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Comments (15)

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बहुत सुंदर ?
लेकिन भोजन करके रजाई में जाइएगा।

4 Feb 2022 02:33 PM

आपने आदेश दिया है अभी जाता है। मै तो रजाई में ही बैठा बैठा लिखता रहता हूं।

4 Feb 2022 09:14 AM

धन्यवाद जी

3 Feb 2022 10:24 PM

?

4 Feb 2022 09:13 AM

धन्यवाद।

3 Feb 2022 06:50 PM

बहुत खूब लिखा है आदरणीय । बोले तो एकदम झक्कास – मजेदार – शानदार – यादगार ।
आपकी कलम को सलाम ।

3 Feb 2022 10:52 PM

श्री त्रिपाठी जी धन्यवाद

आपने रजाई की याद दिला दी, बड़े भाई हम तो रजाई का पूरा आनंद ले रहे हैं। धन्यवाद।

4 Feb 2022 09:13 AM

ऐसी ठंड में रजाई का आनंद लेना ही चाहिए।

?अद्भुत रचना।

4 Feb 2022 09:12 AM

धन्यवाद जी

लाजवाब सर

3 Feb 2022 05:13 PM

धन्यवाद जी।अब आपने तो अपनी रचनाओं का किला फतह करना है।

3 Feb 2022 02:18 PM

यह एक आलसियो व्यक्तियों के लिए एक व्यंग्य है।आपके इस बारे में क्या विचार है।

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