Comments (3)
15 Jan 2021 06:59 AM
सरस्वती मां शारदे, दे दो थोड़ा प्यार।
अज्ञानी अनजान हूं ,करो करो उपकार।।
शरण में तेरी आया, मुरादे मन की लाया।
अदम्य जी सरस्वती मैया पर सुंदर दोहों के लिए बारंबार प्रणाम ।आशा करते हैं हमारी रचनाओं का भी अवलोकन करेंगे ।धन्यवाद, सुप्रभात!
15 Jan 2021 06:30 AM
अतिसुंदर सरस्वती वंदना प्रस्तुति !
धन्यवाद !
अभिनव की अति सुन्दर अभिनव प्रस्तुति। बधाई। मेरी कविता कोरोना को भी अवलोकित करें और संभव हो तो वोट करें। धन्यवाद।