सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 35 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Jul 2020 · 1 min read सावन फिर आया झूम के *सावन फिर आया झूम के* ******************** ना जाने कितने सावन आए हर सावन में सपने सजाए बीते सावन बिखरे अरमान नहीं आए दिल के मेहमान जैसे सावन में बारिश बरसे... Hindi · कविता 4 434 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jul 2020 · 1 min read मन महके सावन में *** मन बहके सावन मे *** ********************* जब मोती बरसे सावन में तन मन आग लगे सावन में काया ढूंढती प्रेम की छाया व्यथित मन बहके सावन में छाये काली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 570 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jul 2020 · 1 min read ढाई अक्षर प्यार के ढ़ाई अक्षर प्यार के **************** ढ़ाई अक्षर प्यार के प्रेम भरी झनकार के अधूरा शब्द प्यार है ख्वाब है संसार के जिंदगी उलझनों भरी स्नेह चले संवार के बोझिल मनवा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 265 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2020 · 1 min read चाँद महबूब नजर आए **** चाँद महबूब नजर आए **** ************************** गोल गोल चाँद महबूब नजर आए रोज रोज चाँद चितचोर नजर आए काली घनी रात चाँदनी कर जाए शीत,शांत और शालीन नजर आए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2020 · 1 min read गुरु बिन गति नहीं ******** गुरु बिन गति नहीं ********* ******************************* गुरु शिष्य की रीति सदियों से चलती आई गुरु बिना कभी शिष्य ने है गति नहीं पाई कुंभकार कच्ची मिटृटी से कलाकृति बनाए... Hindi · कविता 3 924 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2020 · 1 min read लकीरें ********* लकीरें ******** *********************** ये जो हाथों की चंद लकीरें हैं मेरे भाग्य की बंद लकीरें हैंं बिन लकीर तकदीर सोई रहती दिशा दिखाती स्वछंद लकीरे हैं नसीबों वाली सदैव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 306 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jul 2020 · 1 min read नीले गगन के तले ***** नीले गगन अशके तले ***** **************************** सब छोड़ कर बैठे नीले गगन के तले दिल हार कर बैठे नीले गगन के तले चलती पूर्वाई के साथ न बह सके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 589 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jul 2020 · 1 min read मनसीरत मनसीरत कौर नूर बिटिया को उसके तीसरे जन्मदिवस की कोटिकोटि मुबारकबाद ********************** खुशियों की शहनाई है घर में वो खुशियाँ लाई है गगन से परी जो आई हैं फूलों सी... Hindi · कविता 1 2 421 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jul 2020 · 1 min read ईर्ष्यालु हो गए ******* ईर्ष्यालु हो गए ******** *************************** खामख्वाह लोग क्यों ईर्ष्यालु हो गए प्रेम अभाव में क्यों झगड़ालु हो गए अच्छाई नजरअंदाज पल में करते शक करते रहें क्यों शंकालु हो... Hindi · कविता 3 330 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jul 2020 · 1 min read सिरोहियाँ की जोड़ी *********** सिरोहियाँ की जोड़ी *********** *************************************** जमा ए धूमां ठा रही रै भाइयो सिरोहियाँ की जोड़ी शिक्षा अलख जगा रही सै DEEO,DEO की जोड़ी १ साथ साथ प्रवेश किया हरियाणा... Hindi · कविता 2 418 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jul 2020 · 1 min read DEO कैथल शमशान सिंह सिरोही DEO कैथल श्री शमशेर सिंह सिरोही ***************************** शिक्षा जगत का चमकता ध्रू्व तारा शमशेर सिंह सिरोही सबका प्यारा किसान पुत्र गाँव सहारण का वासी शैक्षिक सुधार का सदैव अभिलाषी परिश्रमी,... Hindi · कविता 270 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jul 2020 · 1 min read DEEO कैथल श्री दलीप सिंह सिरोही ***** DEEO कैथल श्री दलीप सिंह सिरोही ****** ****************************************** मटोर गाँव का है निवासी,,दिल सच्चा, मधुर,मृदुभाषी शिक्षा क्षेत्र में झंडे गाड़े,दलीप सिंह सिरोही शिष्टभाषी साधारण परिवार में जन्मा,तंगहाली में जवानी... Hindi · कविता 1 2 220 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2020 · 1 min read तुषार गमों की पिघलनी चाहिए ***तुषार गमों की