वीर कुमार जैन 'अकेला' 369 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 May 2022 · 1 min read बारी है राम जी आ गए शंकर जी आ रहे कृष्ण जी की बारी है। अयोध्या जीती काशी लड़ रहे निश्चित जीत हमारी है।। मंदिर दब गए मस्जिद बन गयी ये कैसे... Hindi · कविता 2 752 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 May 2022 · 1 min read पुकार सुन लो कटते हुए दरख्तों की तुम गुहार सुन लो रुंधे गले से सिसकी भारी पुकार सुन लो परिंदों के घरोंदों को डाल न मिल पाएगी मुसाफिर को धूप में छांव न... Hindi · कविता 825 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 May 2022 · 1 min read मंदिर बनाम मस्जिद मंदिर ऊपर मस्जिद बनी बने थे गुम्बद शान मुल्ला बैठ अजान दे रहे धर कर उंगली कान धर कर उंगली कान फंस गई उंगली कान में मेरी मस्जिद मेरी मस्जिद... Hindi · कुण्डलिया 2 1 313 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 May 2022 · 1 min read मां में बसते माँ के चरणों में मेरा प्रणाम है चरणों में बसते चारों धाम है। मां के चरण छू कर आया हूँ चारों धाम घूम कर आया हूं मेरी दुनिया मेरी माँ... Hindi · कविता 134 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 8 May 2022 · 1 min read माँ मां के लिए कुछ लिखूं मेरी कलम में ताकत नही मां की ममता का बखान करूं शब्दों में ताकत नही नो महीने गर्भ में रख जन्म देती है वो होती... Hindi · कविता 168 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 1 May 2022 · 1 min read मजदूर दिवस वो तमाम उम्र रोटी पर नमक और प्याज रख कर अपनी भूख मिटाता रहा और देश का पेट भरने को अनाज उगाता रहा। और एक अमीर आदमी डाइनिंग टेबल पर... Hindi · लेख 290 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Apr 2022 · 1 min read इश्क का समंदर इश्क के समंदर में जवानी डूब जाती है खुशियों की लहर आती है और जाती है इन लहरों पर चल समंदर पार करने वालों खुशियां अश्क बन आंखों से बह... Hindi · मुक्तक 115 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Apr 2022 · 1 min read जिंदगी साज छेड़ो जिंदगी की सरगम पर उदासियाँ सभी दूर हो जाएंगी स्याही पन्नों की अब सूखने लगी किताब पढ़ने के लायक हो जाएगी कुछ पन्ने लिखो खुशियों से भरे कुछ... Hindi · गीत 218 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Apr 2022 · 1 min read संस्कृति पूरब के लोग पश्चिम की और भाग रहे हैं और पश्चिम के लोग पूरब की और आ रहे हैं अंग्रेजी नही आती फिर भी हाय हैल्लो कह रहे हैं वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 113 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Apr 2022 · 2 min read वो क्या था वो क्या था बचपन में जब पिता जी ने अपने कंधे पर बिठा कर मेला घुमाया था तब मुझे नही पता था वो क्या था थोड़ा बड़ा हुआ तो गोद... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 6 121 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 14 Apr 2022 · 1 min read महावीर जन्म कल्याणक वीर कहूं अतिवीर कहूँ या कहूँ तुम्हे वर्धमान महावीर भी हो हो सन्मति खुशियों भरा वर्तमान खुशियों भरा वर्तमान आज जन्म कल्याणक आया माता त्रिशला झूम उठी जब ऐसा समय... Hindi · कुण्डलिया 274 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Apr 2022 · 1 min read रहने दो रहने दो हमें तो आदत है हर हाल में जीने की तुम तो बातें करो सिर्फ पीने और पिलाने की जिंदादिल हैं इसीलिए अब तक जिंदा हैं हम जरूरत है... Hindi · शेर 103 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Apr 2022 · 