Bodhisatva kastooriya Language: Hindi 185 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read फसल बोई नही कोई अच्छी सी फसल मैने, उग आए खर-पतवार.तो सभालू कैसे? कश्ती जो तूफा मे ही ले निकल पडा, डूबने से बचू खुद,औरो को बचालू कैसे? मैने स्याह रातो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 99 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read इल्म मैने यू ही नही जिन्दगी के 72 साल बर्बाद किए! किसी को दिल से निकाला,कुछ को आबाद किए!! परिन्दो को कब तलक कैद करके पिजंडे मे रखते? जब तलक उनका... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 96 Share Bodhisatva kastooriya 21 Apr 2024 · 1 min read आदर्श नभ मे तारे अगणित है,पर ध्रुव की बात निराली है ! अमावस्या या पूर्णमासी उसकी स्थिति स्थिर वाली है!! पर मानव ने उसको कभी अपना आदर्श नही माना, बदले संदर्भो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 101 Share Bodhisatva kastooriya 20 Apr 2024 · 1 min read सब्र का फल मैने सबर का मीठा स्वाद चखा है! वक़्त बेवक्त जो साथ दे,वो सखा है!! बंद कमरे में खुली हवा,बात बेमानी है! खुल के जीने में मजा जिंदगी दिखा है!! होता... Hindi · ग़ज़ल 133 Share Bodhisatva kastooriya 20 Apr 2024 · 1 min read इल्म मैने यू ही नही जिन्दगी के 72 साल बर्बाद किए! किसी को दिल से निकाला,कुछ को आबाद किए!! परिन्दो को कब तलक कैद करके पिजंडे मे रखते? जब तलक उनका... Hindi · ग़ज़ल 95 Share Bodhisatva kastooriya 15 Apr 2024 · 1 min read यादगार यादगार पल! बीत गया जो कल! वापस नहीं आएगा, केवल छवियों का छल!! पर स्मृतियाँ जिन पर- अधिकार नहीं होगा कल!! छन भंगुर जीवन का, क्या है कोई स्थिर हल?... Hindi · कविता 138 Share Bodhisatva kastooriya 10 Apr 2024 · 1 min read कुर्सी अपनी -अपनी कुर्सी से चिपके रहो प्यारे! जिनका मर चुका हो ज़मीर,उन्हे कौन मारे? जनता तो है मरने के लिए,कभी आतंकवाद, कभी मँहगाई,और कभी प्रशासन के मारे!! अपनी -अपनी कुर्सी... Hindi · कविता 123 Share Bodhisatva kastooriya 8 Apr 2024 · 1 min read चुनाव 2024 सत्ता मद मे जो चूर रहे है सत्तर वर्षो तक ! धूल फँ|क रहे कश्मीर से कन्याकुमारी तक!! न्याय नही किया शोषित-पीडित.मजलूमो से! संसद मे प्रश्न प्रहर पलायन करते कब... Hindi · कविता 128 Share Bodhisatva kastooriya 6 Apr 2024 · 1 min read रुलाई पता नही यह ग़ज़ल है या कि रूबाई! शब्दो मे बँधी है,केवल मेरी ही रुलाई!! न मै छंद जानू.न जानू क्या कवित्त है? क्यो लोग दे रहे, कवि होने की... Hindi · कविता 123 Share Bodhisatva kastooriya 6 Apr 2024 · 1 min read मौसम मैने सबर का मीठा स्वाद चखा है! वक़्त बेवक्त जो साथ दे,वो सखा है!! बंद कमरे में खुली हवा,बात बेमानी है! खुल के जीने में मजा जिंदगी दिखा है!! होता... Hindi · ग़ज़ल 45 Share Bodhisatva kastooriya 6 Apr 2024 · 1 min read पिताश्री पितृ दिवस पर श्रद्धा सुमन पिता है पीपल की घनी छाव! जिनकी गोद ही था मेरा गाव!! अब न वो पीपल की घनी छाव! नाही ब्रह्म मुहूर्त उठने की काव... Hindi · गीत 131 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read खुशनसीब है खलिश सी एक बस इस सीने मे! कोई यार नही हो ऐसा क्या जीने मे? वो साथ भी न चल सके मयकदे तक, फिर मजा नही है पिलाने औ... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 1 1 171 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read राजनीति लोग न जाने क्या क्या कहते है! वो नेक है जो सब कुछ सहते है!! हम उन लोगो से कुछ अलग है! मन मर्जी के मालिक ही रहते है!! वो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 124 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read बसंत आयो आयो रे ऋतु मनभlवन पर्व बसंत! मां वीणा वादिनी की ऋचायें हैं दिग-दिगन्त!! पीली-पीली सरसों फूली,खिले कुसुम अनंत! प्रेम-पपीहा कूके मन में,भूले समस्याये ज्वलन्त!! तृतीय विश्व युद्ध की मुडेर... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 142 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read मुझे तुमसे अनुराग कितना है? मुझे तुमसे अनुराग कितना है? पुष्प में मीठा पराग जितना है!! भ्रमर स्वादन चाहे कितना करे, पुनर्निर्माण का सम्भाग उतना है!! मुझे तुमसे… माँ की ममता दूध से बहती है... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 110 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read लक्ष्मी है माँ लक्ष्मी तेरे रूप निराले! तुम रहती उनके आंगन बस, जो करत है धँधे काले वाले!! कभी रूप दहेज को राखति, कभी इंकम टैक्स के हवाले!! सरस्वती के साधको... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · हास्य 1 141 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read गणेश वंदना बल,बुद्धि,विवेक के तुम ही दाता! मंगलमुर्ति हो मंगल कार्य विधाता!! शिव-गौरा सुत, लम्बोदर सुखदाई, मात-पितृ प्रदक्शिणा तुम्है लुभाता!! किए पराजित कार्तिकेय विवेक से, प्रथम पूज्य पद तुम्है सदा दिलाता!! "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 1 136 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read जीवन के पल दो चार जीवन के पल दो चार, कुछ तो हंस लेउ गुजlर!! बाकी तो फिर रोना है, सुबह शाम को ढोना है!! जीवन से ना हो बेजार! जीवन के पल दो चार!!... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 148 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read संत रविदास! माघ मास की पूर्णिमा कहलावै है मधुमास! संत सुधीजन करते प्रयागराज मे कल्पवास!! मन,क्रम,वचन शुद्धि कौ जैतौ है अधिवास! बाद बसंत सूर्य देव की ऊर्जा हो जावै खास! बरसाने की... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 1 104 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read शिव शंभू भोला भंडारी ! शिव शंभू भोला भंडारी ! चले ब्याहने गौरा,नंदी सवारी!! गण भूत पिशाच औ औघड़ दानी! महिमा बिनकी कोऊ ना जाने ज्ञानी!! महाशिवरात्रि नील कंठ चले ब्याहने पार्वती! भोले के जयकारे... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 196 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read कन्या कन्या शब्द नहीं,आधार है ! बिन जिस अपूर्ण परिवार है!! सनातन संस्कृति में देवी है! संपूर्ण परिवार की ये सेवी है!! हंसते हंसते उत्तरदायित्व निर्वहन् पर कभी शिकन नहीं देखी... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 167 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read मिलन हर मिलन का अंजाम जुदाई क्यो है ? अब तो हर वक्त यही बात सताती है हमे!! दिल मे लाखो ज़ज्बात मचलते रहते है, जाने कौन सी बात,सारी रात जगाती... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल 2 1 134 Share Bodhisatva kastooriya 1 Apr 2024 · 1 min read सात जन्मों की शपथ पाकर साथ तुम्हारा हूं मैं अति सौभाग्यशाली! बीते गए वर्ष 32 नहीं कभी कोई गुफ्ता गाली!! सहपाठी-सहधर्मिणी सा साथ निभायl है, तुम हो उपवन मेरा, मैं हूं जोस्का बस माली!!... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 106 Share Bodhisatva kastooriya 27 Mar 2024 · 1 min read होरी के हुरियारे होरी के हुरियारे मे ! धूम मची चौबारे में!! छोरा-छोरी राधाकृष्ण बन मस्ती करे पौबारे मे !! बुड्ढ-बुड्ढे लोग-लुगाई, ठुमकत गलियारे मे !! कामदेव बसंत को अबहू ठाडो दस्तक देव... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 128 Share Bodhisatva kastooriya 19 Mar 2024 · 1 min read वासुदेव हे वासुदेव तुम संसार के पालन हार! तुम ही तो करवाते हो भवसागर पार!! चरणो मे आपके जीवनयापन के द्वार! रूप बदल आते पृथ्वी,करने दैत्य संघार!! 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 4 119 Share Bodhisatva kastooriya 19 Mar 2024 · 1 min read प्रकृति विधाता की नियति ,प्रकृति उसकी अनुकृति है! पर उत्पत्ति मानव की ही स्वयं एक विकृति है!! धरा पर उसका आना औ निर्माण करना कही, निज स्वार्थ हेतु वसुन्धरा- विनाश विसंगति... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 3 131 Share Bodhisatva kastooriya 28 Feb 2024 · 1 min read जीवन जीवन के पल दो चार, कुछ तो हंस लेउ गुजlर!! बाकी तो फिर रोना है, सुबह शाम को ढोना है!! जीवन से ना हो बेजार! जीवन के पल दो चार!!... Hindi · कविता 157 Share Bodhisatva kastooriya 27 Feb 2024 · 1 min read होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल होरी खेलन आए नही नंदलाल! सोच सोच मोए होय मलाल!! फीके लागै रंग लाल नीले -पीले! अंगिया चोली सबही है गई गीले!! ग्वाल बाल सब फेक रहे गुलाल! होरी खेलन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 118 Share Bodhisatva kastooriya 22 Feb 2024 · 1 min read राजतंत्र क ठगबंधन! राजतंत्र के अधिनायको ने किया बंगलूरू मे ठगबंधन! काग्रेस उत्पीडित-ममता,शरद कहते इसको गठबंधन!! अंग्रेजी चाटुकार दलो ने इसको नाम दिया है इन्डिया! हम 'भारतवर्ष' पुनःस्थापित कर हरायेगे यह 'इन्डिया'!! बुद्धिजीवी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 151 Share Bodhisatva kastooriya 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन के पल दो चार जीवन के पल दो चार, कुछ तो हंस लेउ गुजlर!! बाकी तो फिर रोना है, सुबह शाम को ढोना है!! जीवन से ना हो बेजार! जीवन के पल दो चार!!... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 2 157 Share Bodhisatva kastooriya 19 Feb 2024 · 1 min read माँ लक्ष्मी है माँ लक्ष्मी तेरे रूप निराले! तुम रहती उनके आंगन बस, जो करत है धँधे काले वाले!! कभी रूप दहेज को राखति, कभी इंकम टैक्स के हवाले!! सरस्वती के साधको... Poetry Writing Challenge-2 · हास्य-व्यंग्य 1 174 Share Bodhisatva kastooriya 16 Feb 2024 · 1 min read अंजाम हर मिलन का अंजाम जुदाई क्यो है ? अब तो हर वक्त यही बात सताती है हमे!! दिल मे लाखो ज़ज्बात मचलते रहते है, जाने कौन सी बात,सारी रात जगाती... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 178 Share Bodhisatva kastooriya 15 Feb 2024 · 1 min read अनुराग मुझे तुमसे अनुराग कितना है? पुष्प में मीठा पराग जितना है!! भ्रमर स्वादन चाहे कितना करे, पुनर्निर्माण का सम्भाग उतना है!! मुझे तुमसे... माँ की ममता दूध से बहती है... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 154 Share Bodhisatva kastooriya 15 Feb 2024 · 1 min read बसंत आयो आयो रे ऋतु मनभlवन पर्व बसंत! मां वीणा वादिनी की ऋचायें हैं दिग-दिगंत!! पीली-पीली सरसों फूली,खिले कुसुम अनंत! प्रेम-पपीहा कूके मन में,भूले समस्याये ज्वलन्त!! तृतीय विश्व युद्ध की मुडेर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 182 Share Bodhisatva kastooriya 12 Feb 2024 · 1 min read हिदायत है सिफत यह हासिल हमको,कौम के काम आए! न किसी से कोई गिला रखै, न किसी को सताए!! साथ मेरे क्या जाएगा ,है इसका अहसास मुझको? फिर क्यू मुबतिला, देकर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 139 Share Bodhisatva kastooriya 12 Feb 2024 · 1 min read किस किस्से का जिक्र मुझे जीवन मे लाखो रंग दिखे हे! जो दिखे, केवल वो ही रंग लिखे है!! शाश्वत प्रेम केवल मात-पिता का है, बाकी तो स्वार्थ समस्या संग बिके है!! भाई-भावज,पत्नी-पुत्र रिश्ते... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 148 Share Bodhisatva kastooriya 11 Feb 2024 · 1 min read सूर्य देव सूर्य देव के आलोक से पुलकित ये संसार! पशु-पक्षी, नर-नारी, बच्चे-बूढे,वृद्ध, लाचार!! तन-मन सब प्रमुदित पा कर आपकी ऊर्जा, आप ही हो चराचर जगत के जीवन आधार!! Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 183 Share Bodhisatva kastooriya 7 Feb 2024 · 1 min read पराक्रम दिवस है पुण्य पर्व 'पराक्रम दिवस' का आज! मनावो सुभाष चंद्र बोस जयंती आज!! 