सुरेश कुमार चतुर्वेदी Language: Hindi 1575 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 May 2022 · 1 min read क्यों मार दिया,सिद्दू मूसावाले को क्यों मार दिया बेहतरीन गायक? क्यों मार दिया एक जन नायक? क्यों खिलाड़ियों पर हमले होते हैं? क्यों पंजाब में गैंगबार होते हैं? क्यों हटाई सुरक्षा उनकी, क्यों आंख मूंदकर... Hindi · लेख 2 246 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 May 2022 · 1 min read उड़ जाएगा एक दिन पंछी, धुआं धुआं हो जाएगा उड़ जाएगा एक दिन पंछी, धुआं धुआं हो जाएगा आखिर एक दिन छोड़ सभी,लोक दूसरे जाएगा क्या तेरा क्या मेरा जग में,सब यहीं पड़ा रह जाएगा झूठीं काया झूंठी माया,सद... Hindi · मुक्तक 1 551 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 May 2022 · 1 min read धर्म निरपेक्ष चश्मा बड़ा अजीब है चश्मा इनकी धर्मनिरपेक्षता का? हरा ही हरा दिखता है? हदें पार कर रहा इस्लामी आतंक धर्मान्धता ? चश्मे से नहीं दिखता है? बड़ी गहरी समझ है भावनाओं... Hindi · मुक्तक 1 475 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 May 2022 · 1 min read बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में कैसे मीन बचे बेचारी,गंदे इस परिवेश में कहते कुछ और करते कुछ हैं, कोई धरम ईमान नहीं अंदर कुछ और... Hindi · कविता 4 2 809 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 May 2022 · 1 min read मैं धरती पर नीर हूं निर्मल, जीवन मैं ही चलाता हूं मैं बर्षा का नीर हूं निर्मल उज्जवल धारा में बहता हूं बादल बनकर उड़ता फिरता रिमझिम धरती पर गिरता हूं आता हूं मूसलाधार कभी हाहाकार मचा देता हूं नदी नाले... Hindi · कविता 5 2 232 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 May 2022 · 2 min read आप तो आप ही हैं आपका क्या कहना, आप तो आप हैं दिखते भी बड़े पाक साफ हैं आपको देखते ही, भ़ष्टाचार का भूत भाग गया ईमानदारी का हरीशचंद्र, दिल्ली में जाग गया आपके पीछे... Hindi · कविता 3 2 557 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 May 2022 · 1 min read मुफ्तखोरी की हुजूर हद हो गई है मुफ्तखोरी की हजूर हद हो गई है ख़ज़ाने की हालत गंभीर हो गई है नहीं वो दिन दूर है, किस्सा बहुत मशहूर है कब तक उधार लेकर,घी पिएंगे पैर चादर... Hindi · मुक्तक 3 2 478 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 May 2022 · 1 min read सेतुबंध रामेश्वर लंका दहन सिय खबर,आन दिए हनुमान। सागर पार राम दल,कैंसे जाए महान।। प़भु तुम्हार कुलगुरु जलधि,विनय सहित पथ मांगु सकल भालु कपि सेन तब,निकसहिं विनहिं प़यास लगी समाधि राम पथ... Hindi · कविता 2 1 844 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 May 2022 · 1 min read श्रेय एवं प्रेय मार्ग कठोपनिषद में मानव को, दो मार्गों का वर्णन है श्रेय एवं प्रेय मार्ग,किसका अनुसरण करना है श्रेय मतलब श्रेष्ठ मार्ग, आत्मिक उत्थान का मार्ग है प्रेय मतलब भोग, इंद्रियगत विषयों... Hindi · कविता 7 1 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 May 2022 · 1 min read जैवविविधता नहीं मिटाओ, बन्धु अब तो होश में आओ धरा बनाई ईश्वर ने, जीवन को अंजाम दिया नाना जीव बनाए और धरती पर स्थान दिया जलचर थलचर नभचर, वनस्पतियों से हरा भरा किया एक दूसरे के प्रतिपूरक, जैवविविधता को... Hindi · कविता 6 6 454 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 May 2022 · 1 min read महामोह की महानिशा महामोह की महानिशा जीवन में गहराई बंधी हुई माया की पट्टी छूट गई सच्चाई चला चली की बेला में याद सत्य की आई सुरेश कुमार चतुर्वेदी Hindi · मुक्तक 1 2 185 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 May 2022 · 1 min read पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, एक सच्चे इंसान थे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, एक सच्चे इंसान थे आतंकवाद की भेंट चढ़ गए, हिंसा में गंवाए प्राण थे कोटि कोटि नमन उनको, दूर दृष्टा और महान थे एक रुपए में... Hindi · कविता 2 2 270 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 May 2022 · 1 min read समंदर की चेतावनी सागर हूं मैंने प्यार, रहने