Neelam Sharma 660 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Neelam Sharma 10 Feb 2019 · 1 min read बसंत पंचमी वसंत पंचमी पर माँ सरस्वती के चरणों में ..... ?????????????? अनुपम मनमोहक छटा,निकट शीत का अंत । शुक्ल पंचमी माघ की, मनभावन है बसंत।। महाविद्या सुरपुजिता,विद्या का दो दान |... Hindi · दोहा 1 1 596 Share Neelam Sharma 9 Feb 2019 · 1 min read बसंत आकुल बसंत, ले प्रीति सुगंध, व्याकुल बसंत में, सजनी कंत। दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद, पगडंडि यौवन की, प्रीत अनंत। कुहू- कुहू कोयल के मधुर छंद, मधुर बोल,सजन से उर... Hindi · कविता 1 546 Share Neelam Sharma 9 Feb 2019 · 1 min read बसंत बस अंत हुआ मानों सर्दी का, देखो बसंत नव आया है। बस अंत हुआ मानों विरहा का, रंग प्रेम बसंती छाया है। बस अंत हुआ छोटी रातों का,देखो दिनकर गहराया... Hindi · कविता 1 473 Share Neelam Sharma 7 Feb 2019 · 1 min read करते साजन का अभिनंदन। माथे की बिंदिया चमचम, पैरों में पायल की छनछन, हाथों में कंगन की खनखन, रुनझुन छनके कमरबंद, करते साजन का अभिनंदन। रिश्ता अपना खुशबू चंदन, रहे दीप्त क्षितिज-सा यौवन, नित... Hindi · कविता 1 532 Share Neelam Sharma 5 Feb 2019 · 2 min read स्त्री सरिता सादृश्या "स्त्री सरिता सादृश्या" ' गो विद द फ्लो' अर्थात जैसा वक़्त आये, उसके संग -संग बहो.. क्या सचमुच हम ऐसा कर पाते हैं?या इस उक्ति को लिंग भेद का समर्थन... Hindi · लेख 2 304 Share Neelam Sharma 4 Feb 2019 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी #मनहरण_घणाक्षरी छंद प्रथम प्रयास आसमां में काले घन, उमड़ चले हैं तन दामिनी के संग मिल, नगाड़े बजात हैं। मेघ देख विरहन, व्याकुल हुआ है मन, भांति-भांति काली रात,हिया घबरात... Hindi · घनाक्षरी 2 2 593 Share Neelam Sharma 4 Feb 2019 · 1 min read सेल्फि सुनो,आज करते हम घोषित सेल्फि अपनी, खुशी से पोषित। हम भी खुश हो सकते हैं जी दुखों को कर देंगे, हम शोषित। आओ चलो सब पोज़ बना लें कोई हँसे,... Hindi · कविता 1 301 Share Neelam Sharma 4 Feb 2019 · 1 min read दुश्वारियां उफ़ ये इश्क़ की दुश्वारियाँ ..... दिल लगा के तो देख कभी नीलम ग़र समझनी, इश्क़ की दुश्वारियाँ। इक जुनूँ और महज़ दिवानापन नहीं, बेखुदी खुद रचती है अजब अय्यारियां।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 497 Share Neelam Sharma 2 Feb 2019 · 1 min read अमलतास सुन, अमलतास है खुद में खास विरह के ताप का,इसे अहसास। यह चमक लिए तपे कुंदन सी नहीं खुद की कीमत का आभास। श्वास का सिंचन, यह जीवन मंचन, होना... Hindi · कविता 303 Share Neelam Sharma 2 Feb 2019 · 1 min read मुझे मुद्दतों बाद फिर याद आया सनम भूलने में जिसको लगे ज़माने मुझे। बस इक हिचकी आई, हुईं आंखें नम वो गुज़रे हुए पल याद लगे आने मुझे। जो खोला झरोखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 339 Share Neelam Sharma 1 Feb 2019 · 1 min read आंखें अलीवर्ण_पाद_छंद विषय - आंखे, नैन सुदूर करतीं हैं अवलोकन। आँखें आतीं भर साथी की सुध कर। चमक है लातीं, नीलम अंखियां। नीलम शर्मा ✍️ Hindi · कविता 316 Share Neelam Sharma 1 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक सुरभित शीत बयार,घन गरजे चपला संग, आने को बरसात, विरहनी भरा मन उमंग। ताड़-तरु खग-विहग संग पूर्वा,लगी गाने, कूके कोयल, मोर, प्रकृति भी नाचे संग-संग। नीलम शर्मा ✍️ Hindi · मुक्तक 305 Share Neelam Sharma 26 Jan 2019 · 1 min read राष्ट्र वतन बलिदान त्याग ग़र शहीद न करते, तो हम होतेआज़ाद नहीं। सतत प्रयास अब तक आज़ादी, सुन सच में हम आज़ाद नहीं। जटिल पुरातन या हो नूतन,तजना कुरीति कोई पाप... Hindi · कविता 480 Share Neelam Sharma 25 Jan 2019 · 1 min read नज़्म मुहब्बत में माही से होकर जुदा ये रुह-ए-रवां फिर किधर जाएगी। समय चलता है, चलता रहेगा सदा दुखों की घड़ी भी बदल जाएगी। ख़ुद मुझे भी नहीं मालूम है मंज़िल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share Neelam Sharma 21 Jan 2019 · 1 min read नहीं मिलता हमसफ़र मिलने की तरह मुझ से वो, पल गज़र नहीं मिलता साथी तो बहुत नीलम,मगर हमसफ़र नहीं मिलता। हैं मील के पत्थर भी बहुत,ज़रा देखकर चलना सराय हैं हर इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 286 Share Neelam Sharma 21 Jan 2019 · 1 min read नज़्म ऐसा नहीं कि रुकना गवारा कभी न था हमको मगर किसी ने पुकारा कभी न था । हम खामखां ही इश्क में जिसके डूबे रहे उसने जिगर में हमको, उतारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 307 Share Neelam Sharma 17 Jan 2019 · 1 min read जिंदगी आजा कि बेकरार होकर दिल करता है इंतज़ार तेरा जान ले लेगा सनम जाकर फिर आने का करार तेरा निगाहें हैं लगी राहों पे कि कब आओगे तुम बेचैन हैं... Hindi · कविता 327 Share Neelam Sharma 12 Jan 2019 · 2 min read संस्मरण बिलखते अहसास "वेल्यु आफ इंग्लिश!" मालिनी अध्यापिका है, बहुत मेहनती भी है और बच्चों के स्तर को समझकर ही उन्हें कुछ सिखाने के लिए प्रयासरत रहती है। हमेशा अपने स्कूल... Hindi · लघु कथा 2 1 765 Share Neelam Sharma 11 Jan 2019 · 1 min read हकीकत दिल से आभारी हूँ कि, तूने मुझे प्यार करना सिखला दिया । चाहतें कैसे बदल देती हैं ज़िन्दगी को, ये भी हमें बतला दिया । दर्द , आँसू , त्याग... Hindi · कविता 308 Share Neelam Sharma 10 Jan 2019 · 1 min read नज़्म मैं नज़्म लिखूं या कि फिर कोई ग़ज़ल ज़ख्म बन यादें तेरी,क्यूं खींची आतीं हैं। फासले यूं ही नहीं आए दरमियां हरपल, तेरे लफ़्ज़ों की चुभन,तीर से चुभाती है। है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 615 Share Neelam Sharma 9 Jan 