Dr Manju Saini Tag: कविता 480 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Manju Saini 30 Sep 2023 · 1 min read शीर्षक:कौन कहता हैं कि..? शीर्षक: कौन कहता है कि...? कौन कहता हैं कि दिल में अलमारी सी नही होती मैं तो कहती हूँ कि होती तो हैं एक बड़ी सी अलमारी उसी में ही... Hindi · कविता 1 111 Share Dr Manju Saini 11 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:बिन पीहर सुनी तीज ऋतुएँ यूँ ही धीरे धीरे अपना रूप बदलती रहती हैं ऋतुओं के पन्ने हम अलट पलट कर देखते रहते हैं वो अपने वायदे के अनुसार ही आती जाती हैं और... Hindi · कविता 80 Share Dr Manju Saini 11 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक: मधुर नेह के धागे शीर्षक: मधुर नेह के धागे एक धागे से बंध जाता हैं भाई-बहन का प्यार रिश्ते चाहे हजार इससे बड़ा न कोई त्योहार भाई की कलाई में सजता बहन का प्यार... Hindi · कविता 99 Share Dr Manju Saini 14 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: कुछ कह पाती पापा शीर्षक: कुछ कह पाती पापा बहुत कुछ कहना था,आपसे मुझे अब यही पछतावा साथ साये की तरह तड़फाता हैं बार बार मुझे,झकझोरता हैं मुझे जो कह न सकी आपसे ,वही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 177 Share Dr Manju Saini 13 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा संग खुशियां अपार शीर्षक:पापा संग खुशियां अपार पापा आप संग खुशियां मिलती थी खुशियां अपार,प्यार मिलता था अपार आप साक्षात थे तो सुकून मिलता था अपार आपसे तो मुझे तब मिलता था भरपूर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 199 Share Dr Manju Saini 9 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: ख्यालो में पापा शीर्षक: ख्यालो में पापा जब भी सोती हूँ आपकी यादो का तकिया लगा सोती हूँ आपके ख्यालों का तकिया सिरहाने लगाती हूँ बस यही सोच कि आप आएंगे आज ख्यालो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 133 Share Dr Manju Saini 9 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा चिट्ठियां खो गई वो आपकी शीर्षक: पापा चिट्ठियां खो गई वो आपकी पापा घर छुटा आपके जाने के बाद वो चिट्ठियां कहां खो गई पता नही चला पैतृक संपत्ति में वे मिल जाती तो मुझसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 140 Share Dr Manju Saini 9 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा बिन कैसा गाँव शीर्षक:पापा बिन कैसा गाँव आप गए तो बदली रंगत हुआ परिवार विसंगत वक्त के साथ बदली रंगत न अब उनकी कोई संगत पापा बिन कैसा गाँव… न वो खुशियां ना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 132 Share Dr Manju Saini 8 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:शोर सा क्यूँ हैं पापा शीर्षक:शोर सा क्यूँ हैं पापा ये अजीब सा शोर क्यूँ हैं पापा... मेरे दिल मे आज एक तूफान सा हैं एक शोर हैं अनजाना सा शायद इसलिए मुझे कुछ अजीब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 135 Share Dr Manju Saini 8 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: नेक सलाह पापा की 🙏शीर्षक: नेक सलाह पापा की अब सोच लिया मैने कि काम करना है अपनी हिम्मत से किस्मत को बदलना हैं गलत के आगे झुकना नही सोच बदलना हैं माँ पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 131 Share Dr Manju Saini 8 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:मेरी हिम्मत आप है पापा शीर्षक: मेरी हिम्मत आप है पापा है आँधियां तूफान जीवन की दौड़ में हर पल उथलपुथल हैं जीवन की राह में फिर भी चलती हूँ हिम्मत दी आपने आपके बताए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 136 Share Dr Manju Saini 8 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:लाड़ पापा का लाड़ प्यार के वो जमाने कभी मेरे भी अपने हुआ करते थे कभी किसी रोज अपने पापा की दुलारी मैं भी हुआ करती थी। प्रकृति कठोर हो बहुत तुम ममता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 