Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Apr 2022 · 2 min read

ए टू जेड हमारी माताओं के नाम

आप सभी महानुभाव अंग्रेजी के 26 अक्षरों से भली भाती परिचित होगे पर इन सभी अक्षरों में हमारी 26 माताओ के नाम भी छिपे हुए है। मै इस कविता के माध्यम से उन सभी नामो को आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहा है। आशा है कि आप सभी पाठक व माता के भक्त इस रचना को पसंद करेंगे।

ए से है सर्वप्रथम मेरी अम्बे माता,
बी से बनती है मेरी भवानी माता।
सी से है मां चामुण्डा देवी,
डी से है मां मेरी दुर्गा देवी।
ई से है एक ही है एकरूपी माता,
एफ से मेरी फरसाधारणी माता।
जी से है ज्ञान देने वाली गायत्री माता,
एच से है हिमलाज हमारी माता।
आई से है इंद्र की इंद्राणी माता,
जे से है सारे जग की जगदम्बा माता।
के से है काली कलकत्ते वाली माता।
एल से है धन की वर्षा करने वाली लक्ष्मी माता,
एम से है मन मोहने वाली महामाया माता।
एन से है नारायण स्वरूप नारायणी माता,
ओ से है ओम वाली ॐ करणी माता।
पी से है पद पखारक प्रसन्ना माता,
क्यू से है कल्याण करने वाली कात्यारानी माता।
आर से है रत्न प्रिय रत्नाप्रिया माता,
एस से है शीतल करने वाली शीतला माता।
टी से है त्रिपुरा वाली त्रिपुरा सुंदरी माता,
यू से है शिव शंकर पत्नी उमा माता।
वी से है पहाड़ों वाली वैष्णो माता,
डब्लू से है हमारी वाराही माता।
एक्स से है हमारी जन्म देने वाली माता,
वाई से है हमारी यति देवी माता,
जेड से है हमारीअंतिम जयवतना माता।
करो नित्य नियम से नौ दिन इनकी पूजा,
सारे कार्य सम्पूर्ण होगे करो न काम दूजा।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
4 Likes · 3 Comments · 289 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गुजर गई कैसे यह जिंदगी, हुआ नहीं कुछ अहसास हमको
गुजर गई कैसे यह जिंदगी, हुआ नहीं कुछ अहसास हमको
gurudeenverma198
वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था
वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था
Shweta Soni
आग लगाते लोग
आग लगाते लोग
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
आवारा परिंदा
आवारा परिंदा
साहित्य गौरव
रेत सी इंसान की जिंदगी हैं
रेत सी इंसान की जिंदगी हैं
Neeraj Agarwal
जो थक बैठते नहीं है राहों में
जो थक बैठते नहीं है राहों में
REVATI RAMAN PANDEY
"दण्डकारण्य"
Dr. Kishan tandon kranti
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
*डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी*
*डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी*
Ravi Prakash
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
I love you
I love you
Otteri Selvakumar
"फेसबूक के मूक दोस्त"
DrLakshman Jha Parimal
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
5) कब आओगे मोहन
5) कब आओगे मोहन
पूनम झा 'प्रथमा'
जिन्हें रोते-रोते
जिन्हें रोते-रोते
*Author प्रणय प्रभात*
"खामोशी की गहराईयों में"
Pushpraj Anant
तू ठहर चांद हम आते हैं
तू ठहर चांद हम आते हैं
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
राह भटके हुए राही को, सही राह, राहगीर ही बता सकता है, राही न
राह भटके हुए राही को, सही राह, राहगीर ही बता सकता है, राही न
जय लगन कुमार हैप्पी
विश्व वरिष्ठ दिवस
विश्व वरिष्ठ दिवस
Ram Krishan Rastogi
बड़ी अजब है जिंदगी,
बड़ी अजब है जिंदगी,
sushil sarna
"होली है आई रे"
Rahul Singh
सत्य
सत्य
Dinesh Kumar Gangwar
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
Phool gufran
शहर - दीपक नीलपदम्
शहर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किसी का सब्र मत आजमाओ,
किसी का सब्र मत आजमाओ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रेम
प्रेम
विमला महरिया मौज
"Guidance of Mother Nature"
Manisha Manjari
सौंदर्य मां वसुधा की🙏
सौंदर्य मां वसुधा की🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...