी मास्टर आ खिचड़ी पका खिचड़ी चख खिचड़ी खिला हिसाब रख हाजिरी का गिनती मिला रजिस्टर पर नाम लिख किताब फेंक कलम पकड़ लेन-देन ठीक कर बकरी गिन गदहा गिन डाटा... Hindi · कविता 289 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 1 min read यह समय / MUSAFIR BAITHA यह अभिधा की अहमियत को पहचानने का समय है यह साहित्य में दक्षिणपंथियों और वामपंथियों के आपस में घुले मिले होने एक का दूसरे से अलग न होने को संभलकर... Hindi · कविता 284 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 1 min read गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA जुताई बुआई जबसे होने लगी मशीनों से बछड़े हुए जान के जवाल किसानों के लिए जैसे कि बेटों की चाह वाले समाज... Hindi · कविता 271 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 9 min read 'खामोश बहती धाराएं' बिहार से इस युवा-कलम से परिचय कीजिये कई ध्यान खींचने एवं प्रभावित करने वाले व्यक्तियों की तरह बिभाश मुझे पहली बार सोशल मीडिया, फ़ेसबुक पर ही मिले। यहाँ हमारे जुड़ाव... Hindi · पुस्तक समीक्षा 413 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 2 min read नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA याद आ रहा है, जब सीतामढ़ी के बासुश्री टॉकीज में यह फ़िल्म लगी थी तो फ़िल्म के 25 वें सप्ताह के अंतिम दिन सिनेमाहॉल मालिक की तरफ से दर्शकों को... Hindi · संस्मरण 1 348 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 2 min read भाथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / MUSAFIR BAITHA भाथी जैसे विलुप्ति के कगार पर पहुंचे देसी यंत्र किसी किसी लोहार बढ़ई के दरवाजे पर अब भी गाड़े और जीवित बचे मिल सकते हैं गांवों में जो कि सान... Hindi · कविता 418 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read वृद्धाश्रम में कुत्ता / by AFROZ ALAM हैलो सर ! मैं वृद्धाश्रम से बोल रहा हूँ। अखबार में आप के कुत्ते का फोटो और विज्ञापन देखा कि वह लापता हो गया है। आपका कुत्ता हमारे वृद्धाश्रम में... Hindi · लघु कथा 479 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 2 min read स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA भूमंडलीकरण के इस दौर में पश्चिम समाज की तमाम उत्सवधर्मिता हम चाहे अचाहे कर रहे हैं आयातित अपने बुद्धि विवेक को ताखे पर रखकर भी अपने देश की देह का... Hindi · कविता 1 245 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read गाली / मुसाफिर BAITHA जब हम किसी को दे रहे होते हैं गाली तो केवल और केवल उसे ही पीड़ा पहुंचाने का ध्येय रहता है हमारा और अपना मन हल्का करने का जबकि हम... Hindi · कविता 232 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read गाँव सहर मे कोन तीत कोन मीठ! / MUSAFIR BAITHA कहई छी गाँव हमरा तनिको न सोहाय कनखे दुब्बरो जात-भात के बल पर मोटाय अन्हरा पोठिया टेंगरा सेहो टेढ़िआए गुर्राए सहर में तनी मनी बचे के हैबो करई उपाय गाँव... Maithili · कविता 421 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read असली पंडित नकली पंडित / MUSAFIR BAITHA एक कमजोर काया के धनी सज्जन से बात करते गजनुमा काया के मालिक तद्धर्मा व्यक्ति के श्रीमुख से कार्यालय में ही एक दिन बात बात में निकल गई यह बात-... Hindi · कविता 350 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 3 min read हिसका (छोटी कहानी) / मुसाफ़िर