146 Share Dr Manju Saini 6 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: मुक्तिपथ पर पापा शीर्षक: मुक्तिपथ पर पापा आप क्यो चले गए मुक्तिपथ पर… कितनी सहज व सरल गति से बिन बोले बिन कहे ह्रदय आघात मेरी आँखों से रुक ही नही रहा जब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 295 Share Dr Manju Saini 6 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा का विलय शून्य में शीर्षक: पापा का विलय शून्य में पापा का विलय शून्य में… शून्य से शुरू व शून्य पर ही अंत बस यही तो है जीनव की डगर इसी राह पर चल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 142 Share Dr Manju Saini 5 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:ये डरावना शोर सा क्यूँ हैं पापा शीर्षक:ये डरावना शोर सा क्यूँ हैं पापा मेरे दिल मे आज एक तूफान सा हैं एक शोर हैं अनजाना सा शायद इसलिए मुझे कुछ अजीब सी डरावनी सी एक तस्वीर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 315 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 2 min read शीर्षक: पापा का अंतिम समय शीर्षक: पापा का अंतिम समय पापा का अंतिम समय… आप चले गए बिना बताए यूँ ही चुपचाप कोई पदचाप भी नही की ओर चल दिये अंतिम पल में जब आप... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 183 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:सब सीखा पापा से शीर्षक:सब सीखा पापा से सब सीखा हैं पापा से… मैने तो जीवन राह पर चलना भी सीखा पापा से मैंने हमेशा हालात से लड़ना सीखा अपने पापा से मुसीबत में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 209 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:सुनो ना पापा शीर्षक:सुनो ना पापा पापा… आप मेरी पुकार को सुनो ना आपके जाने से मैने बहुत दुख सहे हैं दुनिया ही मानो मेरी तो सूनी हो गई कोई भी अपना सा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 187 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:मेरी पहचान सिर्फ पापा से शीर्षक:मेरी पहचान सिर्फ पापा से आज भी घर जाती हूँ तो पहचान आप से ही मेरी आज भी खुद की पहचान मेरी कुछ नही आप की दी हिम्मत ही अब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 128 Share Dr Manju Saini 3 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए शीर्षक:आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए दुनिया भर में अगर कुछ सच देखना है तो आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए स्वयं के व्यक्तित्व से यथावत परिचय करवा दीजिए वह है आईना,... Hindi · कविता 212 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: आप समझोगे पापा शीर्षक: आप समझोगे पापा मेरा दुःख आप समझोगे जरूर पापा आपके बिना नही अब कोई मेरा बिन बोले ही समझोगे पता है मुझे तभी तो स्वप्न में दिखोगे मुझे पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 206 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: बंधन पापा बेटी का शीर्षक: बंधन पापा बेटी का एक न्यारा सा प्यारा सा बंधन देखो हम दोनों का दुलार प्यार भरपूर दोनो का आज भी पापा इंतजार आपका क्योंकि बंधन पापा बेटी का…!... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 159 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:क्या जानते हो पापा.? शीर्षक:क्या जानते हो पापा.? क्या जानते हो पापा..? शिकायतें बहुत है करनी है आपसे क्योंकि आपके अलावा किसी ने जाना ही नही रह तक मुझे। क्या जानते हो पापा..? बहुत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 179 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा के स्नेह की छांव शीर्षक:पापा के स्नेह की छांव रखी आपने सदैव ही आने नेह की छांव दुखों की सारी तपन झेल ली अपबे आप आंच नही आने दी कभी मुझ तक आपने साथ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 140 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:रोटी दो जून की शीर्षक:रोटी