अभिनव अदम्य Language: Hindi 386 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next अभिनव अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read धुम्रपान निषेध मुक्तक नशे को छोड़ दो भाई नशे ने जग हिलाया है। नशे को आज मानव ने यहाँ भोजन बनाया है। नशा बीमार करके ही सदा संहार करता है। नशे में जो... Hindi · मुक्तक 1 4 258 Share अभिनव अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read पद- मेरो मन जपै हरि को नाम ब्रजभाषा पद 16,11 की यति मेरो मन जपै हरि को नाम। मोकौ लगन लगी गिरधर से, जपत सदा घनश्याम।।1।। मानुस तनु पा नर बरभागी, कर मानुस शुभ काम। यासों नाम... Hindi · कविता 2 2 429 Share अभिनव अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read वाचिक जतरगा छन्द वाचिक जतरगा छन्द 121 22 121 22 चलें शिशिर अब यहां हवायें। गिरे गगन हिम ढकीं दिशायें। न सूर्य किरणें निकल रहीं है। नहीं फिजायें बदल रहीं हैं। कि आस... Hindi · कविता 2 2 509 Share अभिनव अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read दिंडी छन्द दिंडी छन्द सममात्रिक छन्द 19 मात्रएं 9,10 की यति अंत 22 प्रेम से वाणी, सभी कहो भैया। नित्य कर पूजा, पार लगे नैया। श्रेष्ठ कर्मों से, सदा पुण्य पाते। आज... Hindi · कविता 234 Share अभिनव अदम्य 20 Jan 2021 · 1 min read दिंडी छन्द दिंडी छन्द सममात्रिक छन्द 19 मात्रएं 9,10 की यति अंत 22 दीजिये समग्र, शुद्ध भाव मैया। कीजिये समृद्ध, छन्द काव्य मैया। नित्य लिखता मैं, रहूँ छन्द प्यारा। भाव भरकर जो,... Hindi · कविता 3 2 218 Share अभिनव अदम्य 18 Jan 2021 · 1 min read कृष्ण भजन भुजंगप्रयात छन्द 122 122 122 122 धुन- तुम्हीं मेरे मंदिर तुम्हीं मेरी पूजा कृष्ण भजन न भटकूँ कभी भी करूँ भक्ति तेरी हमें साँवरे से लगी अब लगन है। हमें... Hindi · गीत 2 2 555 Share अभिनव अदम्य 18 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक 2122 1122 1122 22 तेरी उलझी हुई जुल्फ़े सँवार सकता हूँ। तू कहे चाँद को भू पर उतार सकता हूँ। प्यार करता तुम्हें हूँ कितना कैसे कहूँ, तुम्हें ही देखकर... Hindi · मुक्तक 1 242 Share अभिनव अदम्य 17 Jan 2021 · 1 min read सैनिक *सैनिक* तेरी यादों में घुट-घुटकर, कब तक अश्रु बहाएंगे। मुन्नी भी यह पूंछ रही है, पापा घर कब आएंगे। माँ तेरी यादों में रोती, कितना और रुलाओगे। पढ़ें चिठ्ठियाँ पापा... Hindi · गीत 1 251 Share अभिनव अदम्य 16 Jan 2021 · 1 min read नरहरी छन्द नरहरी छन्द मात्रिक छन्द 14, 5 जी यति विधान अनिवार्य और पदांत 1112 नगण गा से मात पिता सम्मान सदा, सब करो। प्रेमभाव व्यवहार यहाँ, तुम करो। नही कोई है... Hindi · कविता 281 Share अभिनव अदम्य 15 Jan 2021 · 1 min read भारतीय सेना दिवस करें जो देश की रक्षा खड़े रणधीर सैनिक हैं। मिटाते दुश्मनों की जड़ बड़े बलवीर सैनिक हैं। सदा ऋतुएँ सभी सहकर निभाते फ़र्ज़ वो अपना देेश के वास्ते हर पल... Hindi · मुक्तक 284 Share अभिनव अदम्य 15 Jan 2021 · 1 min read सरस्वती वन्दना, दोहे हे माँ वीणा वादिनी, रहती हंस सवार। करूँ जोड़ कर वन्दना, करो मातु स्वीकार।।