jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next jyoti jwala 20 Aug 2019 · 1 min read मुक्तक डोर उम्मीदों की छूटी हर मेहनत बेकार हुई, मेरे जीवन की पीड़ा अब दोधारी तलवार हुई, मुद्दत से ख़ामोश थे लब सन्नाटा था ज़हन में पर एक अजब सी तन्हाई,... Hindi · मुक्तक 286 Share jyoti jwala 16 Aug 2019 · 1 min read मुक्तक न देना दोस्ती में दाँव, रिश्ता टूट जाता है, यही देखा गया, अच्छे से अच्छा छूट जाता है, किसी का दिल हुआ या आइना रखना हिफाज़त से, कहीं पर चूकना... Hindi · मुक्तक 1 1 254 Share jyoti jwala 15 Aug 2019 · 1 min read " बेटी " घर आँगन में मुस्कानों से ही खुशियाँ भर लेतीं हैं, भाग्य नहीं सौ-भाग्य है माँ का बेटी जन्म जो देती है,.... 2 सुने परायी हूँ बचपन से फिर भी प्यार... Hindi · गीत 1 1 396 Share jyoti jwala 15 Aug 2019 · 1 min read तिरंगा हमारी शान तिरंगा है, हमारी जान तिरंगा है, मेरे प्यारे भारत का अभिमान तिरंगा है..... हमारी............ हमारी........... रंग सभी ये खास हैं ध्वज के हमको कुछ सिखलाते हैं, बारी बारी... Hindi · गीत 1 339 Share jyoti jwala 15 Aug 2019 · 1 min read गीत सौगंध लिया इक बेटे ने भारत की पावन माटी से , दहशतगर्दी खत्म करूँगा कश्मीर की घाटी से, हे भारत माँ तेरे आंचल में अब दाग नहीं लगने दूंगा, धरती... Hindi · गीत 553 Share jyoti jwala 26 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक जहाँ देखो वहीं पर चल रहा रफ्तार का झगड़ा, यहाँ तो मुद्दतों से चल रहा प्रतिकार का झगड़ा, कोई बेबाक बोलता रहा सब कुछ बिना सोचे, कोई खामोशियों से लड़... Hindi · मुक्तक 380 Share jyoti jwala 22 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक दिल के सभी सवालों के जवाब लिख दिए, पत्थर पे आज देखिये गुलाब लिख दिए, अश्कों में पिरोए हैं ज़ख्मों को हमने और पानी पे देखिए किताब लिख दिए, Hindi · मुक्तक 427 Share jyoti jwala 22 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक वेदना को शब्द के परिधान पहनाओ ज़िंदगी के दर्द को गीतों में सजाओ खोज ही लेंगे गगन ये नन्हे परिंदे इन परिंदों के ज़रा तुम पंख फैलाओ, Hindi · मुक्तक 521 Share jyoti jwala 22 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक ख़ुदा से डर नही है जब इबादत छोड़ दो अब तो, हटा लो तख़्त से नज़रें शरारत छोड़ दो अब तो, जनेउ औ तिलकधारी, कभी टोपी की नौटंकी धरम के... Hindi · मुक्तक 1 547 Share jyoti jwala 22 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक छिपाये दिल में कोई दर्द का तूफ़ान लगते हैं, ये इनसां क्यूँ मुझे इक दर्द की मुस्कान लगते हैं, ये बिंदी, चूड़ियाँ, पायल, ये बिछुये, बालियाँ, कंगन ये हैं पहचान... Hindi · मुक्तक 1 228 Share jyoti jwala 20 Jul 2019 · 1 min read गीत आँखे तरसें हरियाली को बगिया लहूलुहान हुई प्रेम के गीत सुनाऊँ कैसे धरती जब वीरान हुई, डसती हैं सूरज की किरनें चाँद जलाता है मन को पग-पग मौन के गहरे... Hindi · गीत 1 369 Share jyoti jwala 20 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक ख़तरा है खूँखारों को चोरों को मक्कारों को, ख़तरा है दरबारों को शाहों के ग़मख़ारों को, हिन्दुस्तान को नहीं है खतरा जनता जान गई खतरा है गद्दारों को मगरिब के... Hindi · मुक्तक 1 535 Share jyoti jwala 20 