दो जून की दो जून की रोटी कमाने में कुछ तो छूट गया पीछे अपनो को छोड़ भागमभाग में रफ्तार पकड़ गया न जाने क्यूँ दो जून की रोटी... Hindi · कविता 1 1 314 Share Dr Manju Saini 31 May 2022 · 1 min read शीर्षक: कोशिश स्वयं से मिलने की शीर्षक: कोशिश स्वयं से मिलने की मैं हूँ कौन हूँ मैं ? क्यों हूँ? प्रश्न स्वयं से स्वयं के लिए अपने क्लान्त मन को शांत करने प्रकृति के समीप आज... Hindi · कविता 216 Share Dr Manju Saini 31 May 2022 · 1 min read शीर्षक:शायद शीर्षक:शायद आज जैसी ये शिक्षा मिली कि लाचार माँ बेटे के साथ रहने को ही तरस रही माँ दुःख के घूँट पी पी कर मन मे ही आशीष दे रही... Hindi · कविता 163 Share Dr Manju Saini 30 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की जुबानी उलझी सी जिन्दगानी शीर्षक:पापा की जुबानी उलझी सी जिन्दगानी ए जिंदगी तू कितनी उलझी सी क्यों हैं..? बिन स्वर की गजल सी क्यों हैं आ मेरे शब्दों में तरंग डाल और स्वर लहरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 127 Share Dr Manju Saini 29 May 2022 · 1 min read यादें तेरी ***** यादें तेरी ***** एक याद तेरी जो आई आज फिर से हर तरफ सूरत तेरी ही मुझे तो नजर आई फिर चुपके से दिल में दफ़न यादें जो थी... Hindi · कविता 179 Share Dr Manju Saini 28 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की सीख शीर्षक:पापा की सीख रिश्तों की अहमियत समझाई आपने ही तभी तो आज मैं खुश रह पाई परिवार में ही आज मेरा हर रिश्ता बहुत खूबसूरत हैं ही आज भी आपकी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 138 Share Dr Manju Saini 28 May 2022 · 1 min read शीर्षक:टीस पापा के जाने की शीर्षक: टीस पापा के जाने की आपकी बातें आपका प्यार आपकी यादे,अतुलनीय उपहार मेरे लिए जब कभी आपकी याद सताती हैं तो बस इन्ही सब के सहारे उभर पाती हूँ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 112 Share Dr Manju Saini 27 May 2022 · 1 min read शीर्षक: भूली बिसरी खाट शीर्षक : भूली बिसरी"खाट" आज वो कुछ यादें सिमटी हुई सी फिर से याद आई बान के गोले से बुनी गई वो पुरानी खाट याद आई खाट पर बैठता कौन... Hindi · कविता 110 Share Dr Manju Saini 24 May 2022 · 2 min read शीर्षक:पापा का घर शीर्षक:पापा का घर जब तक पापा जिंदा रहते बेटी मायके में हक़ से आती जाती रहती और घर में भी ज़िद कर लेती है और मनवा भी लेती कोई कुछ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 294 Share Dr Manju Saini 24 May 2022 · 1 min read शीर्षक:बोलो पापा शीर्षक:बोलो पाया बोलो पापा ये जो व्योम फैला है असीमित आकार हैं इसका तो क्या आप सीमित हो चमचमाते सितारा हो गए हो इसके आकाशगंगा रूप में जो टिमटिमा रहे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 246 Share Dr Manju Saini 24 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा कहते थे हर रिश्ते की उम्र होती हैं शीर्षक:पापा कहते थे हर रिश्ते की उम्र होती हैं जिस घर मे जन्मी वही,क्यो वही पराई कहलाई। हर रिश्ते की उम्र होती हैं,अब ये बात समझ आई।। पापा आज आने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 149 Share Dr Manju Saini 23 May 2022 · 1 min read शीर्षक:आज मौसम ने कुछ यूँ ये लो.... आज मौसम ने कुछ यूँ खुशियां मनाई उड़ती उड़ती धूल को फिर से धरती पर लौटा आई ये लो... रात भर बरसा जम कर सलिल गर्मी को दी... Hindi · कविता 120 Share Dr Manju Saini 21 May 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा की यादो की बुझी सी चिंगारी शीर्षक:पापा की यादो की बुझी सी चिंगारी न जाने कहाँ चले गए आप अदृश्य हो गए कहाँ खो गए पुराने खंडहर सी यादे रह गए घर की आँगन की तो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 3 186 Share Dr Manju Saini 21 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा मैं समेटना चाहती हूँ खुद को शीर्षक:पापा मैं समेटना चाहती हूँ खुद को मैं समेटना चाहती हूँ खुद को फिर भी न जाने क्यो सिमट नही