Satish Srijan 448 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read कलाम को सलाम सच्चे मुसलमान, पक्का ईमान। एक जैसी श्रद्धा थी, गीता या कुरान । जेहन में सराफत, किसी से न नफरत। सीधा साधा बाना, सूफियों सी फितरत। कोमल मिजाज थे, इरादे एजाज... Hindi · कविता 3 184 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read मुझे आने तो दो मुझे आने तो दो माँ! मुझमें बहता सार तेरा, तेरी कोख ही है संसार मेरा। स्नेह तेरा पाने तो दो, मुझे आने तो दो। मेरी सार्थकता का भान नहीं। पूरक... Hindi · कविता 1 184 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read बालिका दिवस जो मांगे समान दो, बेटा जैसा मान दो। कोई कोताही न करो कभी, खुला खुला आसमान दो। टक्कर का जमाना है, जीतकर मंजिल पाना है। माता पिता की परी है... Hindi · कविता 2 231 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read रहे टनाटन गात बर्गर मैगी पिज्जा ब्रेड से बढ़ जाएगा वेट | आतें दुर्बल होयेगी निकल आएगा पेट। निकल आएगा पेट शेप हो गड़बड़ तन का। केलोस्ट्रोल सुगर बढ़े, हानि हो जीवन का... Hindi 1 194 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read मैं आजादी तुमको दूंगा, मैं आजादी तुमको दूंगा, कुछ लोग लहू मुझको दे दो। वो कहता सुनो देश वालों, संघर्ष करो दुश्मन खेदो। संघर्ष से आत्मविश्वास मिले, संघर्ष ही मनुज बनाता है। संघर्ष डगर... Hindi 1 205 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read ड़ माने कुछ नहीं चलो लिखें एक कविता टेढ़ी, भले हो जाये पंगा। क ख ग घ बढ़िया हैं पर, व्यर्थ है अक्षर 'ड़'। व्यंजन के सारे अक्षर का होगा तो प्रयोग कहीं, तो... Hindi · कविता 2 337 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read झरना झर झर झर झरता झरना, झरने का है ये कहना। चट्टानों की छाती पर चढ़, रोड़ों में भी निडर हो बढ़। बाधाओं में न रुक जाना, बहते जाना, सहते जाना,... Hindi · कविता 1 281 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read नाविक तू घबराता क्यों है उठती गिरती लहरें लखकर, नाविक तू घबराता क्यों है। खुद या नाव पर नहीं भरोसा, तो सागर में जाता क्यों है। तरुणाई है जब तक तन में, यौवन भी परिपूरित... Hindi · कविता 355 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read वक्त से पहले तू तो देता है बेहिसाब, हर सवाली को। वक्त से पहले और, मुकद्दर से ज्यादा। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 303 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read लकीरी की फ़कीरी लकीरी की फ़कीरी क्या, कभी कोई रंग लाती है। जिक्र बा फिक्र कर दिल से, बताया जैसा मुरशिद ने। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 239 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read जमातों में पढ़ों कलमा, जमातों में पढ़ों कलमा, या तन्हां रह करो सजदा । जब तलक मिले न मुरशिद, समझ में कुछ नहीं आता। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 235 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 2 min read तेरा पापा मेरा बाप बाप ------ पहले समय में बाप होते थे, अब होते हैं पापा। बाप भांजता जूता सिर पे, गाल पर दो कण्टापा। बात बात पर डांट मारता, यही था उसका ज्ञान।... Hindi · कविता 292 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read आज नहीं तो निश्चय कल आज नहीं तो निश्चय कल जीवन में दिन चार मिलें है, बीत रहे बन सांझ सवेरे । चाहे जो भी कर ले उनका, आज का