Ram Krishan Rastogi 1269 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ram Krishan Rastogi 15 Dec 2020 · 1 min read मत पूछो यारो,कोरोना में दिन कैसे काट रहा हूँ मत पूछो यारो मुझसे,कोरोना में दिन कैसे मै काट रहा हूँ | अपने मन की बाते करके तुमसे,अपना दुःख मै बाँट रहा हूँ || हो गई पढाई ऑनलाइन पर,बच्चो के... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 123 165 5k Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2021 · 1 min read बरसात के दिन भूले नहीं हम बरसात के दिन भूले नहीं हम ********************** बरसात के दिन भूले नहीं हम, बचपन को याद करते अब हम। लौटा दे कोई बचपन अब हमारा, उसका एहसान सदा मानेंगे हम।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 73 60 1k Share Ram Krishan Rastogi 23 May 2021 · 1 min read साजन सजनी की बरसात कर रही है कुछ इशारे,ये बे मौसम बरसात, सजनी साजन से मिले,कह रही ये बरसात। अबकी बार हो रही ,हरेक घर में बरसात, न जाने कब होगी, मेरे घर में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 70 41 1k Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2021 · 1 min read जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात ************************* जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात, दिल में होने लगी है प्यार की बरसात। नन्हीं नन्हीं बूंदे पड़ने लगी है अब,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 65 56 1k Share Ram Krishan Rastogi 18 May 2021 · 1 min read न भूलेंगे हम वो बरसात की रात न भूलेंगे हम वो बरसात की रात ************************ न भूलेंगे हम वो बरसात की रात, जिनसे हुई मेरी पहली मुलाकात। घनघोर घटाएं घिर रही थी गगन मे, दामिनी भी दमक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 63 58 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 May 2021 · 1 min read एक गजल बरसात पर एक गजल बरसात पर ***************** कल रात उनसे ख्वाब में बात हो गई, जिस बात का डर था वहीं बात हो गई। घटाएं घिरी और बिजली चमकने लगी, अंधेरा छाया... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 57 49 1k Share Ram Krishan Rastogi 1 Feb 2021 · 1 min read लिखता रहा इश्क भरे खत लिखता रहा इश्क भरे खत ********************* लिखता रहा इश्क भरे खत पर मैं उनको जलाता रहा, इस तरह मोहब्बत के सबूत मै हमेशा मिटाता रहा। चलता रहा ये सिलसिला उसकी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 53 95 2k Share Ram Krishan Rastogi 1 Nov 2018 · 1 min read माँ --आर के रस्तोगी माँ पहली शिक्षक है,वह ही मात भाषा सिखाती है वह भले गीले में सोये,बच्चे को सूखे में सुलाती है माँ नौ मास कोख में रखती है प्रसव पीड़ा भी सहती... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 40 158 4k Share Ram Krishan Rastogi 16 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता बाहर कड़ी धूप में जलता है। तब कही घर में चूल्हा जलता है।। पिता एक उम्मीद है एक आस है। परिवार की हिम्मत व विश्वाश है।। पिता बाहर से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 40 75 1k Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2021 · 5 min read भगवान के दर्शन - एक सच्ची दर्द भरी कहानी देश में लॉक डाउन व कोरोना काल चल रहा था | सभी लोग अपने अपने घरो में बंद थे | सारी सडके सुनसान पड़ी थी | केवल पुलिस वाले ही... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 28 25 2k Share Ram Krishan Rastogi 1 Jul 2021 · 6 min read क्या भगवान है ? एक सच्ची कहानी एक मेजर के नेतृत्व में 15 जवानो की एक टुकड़ी हिमालय पर्वत में अपने रास्ते पर थी उन्हे ऊपर कही तीन महीने के लिए दूसरी टुकड़ी के लिए तैनात होना... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 27 40 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 Jul 2021 · 6 min read मासूम शिव भक्त – एक सच्ची कहानी शंकर एक अनाथ लड़का था। उसको जंगल में रहने वाले शिकारियों के एक गिरोह ने पाला था। उसके पास कोई औपचारिक शिक्षा भी नहीं थी – वह केवल एक चीज... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 23 28 7k Share Ram Krishan Rastogi 20 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता थे हृदय विशाल, वे मुझ पर प्यार लुटाते थे। कर संकू ना वर्णन शब्दो में, वे देव तुल्य पिता कहलाते थे।। मेरे पिता प्यार के सागर थे, उनके... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 19 33 899 Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2023 · 5 min read मेरी दोस्ती मेरा प्यार मेरी दोस्ती मेरा प्यार **************** "जब दीप जले चले आना" अंकिता के ये शब्द आज भी वैभव के कानों में गूंज रहे है और उसका चमकता चेहरा उसकी आंखो के... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 19 37 711 Share Ram Krishan Rastogi 31 Jan 2022 · 1 min read मेरी याद तुम्हे आती तो होगी मेरी याद तुम्हे आती तो होगी। आकर तुम्हे सताती तो होगी।। सुबह जब तुम उठती तो होगी, नींद तुम्हारी खुलती तो होगी। पास न पाती जब तुम मुझको, दिल में... Hindi · गीत 10 11 416 Share Ram Krishan Rastogi 3 Feb 2022 · 1 min read ठंड और रजाई ठंड और रजाई पर दोहे ****************** कुंडी खटकी द्वार की,कौन खोलने जाय। ठंड है बड़ी जोर की,बाहर न जाते जाय।। रजाई में पड़े रहो,चाहे पड़े लताड़। करवट एक न भी... Hindi · दोहा 9 15 664 Share Ram Krishan Rastogi 8 Feb 2022 · 1 min read सूने सूने गीत है आज सूने सूने गीत है आज **************** सूने सूने गीत है आज, सूने सूने सब है साज। लता के संग खो गई , भारत की है आवाज।। गूंज रही है आपकी,... Hindi · कविता 9 10 357 Share Ram Krishan Rastogi 18 Apr 2022 · 1 min read चंदा मामा बाल कविता चंदा मामा पहन पायजामा, पहुंचे एक दिन वे सुसराल। बड़ी साली ने पलंग बिछाया, डाला उस पर मखमली शाल।। छोटी साली नमकीन है लाई, सलज मिठाई लेकर है आई। सासू... Hindi · कविता 9 10 650 Share Ram Krishan Rastogi 17 May 2022 · 2 min read पति पत्नी की नोक झोंक (हास्य व्यंग) मेरी पत्नी सुबह सुबह रामायण पढ़ती है। फिर तो सारे दिन वह महाभारत करती है।। वैसे तो रामायण पढ़कर, राम राम करती है। फिर तो सारे दिन गाली की बौछार... Hindi · कविता 9 16 1k Share Ram Krishan Rastogi 23 May 2022 · 1 min read तुमसे कोई शिकायत नही तुम अकेले जिंदगी ही जियो,हमे कोई शिकायत नही। हमे अपने से शिकायत है,तुमसे कोई शिकायत नही।। जरूरत पड़ती है,हर इन्सान को हर इन्सान से। हो सकता है अब तुम्हे,मेरी कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 9 669 Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2022 · 1 min read पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है। पति जो कहे,वह सब नजायज है।। तुम जो कर रहो,वह सब जायज़ है। वही जो दूसरा करे,वह नजायज है।। पत्नि से जो औलाद हो,वह... Hindi · हास्य-व्यंग्य 9 14 544 Share Ram Krishan Rastogi 6 Jul 2022 · 1 min read उनकी यादें विचलित कर देती है,उनकी यादें कभी मुझको। नींद उड़ा ले जाती है,सोने नहीं देती है मुझको।। पता नहीं लग पाता है,कहां ले जाती है मुझको। करवटें बदलती हूं बस सलवटे... Hindi · कविता 9 15 519 Share Ram Krishan Rastogi 31 Oct 2018 · 1 min read मेरे प्यार की किस्ती को,तुम यूही पार लगा देना --आर के रस्तोगी मेरे प्यार की किस्ती को ,तुम यूही पार लगा देना जब आये कोई तूफान,मेरे प्यार को यूही बचा लेना जिंदगी मे आते रहेगे, तूफान हर मोड पर मुझे कही छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 1 261 Share Ram Krishan Rastogi 6 Nov 2018 · 1 min read दीप का दिवाली पर सन्देश --आर के रस्तोगी खुद जल जाओ,न जलाओ किसी को तुम | दीप का सन्देश है जरा इसको सुनो तुम || मेरे नीचे अँधेरा है,सबको उजाला देता हूँ| खुद जल कर मै,सबको प्रकाश देता... Hindi · कविता 8 1 457 Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2021 · 1 min read मै भी हूं तन्हा तू