१ धवल वसन माँ धारिणी, विनती बारंबार। नवल शब्द नव भाव दे, बढ़े कलम की धार।।२ पुस्तक... Hindi · दोहा 3 3 5k Share अभिनव अदम्य 14 Jan 2021 · 1 min read पुरारि छन्द पुरारि छन्द सममात्रिक 18 मात्राएँ 7,11 पर यति कहता श्याम, सुनो राधा प्यारी। सूरत लगे, मुझे तेरी न्यारी। बिन तेरे न, और कोई भाये। हरपल मुझे, याद तेरी आये। अदम्य Hindi · कविता 1 333 Share अभिनव अदम्य 13 Jan 2021 · 1 min read निश्चल छन्द निश्चल छन्द मात्रिक छन्द 16,7 की यति 23 मात्राएँ द्वार तुम्हारे भक्त खड़ा माँ, लेकर आस। कष्ट सभी अब दूर करो माँ, भरो प्रकाश। दीप जलाकर करता तेरा, मैं गुणगान।... Hindi · कविता 1 254 Share अभिनव अदम्य 13 Jan 2021 · 2 min read रामचरितमानस के अंश पृष्ठ-पृष्ठ में अवधपुरी और शब्द-शब्द में राम है। बालकाण्ड में एक भूप की यही कहानी जानी है । कौसल्या कैकेयी सुमित्रा दशरथ जी की रानी है। नही पुत्र मेरे है... Hindi · गीत 1 3 679 Share अभिनव अदम्य 12 Jan 2021 · 1 min read बेटियां सगुण छन्द *सगुण छन्द* *122 122 122 121* कहे गर्भ से आज बेटी पुकार। नही इस तरह कोख में मातु मार। यही चाहती माँ तुम्हीं से जवाब। बनी बेटियाँ क्यों जगत में... Hindi · गीत 1 263 Share अभिनव अदम्य 11 Jan 2021 · 1 min read सगुण छन्द सगुण छन्द मात्रिक छन्द 19 मात्राएँ 122 122 122 121 लिखोगे सभी छन्द सुंदर महान। सभी शारदे का करो नित्य ध्यान। सदा ही पटल पर मिले सौम्य ज्ञान। सिखोगे यहाँ... Hindi · कविता 1 1 369 Share अभिनव अदम्य 10 Jan 2021 · 1 min read विश्व हिन्दी दिवस पर एक मुक्तक जगत में आज हिन्दी ही हमें चलना सिखाती है। सभी का मान अरु सम्मान ये करना सिखाती है। पिता की सीख है हिन्दी गुरु से ज्ञान भी हिन्दी। यही हिंदी... Hindi · मुक्तक 2 1 253 Share अभिनव अदम्य 9 Jan 2021 · 1 min read तमाल छन्द *तमाल छन्द* 19 मात्रएं पदांत 21 से मात पिता का सदा बढ़ाओ मान। रखो सदा तुम उनका भैया ध्यान। करके सेवा आप लीजिये ज्ञान। दुआ तुम्हें दे बनो सदा धनवान।... Hindi · कविता 204 Share अभिनव अदम्य 9 Jan 2021 · 2 min read सखी छन्द द्विगुण/आंसू छन्द सखी छन्द द्विगुण/आँसू छन्द 28 मात्राएं 14,14 की यति लिखता कुछ याद पिता की, तुम सबको आज बताता। मैं इस दिल की पीड़ा को, रो-रोकर तुम्हें सुनाता।। कहता कुछ बात... Hindi · गीत 1 2 568 Share अभिनव अदम्य 8 Jan 2021 · 1 min read सुमेरु छन्द 1222 122, 2 122 रहूँ सहित्य सेवक, मैं तुम्हारा। तुम्हीं ने आज