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक ख्वाबों को मेरे नए खरीदार मिले हैं, फूलों की तमन्ना थी मगर ख़ार मिले हैं, आदमी बिकते हैं जहाँ कौड़ियों के भाव दुनिया में कुछ ऐसे भी बाज़ार मिले हैं.. Hindi · मुक्तक 1 492 Share jyoti jwala 19 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक हमारा मुक़द्दर हमारा रहेगा, रिश्तों का अस्तित्व पारा रहेगा, ज़माना ज़माना-ज़माना ज़माना किसी का हुआ कि तुम्हारा रहेगा Hindi · मुक्तक 364 Share jyoti jwala 19 Jul 2019 · 1 min read आबादी से बर्बादी दिल्ली जैसी हालात पूरे भारत की हो जायेगी, आबादी मुश्किल की जननी बात समझ कब आयेगी ये बात समझ कब आयेगी...2 भारत माँ के आंचल में नित चीर लगाना जारी... Hindi · गीत 620 Share jyoti jwala 19 Jul 2019 · 1 min read बोल बम बोल बम के नारे गूँजे बाबा के दरबारों में, भक्त चले शिव के दर्शन को कावँर लिए कतारों में, भक्त सभी श्रद्धा में डूबे भक्ति का त्योहार है, भोले बाबा... Hindi · गीत 309 Share jyoti jwala 19 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक बेवजह के न मुद्दे उठाया करो, दुश्मनी तो सही से निभाया करो, कैंची - सी ज़माने की फितरत हुई, हर जगह यूँ न पर फड़फड़ाया करो, Hindi · मुक्तक 342 Share jyoti jwala 18 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक कभी क़ाबा, कभी काशी, कभी मस्जिद -शिवाला है, साज़िश है दलालों की कोई सिक्का उछाला है, मज़दूरों की बस्ती मुझे बस लगती है बेहतर जहाँ पर है खुदा मेहनत मज़हब... Hindi · मुक्तक 412 Share jyoti jwala 18 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक मशवरा मेरा है कि बेहद सम्हलकर देखना, आसमां के ताज पर अटका मेरा पर देखना, आके मेरे कान में बेबस हवा ये कह गई जल्द ही लौटूंगी मैं बन कर... Hindi · मुक्तक 353 Share jyoti jwala 16 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक अश्क खारे लहू लाल सबका यहां, अजनबी है यहाँ सख्स कोई कहां, दर्द का दर्द से दर्द तक का सफ़र, इक किस्सा है सब एक जैसा जहां Hindi · मुक्तक 212 Share jyoti jwala 16 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक अश्क खारे लहू लाल सबका यहां, अजनबी है यहाँ सख्स कोई कहां दर्द का दर्द से दर्द तक का सफ़र, इक किस्सा है सब एक जैसा जहां Hindi · मुक्तक 279 Share jyoti jwala 13 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक यकीनन ज़ख्म हमको सब पुराने याद रहते हैं, बुरे वक्त और अपनों के ताने याद रहते हैं, कोई भी पल मुहब्बत का भले ही याद न रहता करिश्मा है कि... Hindi · मुक्तक 416 Share jyoti jwala 13 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक तेरा सच इक घाव पुराना बोल उठा, जुगनू के होठों से ताना बोल उठा, तेरे आगे तुझको ज़ालिम कौन कहे तूने फेरी पीठ ज़माना बोल उठा॥ Hindi · मुक्तक 236 Share jyoti jwala 7 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक परिंदों को कभी अपने परों से डर नहीं लगता, मुझको भी बदलते मौसमों से डर नहीं लगता, मुझको चाहिये वो आँख अपने हर रफ़ीक़ों में.. जिनको साफ़-सच्चे आइनों से डर... Hindi · मुक्तक 574 Share jyoti jwala 27 Jun 2019 · 1 min read मुक्तक कभी दीपक बिना तेल जलता नहीं, हाँ उजाले बिना काम चलता नहीं, भूख मिटती नहीं ख्वाब में ये कभी बात से तो कभी पेट भरता नहीं Hindi · मुक्तक 255 Share jyoti jwala 26 Jun 2019 · 1 min read देखो सावन आया है अंबर ने अमृत घट से यह प्रेम का रस छलकाया है, रिमझिम-रिमझिम बूँदें लेकर देखो सावन आया है, खिली खिली है हरित वसन को, पहनी है धरती सारी, धुली धुली... Hindi · गीत 333 Share jyoti jwala 16 Jun 2019 · 1 min read मुक्तक सिर्फ खुशियों के सहारे ज़िंदगी कटती नहीं आसमां पर फूंकने से बदलियाँ छंटती नहीं झूठ के बल पर कोई चेहरा बगावत क्या करे आईने की सादगी से झूठ की पटती... Hindi · मुक्तक 428 Share jyoti jwala 15 Jun 2019 · 1 min read मुक्तक जरूरत हो तो मेरी लेखनी अंगार लिखती है, निर्भीकता से यह गद्दार को गद्दार लिखती है ये मेरी लेखनी ही है मैं जिसके साथ जीती हुँ, यही तो है जो... Hindi · मुक्तक 1 394 Share jyoti jwala 8 May 2019 · 1 min read मुक्तक बदलते हुए इस वक़्त की आवाज बन जाओ तुम इक नई तहज़ीब के, आगाज़ बन जाओ बात केवल फायदे नुक़सान तक रखो नहीं होकर समर्पित राष्ट्र पर, जांबाज़ बन जाओ Hindi · मुक्तक 1 223 Share jyoti jwala 8 May 2019 · 1 min read मुक्तक उम्र भर रहिये उगाते आप गमले में गु़रूर। हम बहुत खुश हैं जड़ों में और बीजों में हुज़ू़र। कुर्सियों की रोशनी में कुछ नज़र आता नहीं है सियासी सहसवारों का... Hindi · मुक्तक 320 Share jyoti jwala 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक रिश्तों का दर्पण टूट रहा है बीच बहस में, सबके सब बैठे है आंखे मीच बहस में, मन्दिर, मस्ज़िद, गिरजे, गुरूद्वारे बौने सबकी ऊँचाई शामिल है नीच बहस में, Hindi · मुक्तक 406 Share jyoti jwala 5 May 2019 · 1 min read मुक्तक दर्द में भी सदा मुस्कराते रहे, प्यार भरकर दिये में जलाते रहे, दर्द की हिमशिलाएँ पिघलती नहीं, स्वयं को हम शिला सी बनाते रहे, Hindi · मुक्तक 550 Share jyoti jwala 17 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक जीवन की यह कर्मभूमि है उचित नहीं चुप रह जाना, लगे ज़रूरी जब भी कहना सुन लेना कुछ कह जाना, धैर्य, अहिंसा, स्नेह, शान्ति की बातों को मानो लेकिन जो... Hindi · मुक्तक 272 Share jyoti jwala 17 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक धर्म नहीं इंसान को इंसान से है बाँटता । धर्म नहीं जुनून में कभी सिर किसी का काटता || जग में दु:ख का या दर्द का नाम कुछ होता नहीं... Hindi · मुक्तक 216 Share jyoti jwala 17 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक शब्दों में कैसे उनके अब अंगार आ गए, अपने रहे ना अपने क्यों दरार आ गए मोल मिट्टी के बिके रिश्ते तब बाज़ार में, जब दोस्तों के वेश में ही... Hindi · मुक्तक 1 419 Share jyoti jwala 16 Apr 2019 · 1 min read कविता मन में कपट कटार है मुख पे झुठी मुस्कान गली-गली में घूम रहे भेडिए बन इंसान, नफ़रत सींची रात -दिन ,खेला खूनी खेल आग लगाकर डाल दी खुद ही उस... Hindi · कविता 498 Share jyoti jwala 15 Apr 2019 · 1 min read कविता क्या कहूं मै जाहिल तूने तो हर मर्यादा पार किया, कटु शब्दों के हथियार से नारी पर तूने वार किया, सच कहने की बारी आयी तो इतना घबराया कि, जहर... Hindi · कविता 501 Share jyoti jwala 14 Apr 2019 · 1 min read गीत सिंधु चरण पखारे जिसके हर नयनों का तारा है , कनक - क्रीट गिरिराज वही तो भारत देश हमारा है ! जहाँ सुधा की धारा बनकर