प्रीतम श्रावस्तवी 456 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल----- आजा के तेरे हुस्न का सदक़ा उतार दूँ तू भूल जाए सारा जहां इतना प्यार दूँ मुद्दत से ख़्वाब देखा है मैंने तो बस यही तेरे गेसुओं के साये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 200 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक क़तअ प्यार तुमने अगर किया होता जाम उल्फ़त का जो पिया होता फिर समझते लगी है क्या दिल की दिल किसी को अगर दिया होता प्रीतम राठौर भिनगाई श्रावस्ती (उ०प्र०) Hindi · मुक्तक 216 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक मापनी 212 212 राह में छोड़ कर यूँ न मुृँह मोड़ कर पास आ बैठ तो दिल न जा तोड़ कर प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · मुक्तक 216 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक आप जैसा """""" न मोतबर होगा और कोई """""""" न नामवर होगा आज़ शायद ही शह्र में "प्रीतम" आप सा कोई """"""ज़ल्वागर होगा प्रीतम राठौर भिनगाई श्रावस्ती (उ०प्र०) Hindi · मुक्तक 189 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक रूठते """"रूठते वो मनाने लगे दूर थे जो बहुत पास आने लगे इस तरह हो गया उनपे मेरा असर प्यार के गीत वो गुनगुनाने लगे प्रीतम राठौर भिनगाई श्रावस्ती (उ०प्र०) Hindi · मुक्तक 204 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक खाक़ में तू """मिला न पायेगी हौसलों को"""मिटा न पायेगी जिन दरख़्तों का हो ख़ुदा रहबर उनको आँधी """हिला न पायेगी प्रीतम राठौर भिनगाई श्रावस्ती (उ०प्र०) Hindi · मुक्तक 206 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक आज़ मुझको गुलाब देगा वो कोई आँखों को ख़्वाब देगा तीरग़ी दूर भाग जाएगी ऐसा इक माहताब देगा वो प्रीतम राठौर भिनगाई श्रावस्ती (उ०प्र०) Hindi · कविता 230 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल ----ग़ज़ल--- जो कभी हँसती थी रात भर वो तड़पती -----रही रात भर एक भौंरे --की चाहत में ही रात रानी """-"खिली रात भर वो नहीं आया तो क्या हुआ ख़्वाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ वो ख़ुशनसीब हैं ----जिनकी यहाँ पे माँएँ हैं क़रम ख़ुदा ----की है मिलती उन्हें दुआएँ हैं जो फेर लेते हैं मुँह बाप माँ की ख़िदमत से कभी मुआफ़ -------... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक करते थे जो फ़क़त बात भर रह गये अब वो गुजरात भर आशियाँ कागजों पर बने घर मेरा टपका बरसात भर प्रीतम राठौर भिनगाई श्रावस्ती (उ०प्र०) Hindi · मुक्तक 431 Share प्रीतम श्रावस्तवी 4 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल मेरा तो कोई अभी इम्तिहान बाकी है जो चश्मे नाज़ में ताजा उफान बाकी है पनाह दर पे तुम्हारे नहीं तो ग़म ही नहीं अभी तो सारा ज़मीं आशमान बाकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 198 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Nov 2018 · 1 min read अवधी लोकगीत रानी साइकिल पे तुहका घुमाय लैइबै चलौ भिनगा बजरिया देखाय लैइबै रानी०---- डँडा पे गोरी तोहका बिठाइके कट जाई रहिया हँसके हँसाइ के गोलगप्पा औ कुल्फी खवाय लैइबै चलौ०------- छोडा... Hindi · गीत 1 410 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Nov 2018 · 1 min read प्यारी हिन्दी अपने घर में रह कर भी दिन रात तड़पती है हिन्दी जाने क्यों लोगों के दिल में आज खटकती है हिन्दी राष्ट्र का सम्मान मिला पर कैसी ये परिभाषा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 213 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Nov 2018 · 1 min read हो गया है ख़फा शजर मुझसे रूठ जाना सनम "मगर मुझसे फेर लेना """"नहीं नज़र मुझसे कल तलक छाँव दे रहा था जो हो गया है ख़फा ""शजर मुझसे किससे पूछूँ पता मैं खुशियों की है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 226 Share प्रीतम श्रावस्तवी 25 