Comments (15)
4 Feb 2022 07:09 AM
???
Ram Krishan Rastogi
Author
4 Feb 2022 09:14 AM
धन्यवाद जी
3 Feb 2022 10:24 PM
?
Ram Krishan Rastogi
Author
4 Feb 2022 09:13 AM
धन्यवाद।
3 Feb 2022 06:50 PM
बहुत खूब लिखा है आदरणीय । बोले तो एकदम झक्कास – मजेदार – शानदार – यादगार ।
आपकी कलम को सलाम ।
Ram Krishan Rastogi
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3 Feb 2022 10:52 PM
श्री त्रिपाठी जी धन्यवाद
3 Feb 2022 06:07 PM
आपने रजाई की याद दिला दी, बड़े भाई हम तो रजाई का पूरा आनंद ले रहे हैं। धन्यवाद।
Ram Krishan Rastogi
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4 Feb 2022 09:13 AM
ऐसी ठंड में रजाई का आनंद लेना ही चाहिए।
3 Feb 2022 06:05 PM
?अद्भुत रचना।
Ram Krishan Rastogi
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4 Feb 2022 09:12 AM
धन्यवाद जी
3 Feb 2022 03:55 PM
लाजवाब सर
Ram Krishan Rastogi
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3 Feb 2022 05:13 PM
धन्यवाद जी।अब आपने तो अपनी रचनाओं का किला फतह करना है।
Ram Krishan Rastogi
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3 Feb 2022 02:18 PM
यह एक आलसियो व्यक्तियों के लिए एक व्यंग्य है।आपके इस बारे में क्या विचार है।
बहुत सुंदर ?
लेकिन भोजन करके रजाई में जाइएगा।
आपने आदेश दिया है अभी जाता है। मै तो रजाई में ही बैठा बैठा लिखता रहता हूं।