खाने तुम्हें दिया नाना रत्न दे तुम्हें, मालामाल किया बादलों को जल दें, अमृत वर्षा दिया ताप सारा सोखकर, जहां रहने लायक किया समंदर हूं... Hindi · कविता 5 6 464 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 May 2022 · 1 min read हे परम पिता परमेश्वर, जग को बनाने वाले हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले धर्मांध हुई दुनिया सारी, लड़ते रहते हैं जग वाले एक नूर ते जग उपजाया,माया कोई जान पाया क्यों तुमने अपने नामों से, दुनिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 18 May 2022 · 1 min read ज्ञान वापी का सच आतताईयों के जुल्मों से भरा हुआ इतिहास है विन कासिम से औरंगजेब तक,क़ूर रहा इतिहास है मेहमूद गजनवी, गौरी, चंगेज खान, क़ूर और नापाक थे तैमूर लंग,बाबर, नादिर , काला... Hindi · कविता 3 2 270 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 May 2022 · 1 min read आद्य पत्रकार हैं नारद जी आद्य पत्रकार हैं नारद, सकारात्मक खबरें देते थे मानवता की साख बचाने, तीनों लोकों में रहते थे समग्र सच मानव के हित में,नारद जी ने सदा कहा खबरों को तोड़... Hindi · कविता 3 1 536 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 May 2022 · 1 min read बुद्ध भगवान की शिक्षाएं त्यागो तम अज्ञान, ज्ञान की ज्योति जलाओ त्याग असीमित कामनाएं, शुद्ध बुद्ध हो जाओ त्यागो हिंसा द़ेष अहं, सुख शांति के सुमन खिलाओ मानवता के लिए समर्पित, गीत प्रेम के... Hindi · कविता 9 11 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2022 · 1 min read परम पिता की सब संतानें, विश्व एक परिवार है परम पिता की सब संतानें, विश्व एक परिवार है सनातन भारतीय संस्कृति का, उत्तम एक विचार है प्रेम भाव मिल जुल कर रहना, मानवता का सार है भारतीय परिवारों में... Hindi · मुक्तक 3 123 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2022 · 1 min read नरसिंह अवतार हिरणाकश्यप ने मृत्युंजय बनने के, सारे जतन जुटाए घोर तपस्या के बल पर,ब़म्हा से वरदान बहुत ही पाए न दिन में मरूं, न रात में,न घर में न बाहर न... Hindi · कविता 2 1 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 May 2022 · 1 min read आध्यात्मिक गंगा स्नान किसी मुद्रा में रहना आसन किसी मुद्रा में सुख से बैठना सुखासन व्यग्र बेचैन हैरान-परेशान दुखासन अधिकारों के साथ पद पर बैठना सत्ता और शासन सरल भाषा में कहें तो... Hindi · कविता 1 375 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 13 May 2022 · 1 min read गुरु तेग बहादुर जी मुस्लिम आक्रांता औरंगजेब का, अत्याचार था जारी मार-काट मची थी भारत में, धर्म जबरन रहा विगारी मार मार मुसलमान कर रहा, धर्म स्थल रहा उजारी गुरु तेग बहादुर जी ने... Hindi · कविता 1 817 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 May 2022 · 1 min read नर्सिंग दिवस पर नमन डिस्पेंसरी अस्पताल नर्सिंग होम में दिन रात जो सेवा करती हैं समझतीं हैं डॉक्टर और मरीज की भाषा हर काम दौड़कर करतीं हैं एक मधुर मुस्कान में, सारी पीड़ा हरतीं... Hindi · कविता 2 251 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 11 May 2022 · 1 min read विभाजन की विभीषिका मजहबी उन्माद ने मेरे भारत में जहर भरा टूट गया गांधी का सपना भारत-पाकिस्तान बना गहरे घाव दे गई त्रासदी मानवता का गला घुटा बीस लाख लोग मर गए जहर... Hindi · मुक्तक 2 480 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 May 2022 · 1 min read मत ज़हर हबा में घोल रे वंदे आंखें खोल रे, मत ज़हर हबा में घोल रे हबा है तेरी जीवन रेखा, क्यों न जाने मोल रे काट रहा नित पेड़ पुराने, क्यों न पेड़ की महिमा... Hindi · मुक्तक 2 1 643 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 9 May 2022 · 1 min read गौरैया बोली मुझे बचाओ गोरैया बोली मुझे बचाओ अस्तित्व ना मेरा सकल मिटाओ मैं हूं तुम्हारी मित्र पुरानी बंद हुआ है दाना पानी रहने को भी जगह नहीं है अगली पीढ़ी कहां से लाऊं... Hindi · कविता 5 2 927 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 7 May 2022 · 1 min read भारतीय संस्कृति के सेतु आदि शंकराचार्य पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण एक सूत्र में पिरोया एकता अखंडता के बीजों को चार दिशाओं में वोया भारतीय सनातन संस्कृति को दुनिया को समझाया मानव कल्याण के लिए अद्वैत दर्शन... Hindi · मुक्तक 3 2 469 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 May 2022 · 1 min read पानी कहे पुकार हम भी माटी तुम भी माटी, माटी सब संसार माटी से सब बने चराचर, माटी कहे पुकार सदा प्रेम से रहना बंदे, करना धरा श्रंगार हम भी माटी तुम भी... Hindi · गीत 2 1 435 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 May 2022 · 1 min read मयंक के जन्मदिन पर बधाई जन्म दिन पर शुभाशीषें, ढेरों तुम्हारे नाम हैं सदा सुखी हो जिंदगी, खुशियों का मिले मुकाम है मंजिलों पर मंजिलें, तुम्हारी सदा आसान हों भोर हो तुम्हारी सुनहरी और सुनहरी... Hindi · मुक्तक 3 393 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 May 2022 · 1 min read हे मात जीवन दायिनी नर्मदे हर नर्मदे हर नर्मदे हर हे मात जीवनदायिनी, तेरी करूं मैं बंदगी तेरे तटों पर ना हो मुझसे, भूलकर भी गंदगी नित्य सेवन दर्शन तुम्हारे, मैं सदा करता रहूं मैं सदा घाटों को तेरे, साफ... Hindi · गीत 4 2 264 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 May 2022 · 1 min read रे बाबा कितना मुश्किल है गाड़ी चलाना रे बाबा कितना मुश्किल है गाड़ी चलाना एस.टी.,जी.एस.टी., रोड टैक्स,बीमा रे बाबा कितना मुश्किल है गाड़ी चलाना रजिस्ट्रेशन फिटनेस, प्रदूषण का नियमा रे बाबा कितना मुश्किल है गाड़ी चलाना एडवांस... Hindi · गीत 4 2 454 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 May 2022 · 2 min read भगवान श्री परशुराम जयंती भगवान श्री परशुराम जयंती मानवता के अस्तित्व पर, जब जब संकट आता है सत्ता शासन की प्रभुता में, अहंकार बढ़ जाता है अन्याय अत्याचार का, अतिरेक हो जाता है मानवता... Hindi · कविता 4 4 481 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 May 2022 · 1 min read भगवान परशुराम मात रेणुका पिता जमदग्नि पुत्र, परशुराम कहलाए ऋषि भृगु के नाती, विष्णु के छठवें अवतार बन आए शिव धनुष परशु धारण से, परशुराम कहलाए अन्याय अत्याचार मिटाने, धरती पर वे... Hindi · कविता 3 646 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 May 2022 · 1 min read अक्षय तृतीया पुण्य कार्य की अक्षय फल दाता, मंगल शुभ अक्षय तृतीया है शुभ कार्यों का शुभ मुहूर्त,मंगलमयी अक्षय तृतीया है जप तप दान के संचय की, मंगलमय अक्षय तृतीया है सबसे... Hindi · कविता 1 236 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 May 2022 · 1 min read अक्षय तृतीया अक्षय तृतीया पुण्य कार्य की अक्षय फल दाता, मंगल शुभ अक्षय तृतीया है शुभ कार्यों का शुभ मुहूर्त,मंगलमयी अक्षय तृतीया है जप तप दान के संचय की, मंगलमय अक्षय तृतीया... Hindi · कविता 91 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 May 2022 · 1 min read ईद की दिली मुबारक बाद दिली मुबारकबाद ईद की, रोजे और रमजान की खुदा करे खुशियां मिल जाएं, तुमको सकल जहांन की ये मालिक दोनों जहां के, कुबूल कर जायज दुआ दुनिया में दहशत का... Hindi · कविता 3 1 448 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 May 2022 · 1 min read सजना शीतल छांव हैं सजनी आग सी बरस रही सूरज से, दिन भर लू सी चलती है गर्मी गर्मी उफ्फ ये गर्मी, जैंसे जान निकलती है चैन नहीं दिन रैन, बिन साजन भट्टी सी जलती... Hindi · कविता 3 2 261 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 May 2022 · 1 min read बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं कभी हिन्दू, कभी मुस्लिम, कभी ईसाई टोपी है। पहनते हैं कभी पगड़ी, अदा इनकी अनोखी है।। न ईश्वर से इन्हें मतलब,न अल्ला से ही मतलब है। न सिख ईसाई से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 473 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Apr 2022 · 2 min read नमन तुम्हारे श्री चरणों में, तुम याद बहुत ही आए पूज्य पिताजी की यादें, हृदय में हर पल आतीं हैं बचपन से पचपन तक की, ढेरों याद दिलातीं हैं कितना लाड़ प्यार करते थे,हर मांग पूरी करते थे कितनी