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल जाने किस ख़ता पर वो मुझसे रूठ जाते हैं रह के मेरे ही दिल में मेरा दिल जलाते हैं उनके ही ख़यालों में शब ग़ुज़रती है मेरी और एक वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Oct 2018 · 1 min read हास्य रचना छंद ******** मैने कहा पत्नी से अजी सुनती हो जी, एक स्त्री को लेने बाजार मुझे जाना है। झाडू और बेलन लिऐ निकली वो घर से कहने लगी लौट तुम्हे... Hindi · कविता 2 1 516 Share प्रीतम श्रावस्तवी 28 Sep 2018 · 1 min read अब चरागो को मत हवा देना ------ग़ज़ल----- दर्दे दिल मेरा मत बढ़ा देना और जो चाहे तुम सजा देना आशनाई है तीरगी से मेरी जाते जाते शम'अ बुझा देना फिर सहारा तुम्हे भी मिल जाए बे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 348 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Aug 2018 · 1 min read मेरी तस्वीर को सीने से लगाना तेरा बन गया है मेरा दिल जब से निशाना तेरा यार तब से है बना दिल में निशाना तेरा मुझको मदहोश बनाती है ये अँगडाई तेरी उसपे इक और सितम नाज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 170 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 Jun 2018 · 1 min read उसी के दम से कायम जहां है . ----ग़ज़ल---- 1222--1222-122 खुदा मेरा बड़ा ही मेहरबां है उसी के दम से क़ायम ये जहाँ है चले आओ मेरे हमराज़ बनकर मेरे दिल का अभी खाली मकां है तनफ़्फुर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 179 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read होंगे घायल दिल हजारों तेरा ज़ल्वा देखकर -------ग़ज़ल------- 2122--2122--2122-212 1- हूक़ सी उठती है दिल में उसका हँसना देखकर चाँद को मैं भूल बैठा उसका चेहरा देखकर 2- इस तरह मत होके बे-पर्दा निकल मेरे सनम होंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 183 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read अश्क़ जब आँख से निकलते हैं -----ग़ज़ल----- 2122-1212-22 1- आतिशे-इश्क़ में यूँ जलते हैं बर्फ भी आग अब उगलते हैं 2- लोग जो मुफ़लिसी में पलते हैं अपनी किस्मत पे हाथ मलते हैं 3- चलके खंज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 172 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read दरिन्दों को छुड़ाना चल रहा है -----ग़ज़ल------ 1- सियासत का ज़माना चल रहा है घरों को बस जलाना चल रहा है 2- जुदा जब से हुए हो तुम तभी से ग़मों में दिल जलाना चल रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 201 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read तीर नज़रों का मेरे दिल पे चला करता है चंद अशआर अब रक़ीबों के लिए कौन दुआ करता है आदमी आग में नफ़रत की जला करता है 2- जब भी मैं हँसता हुआ देखता हूँ उसको तो तीर नज़रों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 157 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read नफ़रत के ज़ुल्मतों को मिटा देनी चाहिए 1- अम्नो अमां की शममा जला देनी चाहिए नफ़रत के ज़ुल्मतों को मिटा देनी चाहिए 2- आती हो दोस्तों जो मुहब्बत के दरमियाँ दीवार हमको ऐसी गिरा देनी चाहिए 3-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 160 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read तिश्नगी लेके हम किधर जाएँ आज की हासिल -------ग़ज़ल-------- 2122--1212--22 1- आज हम हद से यूँ गुज़र जाएँ तेरे पहलू में आके मर जाएँ 2- प्यास बुझती नहीं सराबों से तिश्नगी लेके हम किधर जाएँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read मेरा यार है कन्हैया मुझे क्या है परेशानी सब छोड़ कर हुई हूँ कान्हा की मैं दिवानी कुछ रास अब न आए सोना न खाना पानी सब०--- धड़कन वो दिल की बनकर, सांसों में बस रहा है रग... Hindi · गीत 357 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read घर से मुफ़लिस के कोई