प्रीतम श्रावस्तवी 456 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read "आस का दीपक" मेरा प्रथम प्रयास लघुकथा ???? समय की चोट खाकर लता बहुत निराश हो चुकी थी। इस समय उसे किसी सहारे की तलाश थी, जो उसके असहाय शरीर को खड़ा होने... Hindi · लघु कथा 490 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read विषय : आसान ?????? मुश्किले- दौर भी आसान खुदा कर देगा तुझसे खुशियों की वो पहचान खुदा कर देगा मत परेशान हो आफत-ओ-बलाओं से तू वो सिहतयाब ऐ हमदान खुदा कर देगा प्रीतम... Hindi · मुक्तक 240 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read आँखों में क्यूँ नमी रहे ग़र चाँदनी खिली रहे तो दूर तीरग़ी रहे अरमान सारे ख़ाक़ हैं बस दिल में बेबसी रहे खुशियाँ मिली है सारी तो आँखों में क्यों नमी रहे रूठो न यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read फूल कलियाँ ये नाजुकी तेरी बन गयी है मेरी खुशी तेरी हो चुकी है ये जिन्दगी तेरी मीठी बातों से जग ये लूट लिया कितनी अच्छी बहादुरी तेरी आज छत पर भी मेरे आई है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 565 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read फूस का आराम देता मेरा घर अच्छा लगा साथ चलने वाला मेरा हमसफ़र अच्छा लगा राह में काँटे मिलें या गुल मगर अच्छा लगा उसने माँगी थीं दुआएँ जो कभी मेरे लिए उन दुआओं का हुआ है अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 726 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read वतन की चाह चाहत ये वतन की तो दिल से न निकलती है अब खुश्बू-ए-मिट्टी से हर सांस महकती है हम जाएँ कहीं लेकिन इसकी ही इबादत में दिन मेरा गुज़रता है हर... Hindi · मुक्तक 546 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read कुण्डलियाँ कुण्डलियाँ छंद *************** नफ़रत का अब घुल गया, धुआँ अनिल में आज। प्रेम मिटा कर हो गया, गंदा आज समाज।। गंदा आज समाज,घर- घर हुए आतंकी। कानून करता है, जनता... Hindi · कुण्डलिया 331 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read अभी तो कोई पराया नज़र न आया मुझे ग़ज़ल ******* किसी ने ऐसे नज़र से है गिराया मुझे कि हर घड़ी तो सताता ग़मों का साया मुझे ??? वो क़समे-वादे तुम्हारे कहां गये हैं सनम ख़ता हुई है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read जामे-मयखाना ओ बोतल को पड़ा रहने दो ग़ज़ल ******* नाम इस दिल पे तुम्हारा ही लिखा रहने दो प्यार का दीप जला है तो जला रहने दो ??? और जीने की दुआ मेरे लिए मत करना दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read ग्रन्थ करती निहाल है हिंदी काव्य ग्रन्थों की भाल है हिन्दी कर रही ये कमाल है हिन्दी ?? लगती तलवार ---- सी मेरी हिन्दी हिन्द की ये ही ----ढाल है हिन्दी ?? ये तो निकली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 164 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read हिंदी दिवस पर चार पंक्तियाँ "हिन्दी" पर मेरा प्रयास ??? कितनी सरस है प्यारी भाषा हमारी हिन्दी सारे जगत में न्यारी सबकी दुलारी हिन्दी संकल्प आज कर लें सम्मान यूँ करेंगे हो राष्ट्र की ये... Hindi · मुक्तक 506 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read ऐसे बिस्तर पे मुझे रोज़ सुलाया न करो ग़ज़ल ******** ज़ल्व-ए-हुस्न सरे-आम दिखाया न करो सारे ही शह्र पे बिजली यूँ गिराया न करो ? देखते ही मैं तुम्हें जानो-जिग़र दे बैठा तीर नज़रों के सनम दिल पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read माँ दुआओं से अपनी बचाती रहे आज की हासिल ग़ज़ल ******** माँ जो औलाद पर जां लुटाती रहे खुद रहे भूखी सबको खिलाती रहे ?? आज के बच्चे देखें न माँ को कभी चाहे हालत पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 664 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read