Ram Krishan Rastogi Tag: कविता 621 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2022 · 1 min read छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने, फिर बार बार क्यों तुम आते हो। दरवाजे सारे बंद हो चुके है अब, फिर बार बार क्यों खटकाते हो।। होता है प्रेम... Hindi · कविता 7 11 922 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2022 · 1 min read विरह की पीड़ा जब लगी मुझे सताने विरह की पीड़ा जब लगी मुझे सताने। लगने लगे अपने प्रिय भी मुझे बिराने।। जो लगती थी,मुझे तरु की शीतल छाया। वो अब जला रही है मेरी निर्मल काया।। खुली... Hindi · कविता 3 4 823 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2022 · 1 min read सात के पहाड़े में पूरे जीवन के दर्शन होते है जब सात वर्ष के,बचपन की शुरुआत होती है। होते चौदह वर्ष के,जवानी की झलक दिखाई देती हैं।। इक्कीस वर्ष के होते ही,शादी की उम्र होने लगती है। अठ्ठाइस... Hindi · कविता 5 6 660 Share Ram Krishan Rastogi 20 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता थे हृदय विशाल, वे मुझ पर प्यार लुटाते थे। कर संकू ना वर्णन शब्दो में, वे देव तुल्य पिता कहलाते थे।। मेरे पिता प्यार के सागर थे, उनके... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 19 33 916 Share Ram Krishan Rastogi 18 Apr 2022 · 1 min read चंदा मामा बाल कविता चंदा मामा पहन पायजामा, पहुंचे एक दिन वे सुसराल। बड़ी साली ने पलंग बिछाया, डाला उस पर मखमली शाल।। छोटी साली नमकीन है लाई, सलज मिठाई लेकर है आई। सासू... Hindi · कविता 9 10 665 Share Ram Krishan Rastogi 16 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता बाहर कड़ी धूप में जलता है। तब कही घर में चूल्हा जलता है।। पिता एक उम्मीद है एक आस है। परिवार की हिम्मत व विश्वाश है।। पिता बाहर से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 40 75 1k Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2022 · 1 min read नींबू के मन की वेदना नींबू के मन के वेदना **************** कब तक तुम मुझको दरवाज़े पर लटकाओगे। मेरे भी कुछ अरमान है,कब तक मुझे सताओगे।। मैने किए बहुत उपकार बुरी नजरों से बचाया है।... Hindi · कविता 2 3 466 Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2022 · 1 min read नींबू की चाह चाह नहीं मेरी,मिर्ची की साथ मै गूंथा जाऊं। चाह नहीं मेरी,दरवाजे पर लटकाया जाऊं।। चाह नहीं मेरी,नमक चीनी के साथ में घुल जाऊं। चाह नहीं मेरी,मटर की चाट का स्वाद... Hindi · कविता 4 5 690 Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2022 · 1 min read मै हूं एक मिट्टी का घड़ा मै हूं एक मिट्टी का घड़ा, सड़क किनारे मै हूं पड़ा। बुझाता हूं मै सबकी प्यास, कुम्हार मुझे लिए है खड़ा।। खुदाने से खोदकर मिट्टी लाता है, तब कहीं कुम्हार... Hindi · कविता 1 4 1k Share Ram Krishan Rastogi 14 Apr 2022 · 1 min read झरने और कवि का वार्तालाप पर्वतो की गोद से निकल, एक झरना ये सोचने लगा। पता नही मेरे भाग्य में क्या लिखा, क्यू मै पर्वतों से अब बिछड़ने लगा।। सोचते सोचते वह आगे बढ़ा, पर्वतों... Hindi · कविता 6 2 1k Share Ram Krishan Rastogi 14 Apr 2022 · 1 min read गरीब के हालात कोई नही जाना चाहता है,गरीब के करीब। ये फितरत देखी इस जमाने की अज़ीब।। कहते हैं नेता कोई न रहेगा देश में गरीब। सच्चाई को बताओ जाकर इनके करीब।। चिनते... Hindi · कविता 4 6 1k Share Ram Krishan Rastogi 13 Apr 2022 · 1 min read चलो गांवो की ओर चलते है शहर छोड़ अपने गांवों की हम ओर। यहां न मिलेगा शहरों जैसा उच्चा हमको शोर।। मिलेगी ठंडी स्वच्छ हवा गांवों में ही हमको। कोई भी डर न होगा... Hindi · कविता 2 5 642 Share Ram Krishan Rastogi 13 Apr 2022 · 1 min read मै जलियांवाला बाग बोल रहा हूं मै जलियाँ वाला बाग बोल रहा हूँ,जालिम डायर की कहानी सुनाता हूँ | निहत्थो पर गोली चलाई थी,मरने वालो की चीखे सुनाता हूँ || चश्मदीद गवाह था मै यह सब... Hindi · कविता 3 3 781 Share Ram Krishan Rastogi 13 Apr 2022 · 1 min read मिला है जब से साथ तुम्हारा मिला है जब से साथ तुम्हारा, मन के तार झंकृत होने लगे है। जो शब्द थे अंदर दिल में मेरे, वो अब सब बाहर आने लगे हैं।। सातों स्वर अब... Hindi · कविता 3 3 310 Share Ram Krishan Rastogi 12 Apr 2022 · 1 min read कलयुग की पहचान दिखाओ कुछ करो कुछ,यही कलयुग की है पहचान। काले कारनामे करते रहे,यही नेक इंसान की पहचान।। सत्ता को हासिल करने के लिए बेचो धर्म ईमान। यही प्रजातंत्र में है,अच्छे नेता... Hindi · कविता 2 3 921 Share Ram Krishan Rastogi 11 Apr 2022 · 1 min read जिंदगी क्या है? हर रात सुलझा कर सिरहाने रखते है ये जिंदगी। सुबह उठते ही उलझी पड़ी मिलती है ये जिंदगी।। सुलझा सुलझा कर थक जाते हैं हम ये जिंदगी। थकती नहीं ये... Hindi · कविता 2 2 327 Share Ram Krishan Rastogi 10 Apr 2022 · 1 min read राम नवमी राम नवमी ******** शुभ-अवसर है राम-जन्म का, आओ सब मिल शीश झुकाएं। हम तम को मारें, दीप जलाएं, राम जैसा हम चरित्र बनाए।। आती है हर मास में नवमी इस... Hindi · कविता 2 3 331 Share Ram Krishan Rastogi 9 Apr 2022 · 1 min read चाय पीने पिलाने वालो पर कुछ हास्य व्यंग सुबह उठते ही,बीबी को दो चाय पिलाए। सारे दिन खुश रहे,मुंह भी बंद हो जाए।। आंखे न खोलिए,जब तक चाय मिले न तोय। सुड सुडा कर पीजिए,मूड फ्रेश तब ही... Hindi · कविता 4 255 Share Ram Krishan Rastogi 8 Apr 2022 · 1 min read तुम और मैं तुम और मै ********* तुम इंग्लिश पढ़ी लिखी हो, मै हिन्दी भी भूल चुका हूं। तुम बुलेट ट्रेन जापान की हो, मै मिचकु खां का ठेला हूं। तुम बेंगलोरी सिलकन... Hindi · कविता 5 4 385 Share Ram Krishan Rastogi 8 Apr 2022 · 1 min read विरह वेदना जब लगी मुझे सताने विरह वेदना जब लगी मुझे सताने। मुझे लगने लगे अपने भी बिराने।। जो लगती थी,मुझे तरु की शीतल छाया। वो अब जला रही है मेरी निर्मल काया।। खुली खिड़की से... Hindi · कविता 4 3 679 Share Ram Krishan Rastogi 6 Apr 2022 · 1 min read मत याद दिलाओ अतीत की यादें मत याद दिलाओ अतीत की यादें, जाने कितनी तड़पने छिपी हुई है। मत खोलो दिल की परते अब तुम, जाने कितनी चीखे भरी हुई है।। मत जलाओ मेरी तमन्नाओं को,... Hindi · कविता 2 3 161 Share Ram Krishan Rastogi 5 Apr 2022 · 1 min read मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक। हर स्थान में नाम बदलू रूप न मेरा एक। मै पैसा हूं,मेरे रूप बदलते रहते है हर दम। नेता मेरे आगे... Hindi · कविता 8 10 941 Share Ram Krishan Rastogi 5 Apr 2022 · 1 min read सब कुछ दिखावटी हो रहा सब कुछ बदल चुका है अब तो दिखावटी हो रहा। प्यार मोहब्बतअब कहां वह भी बनावटी हो रहा।। अब तो हर इंसान बनावटी बाते ही कर रहा। बिना मतलब के... Hindi · कविता 4 7 240 Share Ram Krishan Rastogi 4 Apr 2022 · 2 min read ए टू जेड हमारी माताओं के नाम आप सभी महानुभाव अंग्रेजी के 26 अक्षरों से भली भाती परिचित होगे पर इन सभी अक्षरों में हमारी 26 माताओ के नाम भी छिपे हुए है। मै इस कविता के... Hindi · कविता 4 3 297 Share Ram Krishan Rastogi 3 Apr 2022 · 2 min read आज क्या क्या बदल चुका है पहले तन ढकने को कपड़े न थे, फिर भी अपने तन को ढकते थे। अब तन ढकने के लिए कपड़े है, फिर भी तन को अर्धनग्न रखते हैं। क्योंकि आज... Hindi · कविता 4 2 467 Share Ram Krishan Rastogi 2 Apr 2022 · 1 min read हिंदी के बारह महीने अंग्रेजी महीनो के नाम सभी है जानते। हिंदी के महीनो के नाम बच्चे न जानते।। हिंदी के महीनो के नाम हम विस्तार से बताते। कर लो इनके नाम याद केवल... Hindi · कविता 1 1 214 Share Ram Krishan Rastogi 1 Apr 2022 · 1 min read नववर्ष पर प्रभु से प्रार्थना हे! प्रभु सबको इस नव वर्ष में, रिद्धि दो सिद्धि दो वंश धन में वृद्धि दो सबको मान दो, और सम्मान दो , चित्त में ध्यान दो, अभय का दान... Hindi · कविता 2 3 212 Share Ram Krishan Rastogi 1 Apr 2022 · 1 min read ध्यान धर खुद को तू टटोल ध्यान धर खुद को तू टटोल। मूंद नयन मन को तू टटोल।। मत समझ तूने किए सुंदर करम, यह है तेरे मन का झूठा भरम, जैसे करम तू यहां करेगा,... Hindi · कविता 1 1 128 Share Ram Krishan Rastogi 30 Mar 2022 · 1 min read उम्र के हर पड़ाव पर उम्र के हर पड़ाव पर, हर तरह के लोग मिले, कुछ दोस्त मिले, कुछ दुश्मन मिले, कुछ वफादार मिले, कुछ बेवफा मिले, कुछ लोग ही ऐसे थे, जो हमेशा मेरे... Hindi · कविता 4 5 362 Share Ram Krishan Rastogi 29 Mar 2022 · 1 min read पता नही मानव किस दिशा में अब जा रहा बढ़ती जा रही सुविधाएं,सुख घटता जा रहा। पता नही मानव,किस