नदियाँ बहती रहती हैं... Hindi · गीत 287 Share jyoti jwala 14 Apr 2019 · 1 min read गीत हिंदू ,मुस्लिम और इसाई ना मेरी पहचान हो, मेरे परिचय में शामिल यह मेरा हिंदुस्तान हो ! भारत माँ के अर्चन मे मेरे सुबहो शाम हो, मात -पिता के चरणों... Hindi · गीत 345 Share jyoti jwala 13 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक जारी है मेरा सफर धीरे-धीरे, खोलूँगी ख़्वाबों के पर धीरे-धीरे, जहाँ पहुँचे हैं सब छ्लांगे लगाकर, पहुँचुंगी मै भी मगर धीरे-धीरे Hindi · मुक्तक 292 Share jyoti jwala 11 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक कुदरत की बेहतर रचना से इन्कार नही करते, सत्य अगर कोई कहता है हम तकरार नही करते, प्रतिभा को सहयोग मिले ख्वाहिश है मेरी लेकिन कोई भ्रम फैलाकर रिश्तों का... Hindi · मुक्तक 274 Share jyoti jwala 10 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक रौशनी को दीप हम मिलकर जलाएँगे, तीरगी के पाँव फिर खुद लड़खड़ाएँगे, अब तो काँटें ही काँटे सभी डाल पर हाँ मगर फूल बनकर के मुस्कुराएँगे, Hindi · मुक्तक 197 Share jyoti jwala 10 Apr 2019 · 1 min read गज़ल यहाँ मुस्कुराना जरूरी बहुत है हक़ीक़त छुपाना जरूरी बहुत है, अगर ख़्वाब संजीदा होने लगें तो उन्हें गुदगुदाना जरूरी बहुत है, जो रिश्तों की बगिया को है सींचना तो मुहब्बत... Hindi · मुक्तक 1 377 Share jyoti jwala 10 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक सियासी मोहरे में उलझी हर चाल को समझो, जरूरी है सियासत की बिछाई जाल को समझो, सभी ने रंगों पर भी धर्म का एक रंग चढाया है, रंगों के मजहबी... Hindi · मुक्तक 1 209 Share jyoti jwala 10 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक उन्हें लगता है उनको इश्क़ के क़ाबिल समझते हैं, हम उनको राह जीवन की उन्हें मंजिल समझते हैं, हमे साहिल से जो मँझदार मे लेकर के आए हैं, समझे खुद... Hindi · मुक्तक 353 Share jyoti jwala 10 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक कोशिश की जरा हँसने की तो तुमने रुला डाला, ग़मों की आग मे फिर से मुझे तुमने जला डाला, सजाए मौत तुमने इस तरह से दे दिया हमको रही सांसे... Hindi · मुक्तक 317 Share jyoti jwala 9 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक मज़हब की चिंगारी को अंगार बना कर रखते हैं, जाति,धर्म को कुछ इंसा व्यापार बना कर रखते हैं, सत्ता की कश्ती उनकी मझदार में आकर उलझे तो भोली भाली जनता... Hindi · मुक्तक 427 Share jyoti jwala 9 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक गौर से सुन लो जुम्मे को इतवार बनाने आए हैं, जीवन के पतझड़ को ये गुलजार बनाने आए हैं, भूख गरीबी लाचारी खत्म करेंगे इन वादों से फिर झूठे कुछ... Hindi · मुक्तक 337 Share jyoti jwala 9 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक कोशिश है उनसे मुलाकात की बौछारें है दिल में सवालात की, दर्द जनता के अब वो समझने चले , कद्र जिनको नहीं थी जज्बात की Hindi · मुक्तक 252 Share jyoti jwala 9 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक जब इस बार हारेंगे तो जाने फिर कहाँ होंगे, ज़मीं की गोद में होंगे या फिर आसमाँ होंगे, छुपाओ लाख सच्चाई मगर अब छिप नही सकती, उठेंगी जब कलम मेरी... Hindi · मुक्तक 245 Share Previous Page 5 Next