मरमरी बदन तेरा धूप में न जल जाए गैर तरही ग़ज़ल ******** 212 1222 212 1222 नाज़ हुस्न पे मत कर एक दिन ये ढल जाए आने-जाने वाला रुत पल में ही बदल जाए आ छुपा लूँ मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 538 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read जो शहीदों की चिताओं पे चढ़ा होता है ग़ज़ल ******* उसका जीवन में नहीं कोई भला होता है जिसको माँ-बाप का साया न मिला होता है छोड़ कर तन्हा सफ़र बीच चले जाना ही क्या यही बोलो सनम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 201 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read ये जह्रे जुदाई पिये जा रहे हैं ग़ज़ल ---------- शज़र नफ़रतों के उगे जा रहे हैं मुहब्बत दिलों से मिटे जा रहे हैं वो जिनके लिए मैंने छोड़ा ज़माना वही बेवफ़ा हमको किए जा रहे हैं वफ़ाओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 150 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read अंदाज़ अपना अपना हर कोई समझता है ये राज़ अपना अपना सबका ही अलहदा है अंदाज़ अपना अपना कितना ही सितमग़र हो ख़ाविन्द किसी का भी होता है मगर प्यारा सरताज़ अपना अपना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 387 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read जैसे काँटा कोई चुभा सा है आज की हासिल ग़ज़ल ---------- 2122 1212 22/112 ???????? साथ है वो मगर जुदा सा है राज़ दिल में कोई छुपा सा है ???????? ???????? जब से देखी तुम्हारी ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 381 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read अब दिया प्यार का हर घर में जलाया जाए ग़ज़ल ******** अब शज़र ऐसा वतन में तो लगाया जाए प्यार के साये में घर अपना बनाया जाए तीरग़ी ग़म की जो अब तक के सहे हैं उनको अब दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 459 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read उम्मीद के दिए को बुझाया न जाएगा आज की हासिल ग़ज़ल ****** मुझसे किसी के दिल को दुखाया न जाए गा । तहज़ीब को बड़ों की मिटाया न जाए गा तूफान लाख ग़म के ही आ जाएँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read जिसको तन्हाई में ही गाता हूँ ग़ज़ल ******* रब के मैं बारगाह में जाता हूँ जब कभी तन्हा खुद को पाता हूँ हाथ उठते हैं जब दुआओं में समने मैं खुदा को पाता हूँ जल्द बीमार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 202 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read तू यूँ कलंकित ये भाल मत कर ग़ज़ल ----------- यहाँ पे कोई बवाल मत कर तू बेवजह के सवाल मत कर अभी ख़िज़ां में बहार आई बुरा तू इसका ये हाल मत कर ये जिन्दगी का सफ़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 394 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read अब ये न बेबसी रहे ग़ज़ल ******* ग़र चाँदनी खिली रहे तो दूर तीरग़ी रहे ? अरमान सारे ख़ाक़ हैं बस दिल में बेबसी रहे ? खुशियाँ मिली है सारी तो आँखों में क्यों नमी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 434 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read लोग किस्मत पे आँसू बहाते रहे ग़ज़ल ******* 212--212--212--212 दीप उल्फ़त का हम तो जलाते रहे फ़र्ज़ इंसानियत का निभाते रहे जिन्दगी भर किये संग जिसके वफ़ा बद्दुआ से हमें वो सजाते रहे इक झलक मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 451 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read याद दिल में तो बसी है तेरी ग़ज़ल ****** बन गयी है मेरी खुशी तेरी हो चुकी है ये जिन्दगी तेरी ? मीठी बातों से से जग ये लूट लिया कितनी अच्छी बहादुरी तेरी ? आज छत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Sep 2017 · 1 min