मुझको, है सँवारा। रहो गुरुवर सदा तुम, नित्य मेरे। करूँ वन्दन सदा कर, जोड़ तेरे। अदम्य Hindi · कविता 243 Share अभिनव अदम्य 8 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक 1222 122, 2 122 रमा साहित्य में मैं, इस कदर हूँ। भटकता मैं नही अब, दर बदर हूँ। सदा लेखन करूँ मैं, आज घर पर, लिखूँ मैं आज शब्दों, को... Hindi · मुक्तक 1 267 Share अभिनव अदम्य 8 Jan 2021 · 1 min read सुमेरु छन्द *सुमेरु छन्द पर मेरा प्रयास* सुमेरु छन्द 1222 122, 2 122 हमें परदेश में घर, याद आता। नही भोजन हमे है, आज भाता। लगे भोजन मुझे माँ, का निराला। सदा... Hindi · कविता 2 2 393 Share अभिनव अदम्य 7 Jan 2021 · 1 min read बेरहम आज तू बेवफा हो गयी बह्र- 212 212 212 212 काफ़िया-अफ़ा रदीफ़- हो गयी तुमसे अँखिया मिलाकर खता हो गयी। बेरहम आज तू बेवफ़ा हो गयी। गैर के साथ रिस्ता बनाकर सनम जिंदगी से मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 330 Share अभिनव अदम्य 6 Jan 2021 · 1 min read सारस छन्द सारस छन्द मात्रिक छन्द 12,12, यति 2112 2112 , 2112 2112 शब्द हुए मौन सभी, लेखन क्या आज करूँ। खूब करूँ चिंतन फिर, सोंचत क्या भाव भरूँ। बारह मात्रा पर... Hindi · कविता 2 665 Share अभिनव अदम्य 6 Jan 2021 · 1 min read परदेश मुक्तक *मुक्तक* बह्र-1222 1222 1222 1222 कमाने मैं चला घर से छुटा घरद्वार है अपना। छुटा है गांव अरु गालियाँ छुटा है प्यार भी अपना। ये' दौलत चीज है ऐसी जुदा... Hindi · मुक्तक 1 2 272 Share अभिनव अदम्य 4 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक विधाता छन्द मुक्तक 1222 1222, 1222 1222 खनकती चूड़ियों को आज घर पर छोड़ आया हूँ। सिसकती गोरिये से आज मैं मुँह मोड़ आया हूँ। वतन की आन से बढ़कर... Hindi · मुक्तक 1 2 310 Share अभिनव अदम्य 4 Jan 2021 · 1 min read शारदे वंदना *सादर समीक्षार्थ* पंचचामर छन्द 121 212 12, 121 212 12 सुमातु ज्ञान दीजिये, दयालु देवि शारदे! मिटाय अंधकार को, प्रकाश को उबार दे!! जला सुदीप ज्ञान का, सुकंठ हँसवाहिनी! स्वभाव... Hindi · कविता 1 4 284 Share अभिनव अदम्य 4 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक विधाता छन्द 1222 1222, 1222 1222 *मुक्तक* तुम्हारी याद में कोमल, तराने गीत लिखता हूँ। ह्रदय से आज मैं अपने, पुरानी प्रीत लिखता हूँ। हमारी लेखनी को जो, सहारा मिल... Hindi · मुक्तक 307 Share अभिनव अदम्य 2 Jan 2021 · 1 min read पंचचामर छन्द पंचचामर छन्द 121 212 12, 121 212 12 ?????????? सुमातु ज्ञान दीजिये, दयालु देवि शारदे। मिटाय अंधकार को, सुवासिनी उबार दे। जला सुदीप ज्ञान का, सुकंठ हँसवासिनी। स्वभाव में मधुर्यता,... Hindi · कविता 2 3 1k Share अभिनव अदम्य 1 Jan 2021 · 1 min read नूतन वर्ष मुबारक वर्ष नूतन हो अधर