संजीव शुक्ल 'सचिन' Language: Hindi 827 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read प्रार्थना #मदिरा सवैया विधान:- सात भगण(भानस) और एक गुरु ,और 12-10 पर यति 211 211 211 211, 211 211 211 2 #छंद:- ०१ नाथ सहाय सदा रहना सर, हाथ रखो हर... Hindi · कविता 2 1 242 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read जीवन गाथा जीवन सुख का सार, क्षण में खो जाता है। जाने क्या - क्या यार, पल में हो जाता है।। चले ढूंढने मोद, गमों से पड़ गया पाला। प्रात खुशी थी... Hindi · गीत 3 380 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read कर्म के अनुसार गणेशजी का नाम आप सभी सुधी श्रेष्ठ पाठकों को गणेश चतुर्थी की मंगलमय असीमित हार्दिक शुभकामनाएं।।मंगलकर्ता, विघ्नेश्वर सबका मंगल करें।। ?आयोजन---#गणपति_आगमन ?दिनांक --- २२/०८/२०२० ?विधा---- दोहा ?विषय--- क्रमानुसार श्री गणेश जी के नाम... Hindi · दोहा 3 1 442 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read ग़रीबी ................ #गरीबी ................. है क्षुधा हमको सताती, सकल सुविधा हीन हैं। जन्म से ही हैं अभागे, भाग्य से भी दीन हैं।। ये ग़रीबी बदनसीबी, दिवस कटते हैं नहीं। कण्टको सा... Hindi · गीत 2 1 416 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read सिया स्वयंवर अद्भुत रस प्रदत्त रस:- अद्भुत रस विषय: - स्वैच्छिक ( धनुष यज्ञ) विधा :- गीत (१६/१४) __________________________________ राज्य-राज्य से भूप बुलाये, आये सब बारी - बारी। सिया स्वयंवर जनकपुरी में, उत्सव कितना... Hindi · गीत 3 1 248 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read भयानक रस विधा :- गीत ( १६/१६ ) प्रदत्त रस:- भयानक रस अशोक वाटिका में हनुमान को सबकुछ तहस नहस करता देख भय से भयग्रस्त सैनिक एवं लंकापति रावण का संवाद सैनिक:-... Hindi · गीत 1 1 219 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read भोजपुरी दोहे भोजपुरी दोहा:- जनता जनता ऊ कहें, रहे जे सबदिन दूर। बाबू भईया बोल के, छलत रहे भरपूर।।१।। कबो दिलाशा काम के, कबो सड़क सरकार। बोलत बीतल बा इहा, लबराई भरमार।।२।।... Hindi · दोहा 1 1 657 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Sep 2020 · 1 min read चमन बिक रहा है। ख़रीदो - ख़रीदो चमन बीक रहा है। ---------------------------------------------- ख़रीदो ख़रीदो चमन बिक रहा है। पुरातन का सारा चलन बिक रहा है। कबूतर ये तीतर ये कोयल बिकाऊ। बिकेगा सभी कुछ... Hindi · कविता 1 1 266 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Sep 2020 · 1 min read प्यार का प्रपंच गर्व करें हिंदी पर अपनी, बोलें इंग्लिश बोल। ग्रैडी मम्मी बोल रहे सब, बजा बजा कर ढोल।। बच्चे पढ़ते इंग्लिश विंग्लिश, हैबिट सारे बैड। मां को मम्मी बोल रहे सब,... Hindi · गीत 1 1 252 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Sep 2020 · 1 min read हिंदी से प्यार गर्व हमें हिन्दी भाषा पर, इससे हमको प्यार। जिसमें पुत्र पिता कहता है, भार्या प्राणाधार।। यह है लोक लुभावनी भाषा, जैसे हों संगीत। सरल सहज अति सुंदर बोली, यह ही... Hindi · गीत 1 1 455 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Sep 2020 · 1 min read छवि है सलोनी श्याम की छवि है सलोनी श्याम की। सीता रमण श्री राम की। जो देख भवबाधा टरे। इनसे सभी दुख हैं डरे।। तस्वीर इनकी बोलती। प्रारब्ध के पट खोलती। छवि है मनोहर साँवला।... Hindi · कविता 2 1 431 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read युद्ध भीषण हो रहा था ( वीभत्स रस) युद्ध भीषण हो रहा था। मनुज मति तब खो रहा था।। मांस के चिथड़े पड़े थे। आँख गिद्धों के गड़े थे।। पिशित मानुष का मिलेगा। बोटियों से मन भरेगा।। श्वान... Hindi · गीत 8 4 402 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read महंगाईके मार (भोजपुरी कविता) महंगाई के मार.......... (भोजपुरी कविता)......... ऐह दीवाली सगरो हमें अंहार दिखेला। महंगाई के मार महंग समान मिलेला।। सबका हमसे रहला हरदम बहुते आशा लाख जतन करके भी