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24 Jan 2023 · 1 min read

नाशुक्रा

बक्शीशों लंबी फेहरिश्त है ऊपर वाले तेरी,
कभी महसूस करने की कोशिश न हुई।
आज आईने में गौर से देखा जब खुद को,
समझ में आया तब कितना नाशुक्रा हूँ मैं।

सतीश सृजन

Language: Hindi
313 Views
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