read तू मुश्किलों का ख़याल मत कर ग़ज़ल ----------- यहाँ पे कोई बवाल मत कर तू बेवजह के सवाल मत कर अभी ख़िज़ां में बहार आई बुरा तू इसका ये हाल मत कर ये जिन्दगी का सफ़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 560 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Sep 2017 · 1 min read दोस्ती तस्वीरी अहसास दोस्ती अब अदू भी निभाने लगे लग रहा अम्न के दिन हैं आने लगे काश! इंसान भी कुछ सबक़ इनसे ले फिर मसर्रत ही हर सिम्त आने लगे... Hindi · मुक्तक 376 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read यहाँ इश्क़ के सब ही मारे मिलेंगे ग़ज़ल ----------- तेरे बज़्म में हम तो आते रहेंगे ग़ज़ल के दिखाते उजाले रहेंगे जफ़ाएँ करो तुम ये मर्ज़ी तुम्हारी मुहब्बत सदा हम निभाते रहेंगे वो हक़ मारकर के ग़रीबों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read कुण्डलियाँ (बाबा राम रहीम) सत्तसंग के आंड़ में, करते थे व्यभिचार । दिन में गुरू बन कर रहें, रात बनें दिलदार ।। रात बने दिलदार,करें सुरा सुंदरी भोग । जन-जन को ठग रहे, सिखला... Hindi · कुण्डलिया 346 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read फूल काँटों में खिला करते हैं 212 2 1122 22 ग़ज़ल ******* सत्य पथ पर जो चला करते है वो ही मशहूर हुआ करते हैं तू दुखों से न कभी डर प्राणी फूल काँटों में खिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read है याद मुझे कोयल की कूक व अमराई ग़ज़ल ****** 221 1222 221. 1222 तकिये को भिगो देती जब याद मेरी आई वो मेरी मुहब्बत को अब तक न भुला पाई हम करते रहे उससे दिन रात वफा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read तूफान साहिलों पे ठहरने न दे मुझे आज की हासिल ग़ज़ल ******** 221 2121 1221 212 अपनी निगाहों से तू उतरने न दे मुझे मैं बावफ़ा हूँ यार बिख़रने न दे मुझे ?? मिलने की तुमसे चाह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 508 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read नकाब जुल्फ़ों का चेहरे पे डाल रक्खा है आग़ाज़ आज की हासिल ग़ज़ल ********* निज़ाम कैसा खुदा ने सँभाल रक्खा है उरूज है जो दिया तो जवाल रक्खा है ? उसी का दर्द जिगर में तो पाल रक्खा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 203 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read आ गया बज़्म में दिलजला देख ले आज की हासिल ग़ज़ल ****** जिन्दगी का यही फ़लसफ़ा देख ले हर खुशी ग़म से है वास्ता देख ले ? साथ दे तू जरा कुछ घड़ी संग चल दिल मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 169 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read फिर तल्ख़ियों का लुक़्मा निगलना पड़ा मुझे ग़ज़ल ---------- 221 2121 1221 212 मतला माँ बाप से बिछड़ के सँभलना पड़ा मुझे इस जिंदगी को ऐसे बदलना पड़ा मुझे ????????? किस्मत भी रो पड़ी थी मेरी देख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read राखी गीत राखी के पावन पर्व पर देश के समस्त भाई बहनों को सादर समर्पित ?????? सावन के माह में जब ये पुर्णिमा है आई गद गद हुआ है भाई बहना भी... Hindi · गीत 311 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read खिल के कीचड़ में भी वो सुथरा रहा 06/08/2017 आज़ की हासिल ग़ज़ल ???????? उम्र भर हमको यही शिकवा रहा चाँद से रुख़ पर ये क्यूँ परदा रहा ????????? कर न पाया है मदद कोई मेरी बस दुखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read अगरचे हक़बयानी लिख रहे हैं आज़ 06/08/2017 की हासिल ग़ज़ल ******** मुहब्बत की कहानी लिख रहे हैं!! सनम की हम निशानी लिख रहे हैं!! ?????????? कहा है जिसको तुमने एक पत्थर!! उसे रब की मिहरबानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read दोहे रक्षा बंधन के पर्व पर कुछ दोहे-- 1- बहुत मुबारक आपको, राखी का त्योहार । सदियों तक कायम रहे, भाई बहन का प्यार ।। ????? 