बैठा बुधन चमार जैसे तैसे पढ़ लिख कर एक सरकारी स्कूल में मास्टर बन गया। पहले पहल ही घर से काफी दूर पोस्टिंग मिली थी। नया था, सो मन लगाकर पढ़ाता... Hindi · कहानी 397 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read लत / MUSAFIR BAITHA एक मंदिर के कथित गर्भगृह का गेट महज साढ़े तीन फीट ऊँचा रखा गया था ताकि भक्तों को झुकने की आदत लगे! झुककर ही उसके अंदर प्रवेश कर गर्भगृह में... Hindi · लघु कथा 308 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read सरप्लस सुख / MUSAFIR BAITHA धन-संपत्ति का जखीरा जुटाए एक असामाजिक तत्व के बंगले से भोरे-भोरे कबीर के एक सन्देशमूलक भजन की आवाज सुनाई दे रही थी - 'साईं इतना दीजिये, जामे कुटुम समाय। मैं... Hindi · लघु कथा 259 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read होलिडे-होली डे / MUSAFIR BAITHA दिन एक भारीभरकम धार्मिक त्योहार का था। वक़्त था शाम का। मित्र किसी मोड़ पर मेरी गली के गिर्द ही मिल गए। मैं इस अवसर की छुट्टी के ब्याज से... Hindi · लघु कथा 342 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 2 min read लगन की पतोहू / MUSAFIR BAITHA लगन की पतोहू जब पेट से थी तो उसे वैधव्य का दंश झेलना पड़ गया। मेरा हमउम्र व पड़ोसी बिकाऊ साह जब अपने बेटे की अभी की उम्र में ही... Hindi · लघु कथा 346 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA चुप्पी सवर्ण है गुस्सा दलित! चुप्पी का गुस्से के ऊपर एक इतिहास है हमलावर होने का ! जीतती रही है सतत चुप्पी चुप्पी जननी है जबकि गुस्से की! जननी का... Hindi · कविता 236 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read मौन पर एक नजरिया / MUSAFIR BAITHA मौन मनमोहन जैसा हो मौनी बाबा वाला हो सातत्य लिए हुए गाम्भीर्य का गुरु वाहक हो मनमोहक हो महत्तम हो शाकाहारी हो आकाशचारी हो मौन जब छत्तीस इंचीय छाती से... Hindi · कविता 288 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read नींद की कुंजी / MUSAFIR BAITHA अनखुली या कि मूंदी आँखें नींद की प्राकृतिक कुंजी और पूंजी हैं Hindi · कविता · कोटेशन 1 179 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read तेरे लिखे में आग लगे / MUSAFIR BAITHA तेरे लिखे में अगर दुःख है दुःख मगर सबका है तो तेरे लिखे में आग लगे सबका दुःख कोई ओढ़ नहीं सकता ओढ़ना भी नहीं चाहिए सब में से कुछ... Hindi · कविता 174 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 2 min read वह स्त्री / MUSAFIR BAITHA वह स्त्री एक ओर ख़ुद को स्त्रीवादी कहती है और विज्ञानवादी भी और प्रकारांतर से पुरुषसत्ता उखाड़वादी भी दूसरी ओर अपने पिता और पंडित से आशीर्वाद टाइप की चीज़ भी... Hindi · कविता 173 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read खल साहित्यिकों का छलवृत्तांत / MUSAFIR BAITHA अपने गिरोह के मुट्ठी भर खल साहित्यिकों के साथ मिल बैठ कर खड़ा किया उन्होंने किसी कद्दावर कवि के नाम पर एक ‘सम्मान’ और वे सम्मान-पुरस्कर्ता बन कर तन गए... Hindi · कविता 140 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 5 min read पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA अभी हाल फिल्हाल तक गाहे-ब-गाहे बतौर इनर मैं जिस स्वेटर का इस्तेमाल कर लेता था वह तकरीबन पचीस साल पुराना है जबकि यह अपनी पैदाईश के वक्त मेरा बैगी और... Hindi · कविता 302 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read