हमरा मिलल निराशा... Hindi · कविता 3 1 351 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read कभी मीठा कभी खट्टा कभी नमकीन सी राहें। दिनांक - ३/१/२०२० ************************** कभी मीठा कभी खट्टा कभी नमकीन सी राहें। कभी हर्षित कभी पुलकित कभी गमगीन सी राहें। मिला जीवन हमें जो यह बड़ा अनमोल है यारो- कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 444 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read प्रेम पातीं विषय :- प्रणय मिलन विद्या :- गीत दिनांक :- १४/२/२०२० दिन :- शुक्रवार ===================================== 【रचना】 प्रीत तेरा मंत्र जैसा, स्वास मे ही धारता हूँ। बिन तुम्हारे कुछ नहीं मैं, बात... Hindi · गीत 2 1 303 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read अभी बंद है सब रहो यार घर में अभी बंद है सब रहो यार घर में! _______________________________ गये दिन सुहाने कहर है शहर में। अभी बंद है सब रहो यार घर में। चलो हाथ धो लें न करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 352 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read मेरा परिचय ------++---------+---#आत्म_परिचय---+----------++----- मुसहरवा मंशानगरी है, जन्म लिया वह ग्राम। संजीव शुक्ल 'सचिन' नाम जी, लेखन मेरा काम।। मार्च सताईस सन् छिहत्तर, फाल्गुन का वह माह। जन्म लिया इस भू पे आया,... Hindi · गीत 2 1 300 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read घनाक्षरी #वर्तमान_परिदृश्य ज्येष्ठ संग लघु भाई, बांट दिए बाप माई। गोद में खुदी है खाई, कैसी घड़ी आई है।। बहना विलाप करे, कटे बृक्ष हरे- भरे। जड़ इस टूट की तो,... Hindi · कविता 2 1 267 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read भयानक रस विधा :- गीत ( १६/१६ ) प्रदत्त रस:- भयानक रस अशोक वाटिका में हनुमान को सबकुछ तहस नहस करता देख भय से भयग्रस्त सैनिक एवं लंकापति रावण का संवाद सैनिक:-... Hindi · कविता 3 1 397 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 2 min read श्री कृष्ण महिमा विद्या :- गीत छंद :- हरिगीतिका छंद छंद विधान:- ? हरिगीतिका एक मात्रिक छंद है जिसमें 16,12 कुल 28 या 14,14 कुल 28 मात्राएँ होती हैं। ? चार पंक्तियाँ तथा... Hindi · गीत 4 2 321 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read पंचचामर छंद #छंद_पंचचामर ( एक प्रयास ) मापनी- 121 212 121 212 121 2 वाचिक मापनी- 12 12 12 12 12 12 12 12 -------------------------------------------------------- करे महान कार्य जो, वहीं रहे सदा... Hindi · कविता 5 2 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read मन के उद्गार (अग्रजा के लिए) आद. प्रवीणा त्रिवेदी 'प्रज्ञा' दी' के बारे में मेरे मन के उद्गार:- ??????????????? पूज्य अग्रजा प्रवीणा, रचती काव्य महान। शिक्षण से हैं बांटती, जग में अनुपम ज्ञान।।१।। दिल्ली में रहवास... Hindi · दोहा 2 211 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read मन के उद्गार (अनुज के लिए) अनुज श्री. प्रबुद्ध कश्यप जी' के बारे में मेरे मन के उद्गार:- ???????????????? लेखन के धनी आप, छोड़ते सभी पे छाप। तूलिका प्रबुद्ध हाथ, लिखती कमाल है।। ग़ज़ल हो या... Hindi · घनाक्षरी 4 1 451 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read मन के उद्गार (अनुज के लिए) अनुज जिन्हें मैं मानता, मुक्त छंद सरताज। सैनिक सेवक राष्ट्र के, करते दिल पर राज।।1।। डी डी पाठक नाम है, साहित्यिक अनुराग। शत्रु को दिखते जैसे, धधक रही हो आग।।2।।... Hindi · दोहा 4 279 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read मन के उद्गार अग्रजा आ. सुमन सुहाग जी' के बारे में मेरे मन के उद्गार:- ??????????????? लेखन में मुझको मिला, जिनके कारण मान। नित्य हृदय देता उन्हे, माथ नवा सम्मान। माथ नवा सम्मान,... Hindi · कुण्डलिया 2 1 334 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Sep 2020 · 1 min read -- क्रमानुसार श्री गणेश जी के नाम --- क्रमानुसार श्री गणेश जी के नाम ___________________________________ ?