Arsh M Azeem 236 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Arsh M Azeem 25 Jul 2020 · 1 min read वफ़ा नही आती बस उन्हें एक वफ़ा नही आती वरना कौन सी अदा नही आती खिड़कियाँ तो सब खोल रखी हैं जाने क्यूँ घर में ठंडी हवा नही आती यह कैसा रोग लग... Hindi · मुक्तक 1 389 Share Arsh M Azeem 21 Jul 2020 · 2 min read अच्छे ख़्वाब आज ख़्वाबों की बात करते हैं। ख़्वाब हम सब देखते हैं कभी अच्छे देखते हैं कभी बुरे देखते हैं कभी हक़ीक़त से मिलते जुलते देखते हैं। कभी हक़ीकत से बिल्कुल... Hindi · लेख 6 2 386 Share Arsh M Azeem 21 Jul 2020 · 1 min read पता चलने लगा जब ग़मों का सिलसिला चलने लगा यहाँ कौन अपना है पता चलने लगा जुल्म का शिकार तो आवाम होगी ही हुकूमत में सरफिरों का दबदबा चलने लगा Hindi · मुक्तक 2 491 Share Arsh M Azeem 21 Jul 2020 · 1 min read शेर आँसुओं से कह दो इन आँखों में आना छोड़ दें इतने कमज़र्फ नहीं हैं हम जो मुस्कुराना छोड़ दें Hindi · शेर 1 2 233 Share Arsh M Azeem 16 Jul 2020 · 1 min read शोहरत का ज़रिया नहीं बनती शोहरत का ज़रिया नहीं बनती ग़रीबी कभी सुर्ख़ियाँ नहीं बनती सबको साथ लेकर चलना पड़ता है एक आदमी से दुनिया नहीं बनती ग़र गिले शिकवे हल कर लिए जाएँ दिलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 272 Share Arsh M Azeem 15 Jul 2020 · 1 min read हौंसले गिरने न दिए ठोकर खाके गिरा था मैं कई बार कभी अपने हौंसले गिरने नहीं दिए मुश्किलों में बिखरा था कई बार मगर कदम अपने रुकने नहीं दिए कभी अपने हौंसले गिरने नहीं... Hindi · कविता 2 1 375 Share Arsh M Azeem 15 Jul 2020 · 1 min read शेर सूख गया अब की बार मौसम की बेरुख़ी से वो पौधा जो पनपा था पिछली बरसात में Hindi · शेर 2 332 Share Arsh M Azeem 12 Jul 2020 · 1 min read जब हम ठुकराए गए रौशनी से जब हम ठुकराए गये साथ छोड़कर सब साये गये मेरी ख़ूबियों का ग़ुरूर टूट गया जब मेरे ऐब मुझको गिनाए गये सब क़ुसूर आँखों का था मगर सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 271 Share Arsh M Azeem 12 Jul 2020 · 1 min read ईमानदारी आज के दौर में ईमानदार लोग ढूँढे नहीं मिलते। ख़ुदगर्ज़ी के इस ज़माने में सौ में दो चार लोग ही ईमानदार होंगे। इन दो चार ईमानदार लोगों को भी लोग... Hindi · लेख 2 4 524 Share Arsh M Azeem 12 Jul 2020 · 1 min read कौन समझेगा ग़म न मिले तो ख़ुशी की क़ीमत कौन समझेगा दर्द न मिले तो दवा की ज़रूरत कौन समझेगा कोई एक गाल पे मारे तो दूजा गाल भी दे दो भला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 245 Share Arsh M Azeem 11 Jul 2020 · 1 min read वही कहानी दोहरा दी गायी आज फिर वही कहानी दोहरा दी गयी हादसा बनाकर हक़ीक़त छुपा दी गयी कहीं अपने दामन पे दाग़ न आ जाए इसलिए उसूलों पे मिट्टी चढ़ा दी गयी आज ख़ुदगर्ज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 571 Share Arsh M Azeem 7 Jul 2020 · 1 min read गुजारी जाती रही शक़ और सुब्हा जो हुआ तो यारी जाती रही ज़रा ग़ुरूर जो आया सब ख़ुद्दारी जाती रही मौत आते ही ‘अर्श’ बेवजूद हो गयी पल भर में जो बरसों तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 353 Share Arsh M Azeem 7 Jul 2020 · 1 min read कोई अपना है दर्द की वजह भी कोई अपना है दर्द की दवा भी कोई अपना है ग़ैरों से वफ़ा की कोई उम्मीद ही नहीं लाज़िमी है बेवफ़ा भी कोई अपना है बीच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 524 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read