2019 · 1 min read बाकी है ख्वाबों के आकाश में, अभी तो पंख फैलाएँ हैं मैंने मंजिल । असली उड़ान होसलों की , ज़िन्दगी में अभी बाकी है देनें हैं कई इम्तेहान अभी ज़िन्दगी के नीलम... Hindi · कविता 610 Share Neelam Sharma 5 Jan 2019 · 1 min read गिला किसे पुछूँ ? है ऐसा क्यों ? हुई हाय क्या ख़ता है। कहाँ ढूढूं ? वो मीठे पल,सनम जब बेवफा है। बेजुबान है इश्क मेरा, नहीं इसकी जुबां है। तेरी... Hindi · कविता 2 321 Share Neelam Sharma 5 Jan 2019 · 1 min read राधा रास रचाया गोपियों संग और जिया को भा गई राधा बाँध के अंखियन की डोरी से कान्हा को पा गई राधा प्रीत अमी नयनों से अपने पिला गई राधा प्रेम... Hindi · कविता 374 Share Neelam Sharma 4 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल है महज़ इक ख़्वाब सा तू,महबूब माहताब मेरे तुझको देखा किया करूं,या कि फिर भूल जाऊं। दिल के कागज़ पे लिखे,सुर्ख लहू से मजबूं मेरे पाकर तुझको ही, जिगर का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 264 Share Neelam Sharma 4 Dec 2018 · 3 min read बाल हनुमान कविता कथा बाल हनुमान 1 त्रेता युग की बात है जब पृथ्वी पर छाया भार भार मुक्त करने धरा,शिव शंभू लिए अवतार। चैत्र शुदि पूनम को,कपिराज केसरी द्वार मां अंजनी के गर्भ... Hindi · कहानी 1 423 Share Neelam Sharma 2 Dec 2018 · 1 min read गीत विधा- गीत मुखड़ा- चाहत में तेरी डूबी मेरी आंखें मोहब्बत का सुन खुलने वाला राज़ है, न जाने मोहब्ब्त का अंजाम होगा क्या मोहब्बत हमारी चढ़ी परवाज़ है। ये लहराता... Hindi · गीत 1 510 Share Neelam Sharma 24 Nov 2018 · 1 min read साथी गीत देख सनम इक बार,बैठ संग स्नेह से निहार साथी। नीलम नैन बस छवि तुम्हारी,प्रीत की मनुहार साथी || प्रीत भाष सुंदर सुभाष,हो राग ज्यूं मल्हार साथी। तुम साज और... Hindi · गीत 5 4 319 Share Neelam Sharma 17 Nov 2018 · 1 min read मुक्तक विषय शब्द -धड़कन दिनांक-17-11-18 मिरी चाहत तेरे दिल का, सुरीला साज बन जाती। धड़कने भी सुनो हमदम,मधुर आवाज बन जाती। निगाहों ने निगाहों से इशारों में जो की बातें दीवानों... Hindi · मुक्तक 2 301 Share Neelam Sharma 15 Nov 2018 · 1 min read बच्चों जैसे पौधे सूने घर के बंजर आंगन में,कुशा रूप उगे रोंये कुछ बीजों से सजी है बगिया,कुछ गमलों ने संजोए। हर एक बीज बूढ़ी अम्मा ने था, बहुत स्नेह से बोया वही... Hindi · कविता 3 2 295 Share Neelam Sharma 13 Nov 2018 · 1 min read मां माँ (1) जननी, माँ, प्रसू,धात्री,वत्सला,सुदर्शना ममतामयी ओस कणों सी निर्मल कोमल जीवन बगिया सरसा गयी आँखों में है नीर तेरे ,माँ त्याग है तेरे आँचल में नित कष्ट नए सहकर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 67 823 Share Neelam Sharma 15 Aug 2018 · 2 min read अभिनंदन देश विषय-कोटि नमन और वंदन देश,पूजन अर्चन अभिनन्दन देश। सबसे बढ़कर देश मेरा, तिरंगा परचम,उर लहर उमंग स्वतंत्रता दिवस, पावन सुदिन सब रंगे बसंती रंग। ????????????????? है कोटि नमन और वंदन... Hindi · गीत 3 2 402 Share Neelam Sharma 7 Jul 2018 · 1 min read मेघ सादर प्रेषित? हाइकु-बादल 1)बादल अश्रु बंजर वसुंधरा गोद भरते। 