Comments (4)
24 Jun 2020 08:00 PM
बेचैन बहुत फिरना घबराए हुए रहना।
एक आग सी जज्ब़ों की सुलगाए हुए रहना।
खुद से बेखुद होकर दीवानगी की हद तक गुजरना।
सारा दिन ख्यालों में गुम़ रहना सारी सारी रात जागना।
श़ुक्रिया !
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Author
26 Jun 2020 11:04 AM
धन्यवाद
बहुत खूब ।
धन्यवाद!
धन्यवाद