ग़मों को भुलाकर भी जीना पड़ता है कुछ ग़मों को भूलाकर भी जीना पड़ता है कुछ दर्द सीने में दबाकर भी जीना पड़ता है कभी अश्क़ बहाके दिल का बोझ हल्का करते हैं कभी कभी यह बोझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 214 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read पहले तो तुम ऐसे न थे क्यूँ फेर लीं हमसे नज़रें क्यूँ दूर दूर रहने लगे हो क्या हुआ है क्यूँ बेरुख़ी दिखाने लगे हो पहले तो तुम ऐसे न थे क्यूँ हमसे बात अब करते... Hindi · कविता 1 429 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read उम्मीदें पालकर बैठा हूँ बहुत उम्मीदें पाल कर बैठा हूँ खुद का बुरा हाल कर बैठा हूँ रिश्ते बेजान से तो होने ही थे रूहे ऐतबार निकाल कर बैठा हूँ टूट कर बिखर सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 398 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read मासूम आँखों में मासूम आँखों में कोई ख्वाब सजायें चलो उनका बचपन उन्हें वापस दिलायें चलो मुफलिसी ने जिन्हे मजदूर बना डाला उन नन्हें हाथों में किताबें थमायें चलो यह आज के दीपक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 233 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read राष्ट्र समर्पित हम विकसित तो हो गये सुविकसित कब होंगे हम शिक्षित तो हो गये सुशिक्षित कब होंगे कानून से ऊपर उठकर राष्ट्रहित नहीं हो सकता हम राष्ट्रप्रेमी तो हैं राष्ट्र समर्पित... Hindi · मुक्तक 1 4 416 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read ऐहतराम करते रहो एक दूसरे का ऐहतराम करते रहो यूँ ही मिल जुल के काम करते रहो दुनियादारी की फ़िक्र करो लेकिन आख़िरत का भी इंतज़ाम करते रहो अच्छे अख़लाक़ से हर कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 221 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read नज़रों में ज़माना रहता है हर कहीं आना जाना रहता है मेरी नज़रों में ज़माना रहता है कुछ मजबूरियाँ थी मेरी उसका बस यह बहाना रहता है तुम जो मुस्कुरा के देख लेते हो दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 207 Share Arsh M Azeem 5 Jul 2020 · 1 min read दिल का बुरा नही हूँ मैं आदमी बहुत भला नही हूँ मैं बेशक औरों के जैसा नहीं हूँ मैं हाँ कुछ तल्ख़ है ज़ुबाँ मेरी मगर दिल का बुरा नहीं हूँ मैं देख के मुझे कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 351 Share Arsh M Azeem 5 Jul 2020 · 1 min read फूलों सा व्यवहार करो घृणा के काँटे ना चुभाओ फूलों सा व्यवहार करो अपना हो या पराया हो हर अतिथि का सत्कार करो यदि बड़ा बनना है तो अपना हृदय बड़ा करो अपना हित... Hindi · कविता 1 2 469 Share Arsh M Azeem 3 Jul 2020 · 2 min read इंसानियत आज हमें अपने अंदर की इंसानियत पर गौर करने की ज़रूरत है आत्म समीक्षा करने की ज़रूरत है। क्या हम वाक़ई वैसे हैं जैसे एक इंसान को होना चाहिए क्या... Hindi · लेख 2 3 445 Share Arsh M Azeem 3 Jul 2020 · 1 min read अब चिंतन करना होगा बहुत कर लिया अंधाप्रेम अब चिंतन करना होगा सत्यता की कसौटी पर हर कथन परखना होगा मीठी से वाणी से मंत्रमुग्ध करके विफलताओं का दोष शत्रु पे धर के कहीं... Hindi · कविता 1 2 475 Share Arsh M Azeem 3 Jul 2020 · 1 min read ठुकराना ही था मेरी मोहब्बत को ठुकराना ही था उसे तो मेरा दिल दुखाना ही था तेरी बेवफ़ाई एक नयी बात थी बाक़ी अपना क़िस्सा पुराना ही था तुमसे दिल लगाकर पछताया नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 438 