'तुम मुझे खून दो,मै तुम्है आजादी दूगा', 'जयहिन्द'के नारे से हिला ब्रिटिश राज!! आओ नमन करै भारत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 161 Share Bodhisatva kastooriya 7 Feb 2024 · 1 min read संकल्प लोग न जाने क्या क्या कहते है! वो नेक है जो सब कुछ सहते है!! हम उन लोगो से कुछ अलग है! मन मर्जी के मालिक ही रहते है!! वो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 172 Share Bodhisatva kastooriya 6 Feb 2024 · 1 min read सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है! सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है! सूर्यवंशी श्री राम अयोध्या आए विश्व प्रफुल्लित है!! वियोगी राम लखन सिया का वनवास सम्पूर्ण हुआ, दैव हमारे आज पधारे देख... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 146 Share Bodhisatva kastooriya 5 Feb 2024 · 1 min read चार यार है खलिश सी एक बस इस सीने मे! कोई यार नही हो ऐसा क्या जीने मे? वो साथ भी न चल सके मयकदे तक, फिर मजा नही है पिलाने औ... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 168 Share Bodhisatva kastooriya 3 Feb 2024 · 1 min read दिल की बात किसी और से न कहना कभी दिल की बात! हँसेगा,खिलखिलाएगा न समझेगा तेरे ज़ज्बात!! है यही दस्तूर .इस बेरहम ज़माने का ज़नाब! अपने गम रोते, औरो पर हँसते है हर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 244 Share Bodhisatva kastooriya 3 Feb 2024 · 1 min read है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी! है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी! क्यू नही लोगो ने अपनी ~अपनी आकी? समन्वित संताप सबको भोगना ही होगा! संस्कारो का अवमूल्यन रोकना ही होगा!! करते है स्वयं... Poetry Writing Challenge-2 95 Share Bodhisatva kastooriya 3 Feb 2024 · 1 min read राह मे मुसाफिर तो हजार मिलते है! राह मे मुसाफिर तो हजार मिलते है! पर कोई एक है जो साथ चलते है!! जिसके उदास होने से आप दुखी, मुस्कुराने भर पर हीआप खिलते है!! ऐसे हमसफर को... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 149 Share Bodhisatva kastooriya 1 Feb 2024 · 1 min read जिन्दगी की शाम बचपन साथ रखिएगा,जिन्दगी की शाम मे! उम्र महसूस ही नही होगी,सफर के मुकाम मे!! इसीलिए बचपन के शौक पाले हर काम मे! रोज़ कसरत और दौडना ज़रुरी इस पैगाम मे'!!... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 139 Share Bodhisatva kastooriya 30 Jan 2024 · 1 min read 'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ' तू-तू ,मै-मै मे बंट गई नारी अस्मिता,अतुलित-अखन्ड! पाषाड हो गई मानवता,राजनीति के जाए ये पाखन्ड!! हर राजनीतिञ के घर भी मा,बहन और बेटी होती है! पर आरोपो-प्रत्यारोपो तले भारतीय संस्कृति... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 143 Share Bodhisatva kastooriya 30 Jan 2024 · 1 min read हँसकर गुजारी नित नये दोस्तो से मिल नये मान मिलते है! उम्र की गिनती रोक कर,हम शान खिलते है!! सुबह गुज़रती है योग,दौडने,घूमने के बहाने! फिर दौर चाय की चुस्की अखबार के... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 2 166 Share Bodhisatva kastooriya 29 Jan 2024 · 1 min read राम है आये! अवधपुरी मे राम है आये! समझो आठौ याम है पाए!! सकल सुमंगल छवि उनकी, देख~देख दुनिया है बौराए!! त्रेतायुग बनवास अब सम्पूर्ण हुआ,सो हर मन है हर्षाए!! वसुधैव कुटुम्बकम संकल्पना,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 158 Share Bodhisatva kastooriya 28 Jan 2024 · 1 min read हमनवा मैने उनसे नज़र क्या मिलाई, वो हमारे दिवाने हो गए! गुफ्तगू शुरु हुई थी कि,मिलने मिलाने के बहाने हो गए!! चार दिनो की मुलाकात महज़ इक इतैफाक ही तो था,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 108 Share Bodhisatva kastooriya 26 Jan 2024 · 1 min read गंणतंत्रदिवस स्वतंत्रता न होय निरंकुश अतः प्रजातंत्र अपनाया! संविधान की आवश्यकता जन-जन को समझाया!! बनी संविधान सभा जिसने नव संविधान बनाया! डा भीमराव अम्बेडकर ने कुशल नेतृत्व दिखलाया!! शासन न होय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 197 Share Previous Page 2 Next