रचना---- धुआं उड़ाने से मिला, धूम्रवर्ण है नाम। विघ्नविनाशन नाम है, विघ्न हरण है काम।।१।। शूपकर्ण कहते उन्हें, बहुत बड़े दो कान।... Hindi · दोहा 2 1 275 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jun 2020 · 1 min read किरिट सवैया विश्व पर्यावरण दिवस की आप सभी को ढ़ेरों शुभकामनाएं काट रहे सब पेड़ नहीं यह, सोच रहे परिणाम भयावह। मान रहे हर बात नहीं तुम, जान रहे यह काम भयावह।... Hindi · कविता 8 7 431 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jun 2020 · 1 min read मत्तगयंद सवैया दोस्तों बहनों का सदैव स्वागत है बहना मन की अति सुंदर, कोमल है व्यवहार निराला। मान लिया लड़ती मुझसे पर, प्रेम मिला उससे अति आला। अग्रज हूँ यह धर्म निभे... Hindi · कविता 5 3 269 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jun 2020 · 1 min read आभासी दुनिया इस आभासी दुनिया से प्राप्त सभी संबन्धो का मैं हृदय से आदर कर आप सभी आत्मीय जन का उरतल से धन्यवाद कर आप सभी को प्रणाम करता हूँ, आप सभी... Hindi · मुक्तक 6 2 435 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jun 2020 · 2 min read क्या पता कल रहें ना रहें--------!! #क्या_पता_कल_रहें_न_रहें........!! _____________________________________ मित्रों हम चले जायेंगे। शायद ! जी हाँ शायद सबको याद भी आयेंगे ? पर मैं चाहता हूँ, ह्दय से मानता हूँ, याद अच्छे कृत्य कर आना, अच्छा... Hindi · कविता 5 6 319 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jun 2020 · 1 min read सुमुखि सवैया #प्रियतमा_द्वारा_मनुहार सुमुखि सवैया = जगण X 7 + लघु + गुरु या, । ऽ। । ऽ। । ऽ। । ऽ। । ऽ। । ऽ। । ऽ। । ऽ ( ०१... Hindi · कविता 4 2 2k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jun 2020 · 1 min read पहला प्रेम-पत्र ❤️ #पहला_प्रेम_पत्र_विवाह_निश्चित_होने_के_बाद ❤️ सादर समीक्षार्थ प्राणेश्वरी मिलन की आकांक्षा प्रिये ! जबसे तुम्हारे नाम यह जीवन लग्नपत्रिका में कैद हुआ है, सच कहूं तो मन रूपी यह पंछी तुमसे मिलने,... Hindi · लेख 4 2 468 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Jun 2020 · 3 min read अर्चना वेंड्स संजू रात का वक़्त, ट्रेन की गति अपने पूरे शबाब पर थी। डिब्बे में लगभग सभी यात्री सो गये थे, केवल अर्चना की आँखों में नींद नहीं थी। इधर संजू भी... Hindi · कहानी 6 1 244 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read चौपाई (राजनीति आज की) राजनीति (आज की) _______________________ धन चाहो बनना जननायक। राजनीति अब है सुखदायक।। जो जन गिरगिट सम बन जाता। राजनीति में नाम कमाता।। दोष सभी क्षण में हर लेती। धन से... Hindi · कविता 4 1 646 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read कीर्ति छंद विधा :- कीर्ति छन्द दिनांक :- ७/२/२०२० दिन :- शुक्रवार *********************** कीर्ति छंद विषय - " नेता " दशाक्षर वर्ण बृत्त मात्रिक विन्यास सगण सगण सगण गुरु I I S... Hindi · कविता 3 515 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read कुण्डलिया हिन्दू मुस्लिम सिक्ख का, जो करते हैं बात। राष्ट्र द्रोह करते यहीं, यही करेंगे घात।। यही करेंगे घात, रखो इनसे बस दूरी। लानत भेजो यार, इन्हे बस पूरी - पूरी।।... Hindi · कुण्डलिया 4 493 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read बेलन का कहर (कुण्डलिया) बेलन से डरते यहीं, कहता सच्ची बात। कपड़ा फीछत दिन गया, पाव दबाते रात।। पाव दबताते रात, कठिन है जीवन इनका। बिखर गये सरकार, बिनते तिनका तिनका।। कहे सचिन सुन... Hindi · कुण्डलिया 3 377 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read प्रणय प्रस्ताव विषय :- प्रणय प्रस्ताव विद्या :- कुण्डलिया ===================================== 【रचना】 देखा हूँ जब से तुझे, सुंदर रूप कमाल। प्रेम अंकुरित हिय हुआ, बिगड़ गया है हाल।। बिगड़ गया है हाल, नहीं... Hindi · कुण्डलिया 3 453 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read चौपाई हे गिरधारी कृष्ण