2) बरसा मेघ धरा लहलहाई प्राणी प्रसन्न। 3) श्याम बादल विरहन भू उर प्यास बुझाते। नीलम शर्मा......✍️ Hindi · हाइकु 2 364 Share Neelam Sharma 3 Jul 2018 · 1 min read जल हैं बाट जोहती नल पर....... कुछ सोच रहीं क्यों जल जीवन? कुछ कलश सहेजे कमर पर। हैं बाट जोहती नल पर......... कोई न नद जल कूप शेष बिन छाँव बिलखते,हृदय... Hindi · कविता 3 2 353 Share Neelam Sharma 29 Jun 2018 · 1 min read मेघ मनुहार मेघ मनुहार बादल- बदली कर रहे शीर्ष गगन मनुहार सजल नयन में ढूँढते, जन्म जन्म का प्यार। क्षितिज पार अंबर ऊपर, धवल मेघ संसार नयन नयन में हो रहा अभिव्यक्ति... Hindi · कविता 3 569 Share Neelam Sharma 28 Jun 2018 · 1 min read खोता बचपन दो वक्त की दाल- रोटी को है, देखा लाचार होता बचपन, गुटके-बीड़ी और अगरबत्तियों में देखा धुंआ होता बचपन। कूड़े के ढेर और गंदे इनालों में, स्व पहचान नित खोता... Hindi · कविता 2 595 Share Neelam Sharma 21 Jun 2018 · 1 min read वीरां गाँव ग़मगीन सूनी सारी गलियाँ,उजाड़-वीरां सारे गाँव, कंक्रीट हृदय,उजड़ी बस्ती,नहीं शेष पेड़ों की छाँव। निर्जन नहीं गाँव कूचे गलियाँ रिश्ते भी वीरां हुए हैं, सुन,झूठे मुखोटों के पीछे,बस कौवों की काँव... Hindi · कविता 2 385 Share Neelam Sharma 19 Jun 2018 · 1 min read नज़्म सादर प्रेषित? मिसरा- रोज़ पढ़ता हूँ, भूल जाता हूँ...... मैं तो सिर्फ सिफर के मानिंद,है सनद भी ख़ाली रोज़ पढ़ता हूँ कायदा और भूल जाता हूँ......। हाँ बस तुझी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 281 Share Neelam Sharma 19 Jun 2018 · 1 min read नाव डगमग डगमग डोले मनवा, ,,,,,,,,,बाल हृदय अनोखा चाव है। आओ देखो बंटी - बबली क्या खूब बनी कागज की ये नाव है। पहली बूंद पावस की पाकर, हरित वसुधा का... Hindi · कविता 2 338 Share Neelam Sharma 8 Jun 2018 · 1 min read धन छंदबद्ध काव्य सृजन प्रदत्त शब्द: पैसा / दौलत ; ईश्वर / ख़ुदा ; इंसान/आदमी ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ धन-दौलत आजकल बना धर्म ईमान इंसान, जाति भेद संग्राम में क्यूँ बना मनुज हैवान। सद... Hindi · मुक्तक 2 511 Share Neelam Sharma 8 Jun 2018 · 1 min read पेड़ वृक्ष हाइकु 1) पेड़ विटप प्राकृतिक सम्पदा पर्यावरण। 2) धरा श्रृंगार जीवन के आधार तरु वल्लरी। 3) दें प्राणवायु औषधि ऑक्सीजन हरित वन। 