पल बस हाथ में तेरे... Hindi · कविता 1 228 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read नया जमाना बहुएं तो हैं जय और वीरू, लेकिन सास न गब्बर। एक के बदले बीस सुनाती, दिखती जैसे बब्बर। बहुओं को कोई जला न पाएं, मिट गया सारा खतरा। बहू बैठी... Hindi · कविता · हास्य 496 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read ञ माने कुछ नहीं प्रतिदिन कुछ नया सिखता हूँ, कभी कभी अड़बड़ लिखता हूं। आज कविता लिखने में लाचार दिखूं, समझ में नहीं आता 'ञ' पर क्या लिखूं। न ञ से शब्द शुरु हो... Hindi · कविता 432 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read तूफां से लड़ता वही तूफां से लड़ता वही जिसे मुश्किलों का शौक़ हो । डाल मत दरिया में किश्ती गर डूबने ख़ौफ हो । सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 251 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read लड़खड़ाने से न डर जज्बा क़ायम जिंदगी में, मुश्किलों की क्यों फिकर। गर सम्भलना सीखना है, लड़खड़ाने से न डर। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 422 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read हमार उत्तर प्रदेश यूएसए, इंग्लैंड,पैरिस जर्मनी फ्रांस या बंगलादेश । भारत देश है सबसे अच्छा, उसमें भी उत्तर प्रदेश। इस प्रदेश की शान निराली, सकल भूमि पर है हरियाली। राम,कृष्ण अवतार लिया है,... Hindi · कविता 1 227 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read कभी खुद से भी तो बात करो कुछ खोना है कुछ पाना है, आये हैं तो एक दिन जाना है। अति गर्व भरी न औकात करो, कभी खुद से भी तो बात करो। संसार को तो है... Hindi · कविता 1 405 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read 'ण' माने कुच्छ नहीं पाठशाला में जब जाते थे, गुरुजी खुब समझाते थे। गिनती ककहरा का था ठाठ, पहली कक्षा का यही पाठ। क से कबूतर, ख से खरगोश, च से चरखा ज से... Hindi · कविता 1 2 655 Share Satish Srijan 20 Jan 2023 · 1 min read सी डी इस विपिन रावत अगुवा बन कर तुम चले सदा, हिम्मत हिकमत से साजा थे। सरदार थे तुम सामन्त थे तुम, तुम ही सेना के राजा थे। रावत तेरा अर्थ बड़ा सा था। हर... Hindi · कविता 1 234 Share Satish Srijan 20 Jan 2023 · 1 min read ये लखनऊ है ज़नाब कौन रहता है कहाँ, वाकिफ हम सभी से। हर गली की खबर मुझको, इसी शहर का बाशिन्दा हूँ। नफासत का शहर है लखनऊ, यहां अदब से बात होती है। पहले... Hindi · कविता 206 Share Satish Srijan 19 Jan 2023 · 1 min read मैं खुश हूँ बिन कार थोड़े पैसे हुए पास तब, सोचा ले लूं ब्रेज़ा। कार हो जाये अपने घर भी, ठंडा हो जाये भेजा। लेकिन पत्नी प्लाट ले लिया, चुक गया सारा पैसा। कार योजना... Hindi · कविता 1 259 Share Satish Srijan 19 Jan 2023 · 2 min read मैं होता डी एम चारों तरफ बड़ाई होती,खुशी न होती कम। आरक्षण गर मुझको मिलता मैं होता डी एम। रुपयों से मेरा घर भर जाता जब मोटा वेतन आता। कैसे कब धनवान बन गया... Hindi · कविता 162 Share Satish Srijan 18 Jan 2023 · 2 min read क्षितिज के उस पार धरती अम्बर जहाँ मिलते उस जगह का सार क्या है। कोई तो मुझको बताए क्षितिज के उस पार क्या है। एक साथ बैठ करके परस्पर बतिया रहे हों। अपलक देखा... Hindi · कविता 422 Share Satish Srijan 18 Jan 2023 · 1 min read अद्भुत नाम अद्भुत नाम है राम का, सकल परम् सुख धाम। पहले अब, या भविष्य में, जो जपे बने सब काम। एक बार गर 'राम' कहो तो, बने किसी का नाम। 