पिघलनी चाहिए **** ******************************** जम गई है तुषार गमों की पिघलनी चाहिए गरजे आसमां में है बिजली गिरनी चाहिए १ नभ में उड़ते पंछी भू पर उतरने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2020 · 1 min read मैं देखता रह गया ******* मैं देखता रह गया ******* ***************************** तुम जाने लगे मैं देखता रह गया कुछ भी ना कहा मैं झांकता रह गया जी भरा भी नहीं तुम थे चल दिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 242 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2020 · 1 min read मर्यादा पुरुषोत्तम राम **** मर्यादा पुरुषोत्तम राम (दोहे) ****** ********************************** दशरथ नृपति लाड़ला , सीता पति श्रीराम कौशल्या कोख से जन्मा,विष्णु अवतार राम राजधर्म पालन किया , भार्या का कर त्याग माता पिता... Hindi · दोहा 2 1 436 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jul 2020 · 1 min read राम की सीता राम की सीता ************ राम की सीता बहुत ही कुलीन आदर्श नारी राम की लीला स्वयंबर में जीती तोड़ कमान वनगमन पति परमेश्वर निभाया फर्ज जनक पुत्री अयोध्या की रानी... Hindi · हाइकु 2 376 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2020 · 1 min read चहकता रहे तेरा चमन **** चहकता रहे तेरा चमन **** ************************** फूलों सा महकता रहे तेरा चमन पंछियों सा चहकता रहे तेरा चमन बीजुरी सी सदैव तुम चमकती रहो चपला सा दमकता रहे तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 278 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2020 · 1 min read प्रेम के दोहे ********* प्रेम के दोहे *********** ****************************** मेघ गरजते गगन में , बूँद गिरे रसधार प्यासा मन है बावरा, आ जाओ घर द्वार बादल छाये गगन में,बिजली चमके जोर अंग प्रत्यंग... Hindi · दोहा 2 1 390 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2020 · 1 min read मैं खानाबदोश रहा ******* मैं खानाबदोश रहा ******* ****************************** ज़फाएं सह कर भी मैं खामोश रहा वफाएं निभा कर भी मैं खामोश रहा ज़माने भर का यह असूल है अमूमन हंसती रही दुनिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 213 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2020 · 1 min read मेहमान जिन्दगी ***** मेहमान जिन्दगी ****** ************************* कुछ लम्हों की मेहमान जिन्दगी कर दो खुशियाँ कुरबान जिन्दगी कोई भी ठहर नहीं पाया हैं यूँ मत करो तुम गुमान जिन्दगी अहं में क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2020 · 1 min read मेरे सपने मेरे वश हों मेरे सपने मेरे वश हों ***************** हो रहा देखो अस्त रवि तम में श्यामल है छवि स्वप्न जो देखे थे रात में सच होने थे प्रभात में दिन अब बीतने... Hindi · कविता 2 430 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2020 · 1 min read जिंदगी का सफर ******ज़िंदगी का सफर****** ************************* ये जिन्दगी का सफर सुहाना है हर शख़्स जीने का दीवाना है चाय पर बुलाने का बहाना है पीलाने के बहाने मनाना है ज़िंदगानी ज़िंदादिली का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 398 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2020 · 1 min read बेटा समझो बाप से बड़ा हो गया बेटा समझो बाप से बड़ा हो गया ************************** जब चश्में का नंबर बड़ा हो गया बेटा समझो बाप से बड़ा हो गया १ जब कहे आपको अब समझ कहाँ समझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 277 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2020 · 1 min read तराने प्यार के गाने लगे तराने प्यार के गाने लगे ********************** तराने प्यार के गाने लगे नींद में भी बुड़बुड़ाने लगे १ प्रेमरंग चढ़ने लगा इस कदर सपने दिन में भी आने लगे २ इश्क... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 519 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2020 · 1 min read रिश्तों में अपनापन हो रिश्तों में अपनापन हो ****************** सार्थक सुन्दर स्वप्न हो रिश्तों में अपनापन हो सुदूर रहें चाहे पास रहें दिल के सदा खास रहें पारदर्शक सा दर्पण हो रिश्तों में अपनापन... Hindi · कविता 2 4 313 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2020 · 1 min read चीन खेलता खेल घिनौना है चीन खेलता खेल घिनौना है ********************** हर चीज चाइना की सस्ती पर मंहगा बहुत कोरोना है। जाने इसके नाम पे यारो हमको कब तक रोना है.....!! चाइना चैन से नहीं... Hindi · कविता 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2020 · 1 min read तुम्हारी विरासत मेरा सरमाया है *तुम्हारी विरासत मेरा सरमाया है* *************************** मयखाने में मय का जाम लगाया है होठों पर हसीं तेरा नाम आया है भूले बिसरे थे जो हम नाम तुम्हारा दर्द ए दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 464 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2020 · 1 min read रेशम जैसे रिश्ते *** रेशम जैसे रिश्ते *** ******************** रेशम की डोर जैसे हैं होते जिंदगी के ये नाजुक रिश्ते खींचों,तो झट टूट जाते हैं छोड़ें तो ढ़ीले पड़ जाते हैं प्रेम से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 501 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2020 · 1 min read लटकती लटें **** लटकती लटें **** ******************* माथे पर लटकती लटें जुल्फों की लहराती लटें काली बदली हो नभ में बूँदों को झटकती लटें यौवन से जब टकराती छाती पर सरकती लटें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 370 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2020 · 1 min read पीटीआई की सरकार से फरियाद *पीटीआई की सरकार से फरियाद* **************************** हम पीड़ित पीटीआई संवाद करते है नौकरी बहाल करो फरियाद करते हैं मुंह का निवाला हमारा छीन लिया है सरकारी फरमान का दुर्वाद करते... Hindi · कविता 2 2 483 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2020 · 1 min read जब किसी को प्यार हो जाता है जब किसी को प्यार हो जाता है ************************* जब किसी को प्यार हो जाता है वह बिल्कुल बेकार हो जाता है सूझती न बात सिवाय मुलाकात जैसे सपना साकार हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 390 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jun 2020 · 1 min read बैरन कित चाल गई हरियाणवी ****** हरियाणवी गीत ******* ****बैरन कित चाल गई ******* *************************** ओ बैरन कित चाल गई,घैल कर के सूली पै रै जान टांग गई,घैल कर के 1 दर दर के रै,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jun 2020 · 1 min read दिल रो पड़ा ******* दिल रो पड़ा ******* ************************ देख कर तेरा हाल दिल रो पड़ा है बिछाया ये जाल दिल रो पड़ा हौसले ना जाने कहाँ खो गए ना मिली कोई ढाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 291 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jun 2020 · 1 min read सुंदर नारी लगती प्यारी सुन्दर नारी लगती प्यारी ******************* प्यारी आँखे भोली सूरत रूप लावण्य की वो मूरत नैन कटोरे नशीले ज़ाम मय के प्याले है नहीं आम सुन्दर नारी लगती प्यारी जौबन छाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 253 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2020 · 1 min read दिन एतवार का ***** दिन एतवार का ***** *********************** बहुत इंतजार दिन एतवार का बहुत इंतजाम दिन एतवार का तैयारी में बीत जाए सप्ताह बेसब्री भरा है दिन एतवार का दौड़ धूप में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 334 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2020 · 1 min read पहले जैसे हों जाएं लॉकडाऊन खत्म हुआ,पहले जैसे हों जाएं ********************************* लॉकडाऊन खत्म हुआ,पहले जैसे हों जाएं कोरोना है तो क्या हुआ,पहले जैसे हों जाएं आओ घूमें साथ साथ,हाथों में दे कर हाथ आदतन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 223 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2020 · 1 min read तलाश होती ठिकाने की ***** तलाश होती ठिकाने की **** ***************************** आदत हो गई गमों में मुस्कराने की गहरे जख्मों को ज़माने से छिपाने की सुबह से शाम तक तक चाहे खूब घूमो रात... Hindi · कविता 2 2 492 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2020 · 1 min read कैसे जताएं आभार पितामह *कैसे जताएं आभार पिताजी* ************************ बरगद की शीतल है छाया जैसा घर परिवार का आधार पिताजी इच्छाओं की पूर्ति करता रहता निज की इच्छाएँ मार पिता जी