1 min read रिश्ते प्यार की डोर से रिश्ते बांधो तो सही बिगड़े बैल अपने आप ही सुधर जाएंगे जो नाजुक हैं रिश्ते किसी कांच की तरह संभालना उन्हें वरना टूट कर बिखर जाएंगे... Hindi · कविता 126 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 9 Apr 2022 · 1 min read दीवाना हूँ में उसका जो जाते हुए की जान लेकर आया था चेहरों पे सबकी मुस्कान लेकर आया था दीवाना हूँ मैं आज भी पूजता हूँ दिल से एक हथेली पर पूरा पहाड़ लेकर... Hindi · मुक्तक 138 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Apr 2022 · 2 min read मदद एक कंपनी की हर दीपावली की पूर्व संध्या पर एक पार्टी और लॉटरी आयोजित करने की परंपरा थी..! लॉटरी ड्रा के नियम इस प्रकार थे: प्रत्येक कर्मचारी एक फंड के... Hindi · लघु कथा 141 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Apr 2022 · 2 min read याद है ना आज सुबह जब मैं नींद से जागा याद आ गया मुझे वो मेरा बचपन नटखट सा प्यारा सा था बचपन माँ की आवाज पर कहना अभी आया फिर भी गली... Hindi · कविता 140 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Mar 2022 · 1 min read कदम चल पड़े हैं मेरे कदम, थी एक अनजानी सी राह। सफर ये सुहाना होगा, मन में थी भोली सी चाह।। चलते चलते थक से गये, रुके पेड़ की छांव में।... Hindi · कविता 1 125 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Mar 2022 · 1 min read हुनर वक़्त बेवक़्त बदल जाने का हुनर जानते हो हमसे फिर भी इस तरह नज़रें ना चुराया करो जानते हैं हम कोई मजबूरी ही होगी जनाब की फरेबी नही हो बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 126 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Mar 2022 · 1 min read अर्थी से चिता तक भाग 2 अर्थी चली थी घर से अपने अंतिम सफर पर अपनों के और दोस्तों के कांधों पर चढ़ कर पिता की अर्थी घर से शमशान पहुंचा दी गई अर्थी को जलाने... Hindi · कविता 2 2 149 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Mar 2022 · 2 min read एक पिता की मृत्यु हो जाने के बाद का यथार्थ मेरे दोस्त के पिता काफी दिनों से बीमार थे दो बेटियां थी उनकी और बेटे भी चार थे बच्चों को एक बाप पालना अखरता था मां के बाद केवल एक... Hindi · कविता 2 2 306 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Mar 2022 · 1 min read कहो कुछ भी कहो राम कहो या कृष्ण कहो या कहो बुद्ध या वीर दिल से इनका नाम पुकारो हर लेते है सारी पीर धर्म और संस्कृति ही हर हिंदुस्तानी की शान है इस... Hindi · कविता 1 2 302 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Mar 2022 · 1 min read ख्वाहिश ख्वाहिश नही कि दुनिया जहान में नाम हो जाये ख्वाहिश नही कि बंगला गाड़ी सरे आम हो जाये उससे हमें मोहब्बत है आज भी बेइंतहा मगर ख्वाहिश नही कि बेवजह... Hindi · मुक्तक 2 1 222 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Mar 2022 · 1 min read शहीदी दिवस आज़ादी के दीवानों का शहीदी दिवस मना रहे उनकी शहादत में हम अपना शीश झुका रहे भगत सिंह राजगुरु सुखदेव फांसी पर झूले थे उनकी शान में हम वन्दे मातरम... Hindi · मुक्तक 1 1 361 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Mar 2022 · 1 min read नजर नजरें झुका कर बात करना हमें नही आता नज़रें उठा कर बात करना उनको नही भाता दिल साफ और बातों में सच्चाई होती है जब नज़रें मिला कर बात करने... Hindi · मुक्तक 130 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Mar 2022 · 1 min read कश्मीर की त्रासदी काश्मीर की त्रासदी को वो बखूबी बयां कर गये हर जुल्म और