Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2023 · 1 min read

बड़ा हथियार

घाव कहीं से न दिखे,
पर अति गहरा वार।
जगत में प्रेम बड़ा हथियार।
प्रेमशस्त्र से घायल होकर,
राम चखे फल खाएं।
श्रीकृष्ण भी माखन के बदले,
ठुमक कर नाच दिखाए।
नाई बने,चावल को खाया,
अर्जुन का रथ हांका।
इसी शस्त्र से राधा कुब्जा,
हरि पर डाला डांका।
प्रेम तीर तन ऐसा बींधा,
विप्र के चरण पखार।
जगत में प्रेम बड़ा हथियार।
पैरों से पंगुल हो जाता,
मुख से बन जाये गूंगा।
प्रेम बान जब तन में जाये,
व्यर्थ स्वर्ण मणि मूंगा।
राजा पद भी मन न भाए,
जब भरे प्रेम भंडार।
जगत में प्रेम बड़ा हथियार।
सतीश सृजन, लखनऊ

Language: Hindi
301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Satish Srijan
View all
You may also like:
आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,
आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,
Sidhartha Mishra
गुरु आसाराम बापू
गुरु आसाराम बापू
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दाता
दाता
निकेश कुमार ठाकुर
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
DrLakshman Jha Parimal
हमको जो समझें
हमको जो समझें
Dr fauzia Naseem shad
मुस्कुराना चाहते हो
मुस्कुराना चाहते हो
surenderpal vaidya
कौसानी की सैर
कौसानी की सैर
नवीन जोशी 'नवल'
आंखें मूंदे हैं
आंखें मूंदे हैं
Er. Sanjay Shrivastava
हर मौहब्बत का एहसास तुझसे है।
हर मौहब्बत का एहसास तुझसे है।
Phool gufran
💐प्रेम कौतुक-330💐
💐प्रेम कौतुक-330💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरे जीवन के इस पथ को,
मेरे जीवन के इस पथ को,
Anamika Singh
कुछ मत कहो
कुछ मत कहो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sundeep Thakur
यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो,
यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो,
Ashwini sharma
"एक नज़र"
Dr. Kishan tandon kranti
No battles
No battles
Dhriti Mishra
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
सत्य कुमार प्रेमी
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कमी नहीं थी___
कमी नहीं थी___
Rajesh vyas
*जन्म लिया है बेटी ने तो, दुगनी खुशी मनाऍं (गीत)*
*जन्म लिया है बेटी ने तो, दुगनी खुशी मनाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
Manju sagar
पितर
पितर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मस्ती का त्योहार है होली
मस्ती का त्योहार है होली
कवि रमेशराज
#प्रसंगवश...
#प्रसंगवश...
*Author प्रणय प्रभात*
मैं तो अकेली चलती चलूँगी ....
मैं तो अकेली चलती चलूँगी ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी
तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी
Shweta Soni
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पूछता है भारत
पूछता है भारत
Shekhar Chandra Mitra
कसास दो उस दर्द का......
कसास दो उस दर्द का......
shabina. Naaz
Loading...