पा रही हूँ मैं देखती हूँ स्वयं को बिखरते हुए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 137 Share Dr Manju Saini 19 May 2022 · 1 min read शीर्षक: नवउत्सर्जन की औऱ शीर्षक: नवउत्सर्जन की औऱ बढ़ रही हूँ मैं... हर दिन अपनी मंजिल की और जहाँ से की थी जिंदगी की शुरआत फिर से वही लौट जाने के लिए बढ़ रहीं... Hindi · कविता 137 Share Dr Manju Saini 19 May 2022 · 1 min read शीर्षक: मेरे सब कुछ पापा शीर्षक:मेरे सब कुछ पापा मैं अपूर्ण हूँ बिन पापा,आप संग पूर्ण थी आप स्वरूप थे पापा,मैं आपका रूप थी।। आप नदी समान पवित्र थे,मैं आपका जल थी आप स्वच्छ जल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 114 Share Dr Manju Saini 18 May 2022 · 1 min read शीर्षक:हर मुस्कान में बसे पापा… शीर्षक:हर मुस्कान में बसे पापा आपको जब भी याद करती हूँ गर्व से मानों खिल उठता है मेरा अंतर्मन लगता हैं मेरे जीवन की किरण आप ही से है सुबह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 186 Share Dr Manju Saini 17 May 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा आपके जाने का मलाल शीर्षक: पापा आपके जाने का मलाल कितनी खामोशी से आप मुँह मोड़ गए फिर कभी न दिखने के लिए चले गए बिन कहे बिना मिले ही न जाने कहाँ चले... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 141 Share Dr Manju Saini 17 May 2022 · 1 min read शीर्षक:भीगी उजली सुबह हो तुम शीर्षक:भीगी उजली सुबह हो तुम भीगी भीगी सी उजली सुबह हो तुम मेरी तुम से ही होती शुरआत सुबह की मेरी तुम्हे देख उठती थी मैं खुलती थी आंखे मेरी... Hindi · कविता 124 Share Dr Manju Saini 16 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा क्या आपको पता हैं शीर्षक:पापा क्या आपको पता हैं क्या आपको पता है पापा..? आपको कितने दिन हो गए मुझ से मिले जब से आप गए हो पल पल खोजती हूँ आपको स्वप्न में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 148 Share Dr Manju Saini 16 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की पगली सी शीर्षक:पापा की पगली सी पापा की पगली सी दीवानी सी मैं वर्षो से अंदर दफन किये यादो को न जाने कैसे चली जा रही हूँ जीवन राह पर सभी को... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 159 Share Dr Manju Saini 16 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की याद बादल सी शीर्षक:पापा की याद बादल सी अब तो बस... पापा की यादों के बादल से उठते हैं हिलोरे मारते हैं बीती बातो की यादो के बिन कहे आज भी मानो कुछ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 154 Share Dr Manju Saini 14 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा मेरे इर्दगिर्द हैं शीर्षक:पापा मेरे इर्दगिर्द हैं सब कहते है पापा दूर चले गए हैं जहां से लौटने नामुमकिन हैं पर मुझे तो अपने इर्दगिर्द ही नजर आते हैं हर पल पापा सहस्त्र... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 108 Share Dr Manju Saini 14 May 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा की अनुपस्थिति शीर्षक: पापा की अनुपस्थिति रोज लिखती हूँ शब्दो मे अपने मन के भाव लिखती रहती हूँ बीते पलो के नाम यादो की हिचकियां हिलोरे लेती हैं मेरे शब्दों में कभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 168 Share Dr Manju Saini 14 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा शायद मुझे करार आए शीर्षक:पापा शायद मुझे करार आए आपकी यादो की झकझोर शब्दो मे उतार पाऊं तो आपकी यादो को झकझोर शब्दोद्गार कर पाऊं तो थोड़ा भूली बिसरी यादो को खुद में संजो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 147 Share Dr Manju Saini 14 May 2022 · 1 min read शीर्षक: ख़त पापा के नाम शीर्षक: ख़त पापा के नाम आपकी याद हर पल बनी हैं आखिर क्यों गए आप ऐसे बिन बोले बताए हर रोज़ लिखती हूँ आपके लिए आपकी यादो में आपकी बातों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 108 Share Page 1 Next