Satish Srijan 448 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read काशी में नहीं है वो, काशी में नहीं है वो, न ही है मदीने में। दामन है पाक साफ तो, मिले हर एक सीने में। मालिक के महल में अगर, होना तुझे दाखिल। नेकी का... Quote Writer 1 424 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read बन नेक बन्दे रब के बन नेक बन्दे रब के सिफत उसी के गा। इंसान बन इंसान के हरदम तू काम आ। मौला के घर में एक ही सिक्के का है चलन । इबादत की... Quote Writer 1 401 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read उपहार मन खिन्न बहुत हो जाता है, जब मिलता है उपहार नहीं। लगता है सुना सुना सा, लगता जीवन साकार नहीँ। कुछ लोग हैं रोते जूते को, जबकि कुछ के हैं... Hindi · कविता 410 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read क्षमा एक तुला है दूसरे की गलती, मन से देता भुला है। शांत चित्त रहता, प्रतिशोध में न घुला है। कुछ और नहीं, क्षमा एक तुला है। ईश्वर की किताब में, सब लिखा हिसाब... Hindi · कविता 1 244 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read न हिन्दू बुरा है न हिन्दू बुरा है न मुसलमान बुरा है, मजहब हो चाहे जो भी हर बेईमान बुरा है। जिसमें नहीं रहम, न ही प्यार का अहद। मरे ख्याल से वह हर... Quote Writer 2 1 423 Share Satish Srijan 5 Feb 2023 · 1 min read मेरे गीत जामाना गायेगा मेरा अस्त्तित्व तेरे कारण, मैं तेरी ही परछांई हूँ। पुष्पलता तेरे उपवन की, बन कर के मैं आई हूँ। मैं डैडी की नाज़ हूँ, उनकी ही आवाज हूँ। दूध पिला... Hindi · कविता · बेटी के लिये चंद पंक्तियां 1 1 289 Share Satish Srijan 5 Feb 2023 · 2 min read कवितायें सब कुछ कहती हैं अनुराग बिखेरे फिरती हैं। कवितायें सब कुछ कहती हैं। निर्झर बन करके बहती हैं, कवितायें सब कुछ कहती हैं। प्रिय ग्रन्थों के अध्यायों में, बन हीरा पन्ना मणि मोती ।... Hindi 233 Share Satish Srijan 5 Feb 2023 · 1 min read पुलवामा वीरों को नमन पुलवामा वीरों को नमन -------------------------------- ललकार के लड़ना सीखा है, कभी पीठ पर वार नहीं करते। हम भारत माँ के सेनानी, रण में मरने से नहीं डरते। जब हम हथियार... Hindi · कविता 228 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read पापा पापा मेरी आस है तू, क्यों इतना उदास है तू। पापा चाहे कैसा हो, रंक या राजा जैसा हो। हर पापा का सम अभिनन्दन, हरि के जैसा होता बन्दन। समय... Hindi · कविता 1 234 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read वह है बहन। वह है बहन" भाई की शरारतों पर, विचार न करे गहन, वह है बहन। मोटी बोलो, छोटी बोलो, चुटकी काटों, चोटी खींचो, मुस्करा के टाल जाती सब कर लेती सहन।... Hindi · कविता · भाई - बहन 503 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read नादान बनों बनना है तो नींव की ईंट बनो, न बनो कभी ईंट कंगूरे की। करना यदि प्रीत करो हरि से, न करो कभी प्रीत असत जग की। यदि पाना है ज्ञान... Hindi 1 249 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read उगता सूरज उगता सूरज ऊर्जा भरता, खिले पुष्प मुस्कान। भ्रमर सिखाता गुन गुन गाना, कण तुषार उपमान। खग चहकन आह्लाद बिखेरे, खुश हो सकल जहान। अमृत बेले शैय्या त्यागो, है प्रकृति वरदान।... Hindi · कविता 350 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read बिगड़े रईस फौजी बनकर कायदे में रहने लगा मैं, वरना अपने वक्त के बिगड़े रईस थे। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 268 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read शुक्र है मौला शुक्र मौला तेरा, करतब नहीं आता मुझको। सुना है तेरे दर पे कमअक्लों की कदर है ज्यादा। सतीश सृजन Hindi 1 252 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read बिंदी सजनी माथे पर जब धारे, पिय प्रेम और श्रृंगार बने। रंगरेज बिखेरे कपड़े पर, चुनर का रूप संवार बने। अति सूक्ष्म रूप औकात वृहद, समुचित स्थल पर भार बने। लाली... Hindi 249 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read बाईस फरवरी बाइस। रचना तिथि 22/02/22 मंगल दिन ऋतुराज का मौसम, बाईस फरवरी बाइस। सौ वर्षों में ये क्रम आता, ये तिथि कितनी नाइस। पूरी तिथि में एक अंक है, दो दो दो... Hindi · एक खास तारीख · कविता 207 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read Bieng a father, (A poem for my duoghter) Listen doughter Moral charter, Even may eat leave or wood, But dont take Non veg food. Alcohal,beer,wine Very bad, not fine. Should be these absent,... English · Poem 1 417 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read बड़ा हथियार घाव कहीं से न दिखे, पर अति गहरा वार। जगत में प्रेम बड़ा हथियार। प्रेमशस्त्र से घायल होकर, राम चखे फल खाएं। श्रीकृष्ण भी माखन के बदले, ठुमक कर नाच... Hindi 401 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read साहब कहता वेट घटाओ मोटे सिपाही की व्यथा वजन बढ़ा जिसका भी सुन लो, दौड़ो टहलो जिम में जाओ। पी टी करो गेम को खेलो, योग करो या ध्यान लगाओ। जो करना है करो... Hindi 1 206 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read पेशावर की मस्जिद में मस्जिद में आबेदीन तमाम, फिदायीन हमले के वक्त। सुर्ख हुई ज़मीं सारी, कुछ घायल कुछ मर गये। पेशावर की मस्जिद में तो, कोई भी न गैर था। कौम इक थी... Hindi 1 169 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read पत्नीजी मायके गयी, पत्नी जी मायके गयी, संग सुत गया ननिहाल। सूना सूना लग रहा, घर आँगन चौपाल। घर आँगन चौपाल सकल घर में सन्नाटा। पता अब लगा भाव क्या, नोन तेल या... Hindi · हास्य 2 2 371 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read ठग कदम कदम जीवन के प्रति पग, छल करते मिल जाते हैं ठग। जग आये तो मन था कोरा, कुछ भी न था तोरा मोरा। पहली ठगी किया पलना लोरी, माता... Hindi · कविता 1 108 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read एक आश विश्वास रहे सन्तुलन सुख और दुख में न बनें कभी निराश। एक भरोसा एक बल एक आश विश्वास। मैं कूकुर दरबार का पट्टा गले पड़ा। मेरा ठाकुर मेरा मालिक, निश दिन... Hindi · कविता 1 189 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा, फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा, है नतीजा रब के पास। वो करेगा काम अपना, तू बस अपना काम कर। हो गरीबी या रईसी, शुक्र कर हर हाल में। है नशीबों की... Hindi 1 180 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read हे देश मेरे महबूब है तू, हे देश मेरे महबूब है तू, तुझसे ही इश्क़ लगाया है। तेरी खातिर कितनी बार लड़ा, सरहद पर लहू बहाया है। नदियों पर्वत से है प्यार मुझे, वन लगते जिगरी... Hindi · कविता 1 284 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read ऐ पड़ोसी सोच गुफ्तगूं की पेशकश में, दिखती हैं मजबूरियां। वरना पाव भर के गोले दागते वे दे बयां। ऐ पड़ोसी