दिशा में अब जा रहा।। सामान बढ़ता जा रहा,सम्मान घटता जा रहा। पता नही समाज में,ऐसा क्यों होता जा रहा।।... Hindi · कविता 3 5 163 Share Ram Krishan Rastogi 27 Mar 2022 · 1 min read गरीब के हालात कोई नही जाना चाहता है,गरीब के करीब। ये फितरत देखी इस जमाने की अज़ीब।। कहते हैं नेता कोई न रहेगा देश में गरीब। सच्चाई को बताओ जाकर इनके करीब।। चिनते... Hindi · कविता 3 3 295 Share Ram Krishan Rastogi 27 Mar 2022 · 1 min read भारत के शासन में एक सुशासक आया है भारत के शासन में,एक सुशासक आया है। जिसने भारत को विकास मार्ग दिखाया है।। इस भारत की धरा पर योगी मोदी आये है। इस युगल जोड़ी ने,अच्छे कर्तव्य निभाये है।।... Hindi · कविता 1 1 111 Share Ram Krishan Rastogi 26 Mar 2022 · 1 min read प्यार की दास्तां न तुम कुछ कह सके, न हम कुछ कह सके। दिल की बात दिल में रही, दोनो की होठ न खुल सके।। न तुम मिल सके, न हम मिल सके।... Hindi · कविता 2 1 181 Share Ram Krishan Rastogi 24 Mar 2022 · 1 min read भारत का शहीद दिवस कैसे लिखूं मै कलम से,शहीदों की कुर्बानी। देश हित में भूल गए थे,अपनी ही जिंदगानी।। आजादी के दीवाने थे,वतन से करते थे प्यार। देश की आजादी के लिए रखते थे... Hindi · कविता 3 3 347 Share Ram Krishan Rastogi 23 Mar 2022 · 1 min read शहीद दिवस हजारों फांसी के फंदे पर झूले थे, लाखो वीरो ने गोलियां खाई थी। तब कही बड़ी मुश्किल से हमने, इस भारत में आजादी पाई थी।। कहते है कुछ सत्ता के... Hindi · कविता 1 1 227 Share Ram Krishan Rastogi 22 Mar 2022 · 1 min read जल जीवन की अमूल्य धरोहर है जल जीवन की अमूल्य धरोहर है, इसे बर्बाद कभीं न तुम कीजिए। जल जीवन का एक ही आधार, इसका आरक्षण हमेशा कीजिए।। जहां जल है वही तो जीवन है, इसके... Hindi · कविता 3 3 195 Share Ram Krishan Rastogi 21 Mar 2022 · 1 min read कविता अंतराष्टीय दिवस कविता बोली कविता से, जन्म दिवस आज है मेरा। इसे ठाठ से तुम मनाओ, केक मोमबत्ती की जगह, रस छंद अलंकार लगाओ। कविता बोली कविता से, मेरी हुई है नई... Hindi · कविता 1 1 255 Share Ram Krishan Rastogi 20 Mar 2022 · 1 min read गौरैया दिवस भोर होते ही चू चू करती, जब उड़ती है गौरैया रानी, दूर दूर तक घूम घूम कर, लेकर आती है दाना पानी। फुर फ़ुर कर जब आती, वह मेरे छोटे... Hindi · कविता 1 1 127 Share Ram Krishan Rastogi 19 Mar 2022 · 1 min read घमंडी का सिर नीचा इतनी जरा सी बात,समंदर को भी खल गई। एक कागज की नाव,मुझ पर कैसे चल गई।। बड़ी बड़ी नदियां मुझ में डूब कर लुप्त हो गई। छोटी सी चिड़िया,मुझमें डुबकी... Hindi · कविता 2 3 982 Share Ram Krishan Rastogi 16 Mar 2022 · 1 min read होली है पावन त्यौहार होली हैं पावन त्यौहार,रंग गुलाल लगाइये। जो बिछड़ गए है तुमसे,उनको गले लगाइये।। आती रहे प्यार की खुश्बू,एक दूजे को तुमको। केवल मस्तक पर,उनके तुम चंदन