सितम का बहुत खूब जिक्र कर गए आतंकियों की बर्बरता देख खून खोलने लगा सच्चाई से मुहं फेरने... Hindi · मुक्तक 2 4 185 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Mar 2022 · 1 min read हारे हुये प्रत्याशी आज चुनाव में हारे हुए प्रत्याशी एक तेरहवीं के कार्यक्रम में आये साथ में आठ दस सहयोगी जैसे और एक फोटोग्राफर को साथ लाये निर्धारित समय से पूर्व पधार कर... Hindi · कविता 1 2 182 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Mar 2022 · 1 min read गलतफहमी गलत फहमी थी के उनका कुछ बिगड़ेगा नहीं हिन्दू सोया पड़ा है के ये कभी भी जगेगा नहीं बिगुल बज चुका है अब राष्ट्र द्रोहियों के खिलाफ याद रखना ये... Hindi · मुक्तक 197 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Mar 2022 · 1 min read जाग जाएगा ना थी उम्मीद उन्हें हिन्दू इस कदर जाग जायेगा सदियों से छिपा हुआ डर कहीं दूर भाग जायेगा कश्मीर की सच्चाई जब यों उजागर होने लगी डरने लगे वो अब... Hindi · मुक्तक 156 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 15 Mar 2022 · 1 min read तो कोई बात नही तुम अगर ना सुनो तो कोई बात नहीं सुनकर अनसुना कर दो यह सही बात तो नहीं तुम अगर ना देखो तो कोई बात नहीं देख कर अनदेखा कर दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 145 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 14 Mar 2022 · 1 min read शब्द ये शब्दों के तीर हैं नश्तर बन चुभ जाएंगे पर्दे में छिपे चेहरों को बेनकाब कर जाएंगे गीत ग़ज़ल या कविता आईना हैं ईमान के शोला से भड़केंगे या शबनम... Hindi · मुक्तक 297 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 13 Mar 2022 · 1 min read जज बनाम प्रतियोगी जिसके सामने कभी मंच से अदा दिखायी थी अपने चुटकुलों से सबके चेहरों पे हंसी लाई थी आज वही हंसी का खजाना पंजाब में छा गया एक जज को हरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 149 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 9 Mar 2022 · 1 min read होली रंगों का त्योहार पानी की बौछार गुंझिया की सौगात फागुन की है बात परंतु...... सर्दी का है कहर ठंडी ठंडी दोपहर बीमार पड़ने का डर कोरोना वायरस का असर फिर... Hindi · कविता 348 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 9 Mar 2022 · 1 min read श्रोता श्रोता अगर ना होते तो ये मंच भी नही होता मंच पर माइक और माइक पर मैं नही होता कवि सम्मेलन की जान होते हैं ये श्रोता ही बेकार है... Hindi · मुक्तक 355 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Mar 2022 · 1 min read नही उठाएंगे जो कहते थे हम तिरंगा नही उठाएंगे ना कभी भारत का जयकारा लगाएंगे वही सलामती के लिए तिरंगा उठा रहे अपने आप को आज हिंदुस्तानी जता रहे यही तो भारतीय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 427 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 1 Mar 2022 · 1 min read शेर तुम कुछ गलत भी कहो तुम्हे सही लगता है हम सही कहें तो तुम्हें कुछ फ़र्क नही पड़ता आईना कभी भी कुछ भी गलत नही बोलता तुम्हें भी गलत सही... Hindi · शेर 188 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Feb 2022 · 1 min read ताकत जो विदेशो से मदद मांगता था हाथ फैला कर गुहार मांगता था आज उसी भारत की ताकत देखो मदद देने वाला देश भी मदद मांग रहा Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 176 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Feb 2022 · 1 min read स्वेदश वापसी फंसे छात्रों को निकाला जा रहा है वापस स्वेदश बुलाया जा रहा है