'राम... Hindi · कविता 388 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read श्री श्री रवि शंकर जी 1.ज्ञान,ईमान,पहचान से खरा है, ये एक व्यक्ति नहीं परम्परा है। न कहीं अवसाद है, पसरा आह्लाद है। शरण में होता जो, वह बनता प्रह्लाद है, सिखाते 'जीने की कला', दूर... Hindi · आर्ट ऑफ लिविंग · कविता 181 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read मुरशिद मुरशिद सयाना हो, मुरीद अयाना हो। हुक्म की तामील करे जन्नत का बयाना हो। मुरशिद कामिल हो, मुरीद आमिल हो। अमल करें हुक्म की, अंदर खुदा शामिल हो। -सतीश सृजन,... Hindi · कविता 180 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read पेड़ों से बतियाता हूँ पक्षी तितली जुगनू भँवरे, पुष्पों के संग मैं गाता हूँ। वन पर्वत खेत नदी सागर, मैं पेड़ों से बतियाता हूँ। न ऊंच नीच न जाति धरम, मिल करके गले लगाते... Hindi · कविता 1 2 197 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read मटका मिट्टी खोदा चूर चूर कर, पानी से फिर माड़ा। गूंथ गूंथ कर किया मुलायम, ककड़ पत्थर काढ़ा । उस मिट्टी को चाक पर रखकर, डंडा मार घुमाया। कुंभकार निज हाथ... Hindi · कविता 934 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read कृष्णा को कृष्णा ही जाने सुर मुनि शारद ब्रह्मा ध्यावें, शिव गनपत थाह न पावत हैं। वहीं गोपियां प्रेम से छछियांभर, माखन दे नाच नचावत हैं। कृष्णा को कृष्णा ही जाने, दूजे के बस की... Hindi · कविता 2 581 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read मैकदा खुला मैकदा अर्से के बाद चलो जाम पियें। फ़क़त दो तीन नहीं आज तो तमाम पियें, साकी तेरी नज़रों में दिखे मौज खूब पिलाने की, जाम पे जाम पियें लेकर... Hindi 159 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read सेना सर्व धर्म स्थल में सेना सर्व धर्म स्थल में -------------------------- न सिख हिन्दू,मुस्लिम क्रिश्चियन, सब हैं एक दूजे दिल में। पूरी सेना पूजा करती, सेना सर्व धर्म स्थल में। कोई धर्म न ऊंचा नीचा,... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 201 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read मेरी है बड़ाई नहीं मेरी है बड़ाई नहीं करते सब आप प्रभु, लोगों की जुबान का पुकारी बन गया हूँ मैं। पूंछता न कोई कभी कौन हूँ कहाँ से आया, रामकृपा बॉस का स्वीकारी... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 205 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read सेना का एक सिपाही हूँ सेना का एक सिपाही हूँ कभी गर्म रेत पर चलता हूँ, हिम की गोदी में पलता हूँ। भूचाल, बाढ़ या हो आंधी, कर्तव्य से नहीं विचलता हूँ। हथियार लिए मुस्तैद... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 289 Share Satish Srijan 15 Jan 2023 · 1 min read नाम नमक निशान बीते युग का सैनिक लड़ता कृपाण तीरऔर भाला से। एक से केवल एक ही भिड़ता, आंखों में भर कर ज्वाला से। संचार वक्त के सैनिक हम मेरे लड़ने का कोई... Hindi · कविता · सेना दिवस विशेष 216 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read इरादे नहीं पाक, मेरे इरादे नहीं पाक और खामियां हैं बहुत सारी, इसलिए दामन में तू समाता नहीं है। न मैं अच्छा न मेरी बंदगी अच्छी, इसलिए सिजदे में तू आता नहीं है।... Hindi 1 232 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read मकर संक्रांति सूर्य शनि की राशि में जाता मिटा के सारे बैर । दान पुण्य तीर्थ करो जीवन में हो खैर । 