भी है तन्हा मै भी हूं तन्हा,तू भी है तन्हा ********************** मै भी हूं तन्हा,तू भी है तन्हा, छोड़ जायेंगे इस जहां को तन्हा। आए थे तन्हा,जायेगे हम तन्हा, छोड़ जायेगे इस दौलत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 5 430 Share Ram Krishan Rastogi 2 Feb 2022 · 1 min read कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच ********************* बाप के कपड़े उतर गए, बेटी को कपड़े पहनाने में। बेटी के कपड़े उतर गए, फॉलोअर्स को बढ़ाने में।। बाप बेचारा थक गया, रोटी... Hindi · कविता 8 10 348 Share Ram Krishan Rastogi 5 Apr 2022 · 1 min read मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक मै पैसा हूं दोस्तो मेरे रूप बने है अनेक। हर स्थान में नाम बदलू रूप न मेरा एक। मै पैसा हूं,मेरे रूप बदलते रहते है हर दम। नेता मेरे आगे... Hindi · कविता 8 10 930 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं बुढ़ापे में अभी भी जवानी के मजे लेता हूं। रसीले आम को अभी भी मै चूस लेता हूं।। बुढ़ापे में भले ही मेरे सारे दांत टूट गए है। फिर भी... Hindi · कविता 8 12 1k Share Ram Krishan Rastogi 8 Aug 2022 · 2 min read जीवन संगनी की विदाई छोड़ कर जा रही हूं तुम्हें,मुझे याद मत करना। जाना है सबको संसार से 1 दिन सबको मरना।। जन्म हुआ है जिसका,मृत्यु भी उसकी एक दिन होगी। ये क्रम चलता... Hindi · कविता 8 15 711 Share Ram Krishan Rastogi 12 Dec 2022 · 1 min read मन तेरा भी करता होगा मन तेरा भी करता होगा,मेरे से मिलने का, दुख तुझे भी होता होगा,मेरे से बिछड़ने का। भूल जाओ पुरानी बाते,नई जिंदगी शुरू करे, वादा करे दोनो ही,एक दूजे से न... Hindi · मुक्तक 8 18 365 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jan 2022 · 1 min read बापू की पुण्य तिथि पर बापू की पुण्यतिथि पर ****************** बापु तुम्हारी पुण्य तिथि पर तुमको क्या मै बताऊं, आज तिरंगा रो रहा है किस किस को मै समझाऊं । नाम किसानों का लेकर ये... Hindi · कविता 7 7 362 Share Ram Krishan Rastogi 6 Feb 2022 · 1 min read स्वर कोकिला लता जी स्वर कोकिला लता जी ***************** सुरो की कोकिला चली गई, हमको रुलाकर वे चली गई। लताजी अब हमारे बीच नहीं, यादें छोड़कर अब चली गई।। गाये थे उन्होंने हजारों गीत,... Hindi · मुक्तक 7 5 463 Share Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2022 · 1 min read छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने, फिर बार बार क्यों तुम आते हो। दरवाजे सारे बंद हो चुके है अब, फिर बार बार क्यों खटकाते हो।। होता है प्रेम... Hindi · कविता 7 11 905 Share Ram Krishan Rastogi 13 May 2022 · 1 min read आदमी कितना नादान है आदमी स्वयं ही बुरा है, दूसरो को बुरा बताता है। वह अपने स्वार्थ के लिए, दूसरो को खूब सताता है।। आदमी कितना नादान है, मंदिर में शंख घंटा बजाता है।... Hindi · कविता 7 9 1k Share Ram Krishan Rastogi 22 May 2022 · 1 min read बताओ तो जाने जो कल थी,पर आज नही रहेगी, जो आज हैं, पर कल नही रहेगी। जो कल आयेगी वह परसो न आयेगी, पर दीवार पर टंगी सब घर मिल जायेगी। टर टर... Hindi · कविता 7 11 699 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jun 2022 · 1 min read दो जून की रोटी दो जून की रोटी,प्रभु सबको मिल जाए। छोटी हो या मोटी,ये सबको मिल जाए।। दो जून की रोटी,बड़ी किस्मत से है मिलती। मेहनत करता है मजदूर तब कही ये मिलती।।... Hindi · कविता 7 16 1k Share Ram Krishan Rastogi 15 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे में जीने के गुरु मंत्र बुढ़ापे को जवानी की तरह जियो, पानी को भी अमृत की तरह पियो। कट जायेगा आसानी से बुढ़ापा तुम्हारा, हर गम को खुशी की तरह तुम जियो।। बुढ़ापा जीवन में... Hindi 7 13 989 Share Ram Krishan Rastogi 26 Jun 2022 · 1 min read दूल्हे अब बिकते हैं (एक व्यंग्य) दूल्हे बाजार में अब बिकते है। ऑन व ऑफ लाइन बिकते है।। दुल्हो का बाजार लगा हुआ है। हर तरीके से वह सजा हुआ है।। दूल्हे