अति सुंदर।
बहुत सुंदर
जूली बिटिया धन्यवाद
Beautiful poem
धन्यवाद जूली बिटिया
Heart touching poem
धन्यवाद मुस्कान बिटिया
खूबसूरतL
मुकेश जी धन्यवाद
बेहतरीन
खेरी जी धन्यवाद
खुबसूरत रचना l
धन्यवाद तपन कुमार जी
वन्दनीय सृजन … भावपूर्ण … सुंदर कृति …आपका लेखन सराहनीय है । आदरणीय … उक्त शीर्षक पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें।
रचना पर पहुंच कर like & comment करें ।
धन्यवाद श्री श्रीवास्तव जी
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
धन्यवाद जी। ओके
बहुत खुबसूरत रचना।
कृपा “मेरा गुरूर है पिता” रचना पढकर कृतार्थ करें।
धन्यवाद जी। आपकी कविता भी पढ़ूंगा।
आप की रचना बेहतरीन है जिसे कमेन्ट की जरूरत नही है सर जी..फिर भी मैंने आपकी रचना ‘मेरे पिता’ ओर ‘पिता’ दोनो पढी है… बहुत खूब लिखा है आप श्री ने बधाई हो.. अगर गलती हुई हो हम से तो क्षमा..धन्यवाद… सादर प्रणाम….!
धन्यवाद जी
बेमिसाल आदरणीय।एक बार मेरी कविता की ओर अपना रूख़ करें आभार होगा
धन्यवाद जी
Umesh ji dhanyvad
श्री अनिल कुमार अंजुम जी धन्यवाद
जगदीश जी धन्यवाद
आशीष जी धन्यवाद।
Bahut Sundr Shreeman
बेहद खूबसूरत सर
लकी राजेश जी धन्यवाद
Dr राजीव जैन जी धन्यवाद