सुख, समृद्धि, खुशहाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2020 · 1 min read कैसी कहानी केसा अफसाना *** कैसी कहानी कैसा अफसाना *** ******************************* तेरे बिन मेरा सूना हो गया अंगना शहीद फौजी की भार्या कहे सुनो सजना बिखर गया है दुल्हन की मांग का सिंदूर उजड़ा... Hindi · कविता 2 4 483 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jun 2020 · 1 min read तुम्हारी पनाहें ****** तुम्हारी पनाहें ****** ************************ तुम्हारी झुकी झुकी सी निगाहें तुम्हें बुलाती हैं मेरी बाहें मिले जब नैन , रहूँ मैं बैचेन ताकता रहता तुम्हारी राहें ईश्क बीमारी , छाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 470 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jun 2020 · 1 min read प्रीत की तलाश है *** प्रीत की तलाश है *** ********************* दिल को प्रीत की तलाश है मन को मीत की तलाश है हसीं वादियां हैं दामन मधु संगीत की तलाश है पंछी कलरव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 514 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jun 2020 · 2 min read शिक्षक नेता सतबीर सिंह गोयत हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते हुए शिक्षको के हित में महत्वपूर्ण व उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सुखविंद्र सिंह मनसीरत प्रवक्ता, अंग्रेजी, रा.उच्च विद्यालय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 266 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jun 2020 · 1 min read तेरे जाने के बाद ****** तेरे जाने के बाद ******* *************************** जी भर के रोया तेरे जाने के बाद था मन घबराया ,तेरे जाने के बाद बीते लम्हें वापिस हाथ हैं आते कहाँ खोया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 339 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jun 2020 · 1 min read खंजर खाये लगते हो *** खंजर खाए लगते हो *** *********************** मुसीबत के मारे लगते हो तुम चोट सी खाए लगते हो नभ में देखें हैं नभचर बहुत जख्मी पाखी से तुम लगते हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 326 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jun 2020 · 1 min read सालगिरह श्रीमती एवं श्री एम.एस.धीर (मामा-मामु) को शादी की सालगिरह मुबारक हो.... ****** शादी की सालगिरह ********* ******************************** जन्म जन्मांतर का सदा साथ तुम्हारा हो जिन्दगी का मिलता तुम्हें हर नजारा... Hindi · कविता 1 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jun 2020 · 1 min read पितृत्व सौम्य छाया पिता दिवस पर पिता को समर्पित रचना ********************************* ********पितृत्व सौम्य छाया********* ********************************* पिता जैसा जगत में कोई सहारा नहीं है हो जो तात का साया , वो बेचारा नहीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 189 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jun 2020 · 1 min read पैगाम आया है ******** पैगाम आया है ********* ***************************** फ़लक से जमीन पर ये पैगाम आया है तुम ही जान हो मेरी पैगाम आया है तुम्ही से रोशन जिंदगी आईं बहारें है तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jun 2020 · 1 min read मैं रोता रहा ****** मैं रोता रहा ******** ************************ रात भर याद कर मैं रोता रहा प्यार में आह भर मैं रोता रहा तुम मिले जो मुझे मैं तो तर गया प्रेम में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 456 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jun 2020 · 1 min read आत्महत्या **********आत्महत्या ************ ******************************* कुंठित ,विषाद,निराशा,एकांत,नादानी है आत्महत्या अपरिपक्वता की निशानी है जब अपना कोई कहर कर्म है कमा जावे सीने नहीं पर पीठ पीछे खंजर चला जावे जीवन की राहों... Hindi · कविता 2 374 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jun 2020 · 1 min read संवाद होना चाहिए ******** संवाद होना चाहिए ********* ********************************* कोई भी हो मुद्दा, चाहे कोई भी हो बात ना वाद,ना विवाद,बस संवाद होना चाहिए देखो , आस पास विवादों के घने साये है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 374 Share Previous Page 35 Next