सजधज कर खड़े हुए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 7 13 1k Share Ram Krishan Rastogi 28 Jun 2022 · 1 min read मन की फितरत मन ही मन को जानता,मन को मन से प्रीत। मन ही मनमानी करे, मन ही मन का मीत।। मन झूमे,मन बांवरा,मन की है अद्भुत रीत। मन के हारे हार है,... Hindi · कविता 7 9 662 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2022 · 1 min read वर्षा ऋतु में प्रेमिका की वेदना जब जब ये बादल बरसे, ये नैना तेरे लिए है तरसे। जब जब ये बिजली चमकी, मेरी माथे की बिंदिया दमकी। कैसे भुलाऊं साजन मै तुमको, मिलने को आ जाओ... Hindi · कविता 7 9 632 Share Ram Krishan Rastogi 18 Jul 2022 · 1 min read पढ़े लिखे खाली घूमे,अनपढ़ करे राज (हास्य व्यंग) सहमा सहमा घूम रहा,युवक है आज। पढ़े लिखे खाली घूमे,अनपढ़ करे राज।। कौन पूछता योग्यता,सोर्स हैं हर आधार। सोर्स वाला सफल है बाकी सब बेकार।। गूंगे गावे,बहरे ताल लगावे है... Hindi · हास्य-व्यंग 7 7 457 Share Ram Krishan Rastogi 22 Mar 2023 · 1 min read नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो, नित्य नई सफलता पाओ। कष्ट कोई न हो जीवन में, उन्नति मार्ग पर बढ़ते जाओ।। नववर्ष सबको हितकारी हो, सबके लिए ये परोपकारी हो। मिले सबको... Hindi 7 10 626 Share Ram Krishan Rastogi 22 Jun 2023 · 1 min read नींबू की चाह चाह नहीं मेरी, मिरचो के साथ गूंथा जाऊं। चाह नहीं मेरी,दरवाजे पर लटकाया जाऊं।। चाह नहीं मेरी,नमक चीनी के साथ में घुल जाऊं। चाह नहीं मेरी,मटर की चाट का स्वाद... Hindi · कविता 7 14 689 Share Ram Krishan Rastogi 26 Oct 2018 · 1 min read भला है बुरा है मेरा पति,सुहागन मेरा ख़िताब तो है --आर के रस्तोगी भला है,बुरा है,मेरा पति सुहागन मेरा ख़िताब तो है भले ही पन्ने पुराने हो, वो मेरे दिल की किताब तो है क्यों निहारु दूर के चाँद को,जब मेरा चाँद मेरे... Hindi · कविता 6 2 290 Share Ram Krishan Rastogi 29 Oct 2018 · 2 min read अब दिवाली के पुराने दिन याद आते है --आर के रस्तोगी अब दिवाली के पुराने दिन याद आते है जब दीवारों को चूने से पुतवाते थे चूने को बड़े ड्रमों में घुलवाते थे उसमे थोडा सा नील डलवाते थे सीडी पड़ोसी... Hindi · कविता 6 474 Share Ram Krishan Rastogi 30 Oct 2018 · 1 min read जन्म जन्म हम साथ निभाये,तुम ऐसे बंधन में बंध जाओ -आर के रस्तोगी जन्म जन्म हम साथ निभाये,तुम ऐसे बंधन में बंध जाओ बन जाता हूँ दिल तुम्हारा,तुम दिल की धड़कन बन जाओ कभी लड़े भिड़े न जीवन में,ऐसा तुम दर्पण बन जाओ... Hindi · गीत 6 327 Share Ram Krishan Rastogi 31 May 2021 · 1 min read फर्ज मां बाप के प्रति फर्ज मां बाप के प्रति **************** जन्म दिया जिन्होंने,उन्हे कल भुला ना देना, हंस रहे हैं जो आज,उन्हे कल रुला ना देना।। सिखाया है जिन्होंने,उंगली पकड़ कर चलाना, कल उनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 7 300 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jun 2021 · 1 min read प्रकृति व पर्यावरण जब पल पल पेड़ कटते जायेंगे , तब सब जंगल मैदान बन जायेंगे | मानव तब बार बार पछतायेगा , जब सारे वे मरुस्थल बन जायेगे || जब पौधे सिमट... Hindi · मुक्तक 6 6 275 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jan 2022 · 1 min read कविताओं में मुहावरे पार्ट तीन कविताओं में मुहावरे पार्ट तीन *********************** धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का। दलबदलू रहता न सत्ता का न पाट का। सत्ता के लालच में जो पाला बदलता... Hindi · मुक्तक 6 8 485 Share Ram Krishan Rastogi 28 Jan 2022 · 1 min read पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान को देखता है पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान देखता है ********************************* जमीन पर बैठ कर,क्यो आसमान देखता है। पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान देखता है।। कमाई दूसरो की देखकर क्यों कभी जलता है।... Hindi · कविता 6 4 582 Share Page 1 Next