वक़्ते-गिरानी ले जा -------ग़ज़ल------ 2122 1122--1122--22 1- मेरी नाकाम मुहब्बत की कहानी ले जा तेरी खातिर हुई बदनाम जवानी ले जा 2- ज़ख़्म देकर के यही उसने कहा था मुझसे मेरे दीवाने ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read मुल्क़ में अम्नो-चैन लाना है ---------ग़ज़ल------- 2122-1212--22 1- ज़िन्दगी भर ये ग़म उठाना है दर्द सहकर के मुस्कुराना है 2- ज़ुस्तज़ू में तूम्हारी ऐ दिलबर ठोकरें कब तलक ये खाना है 3- कर लिया है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 516 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read आखिरी जब तू सफ़र जाएगा -------ग़ज़ल----- 2122--1122+-22 1- प्यार का भूत उतर जाएगा तब बता दे तू किधर जाएगा 2- जान लेगा जो हक़ीक़त तेरी टूट कर शीशा बिख़र जाएगा 3- वो चलाते हैं नज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 181 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read मौत आनी है मना कौन करे -----ग़ज़ल---- 2122 1122 22 ज़िन्दगी भर ये ख़ता कौन करे दर्द की फिर से दवा कौन करे यार ख़ुदग़र्ज़ है जहां सारा हम ग़रीबों का भला कौन करे छेड़ मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 194 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read वो बंदगी लेकर गया -----ग़ज़ल------ 2212--2212 वो ज़िन्दग़ी लेकर गया वो हर खुशी लेकर गया रब मान कर पूजा जिसे वो बंदगी लेकर गया जिसके लिए था दिल खिला वो ताज़गी लेकर गया देकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read इन्हीं पेंचो-ख़म में उलझता गया मैं -----ग़ज़ल---- 122-122-122-122 1- सफ़र में अकेले ही चलता गया मैं गिरा बारहा और सँभलता गया मैं 2- बहुत आफ़तें थीं मगर ज़िन्दगी में दुआ माँ की लेकर के चलता गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 227 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read सारी हसरत सराब लगती है -----ग़ज़ल---- 2122-1212-22 1- आँख उनकी शराब लगती है और वो ला-जवाब लगती है 2- उसका कोई न सानी दुनिया में वाकई लाज़वाब लगती है 3- हो के वो बे-नक़ाब जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 359 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read नूरे-उल्फ़त लिए ख़ुर्शीद को आते देखा ------ग़ज़ल---- 2122 1122-1122-22 आँधियों में भी चराग़ों को जलाते देखा डूबती क़श्ती को तूफां से बचाते देखा वह तो रहमान है मज़लूम का होता रहबर गिरने वाले को भी हाथों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 174 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read है दूर बहुत साहिल पतवार भी ले आना ------ग़ज़ल----- 221-1222-221-1222 उल्फ़त का बगीचा है गुलजार भी ले आना कुछ फूल भी ले आना कुछ खार भी ले आना छूटे न कभी मेरे उम्मीद का ये दामन है दूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 317 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read ज़िन्दगी में ग़म उठाए हैं बहुत -----ग़ज़ल----- 2122--2122--212 1- बस वो ये कहकर बुलाए हैं बहुत फूल राहों में बिछाए है बहुत 2- हर क़दम वो आज़माए हैं बहुत क़ल्ब लेकर के जलाए हैं बहुत 3-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 405 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read छुपे भेंडिए उनके किरदार में --------ग़ज़ल-------- 122-122-122-12 1- चली ये हवा कैसी संसार में सभी गुल बदलने लगे ख़ार में 2- वही वादियाँ अब सहम सी गयीं जो कल तक थीं मशहूर अख़बार में 3-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share प्रीतम श्रावस्तवी 25 Jan 2018 · 1 min read टूट कर आज वो आइना रह गया ------ ग़ज़ल ------ ????????????? दर्द का जीस्त में सिलसिला रह गया ज़ख़्म का मुँह अभी तक खुला रह गया सच की सूरत को देखा था जिसमें कभी टूट कर आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 