Comments (4)
28 Jun 2020 06:38 AM
कुछ उनकी बंदिशें थींं कुछ थे मेरे दायरे।
जब मुक़द्दर ही दुश्मन बने तो कोई क्या करें।
श़ुक्रिया !
Arsh M Azeem
Author
28 Jun 2020 06:58 AM
उमदा
बहुत खूब ।
धन्यवाद!
बहुत बहुत आभार