लगाइये।। करे न कोई... Hindi · कविता 2 2 146 Share Ram Krishan Rastogi 13 Mar 2022 · 1 min read होली की कुछ झलकियां होली आई, खुशियां लाई, रंगो को लाई। होली आई, भंग पिसवाई, ठंडाई पिलवाई। होली आई, पिचकारी लाई, बच्चो ने धूम मचाई। होली आई, गुंजिया बनाई, सबने खाई। होली में पकोड़ी... Hindi · कविता 1 1 370 Share Ram Krishan Rastogi 11 Mar 2022 · 1 min read मोदी चौबीसा जय मोदी ज्ञान गुण सागर, सारे विश्व में नाम उजागर। शांति दूत अतुलित बल धामा, दामोदर दास पुत्र नरेन्द्र नामा।। तुम उपकार राष्ट्र का कीना, योगी अमित साथ है लीना।... Hindi · कविता 1 3 474 Share Ram Krishan Rastogi 11 Mar 2022 · 1 min read पति पत्नी की नोक झोंक पर हास्य व्यंग मै सीधी सादी गैया हूं, तुम मरखने सांड प्रिय। मै किसी बगिया की कोयल हूं, तुम किसी दरबार के भांड प्रिय।। मै सुबह सुबह उठती हूं तुम सोने मे कुंभकर्ण... Hindi · कविता 5 5 2k Share Ram Krishan Rastogi 8 Mar 2022 · 2 min read होली में क्या क्या होना चाहिए जब तक होली में रंग गुलाल ना हो मन में ख़ुशी हो पर कोइ मलाल ना हो अपने और पराये का कोई सवाल ना हो ऊच और नीच का कोइ... Hindi · कविता 4 4 403 Share Ram Krishan Rastogi 6 Mar 2022 · 1 min read सृष्टि के नियम किये है जो कर्म हमने,उन्हीं का फल पा रहे हैं, बोए है जो पेड़ हमने,उन्हीं के फल खा रहे है। चला आ रहा है यह नियम सृष्टि का सदियों से,... Hindi · कविता 1 1 523 Share Ram Krishan Rastogi 6 Mar 2022 · 1 min read मै ज्ञान का सौदागर हूं मै ज्ञान का सौदागर हूं, करता हूं ज्ञान का व्यापार। इसके प्रतिदिन करने से, मेरा हो जाता है बेड़ा पार।। मै छोटा सा कलमकार हूं, करता हूं कलम की पूजा।... Hindi · कविता 4 5 383 Share Ram Krishan Rastogi 5 Mar 2022 · 1 min read चिड़िया पर एक बाल कविता मम्मी कुछ चिड़ियां छत पर आई है, भूखी प्यासी और सुकचाई सी हैं। मुझको तुम चावल के दाने दो, छत पर मुझको तुम जाने दो। उनको मै चावल के दाने... Hindi · कविता 2 1 318 Share Ram Krishan Rastogi 4 Mar 2022 · 1 min read कितना खुबसूरत है बुढ़ापा बने एक दूजे हम सहारा, बुढ़ापा भी कट जाता है। बने एक दूजे के हम पूरक, सुख दुःख भी बट जाता है।। कितना खुबसूरत है ये बुढ़ापा, एक दूजे का... Hindi · कविता 4 3 277 Share Ram Krishan Rastogi 4 Mar 2022 · 1 min read महायुद्ध का आंखो देखा हाल दिख रहे ऐसे अब आसार, विश्व युद्ध होना निश्चित है। होगा क्या अब भविष्य में, सारा संसार अब चिंतित है।। हुआ नही अभी कुछ भी बुरा, इससे बुरा होना अभी... Hindi · कविता 1 1 346 Share Ram Krishan Rastogi 1 Mar 2022 · 1 min read शराबी की शायरी मरने के बाद रोक दो मेरे जनाजे को, मुझ में जान आ रही है। आगे से जरा राइट ले लो दारू की दुकान आ रही है।। बोतले छिपा दो मेरे कफ़न मे, श्मशान... Hindi · कविता 3 3 494 Share Previous Page 4 Next