188 Share प्रीतम श्रावस्तवी 25 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------- 22 22 22 22 22 2 फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ा 1- मुझको तू अपना दीवाना रहने दे उल्फ़त का ये दीपक जलता रहने दे 2- फिक़्र न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 Oct 2017 · 1 min read मुझे जहरीली हरगिज़ बोलियाँ अच्छी नहीं लगतीं ग़ज़ल ******* 1- हँसी होठों को दे अब सिसकियाँ अच्छी नहीं लगतीं जरा शीरी ज़बां कर तल्ख़ियाँ अच्छी नहीं लगतीं 2- जला दें उन घरों में भी दिया उल्फ़त का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 455 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Sep 2017 · 1 min read भाग्य भी जगमगा नहीं सकता ******** हाले दिल मैं बता नहीं सकता जख़्म भी मैं दिखा नहीं सकता चोट किसने दिया मुझे यारों नाम उसका बता नहीं सकता है ग़ुज़ारी ये उम्र गफ़लत में और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 369 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Sep 2017 · 1 min read तब से नहीं है क़ल्बो-जिग़र इख्तियार में ग़ज़ल 221 2121 1221 212 ?????? जब से पिलाया जाम मुझे तुमने प्यार में मदहोश हम हुए हैं तभी से खुमार में ????? बीनाई क़त्ल की है नज़र की कटार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Sep 2017 · 1 min read जो मिला बेवफा मिला हमको ग़ज़ल ********** जिन्दगी से दगा मिला हमको जो था अपना खफ़ा मिला हमको दोस्त अब तक न मिल सका कोई जो मिला बेवफ़ा मिला हमको एक जाता नहीं सुबह हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 294 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2017 · 1 min read मेरी वाणी को झंकार दे दीजिए बंजरों में भी जल धार दे दीजिए निर्बलों को भी कुछ प्यार दे दीजिए जल न जाये कहीं फिर घरौंदा कोई मेरे जीवन का भी सार दे दीजिए नारी खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2017 · 1 min read आदमी बुग़्जो हसद में जी रहा ग़ज़ल ******* आ गया है दर्द लेकर फिर फिर दुखों का काफिला खो गया है भीड़ में ये दिल हमारा ग़मज़दा ?? प्यार तो मिलता नहीं है अब दिलों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 201 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2017 · 1 min read खन खनाने की बात आए गी ग़ज़ल ****** जब भी शीशे की बात आएगी टूट जाने की बात आएगी ????? टूट जायेगा दिल तेरा फिर भी मुस्कुराने की बात आएगी ??????? वो न आएगा अपने वादे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 505 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2017 · 1 min read तोहमत मार डाले गी आज की ग़ज़ल अरे नादान तेरी ये शराफ़त मार डाले नहीं अच्छी किसी सूरत ये आदत मार डाले गी ?? लगाना छोड़ दे दिल को हसीनों से यहाँ ऐ दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 371 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2017 · 1 min read दिलों का आइना बिख़रा हुआ है ?? जिसे देखो वही टूटा हुआ है दिलों का आइना बिख़रा हुआ है मुहब्बत में मुझे धोख़ा हुआ है मगर अफ़सोस क्यूँ चर्चा हुआ है किधर जाएँ दिले नादान लेकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2017 · 1 min read और धोखा मैं खा नहीं सकता ******** मैं हँसी खुद नहीं करा सकता जख़्म दिल का दिखा नहीं सकता चोट किसने किसने दिया मुझे यारों नाम उसका बता नहीं सकता है ग़ुज़ारी ये उम्र गफ़लत में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 389 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Sep 2017 · 1 min read भूल बैठा हूँ तभी से जानेमन ये मयकदा आज की हासिल ग़ज़ल ******* आ गया है दर्द लेकर फिर फिर दुखों का काफिला खो गया है भीड़ में ये दिल हमारा ग़मज़दा ?? प्यार तो मिलता नहीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share Previous Page 6 Next