मेहनत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 7 139 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Apr 2022 · 1 min read सारी दुनिया से प्रेम करें, प्रीत के गांव वसाएं प्रेम प्रीत के रंग भरें, दुनिया नई बनाएं एक ही धुन पर थिरक उठें सब,नए तराने गाएं तन मन स्वस्थ रखें अपना, जीवन सफल बनाएं नृत्य गीत संगीत सजाएं, खुशियां... Hindi · गीत 3 2 744 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Apr 2022 · 1 min read है दस्तूर इस जहां में, कुछ न कुछ कहेंगे लोग है दस्तूर जहां में, कुछ न कुछ कहेंगे लोग है दस्तूर जमाने में, कुछ न कुछ कहेंगे लोग कुछ भी करेंगे आप, कुछ तो कहेंगे लोग कुछ भी न करें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 99 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Apr 2022 · 2 min read आपका क्या कहना, आप तो आप ही हैं आपका क्या कहना, आप तो आप हैं दिखते भी बड़े पाक साफ हैं आपको देखते ही, भ़ष्टाचार का भूत भाग गया ईमानदारी का हरीशचंद्र, दिल्ली में जाग गया आपके पीछे... Hindi · कविता 3 2 104 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Apr 2022 · 1 min read महाप्रभु वल्लभाचार्य जयंती संवत् १५३५ बैशाख कृष्ण एकादशी काशी में, महाप्रभु वल्लभाचार्य जी का जन्म हुआ शुद्धाद़ैत ब़ह्मवाद के आचार्य ने, दुनिया को पुष्टि मार्ग दिया सारे संसार को भगवत्प़ाप्ति,श्री कृष्ण शरणम् मम... Hindi · कविता 2 1 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Apr 2022 · 1 min read अद्भभुत है स्व की यात्रा अद्भभुत है स्व की यात्रा संसार से हमें मिलाती है अद्भभुत है स्व की यात्रा संसार से मुक्त कराती है स्वावलंबन बनकर साधन देती स्वाभिमान का बोध कराती है स्वाधीनता... Hindi · कविता 2 2 368 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Apr 2022 · 1 min read माता पिता जीवन की बुनियाद जिंदगी के हर सफे में, छुपी बुनियाद होती है हर एक ऊंचाई में तेरी, दबी बुनियाद होती है खड़े हो जिन मुकामों पर, परवरिश की ईट होती है मां बाप... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 5 319 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Apr 2022 · 1 min read पंचायत पंचायतीराज याने लोकतांत्रिक व्यवस्था न्याय की उत्तम व्यवस्था,प़णाली बड़ी पुरानी है पंच परमेश्वर की वाणी, पंचायत बहुत पुरानी है पंचों की निष्पक्ष राय, लोकतंत्र की द्योतक है एक मत और आम राय, लोकमत की... Hindi · मुक्तक 1 92 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Apr 2022 · 1 min read विश्व पुस्तक दिवस (किताब) किताब दिल से एक बार पढ़ लो मुझको जिंदगी संवार दूंगी प्यार से उठा अपने हाथों में हर सवाल का जवाब दूंगी शारदा की वरद पुत्री ईश्वर का मैं वरदान... Hindi · कविता 2 324 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Apr 2022 · 1 min read मात पिता का ऋण बड़ा, जन्मों न चुक पाए सिर ऊपर है ऋणों की भारी धरी गठान मैं हूं मृत्यु लोक का एक ऋणी इंसान पहला ऋण भगवान का जन्म दिया इंसान ऋण है धरती मात का जो कर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 4 147 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Apr 2022 · 1 min read गुरु तेग बहादुर जी मुस्लिम आक्रांता औरंगजेब का, अत्याचार था जारी मार-काट मची थी भारत में, धर्म जबरन रहा विगारी मार मार मुसलमान कर रहा, धर्म स्थल रहा उजारी गुरु तेग बहादुर जी ने... Hindi · कविता 1 89 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Apr 2022 · 1 min read पिता परिवार के बटवृक्ष पिता की उंगली पकड़ धरा पर, पहला कदम बढ़ाया मेहनत खून पसीना संबल से, मेरा जीवन मेंहकाया दुनिया में आगे बढ़ने का, मुझको मार्ग दिखाया एक माटी के पुतले को,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 139 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Apr 2022 · 1 min read हे परम पिता हिंसा से आहत धरती पर, कराह रही मानवता मानव ही मानव के खून का प्यासा, जाग रही दानवता उठो बुद्ध करूणा बरसाओ, आन पड़ी आवश्यकता हिंसा और अज्ञान मिटाओ, आन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 6 344 Share Previous Page 8 Next