Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2020 · 1 min read

चवपईया छन्द

चवपइया छन्द
10,8,12 मात्राओं पर यति

है अर्ज हमारी, सुनो मुरारी, भव पार करो नैया।
बस एक सहारा, नाथ तुम्हारा, तुम हो जगत खिवैया।
सब कष्ट मिटा दो, रोग भगा दो, भव फंद कटे मेरा।
प्रभु तुम्हें मनाऊं, पुष्प चढ़ाऊँ, भोग लगाऊँ तेरा।

Language: Hindi
1 Like · 255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आज़ाद हूं मैं
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
पहाड़ी भाषा काव्य ( संग्रह )
पहाड़ी भाषा काव्य ( संग्रह )
श्याम सिंह बिष्ट
"Recovery isn’t perfect. it can be thinking you’re healed fo
पूर्वार्थ
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
DrLakshman Jha Parimal
गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️
गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अच्छे   बल्लेबाज  हैं,  गेंदबाज   दमदार।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
दुष्यन्त 'बाबा'
नारी भाव
नारी भाव
Dr. Vaishali Verma
हाथ पर हाथ रखा उसने
हाथ पर हाथ रखा उसने
Vishal babu (vishu)
चेहरे पे लगा उनके अभी..
चेहरे पे लगा उनके अभी..
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
"एक ख्वाब टुटा था"
Lohit Tamta
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
gurudeenverma198
सच की ताक़त
सच की ताक़त
Shekhar Chandra Mitra
2815. *पूर्णिका*
2815. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिसे तुम ढूंढती हो
जिसे तुम ढूंढती हो
Basant Bhagawan Roy
सूरज की किरणों
सूरज की किरणों
Sidhartha Mishra
जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं
जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं
VINOD CHAUHAN
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Mai koi kavi nhi hu,
Mai koi kavi nhi hu,
Sakshi Tripathi
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
Buddha Prakash
बदनाम
बदनाम
Neeraj Agarwal
भस्मासुर
भस्मासुर
आनन्द मिश्र
जब से हैं तब से हम
जब से हैं तब से हम
Dr fauzia Naseem shad
एक वो है मासूमियत देख उलझा रही हैं खुद को…
एक वो है मासूमियत देख उलझा रही हैं खुद को…
Anand Kumar
ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे
ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे
कवि दीपक बवेजा
★संघर्ष जीवन का★
★संघर्ष जीवन का★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
"परिपक्वता"
Dr Meenu Poonia
आदमी सा आदमी_ ये आदमी नही
आदमी सा आदमी_ ये आदमी नही
कृष्णकांत गुर्जर
#अज्ञानी_की_कलम
#अज्ञानी_की_कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
💐प्रेम कौतुक-426💐
💐प्रेम कौतुक-426💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...