Share Arsh M Azeem 3 Jul 2020 · 1 min read वो फूल सी खिलने लगती है जब मुझसे से मिलने लगती है वह फूल सी खिलने लगती है मेरी आँखों में अपना चेहरा देखके वह शरमा के हंसने लगती है चरागों का हौंसला देखकर हवा भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 185 Share Arsh M Azeem 3 Jul 2020 · 1 min read कभी उड़कर तो देखो हौंसलों के पंखों से कभी उड़कर तो देखो जीत जाओगे मुश्किलों से लड़कर तो देखो बहुत उड़ाते हो मेरे आँसुओ का मज़ाक़ टूट जाओगे महबूब से बिछड़कर तो देखो ख़ुदगर्ज़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 242 Share Arsh M Azeem 3 Jul 2020 · 1 min read हुआ कुछ नहीं होना बहुत कुछ था हुआ कुछ नही ख़्वाहिशें बहुत थी मिला कुछ नहीं अपने हुनर से लिखो तक़दीर अपनी हाथों की लकीरों में लिखा कुछ नहीं एक दूसरे का बुरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share Arsh M Azeem 2 Jul 2020 · 1 min read नेताओं की नीयत हमारे देश के लोग जब राजनीति मे कदम रखते है तो ये कहते हुए रखते है कि अब और भ्रष्टाचार नही सहेंगे, हम देश की राजनीति को बदलकर रख देगे,... Hindi · लेख 1 192 Share Arsh M Azeem 2 Jul 2020 · 1 min read शिकवा दर्दो गम का शिकवा नहीं करते यूँ जिन्दगी को रुसवा नहीं करते चाहे कितने भी दरिया समा जायें समन्दर कभी भी भरा नहीं करते Hindi · मुक्तक 2 444 Share Arsh M Azeem 2 Jul 2020 · 1 min read क्या करे दिल में दर्दो गम का मेला हो तो क्या करे इस हाल में गर कोई अकेला हो तो क्या करे लोग दिल से खेले तो खामोश ही रहा 'अर्श' जब... Hindi · मुक्तक 375 Share Arsh M Azeem 2 Jul 2020 · 1 min read बखूबी समझता हूँ फसाने और हकीकत को मैं बखूबी समझता हूँ आजकल की सियासत को मैं बखूबी समझता हूँ कि यह सय्याद परिन्दों पर मेहरबाँ क्यों है इतना अए ज़ालिम तेरी नीयत को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 435 Share Arsh M Azeem 1 Jul 2020 · 1 min read उससे मिलके कुछ ऐसा लगा उससे मिलके कुछ ऐसा लगा वो कुछ अपना अपना सा लगा वो ज़ालिम होगा सोचा ना था बहुत मासूम सा चेहरा लगा इस कदर झूठ से भरे थे कान सच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 263 Share Arsh M Azeem 1 Jul 2020 · 1 min read दलील तुम जो उनपे उँगली उठाने पे आ जाओगे तो फिर सियासत के निशाने पे आ जाओगे हमने तो सिर्फ़ सच्चाई की दलील माँगी थी क्या पता था कि तुम क़सम... Hindi · मुक्तक 2 199 Share Arsh M Azeem 30 Jun 2020 · 1 min read आँसू तो बहाना था ये आँसू तो एक बहाना था दिल का दर्द बाहर लाना था इस चेहरे पे सिर्फ़ हँसी रहती थी ऐसा भी एक ज़माना था तुम आए तो दिल, दिल हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 323 Share Arsh M Azeem 30 Jun 2020 · 1 min read ख़रीद लीं हम तो तस्वीरें खरीदते रहे किसी ने नज़रें ही खरीद लीं हम अखबार ही खरीदते रहे किसी ने खबरें भी खरीद लीं। ......... 'अर्श' Hindi · शेर 3 2 248 Share Arsh M Azeem 30 Jun 2020 · 1 min read परेशान बहुत है ठुकरा के मेरा प्यार परेशान बहुत है वो अपने फ़ैसले से पशेमान बहुत है वो आज मुश्किलों से घबराए हुए हैं जो सोचते थे इश्क़ आसान बहुत है तेरे ख़्वाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 208 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read ख़्वाहिश बेशक न हो जो ख्वाहिश पूरी नहीं होती मगर हमसे किसी की जी हुज़ूरी नही होती दुनिया छोड़ दी जाए एक शख़्स के लिए ‘अर्श’ यह मोहब्बत इतनी भी ज़रूरी... Hindi · शेर 2 346 