Arsh M Azeem 236 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read झूठ बनाने में लगे हैं सच्चाईयों को झूठ बनाने में लगे हैं वो मौके का फायदा उठाने में लगे हैं सही और गलत की कोई परवाह नहीं है आजकल तो लोग बस कमाने में लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read कुछ लोग टाँग खिंचाई में लगे हैं कुछ लोग ज़ुबाँ की पारसाई में लगे हैं कुछ लोग टाँग खिचाई में लगे हैं खुद जिनके दामन बड़े दागदार हैं वो लोग मुल्क की सफाई में लगे हैं वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 213 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read वफ़ादार दोस्त तो बहुत हैं मगर सब वफादार नहीं हैं घना शहर है यहाँ कमरे हवा दार नहीं हैं। - 'अर्श' Hindi · शेर 1 382 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read काँटों में है गुलाब क्या करें काँटों में है गुलाब क्या करें आँखों में है शैलाब क्या करें जो हक़ीक़त होना मुमकिन नहीं देखे हैं ऐसे ख़्वाब क्या करें ग़मों को गिनेंगे तो और ग़म होगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 201 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read हौंसलों से चलना होगा राह दुश्बार है हौसलों से चलना होगा हमें इरादे नहीं सोंच को बदलना होगा सितारों की चमक से अंधेरे नहीं मिटते अब हमें चाँद बनकर निकलना होगा राहे मंजिल पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 173 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read ईमानदारी होना यह चाहिए कि लोग बे ईमानी छोड़कर ईमानदारी की राह पर चलें लेकिन हो यह रहा है कि लोग ईमानदारी छोड़कर बे ईमानी की तरफ जा रहे हैं -... Hindi · तेवरी 265 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read दिखावा हैसियत कम है दिखावा ज़्यादा है हकीकत कम है छलावा ज़्यादा है लोग तुझसे बहुत मुतास्सिर नहीं हैं 'अर्श' बस तेरे नाम का शोर शराबा ज़्यादा है। Hindi · शेर 525 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read विश्वास किसी पर विश्वास उतना ही करो कि वो अन्धविश्वास तक ना पहुचे- अर्श Hindi · तेवरी 1 249 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read झूठ अच्छे बुरे का फ़र्क़ फिर दिखाई नहीं देता है झूठ से भरे हों कान तो सच सुनाई नही देता है .......अर्श Hindi · शेर 424 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read इल्ज़ाम मैं मुजरिम तो हूँ मगर सज़ा से डरता हूँ ‘अर्श’ काश मेरा इल्ज़ाम कोई अपने सर ले ले Hindi · शेर 262 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read सियासत यहाँ कब बिगड़े हालात को सँभाला जाता है यहाँ तो बस सियासी मुद्दा उछाला जाता है अपनी अपनी रोटियाँ सेकतें है सियासतदाँ क्या परवाह किसके मुँह का निवाला जाता है... Hindi · शेर 1 240 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read कमी मत छोड़ना अपनी कोशिशों में कोई कमी मत छोड़ना बेशक आसमाँ छूना मगर जमीं मत छोड़ना राहे इश्क में 'अर्श' यही एक शर्त होती है किसी का हाथ थामना फिर कभी मत... Hindi · शेर 1 246 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read मुझको मिटाना चाहता है मुझको मिटाना चाहता है यही तो ज़माना चाहता है आँसुओ को पलकों में छुपाके वो फिर मुस्कुराना चाहता है यह हक़ीक़त है या कोई फ़रेब दुश्मन अब दोस्ताना चाहता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 204 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read सुख दुःख मिलके उठाने के लिए होते हैं सुख दुःख सारे मिल के उठाने के लिए होते हैं सब राज़ दोस्तों को बताने के लिए होते हैं हमने देखा है कि मोहब्बतें भी बाँटते हैं जाम ऐसा नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 189 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read इश्क़ हो मगर ऐसा ना हो बेशक इश्क़ हो मगर ऐसा ना हो कि होश भी अपना रहता ना हो तुम जो मेरी इतनी तारीफ़ करते हो जैसे कि मैंने आइना देखा ना हो यह शहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 199 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read यादों में आना जाना रहेगा अब यादों में आना जाना रहेगा ख़्वाबों में मिलना मिलाना रहेगा वक्त चाहें कितना भी बदल जाए तेरा मेरा रिश्ता वही पुराना रहेगा बेशक तेरी मेरी दुश्मनी ही सही मगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 278 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read गुमाँ किसी काम का यह तकब्बुर गुमाँ नही होता ऊँचा उड़के भी परिन्दों का आसमाँ नही होता Hindi · शेर 406 Share Arsh M Azeem 28 Jun 2020 · 1 min read किसी को सोचा मत कीजिए किसी की यादों में खोया मत कीजिए रात दिन किसी को सोचा मत कीजिए अब ज़माना नही रहा क़ाबिले ऐतबार इस क़दर किसी पे भरोसा मत कीजिए अपने ग़म की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 273 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read इश्क़ की ज़ात क्या कहूँ कमबख़्त इश्क़ की ज़ात ‘अर्श’ जिस