मुस्कान खिल जाए। सभी दुख दूर हो सबके सदा खुशियां निकट आए। दिया जो रोग तुमने बीस सबको इस ज़माने में। करेंगे याद जीवन में... Hindi · कविता 1 2 256 Share अभिनव अदम्य 31 Dec 2020 · 1 min read नववर्ष की शुभकामनाएं। भू रहे ये हरी मंजरी डाल हो। हर दिशा में सदा सिर्फ खुशहाल हो। प्रेम का भाव हो नफ़रतें सब मिटे आप सबको मुबारक नया साल हो। Hindi · कविता 2 2 394 Share अभिनव अदम्य 30 Dec 2020 · 1 min read चवपईया छन्द चवपइया छन्द 10,8,12 मात्राओं पर यति है अर्ज हमारी, सुनो मुरारी, भव पार करो नैया। बस एक सहारा, नाथ तुम्हारा, तुम हो जगत खिवैया। सब कष्ट मिटा दो, रोग भगा... Hindi · कविता 1 280 Share अभिनव अदम्य 29 Dec 2020 · 1 min read ग़रीबी ग़रीबी ग़ज़ल 2122 2122 2122 212 काफ़िया-ओड़ रफीफ-कर देख कर हालात मेरे चल दिए वो छोड़कर खास अपने थे चले वो आज रिस्ता तोड़कर। पास जब दौलत हमारे थी सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 269 Share अभिनव अदम्य 28 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक 2122 2122 2122 212 बोझ सी लगने लगी अब जिंदगी अपनी मुझे। कर रहे हालात मुझको इस तरह ज़ख्मी मुझे। इस ग़रीबी ने किया अब आज यूँ लाचार है देख... Hindi · मुक्तक 1 445 Share अभिनव अदम्य 28 Dec 2020 · 1 min read रास छन्द रास छन्द, प्रथम प्रयास मात्रिक छन्द 16,6 की यति साजन तेरे बिन मेरा ये, हाल हुआ। इक इक पल है लगता जैसे, साल हुआ। तेरी यादों में आँखों से, नींद... Hindi · कविता 1 227 Share अभिनव अदम्य 28 Dec 2020 · 1 min read रँगी छन्द रँगी छन्द प्रथम प्रयास 212 2 शारदे माँ ज्ञानदे माँ कष्ट सारे माँ हमारे तू मिटा दे दर्श माँ दे सत्य की माँ ज्योति दे माँ अदम्य Hindi · कविता 4 6 263 Share अभिनव अदम्य 28 Dec 2020 · 1 min read साजन विरह चित्र आधारित कुण्डलिया सृजन रोती तेरी याद में, साजन मैं दिन रैन। तड़प-तड़प कर जी रहीं, नही मिले सुख चैन। नही मिले सुख चैन, निहारूँ राह तुम्हारी। कब आओगे पास,... Hindi · कुण्डलिया 2 2 422 Share अभिनव अदम्य 28 Dec 2020 · 1 min read जन्मदिन की बधाई ???????????? ???????????? हमारे परम् मित्र नारायण भदौरिया "नवल" जी को जन्मदिवस पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं....... आने वाला प्रत्येक नया दिन, आपके जीवन में अनेक सफलताएँ एवं खुशियाँ लेकर आये।... Hindi · कुण्डलिया 1 910 Share अभिनव अदम्य 26 Dec 2020 · 1 min read मोटनक छन्द मोटनक छन्द 221 121 121 12 जो नाथ सदा सिर हाँथ रहे। तो दूर सभी दुख पाप रहे। ना भक्त कभी वह आह भरे। जो नित्य सदा गुणगान करें। अदम्य Hindi · कविता 219 Share अभिनव अदम्य 25 Dec 2020 · 1 min read मत्तगयंद सवैया 211 211 211 211 211 211 211 22 हे हनुमंत कृपा कर आप सदा सबके प्रभु कष्ट निवारे। राम सिया