14 जनवरी शुभ दिवस, पौष माह दे शांति। सबको मंगलकारी... Hindi · कविता 1 325 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read कदर करो कदर करो तीन फरिश्ते इस दुनियां में, कदर करो। धरती के भगवान ये सारे, कदर करो। प्रथम फरिश्ता अपनी माता, जो जग में हमें लाती है। दूध पिलाती लोरी गाती,... Hindi · कविता 1 150 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read उल्लू आज रात में उल्लू देखा, जेहन में उभरी विस्मय रेखा। किश्मत से बिल्कुल बेचारा, यहां वहां फिरता आवारा। सब खग रात में करें बसेरा, इसको भाग्यहीनता घेरा। डाली डाली भाग... Hindi · कविता 2 154 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read THE GREAT BUTTER THIEF In the KANHAA love gopiyan weep. Their devotion so much deep. Where is natvar gopiyaan peep. In the 'cheenkaa' butter is keep. Gwal Bals stolen butter, with GREAT BUTTER THIEF.... English · Poem 1 223 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read हरि घर होय बसेरा रहे सन्तुलन सुख और दुख में न बनें कभी निराश। एक भरोसा एक बल एक आश विश्वास। मैं कूकुर दरबार का पट्टा गले पड़ा। मेरा ठाकुर मेरा मालिक, निश दिन... Hindi · कविता 1 182 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read खिलौने भी तब मिले साथ वाले निकल गए कितना आगे मुझसे। ईमान की सवारी में मैं पीछे रह गया। कारवां रहा अधूरा अधूरी रही मंजिल, जबकि कभी डगर में आज तक रुका नहीं। ख्वाहिश... Hindi 322 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read पुराने सिक्के बचपन के खजाने है, ये सिक्के पुराने है। गुजरे हुए जमाने हैं, खुशियों के बहाने है। आज करोड़ों पाते है, गीजर से नहाते है। एसी कार में जाते है, तब... Hindi · कविता 1 2 413 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read कल आज कल अस्ताचल जाता सूरज मैं, तुम पूर्व के उगते रवि प्रबल। मैं बीते कल का कुछ पल हूँ, तुम आने वाले कल का बल। हम दोनों खड़े हैं आज में पर,... Hindi · कविता · राष्ट्रीय युवा दिवस विशेष 255 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read ऐ! दर्द मेरी जुबां पे तेरा नाम आया, बेइंतहां दर्द में आराम पाया। सुकूँ मिला जब देखा तुझको, किया दीदार लगा खुदा का पैगाम आया । इस्तकबाल तेरा दिल की दहलीज पर,... Hindi 478 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read मदिरा रानी तुम्हें नमन। पृथ्वी स्वर्ग पाताल लोक तक, रहता तेरा भ्रमन। मदिरा रानी तुम्हें नमन। मदिरा रानी तुम्हें नमन। सागर मंथन उदभव तेरा, भद्र हृदय में तेरा बसेरा। जो भी तुमको है अपनाता... Hindi · कविता 201 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read जीवन के दिन थोड़े अहम भले हो लाख करोड़ों, पर औकात शून्य से भी कम। यह गिनती नर समझ न पाया, इस कारण सहता है गम। सन्त कबीरा वचन सुनाया, ज्यादा मत तू चुलबुला।... Hindi · कविता 305 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 2 min read तेरा पिता हूँ कोई सकता है बता। क्या है मेरा पता। नाम हमारा किसने संवारा, दुखी चेहरा नहीं उसे गंवारा। उसके अस्तित्व से पहचान, हमारी साँसों में उसकी जान। शीत में वह घाम,... Hindi · कविता 248 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read कारण मेरा भोलापन गिरगिट रंग को समझ न पाता कारण मेरा भोलापन। अक्सर लोगों में ठग जाता, कारण मेरा भोलापन। काग चेष्टा मैं न जानूँ, बको भक्ति न सुहाए। न लोमड़ी सी है... Hindi · कविता 349 Share Previous Page 8 Next