तिरंगे की शान का बखान क्या करूं दुश्मन देश भी इसको फहरा रहा है Hindi · मुक्तक 285 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Feb 2022 · 1 min read शेर इन तूफानी हवाओं से कह दो के थम जाएं वक्त के तूफानों से लड़ कर थक चुके हैं हम जिन बाजुओं के बल पर नाज़ करते थे कभी इन बाजूओं... Hindi · शेर 2 1 164 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Feb 2022 · 1 min read शेर आज बरसों बाद मिलने की आस लिए गए थे दर पर उसके वक्त के जुल्मों सितम ने छीन लिया था उसे समय से पहले Hindi · शेर 157 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Feb 2022 · 1 min read शेर महफ़िल में उसकी आये थे मेहमान बन कर उंगली क्या पकड़ा दी उसने वहीं के हो गए Hindi · शेर 1 1 219 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Feb 2022 · 1 min read शेर इस नादान दिल की बेमानी का क्या कहें ज़नाब लिफ्ट एक ने दी और आशिकी सबसे कर बैठा Hindi · शेर 272 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Feb 2022 · 1 min read पापा भी यार हो गए महफ़िल सजी दोस्त दो से चार हो गए हाथों में लेके जाम सभी तैयार हो गए पापा ने जब परी को समझाना चाहा बेटी के लिए पापा परी के यार... Hindi · मुक्तक 267 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 19 Feb 2022 · 1 min read हिज़ाब वो सुरमई आंखों का नूर हिज़ाब के पीछे छुप गयी है होठों की सुर्खी हिज़ाब के पीछे गुलाबी हैं गाल और सुर्ख सफेद चेहरा तेरा दिलो दिमाग में है नफरत... Hindi · मुक्तक 1 2 289 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Feb 2022 · 1 min read नारी रूप प्रथम रूप मां के रूप में ईश्वर का अवतार हो तुम सहलाने और दुलारने वाला प्यार हो तुम तुम्ही तो सृष्टि को चलाने का माध्यम हो जग जननी हो सबकी... Hindi · मुक्तक 1 2 479 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 11 Feb 2022 · 1 min read एक बेटी की अनुभूति पापा के लिए मैं जब मां की कोख में आई थी पापा के चेहरे पर खुशी छाई थी सबकी बेटे के लिए फरमाइश थी बेटी चाहिए पापा की ख्वाहिश थी मेरे जन्म लेने... Hindi · गीत 470 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Feb 2022 · 1 min read श्रद्धांजलि सुर ताल लय का एक और अध्याय समाप्त हो गया कोकिला का कंठ न जाने किस जहां में खो गया वो सुर की बहती सरिता बहते बहते विलुप्त हो गई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 235 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Feb 2022 · 1 min read अजनबी अचानक ये कौन आया है दरवाजे पर अकेला नही आया है डरता है शायद पता नही कुछ मिलेगा या रह जायेगा खाली हाथ कुछ नही तो कम से कम आश्वासन... Hindi · कविता 285 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Feb 2022 · 1 min read चुनावी दोहे नेता दर दर घूम रहे मांग रहे हैं वोट किसका दिल साफ है किस दिल में खोट किस दिल में खोट पता हमें लगाना है किसको देना है वोट ये... Hindi · कुण्डलिया 382 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Feb 2022 · 1 min read छत वाला प्यार वो छत पर आती थी बाल सुखाने के बहाने हुचका ले वो भी आता पतंग उड़ाने के बहाने बाल झटक गर्दन घुमा कर जब वो देखती नजर मिलती दोनों की... Hindi · गीत 545 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Jan 2022 · 1 min read प्रेयसी ये तुम्हारी स्नेहिल सी मुस्कान होंठो पर सज रही गहने की तरह और पावों में झूलती वो पायल बज रही मधुर सुरताल की तरह माथे पर तेरे वो सुनहरी सी... Hindi · गीत 1 235 Share Previous Page 2 Next