मुरारी। नाग नथैया वंशीधारी।। यमुना तट तुम गाय चराये। चोरी कर ब्रज माखन खाये।। राधा के तुम नटवर नागर। दुखहर्ता प्रभु सुख के सागर।। नन्दलाल प्रभु हे... Hindi · कविता 4 418 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read प्यार की अपनी कहानी हम सुनाने आ गये। प्यार की अपनी कहानी हम सुनाने आ गये। जख्म जो हमको मिले हैं वह दिखाने आ गये। जो किये थे वायदे इस प्यार में उसने कभी- अब फरेबी जाल से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 343 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Jan 2020 · 1 min read ग़म बढ़े थे उन्हें गम दिखाने के बाद जब मिले हम उन्हें एक जमाने के बाद। गम़ बढ़े थे उन्हें गम दिखाने के बाद। आखिरी वक्त था सँग रहे वो नहीं- काश ! आते नहीं मेरे जाने के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 267 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Jan 2020 · 1 min read देशभक्ति ग़ज़ल विषय :-वतन/देशभक्ति विद्या :-नज़्म दिनांक :-25 जनवरी 2020 दिन :-शनिवार ______________________________________ वज्न- १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ आप सभी प्रबुद्ध साहित्यसाधक शारद पुत्रों सहित तमाम देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 365 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jan 2020 · 5 min read भ्रष्टाचार क्यों?? ?️ #भ्रष्टाचार_क्यों..? ?️ _____________________________________________ ----------------------------------------------------------------------------- मैं आजकल अपने पैतृक राज्य बिहार के दौरे पर हूँ, एक कामकाजी व्यक्ति जब फुर्सत के पल में होता है तब दिमागी कीड़े कुलबुलाने लगते... Hindi · लेख 2 2 448 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Jan 2020 · 1 min read बेहतर ग़ज़ल मानवीय मनोवृत्ति _____________________________________ जिन्दगी की शाम आये ना कभी, हर समय है सोचता इंसान ये। मैं रहूँ जिंदा मरे दूजा कोई, हर समय है सोचता इंसान ये। जिन्दगी में हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 245 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल #बह्र ? #बहरे_रजज_मख्बून_मरफू_मुखल्ला #वज़्न ? १२१२ २१२ १२२ १२१२ २१२ १२२ #मुफाइलुन_फ़ाइलुन_फऊलुन_मुफाइलुन_फ़ाइलुन_फऊलुन #काफ़िया ? ' ई ' #रदीफ़ ? ' है' #रचना ? _______________________________________________ ग़ज़ब ग़ज़ब है ये हुस्न तेरा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 284 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल लिया मुख मोड़ ही सबने दिखाई देता है। मिलें खुशियाँ तुझे मन ये दुहाई देता है। नहीं कोई शिकायत है हमें इस बात की- रहे सब खुश सदा दिल ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 460 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल दिनांक - ३/१/२०२० विषय - खट्टा / मीठा विधा - ग़ज़ल ************************** कभी मीठा कभी खट्टा कभी नमकीन सी राहें। कभी हर्षित कभी पुलकित कभी गमगीन सी राहें। मिला जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 220 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल #तिथि - ४/१/२०२० #दिवस - शुक्रवार ************************************†******** भले ढूंढो दिया लेकर नहीं अब यार मिलता है। दगा धोखा फरेबो से भरा संसार मिलता है। ख़लिस इस बात की दिल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 320 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Dec 2019 · 1 min read गीतिका छंद गीतिका छंद 2122 2122 2122 212 या ला ल लाला / ला ल लाला / ला ल लाला / लालला माँ तुम्हारे प्यार की हर, वो कहानी याद है। कष्ट... Hindi · कविता 2 1 581 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Dec 2019 · 1 min read गीतिका छंद【माँँ】 गीतिका छंद 2122 2122 2122 212 या ला ल लाला / ला ल लाला / ला ल लाला / लालला माँ तुम्हारे प्यार की हर, वो कहानी याद है। कष्ट... Hindi · गीत 2 216 Share Previous Page 6 Next