4) पेडों की छाया पंछी रैनबसेरा पाते... Hindi · हाइकु 2 644 Share Neelam Sharma 8 Jun 2018 · 1 min read इताब-क्रोध सादर प्रेषित?? ❆ विषय - इताब (इताब = क्रोध) ❆ तिथि - 08 जून 2018 ❆ वार - शुक्रवार ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ नीम हकीम परास्त हुए, सुन आगे इताब । क्रोधी और... Hindi · मुक्तक 2 261 Share Neelam Sharma 7 Jun 2018 · 1 min read एक विचार शब्द- मंथन,कथन, चिंतन, सृजन,हनन मंथन,मथना अथार्त गूढ़ तत्त्वों की छान-बीन, बिन मंथन निष्कर्ष पर,पँहुचे दीन मति हीन। चिन्तन बाधाओं के निवारण का है प्राकृतिक साधन। चिंतन विचारार्थ समस्याओंं का मानसिक... Hindi · कविता 1 269 Share Neelam Sharma 7 Jun 2018 · 1 min read होगा रदीफ़ - होगा। मुझसे जब दूर,खुदको दिलबर ने पाया होगा। खंज़र यादों का, खुदी दिल पे चलाया होगा। अश्क़-ए-ग़म का समंदर,नज़रों से बहाया होगा। होकर नाराज़ खुदी को, खूब तड़पाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 262 Share Neelam Sharma 5 Jun 2018 · 1 min read प्रदर्शनी लघु कथा-प्रदर्शनी अख़बार पढ़ते पढ़ते माँ स्तब्ध हो बैठ गई।पिताजी समझ गए कि उन्होंने अवश्य ही मानवता को शर्मसार करती कोई खबर पढ़ ली है।वे बोले मनोरमा रेप और हत्या... Hindi · लघु कथा 1 357 Share Neelam Sharma 4 Jun 2018 · 1 min read पर्यावरण दिवस या विवश? पर्यावरण विवश!!! विश्व स्तर पर फैला प्रदूषण, कर पर्यावरण को विवश। देखो,मात्र कुछ वृक्ष लगाकर, मन रहा पर्यावरण दिवस। ये तो वही बात हो गई कि माँ को समय पर... Hindi · कविता 2 522 Share Neelam Sharma 4 Jun 2018 · 3 min read यादों के पन्ने यादों के पृष्ठ..........एक संस्मरण......✍️ दस पटाख़े! पिछले महीने की ही बात है मेरी खास मित्र के होमटाउन जाने का हमारा 10 जनों का प्रोग्राम बना और करीब एक माह पहले... Hindi · लेख 1 265 Share Neelam Sharma 1 Jun 2018 · 2 min read एक चेहरा एक चेहरा! प्रकृति वसुधा परिवेश पर्यावरण पीड़ा में रहें हैं कबसे पुकार। अब तो अति हो गई मानव, अपना व्यवहार सुधार। रात को पर्यावरण पर कुछ लिखते लिखते सो गई... Hindi · लघु कथा 1 279 Share Neelam Sharma 1 Jun 2018 · 5 min read खाली दिमाग़!!! Idle mind devil's workshop. जी हाँ,खाली दिमाग अर्थात ??☠️?शैतान का घर और जिस हिसाब से हर जगह कंस्ट्रक्शन चल रही तो अपार्टमेंट,बिल्डिंग, पेंटहाउस,बंग्लो कुछ भी कह लो, रहता उसमें शैतान... Hindi · लेख 1 543 Share Neelam Sharma 31 May 2018 · 2 min read पुस्तक मेले पुस्तक मेले महज़ यादें.......! विद्यालयों में पुस्तक मेले के बड़े पैमाने पर आयोजन हुआ करते थे।आज समय इतना फ़ास्ट हो गया है कि फ़ास्ट फ़ूड के साथ साथ जीवन शैली... Hindi · लेख 1 242 Share Neelam Sharma 31 May 2018 · 1 min read रक्खा हुआ है रदीफ़- रक्खा हुआ है बागबाँ सूख गया राह तकते दिलबर बेशक, बंद किताबों में फूल तेरा दिया रक्खा हुआ है । तेरी ख़ातिर कि तू आएगा,भले देर सही अँधेरी राहों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 459 Share Previous Page 7 Next