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read दिल पे तारी होते हैं जज़्बात जब दिल पे तारी होते हैं तभी आँखों से अश्क़ जारी होते हैं ज़िंदगी में कुछ लम्हे ऐसे आते हैं जो तमाम उम्र पर भारी होते हैं शहर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 429 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read दिल अगर नही लगता तुझसे दिल अगर नही लगता फिर किसी से डर नही लगता तेरे बिना ज़िंदगी, ज़िंदगी नही तेरे बिना घर अब घर नही लगता इतने कड़वे घूंट पिए हैं मैंने कि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 211 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read दरिया कहीं से कहीं है दरिया कहीं से कहीं है समंदर वहीं का वहीं है समंदर खुद ही प्यासा है दरिया पे कोई प्यासा नहीं है बेशक चले जाओ आसमाँ में मगर लौटकर आना यहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 190 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read शराब छोड़ दे एक बूँद भी है खराब छोड़ दे मेरे दोस्त तू शराब छोड़ दे मुझपे जो ऐतबार है तुझे फिर सारा हिसाब छोड़ दे काँटे कोई न देखेगा फिर टहनी पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 329 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read होना चाहिए हाले दिल की उनको ख़बर होना चाहिए दोस्त कम हों मगर मोअतबर होना चाहिए मुक़द्दर से कहो कि कोई ज़्यादती न हो सुख-दुःख दोनो ही बराबर होना चाहिए यह गिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read नहीं माँगती सब दुःख दर्द बाँट लेती है माँ-बाप के मगर बेटी कभी जायदाद में हिस्सा नहीं माँगती वक़्त अगर दो तो ग़ैरों से भी हो जाती है मोहब्बत सिर्फ़ खून का... Hindi · मुक्तक 2 225 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read अच्छा लगता है बेशक तेरी मोहब्बत एक दिखावा ही सही ‘अर्श’ मगर तुम जब अपना कहते हो तो अच्छा लगता है Hindi · शेर 1 200 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read इतना वो याद आते हैं दिल के क़रीब रहने वाले जब नज़रों से दूर जाते हैं भूल ही जाते हैं खुद को हम इतना वो याद आते हैं उनके ही ख़्वाब उन्ही के ख़्याल अजब... Hindi · गीत 4 503 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read मासूम अदना सी उम्र में ही जमाना सिखा दिया मुफलिसी ने मासूमो को कमाना सिखा दिया खुशी नही मिली उन्हे कभी हसने के लिए दर्द ने ही उनको मुस्कुराना सिखा दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 511 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read जो ग़ुरूर में अकड़ जाते हैं जो अपने गुरूर में अकड़ जाते हैं वो एक दिन जड़ से उखड़ जाते हैं। थोड़ी तल्ख़ी भी ज़रूरी है मिजाज में ज़्यादा मीठे फल जल्दी सड़ जाते हैं। यह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 280 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read आसमाँ भी झुकाया जा सकता है आसमाँ को भी झुकाया जा सकता है तारों की बुलन्दी को पाया जा सकता है छोटी कोशिशें भी बड़े नतीजे लाती हैं बूंद बूँद से समन्दर बनाया जा सकता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 234 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read क्या कमी रह गयी मुझसे क्या कमी रह गयी तेरी आँखों में नमी रह गयी आसमाँ की जो चाहत की दूर मुझसे ज़मी रह गयी ये कैसा इन्तज़ार दिया तुमने आँख खुली की खुली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 564 Share Previous Page 4 Next