सोच फिर से, एक नहीं दस मर्तवा। बूत परस्तों के यहां की,... Hindi 235 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read ख्वाहिशों का अम्बार आसुदा मिला कहाँ चाहतों से किसी को अब तक। बसर जितने में हो उतनी ही दरकार है। सोचता हूँ सब्र का दामन पकड़ के रखूं क्योकि, क़ल्ब में तमाम ख्वाहिशों... Hindi 2 178 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read नशा कोई न कोई नशा, सबके हृदय में बसा। गांजा या भांग हो, या अफीम की मांग हो। शराब की अपनी अदा है, वो क्या जाने जो इससे जुदा है। पैसा... Hindi · कविता 1 171 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read अच्छा है तू चला गया मुझे तेरी दरकार नहीं है, तिनका भर एतबार नहीं है। यद्यपि कोई तकरार नहीं है, फिर भी तुझसे प्यार नहीं है। वक्त के हांथों मला गया, अच्छा है तू चला... Hindi · कविता 1 195 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read यूँ ही बस यूं ही पूँछ लिया कैसी लगती है..... मुस्करा कर बोले, सुबह की धूप में खिलते गुलाब की तरह.....। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 1 381 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 2 min read महाराणा प्रताप भारत देश महान हमारा, क्योंकि भूमि है वीरों की। बलिदान धैर्य व त्याग भरा, है स्वर्ण कथा शमशीरों की। महाराणा था अतुलित योद्धा, अद्भुत सी शौर्य कहानी थी। शक्ति अदम्य... Hindi · कविता 2 241 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 1 min read आँसू आँसू आस हैं, आँसू प्यास हैं, आँसू एहसास हैं, आँसू विश्वास हैं। नैनों के झरोखे में किसी की तलाश हैं। निर्मल तुषार जैसे, आँसू बहुत खास हैं। बिछुड़न की याद... Hindi · कविता 2 220 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read लव मैरिजvsअरेंज मैरिज ताल मेल की कमी बनी रहे, किया कहीं गर लव मैरिज। रोज रोज बिगड़ी रहे यूँ, ज्यों खड़ी रहे गाड़ी गैरेज। ठनी रहे, तनी रहे, अड़ी रहे ,लड़ी रहे ।... Hindi · कविता 1 226 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read पगार अपने ईमान से दगा भूल से भी करता नहीं। सौपे काम करने से कभी भी डरता नहीं। जितनी पगार मुझे मिलती है खजाने से। उससे ज्यादा की दरकार कभी करता... Hindi · कविता 268 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read अश्क़ अगर तू चाहता न हो, अश्क़ कभी तेरी आँखों में। पोंछ आँसू जो रोया है, न बन जरिया रुलाने का। -सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 2 306 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read दार्जलिंग का एक गाँव सुकना हरियाली जहाँ करे अठखेली, पंछी कलरव करके गायें। विविधाकार झुंड कुंजर का, संध्या होते नित आ जाये। हरे भरे तृण बागानों में, शिखी सखी के संग आ जाता। पीहू पीहू... Hindi · कविता · दार्जलिंग की सुंदरता का अवलोकन 1 2 196 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 2 min read लड्डू गोपाल की पीड़ा (छोटी बेटी घर मे रोज लड्डू गोपाल की पूजा करती है,अपने पापा को कुछ कहती है) ----------------------------------------- लड्डू गोपाल कुछ कहता पापा, बड़ी पीड़ा को सहता पापा। पता नहीं क्या... Hindi · कविता 433 Share Satish Srijan 27 Jan 2023 · 2 min read राम दीन की शादी आज सबेरे रामदीन को शिवमंदिर में देखा। पूजा करते बोल रहा था, देखो ब्याह की रेखा। मैंने पूछा कहो भगतजी क्या है कष्ट तुम्हारा। भोलेबाबा बड़े दयालू, करें तुरंत निपटारा।... Hindi · कविता · हास्य 162 Share Satish Srijan 27 Jan 2023 · 1 min read ईमान से बसर न इंस्पेक्टर एफ सी आई का, न कोतवाली का दारोगा। व्यापारी ठेकेदार नहीं, कैसे रुतबा ऊंचा होगा। जब सीमित आय का साधन है, घर बार खर्च को लिखेंगे ही। ईमान... Hindi · कविता 392 Share Satish Srijan 27 Jan 2023 · 1 min read महताब जमीं पर उनकी दस्तक हुई तन्हाई में तो ऐसा लगा। जैसे की तप्ती धूप में,हवा का झोंका आ गया। तेरी शोहरत तेरा जलवा,बहारों में है घर तेरा। खिजां वहां आ नही सकती,जहां... Hindi 294 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read गोबरैला गांव की पशुशाला देखा है, जहाँ होते गइया बैला। वहाँ मिले एक कीट घूमता, काला सा गोबरैला। भँवरे जैसे आकृति इसकी, अपनी आदत से मजबूर। भूमि में खुद की बिल... Hindi · कविता 1 746 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read हमारा ऐसा हिंदुस्तान। हमारा ऐसा हिंदुस्तान। हमारा ऐसा हिंदुस्तान। विश्व धरा का देश न कोई, भारतवर्ष समान। सारे रूपक लगे अधूरे, कौन सा दूँ उपमान। अगिनत खूबी इस भूमि की, कैसे करूं बखान।... Hindi · कविता 379 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read तिरंगा सप्त रंग का इंद्रधनुष ज्यों, दिखता रंग विरंगा है। वैसे देश की आन बान व शान ये ध्वजा तिरंगा है। मन आह्लादित हो जाता जब, राष्ट्र ध्वजा फहराता है। पूर्ण... Hindi · कविता 274 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read लहू का कतरा कतरा यूँ तो बेशुमार वतन परस्त है पूरे हिन्दोस्तां में। सच्चे वफादार कभी जताते नहीं अपने मुँह से। बयानबाजी तो हर कोई कर सकता है जितना जी चाहे, मगर परवान वतन... Hindi · कविता 396 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read श्वान प्रेम इंसानों की क़दर खतम हुई, कुत्तों के जागे हैं भाग्य। मनुज बेचारा भटक रहा है दाने दाने को मोहताज। दो पैसे मिल जाएं जैसे, स्तर ऊंचा करना होता। कुछ भी... Hindi · कविता 1 373 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read गणतंत्र पर्व आज है आया अवसर पावन, आजादी की गाथा गायें। आहुति बन गए महायज्ञ में उन वीरों को शीश झुकाएं। सुखदेव,भगत, बालगंगाधर, बोष, चन्द्र शेखर आजाद, इनके बलिदानों के कारण, देश... Hindi · कविता · गणतंत्र दिवस 290 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read आब दाना चाहतों को न बढ़ा यूँ, सब्र का दामन पकड़। बेलिबास दुनिया में आये, बेलिबास हो रुखसती। क्या तुझे देगा नहीं वो, जितना होगा लाज़मी। जो परिंदों को है देता, आब... Hindi 1 329 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read हे! ज्ञानदायनी स्तुति करते तेरे चरणों में, मन में फैला अंधकार हरो। हे!ज्ञानदायनी शारद मां, शत बार नमन स्वीकार करो। प्रतिवर्ष पंचमी शुक्ल माघ, माँ तेरा जन्म मनाते हैं। अपनी श्रद्धा सामर्थ्य... Hindi · कविता · सरस्वती वंदना 2 304 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read करीम तू ही बता सामने आओ तो दीदार करूं, इबादत रुबरू हो दिल से थोड़ा प्यार करूं। सदियां गुजरी राह देखते तेरी । करीम तू ही बता कितना इन्तजार करूं। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 287 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read नाशुक्रा बक्शीशों लंबी फेहरिश्त है ऊपर वाले तेरी, कभी महसूस करने की कोशिश न हुई। आज आईने में गौर से देखा जब खुद को, समझ में आया तब कितना नाशुक्रा हूँ... Hindi 384 Share Previous Page 7 Next