प्रिय सेवक हो तुम संकट में सब काज संवारे। भक्तन... Hindi · सवैया 2 2 299 Share अभिनव अदम्य 24 Dec 2020 · 1 min read वैताल छन्द कामरूप वैताल छन्द 9,7,10 अंत 21 माँ द्वार आया, भक्त तेरे, पूर्ण कर दो आस। सब कष्ट मेरे, दूर करदे, चैन की दो स्वांस। नित ध्यान करके, आरती माँ, मैं... Hindi · कविता 1 2 286 Share अभिनव अदम्य 24 Dec 2020 · 1 min read वो भूल बैठे 2212 2212 2212 2212 वो भूल बैठे हैं मुझे तो बात उनसे क्या करे। हैं आज वो मुझसे खपा फरियाद उनसे क्या करें। नफ़रत करूँ कैसे भला वो जान थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 434 Share अभिनव अदम्य 23 Dec 2020 · 1 min read दोहा मुक्तक अटल जी की जयंती पर अटल बिहारी जी हुए, भारत रत्न महान। राजनीति के सन्त थे, हिन्द देश की शान। कलम सिपाही भी बने, कविता लिखी तमाम, विश्व पटल पर देश का, सदा बढ़ाया मान। Hindi · मुक्तक 1 2 261 Share अभिनव अदम्य 23 Dec 2020 · 1 min read अटल बिहारी जयंती रत्न पुरुष बन विश्व पटल पर, नाम देश का बढा गया। हिन्द देश का कलम सिपाही, पाठ सहिष्णुता पढ़ा गया। आज जयंती पर उसकी आ, मिलके शीश नवाएं हम इतिहासों... Hindi · मुक्तक 1 229 Share अभिनव अदम्य 22 Dec 2020 · 1 min read गोपी छन्द गोपी छन्द 15 मात्रिक आदि त्रिकल से अंत गुरु गुरु श्रेष्ठ श्याम ने बाँसुरी बजाई। दौड़ के राधा चली आई। आज दोनों रास रचाये। मोर भी संग में नचाये। Hindi · कविता 2 1 256 Share अभिनव अदम्य 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक ग़मो का आज भी दरिया खुशी से पार करता है। बसाया है जिसे दिल में वही बेज़ार करता है। हसीं यादों के' मंजर में न वो तुमको भुला पाया, अकेला... Hindi · मुक्तक 227 Share अभिनव अदम्य 21 Dec 2020 · 1 min read मणिमाला छन्द मणिमाला छन्द, प्रथम प्रयास 221 122 221 122 है भक्त खड़ा माँ, ये द्वार तुम्हारे। हूँ आज दुखी माँ, ये दास पुकारे। हो पूर्ण सभी ही, माँ आस हमारी। हो... Hindi · कविता 2 263 Share अभिनव अदम्य 18 Dec 2020 · 1 min read वृद्धाश्रम ले जाकर तूने उस माँ को जो वृद्धाश्रम में छोड़ दिया। तुम भूल गए हो उस माँ को जिस माँ ने तुम्हें दुलारा था। जिस माँ ने तुमको जन्म दिया... Hindi · गीत 1 493 Share अभिनव अदम्य 17 Dec 2020 · 1 min read शहीद दिवस 1222 1222 1222 1222 लिखा जो देश पर मैंने, समर्पित भाव करता हूँ। सुनाकर शब्द कुछ अपने, ह्रदय से पार करता हूँ। वतन की आन से बढ़कर, न कोई धर्म... Hindi · मुक्तक 1 403 Share अभिनव अदम्य 17 Dec 2020 · 1 min read कलाधर छन्द शारदे समग्र शुद्ध, भाव का विचार सार, दिव्य ज्ञान की मिठास, मातु आप दीजिये। काम क्रोध मोह लोभ, पाप को मिटाय मातु, चित्त की मलीनता को, दूर आप कीजिये। कीजिये... Hindi · घनाक्षरी 1 488 Share Previous Page 5 Next