Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2022 · 1 min read

शीर्षक:शोर सा क्यूँ हैं पापा

शीर्षक:शोर सा क्यूँ हैं पापा

ये अजीब सा शोर क्यूँ हैं पापा…
मेरे दिल मे आज एक तूफान सा हैं
एक शोर हैं अनजाना सा
शायद इसलिए मुझे कुछ अजीब सी
डरावनी सी एक तस्वीर नजर आ रही हैं
ये अजीब सा शोर क्यूँ हैं पापा…
जो शोर सा कर रही हैं भीतर ही
एक शोर भयावह सा…
लग रहा है मानो सब छूटा जा रहा है
मैं क्यो पकड़ नही पा रही हूँ,
ये अजीब सा शोर क्यूँ हैं पापा…
समझ नही पा रही हूँ क्या हो रहा है ये..?
मुझसे क्यो सब छुटा सा जा रहा है
क्यो खुशियां रुक नही रही हैं नजदीक मेरे
एक शोर भयावह सा…
ये अजीब सा शोर क्यूँ हैं पापा…
मानो सब जुदा होना चाहते हैं मुझसे
क्यो वो भी रूठा मुझसे जो करीब था दिल के
आखिर कसूर क्या है मेरा
जो तुम भी दूर हो रहे मुझसे
ये अजीब सा शोर क्यूँ हैं पापा…
इसलिए ही शायद तूफान सा शोर हैं मुझमे
एक शोर भयावह सा…
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

3 Likes · 121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
Shweta Soni
"वक्त की औकात"
Ekta chitrangini
2397.पूर्णिका
2397.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
शिव प्रताप लोधी
पहचान
पहचान
Seema gupta,Alwar
क्यों इस तरहां अब हमें देखते हो
क्यों इस तरहां अब हमें देखते हो
gurudeenverma198
कृष्ण भक्ति
कृष्ण भक्ति
लक्ष्मी सिंह
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr Shweta sood
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
ज़ैद बलियावी
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
Sukoon
Jese Doosro ko khushi dene se khushiya milti hai
Jese Doosro ko khushi dene se khushiya milti hai
shabina. Naaz
*आई वर्षा खिल उठा ,धरती का हर अंग(कुंडलिया)*
*आई वर्षा खिल उठा ,धरती का हर अंग(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दर्द-ए-सितम
दर्द-ए-सितम
Dr. Sunita Singh
सारा रा रा
सारा रा रा
Sanjay ' शून्य'
💐प्रेम कौतुक-390💐
💐प्रेम कौतुक-390💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सफलता का मार्ग
सफलता का मार्ग
Praveen Sain
कोई जब पथ भूल जाएं
कोई जब पथ भूल जाएं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
मुझे तुझसे महब्बत है, मगर मैं कह नहीं सकता
मुझे तुझसे महब्बत है, मगर मैं कह नहीं सकता
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"विषधर"
Dr. Kishan tandon kranti
रक्तदान
रक्तदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
शायरी
शायरी
goutam shaw
मतदान और मतदाता
मतदान और मतदाता
विजय कुमार अग्रवाल
ले बुद्धों से ज्ञान
ले बुद्धों से ज्ञान
Shekhar Chandra Mitra
पहचान तेरी क्या है
पहचान तेरी क्या है
Dr fauzia Naseem shad
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
■ सीढ़ी और पुरानी पीढ़ी...
*Author प्रणय प्रभात*
वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो
वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो
Mahendra Narayan
समय ही अहंकार को पैदा करता है और समय ही अहंकार को खत्म करता
समय ही अहंकार को पैदा करता है और समय ही अहंकार को खत्म करता
Rj Anand Prajapati
कुछ कहमुकरियाँ....
कुछ कहमुकरियाँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...