जिस को हो गया कहीं का नही छोड़ा Hindi · शेर 442 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read वादा वफ़ा करने का हुनर उसको आता नही वादा करता है मगर कभी निभाता नहीं सच बोलना शायद उसने सीखा ही नही वो झूठ बोलने से कभी बाज आता नही Hindi · शेर 494 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read कोशिश मैंने इश्क़ तो नही किया मगर कशिश मैं समझता हूँ किसी को भूल जाने की तेरी कोशिश मैं समझता हूँ - ‘अर्श’ Hindi · शेर 210 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read दर्द अब थम नही रहा दर्द सहने का अब दम नही रहा और यह दर्द है कि थम नही रहा इतने सारे ग़म जो एक साथ मिले किसी बात का अब ग़म नही रहा मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 449 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read अपना हक़ अदा करिए वफ़ा करिए या दगा करिए बस अपना हक़ अदा करिए पहले ही बहुत बोझ है दिल पे कोई बात दिल में न रखा करिए इंतिहा हो चुकी है दवाओं की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 228 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read सच कड़वा ही लगेगा 1- झूठ तो हलवा ही लगेगा मगर सच कड़वा ही लगेगा । मेरी बात पे सच्चों को अच्छा मगर झूठों को बुरा ही लगेगा । बात घुमा फिरा के कहते... Hindi · मुक्तक 4 327 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read हर सवाल का जवाब रखा है हर सबाल का जवाब रखा है चेहरा खुली किताब रखा है। अँधेरे कहीं छुपकर बैठ गये सामने जो आफताब रखा है। गुनाहों को किस से छुपा रहे हो उसने तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 198 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read तो बात और थी दर्द के आलम में तुम आते बात और थी मैं फिसलता तुम हाथ बढ़ाते तो बात और थी तुमने हमेशा तन्हाई में ही पुकारा मुझको कभी महफ़िल में बुलाते तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 496 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read ख़ुदा को ही ख़ुदा रहने दे जो हाल है मेरा रहने दे तू अपना मशबरा रहने दे अपने घर की फिक्र कर मेरे घर का तज़किरा रहने दे तू अपने हाथ की लकीरों को बदल मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 302 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read ज़ख्मों को हरा मत कर अब उसका तज़किरा मत कर मेरे ज़ख्मों को हरा मत कर ग़मे जुदाई फिर सहा जाता नहीं बेहतर है मुझ से मिला मत कर जो हाथ की लकीरों में नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 203 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read हौंसलों को पर लगेंगे हौसलों को जब पर लगेंगे तभी मंजिलों तक सफर लगेंगे मैं अपने कदम वापिस नहीं लूँगा मेरी पाँव में कांटे भी अगर लगेंगे मै कभी झूठे कसीदे नहीं पढ़ता मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 211 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read मैंने सपना देखा है मैने सपना देखा है 'अर्श' ऐसे अतुल्य भारत का जहाँ जाति धर्म की दीवार न हो जहाँ रिश्तों का व्यापार न हो जहाँ अभिव्यक्ति की आजादी हो मगर भावनाओं से... Hindi · कविता 1 2 280 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read आज़माते है मियाँ किसी की सूरत पे नहीं जाते हैं मियाँ हम तो किरदार को आज़माते है मियाँ मेरे ग़म का अंदाज़ा नहीं लगा पाओगे हम तो हर हाल में मुस्कुराते हैं मियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 207 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read समझदारी 1- नफ़रत की तरफ़दारी ठीक नहीं मज़हब की ठेकेदारी ठीक नहीं खुद को सबसे बेहतर समझते हो आपकी यह समझदारी ठीक नहीं। 2- यहाँ कब बिगड़े हालात को सँभाला जाता... Hindi · मुक्तक 1 606 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read अशआर 1- कड़ी धूप से पाला पड़ गया रंग चेहरे का काला पड़ गया एक ऐसी बबा फैली अचानक ज़माने भर में ताला पड़ गया। 2- यह गलफ़हमियों का अंधेरा छँटेगा... Hindi · मुक्तक 1 2 468 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read आए तो कैसे आए उमड़ के दिल में प्यार आए तो कैसे आए तेरे बिना मुझे करार आए तो कैसे आए गुलशन के सारे फूल तोड़कर बेच दिए अब इस चमन में बहार आए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 158 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read जुगनू की तरह भटक रहा हूँ तेरी याद में मजनू की तरह स्याह रात में एक तनहा जुगनू की तरह बेशक तोड़ डालो मोहब्बत के फूलों को बिखर जाएँगे फ़िज़ाओं में ख़ुशबू की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 440 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read मुस्कुराया जाए दुश्मन को मज़ा चखाया जाए चलो थोड़ा सा मुस्कुराया जाए अंधेरे बहुत मगरूर हो रहे हैं चलो एक चराग़ जलाया जाए ज़मीन छोड़ना मुनासिब नहीं चलो आसमान झुकाया जाए वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 217 Share Previous Page 5