2- राखी के त्योहार से,... Hindi · दोहा 638 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read हम गुलामी की जानिब है जाने लगे ग़ज़ल 212/212/212/212 ****************** प्यार को वो मेरे आज़माने लगे देख कर बेबसी मुस्कुराने लगे %%%%%%%%%% बाँध हमको बहन रेशमी डोर से हाथ तेरी तरफ हम बढ़ाने लगे @@@@@@@@@ जल पड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 261 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read पाँव छालों भरा नहीं होता ग़ज़ल ********** जिन्दगी में मज़ा नही होता दर्दे- दिल जो पला नहीं होता ?????????? जो मैं चलता न जानिबे मंजिल पाँव छालों भरा नहीं होता ?????????? मरते बेमौत ही हजारों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 254 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read फूल बूटों से सजा कर के हरम रक्खा है ग़ज़ल *********** 2122 1122 1122 22 प्यार की राह पहला जो क़दम रक्खा है तुमको पाकर के सदा दूर ये ग़म रक्खा है ????????? वक़्ते आवाज़ है तू अब भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 173 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read आदमी बुलबुला नहीं होता ग़ज़ल ********** जिन्दगी में मज़ा नही होता दर्दे- दिल जो पला नहीं होता ?????????? जो मैं चलता न जानिबे मंजिल पाँव छालों भरा नहीं होता ?????????? मरते बेमौत ही हजारों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 219 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read मोतिए अश्अ़ पिरोये होंगे 2122 1122 22 ग़ज़ल ********** दर्द पहलू में जो सोये होंगे अश्क़ से तकिया भिगोए होंगे ????????? याद दुनिया की कुछ नहीं होगी तेरे ख्यालों में जो खोये होंगे ?????????... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 189 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read पत्थर है लगा हमको उसी आज़ तो कर से 221 1221 1221 122 ग़ज़ल ******* हासिल न हुआ कुछ भी मुहब्बत के सफ़र से उसने है गिराया जो मुझे अपनी नज़र से ????????? जो खाक़ हुआ पेड़ तनफ़्फ़ुर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read लेके अँगड़ाई हमको लुभातए रहे 212 212 212 212 ग़ज़ल --------- फ़र्ज़ अपना हमेशा निभाते रहे जो वतन पे दिलो जां लुटाते रहे ?????????? देश की मैं हिफ़ाज़त करूँ उम्र भर ख़ाब दिन रात हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read आप यूँ ही बवाल करते हैं ग़ज़ल ???????? हम तो सबका ख़याल करते हैं आप यूँ ही बवाल करते हैं ?????????? जीत जाएगा सच कभी न कभी आप यूँ ही मलाल करते हैं ????????? जिन्दगी जिनको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 552 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read तुम्हें देखे हमको ज़माना हुआ है ग़ज़ल ---------- वो दर पे नबी के जो आया हुआ है ग़मों का उसी के सफाया हुआ है ????????? किसानों की मेहनतकशी है ये प्यारे पसीना जो चेहरे पे आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 212 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read बाप की इस बेबसी पर बेटियाँ रोने लगीं ग़ज़ल ??? अब्र की इस बेरुख़ी पर बिज़लियाँ रोने लगीं फिर जमीं की आज़ ये बेताबियाँ रोने लगीं ????????? हल्दी मेहदी और सहरे से हुई नफ़रत मुझे देख उसकी बेरुख़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 466 Share प्रीतम श्रावस्तवी 6 Aug 2017 · 1 min read अगर तुमने की बेवफाई न होती अगर श्याम बंसी बजाई न होती तो राधा ने सुध बुध गँवाई न होती ???????? मिली माँ की जो रहनुमाई न होती मेरी जिन्दगी मुस्कुराई न होती ????????? ये जल्वागरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 539 Share Previous Page 7 Next