राहत का गुरु योग / MUSAFIR BAITHA अभी के सबसे अधिक बिकने वाले बड़बोले, बड़नाम भारतीय योगगुरु के यश को भुनाकर अपने माल के विज्ञापन का मौका आया ताड़ एक अवसरवादी पटनिया स्वयंसेवी संस्था ने बाढ़ राहत... Hindi · कविता 329 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 2 min read बुढ़ाते बालों के पक्ष में / MUSAFIR BAITHA सिर पर एक दो सफेद बालों की बोहनी ही हुई थी जब तभी ठनका था मेरा माथा कि तीस बत्तीस बीतने के साथ ही उठान की एलास्टिक लिमिट पार कर... Hindi · कविता 155 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read शे’र/ MUSAFIR BAITHA आपका मेरे घर आकर जूठन गिराना, भला लगता है दुनिया भर को आपके चौके में मेरी नो एंट्री है मगर, चेहरा है असली यह आपका। Hindi · Quote Writer · शेर 453 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read शुद्धता का नया पाठ / MUSAFIR BAITHA ’वह विकलांग है’ शुद्धता–च्युत वाक्य! ’वह दिव्यांग है’ भगवा–शुद्ध वाक्य! Hindi · कविता 411 Share Dr MusafiR BaithA 20 Jun 2023 · 2 min read खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha मुझे अपने जूतों की मरम्मत करवानी थी। मोची ने आठ रुपए मांगे, मैंने चार लगाया। उसने काम रोककर अपना सिर उठाकर मेरा चेहरा गौर से देखा और किंचित रुखाई भरे... Hindi · लघु कथा 461 Share Dr MusafiR BaithA 20 Jun 2023 · 1 min read जय रावण जी / मुसाफ़िर बैठा वह युवा नया नया नौकरी में आया है गाय टाइप से रहा किया है कुछ महीनों तक अब थोड़ा थोड़ा खुल रहा है खुल बदल कर बैल बनने की ओर... Hindi · कविता 545 Share Dr MusafiR BaithA 20 Jun 2023 · 1 min read ’शे’र’ : ब्रह्मणवाद पर / मुसाफ़िर बैठा कुछ चिंता की बात है यह कि हस्ती मिट नहीं पा रही तिहारी। सदियों से दख़ल और दौर-ए-द्विज का रहा है जालिम पसारा।। ~ डिस्क्लेमर : नॉट ऑन एन ओरिजनल... Hindi · कोटेशन · शेर 356 Share Dr MusafiR BaithA 19 Jun 2023 · 1 min read राम और सलमान खान / मुसाफ़िर बैठा अपने को राम भक्त कहने वाले कुछ लोग कहते हैं कि राम हिन्दुओं के हैं एकमात्र समग्र विधर्मी सलमान खान नहीं कर सकते सिनेमा राम के वेश में यही क्या... Hindi · कविता 278 Share Dr MusafiR BaithA 19 Jun 2023 · 1 min read हिसाब-किताब / मुसाफ़िर बैठा (1) जमाना इक्कीसवीं सदी तक का आधुनिक हो चला गलीज परम्पराओं से हिसाब बिठाकर कबतक चलते रहोगे हिसाबियो! आओ! अब तो हो जाए हिसाब किताब बराबर! (2) हिसाब टटका टटका... Hindi · कविता 353 Share Dr MusafiR BaithA 19 Jun 2023 · 1 min read फ़ेसबुक पर पिता दिवस / मुसाफ़िर बैठा कोरोना की तरह फैलकर बीत गया पिता दिवस साथ इसके फ़ेसबुक पर पिताई रस्मी हुंआ हुंआ भी थम गया शुक्र है कि इस वायरस का जीवन चक्र तय था चौबीस... Hindi · कविता 1 233 Share Dr MusafiR BaithA 19 Jun 2023 · 9 min read कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा करीब छह सौ साल पहले कबीर धरती पर आकर चले गए, उनके विचारों का प्रभाव जबरदस्त हुआ. सामंती समाज था हमारा तब. हिन्दू धर्म में परम्परा से चलते आ रहे... Hindi · लेख 2 336 Share Dr MusafiR BaithA 19 Jun 2023 · 1 min read बुद्ध फिर मुस्कुराए / मुसाफ़िर बैठा अपने जीवनकाल में किसी सामाजिक प्रसंग पर कभी मुस्कुराए भी थे बुद्ध यह आमद प्रश्न इतिहास सच के करीब कम कल्पना सृजित ज्यादा है यदि कभी मुस्कुराए भी होंगे बुद्ध... Hindi · कविता 270 Share Previous Page 8 Next