डाॅ. बिपिन पाण्डेय Language: Hindi 353 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Feb 2023 · 1 min read मुक्तक अंदर का शैतान किसी को ,बुद्ध नहीं होने देता। क्रूर नृशंस पातकी रखता ,शुद्ध नहीं होने देता। अगर विधर्मी समझे होते,प्रेम धर्म की भाषा को, जगत नियंता वंशी वाला ,युद्ध... Hindi · मुक्तक 1 298 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Feb 2023 · 1 min read श्रृंगारिक दोहे रूठी-रूठी नींद है ,ख्वाब न आते पास। गोरी से अब मिलन की,टूट गई है आस।।1 अधरों पर हैं तैरती ,यादें बनकर गीत। आ जाओ नववर्ष-सी,ओ प्यारी मनमीत।।2 निखरा यौवन से... Hindi · दोहा 3 2 208 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Feb 2023 · 1 min read मुक्तक खबर नहीं है हमें भले ही ,जीवन में अगले पल की। कठिन दौर में हम करते हैं,कोशिश पाने की हल की। समझदार माना जाता है ,जग में केवल वह प्राणी,... Hindi · मुक्तक 2 182 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Jan 2023 · 1 min read श्रृंगारपरक दोहे नदिया सा हो ले रहा,यौवन जहाँ उफान। बोलो फिर कैसे वहाँ ,उपजे नहीं गुमान।। आई अल्हड़ उम्र तो,खिले अंग ज्यों फूल। तन्वंगी को भार सम ,लगने लगा दुकूल।। पाकर पिय... Hindi · दोहा 2 2 464 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Jan 2023 · 1 min read गीत सखी री आया नवल बसंत। हुए हैं सुरभित सभी दिगंत।। सजीले दिखते हैं तरु गात। बढ़ाते शोभा उनकी पात। छटा यह रहे वर्ष पर्यंत। सखी री आया नवल बसंत।। भ्रमर... Hindi · गीत 2 188 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Jan 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद- रावी तट पर बैठ जब,लिया एक प्रण खास। षट्विंशति तारीख थी, और जनवरी मास। और जनवरी मास,सभा थी एक बुलाई। लेंगे पूर्ण स्वराज्य ,कसम सबने थी खाई। होगा... Hindi · कुण्डलिया 2 147 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक हरिद्वार जाकर गंगा में ,तन को अपने धो लेते। कष्ट दूर हो जाते सारे ,नींद चैन की सो लेते। हँसना अपनी मजबूरी है ,गैरों के सँग रहते हैं, अपनों का... Hindi · मुक्तक 2 204 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक अपना करे पराया चाहे,अनय विरोध जरूरी है। अनाचार, हिंसा के पथ से,उचित सदा ही दूरी है। भाव-विचारों का उद्वेलन ,तोड़े भाषिक मर्यादा, शब्दों पर अंकुश रखने की,कोशिश करनी पूरी है।। Hindi · मुक्तक 1 127 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 Jan 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद (पराक्रम दिवस की हार्दिक बधाई) आज़ादी दूँगा तुम्हें ,मुझको दो तुम खून। नारा दिया सुभाष ने ,सबमें भरा जुनून। सबमें भरा जुनून, और लोगों को जोड़ा। मिला उन्हें सहयोग,सभी का... Hindi · कुण्डलिया 1 195 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jan 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद होता है जब नित्यप्रति ,अपनों से संपर्क। तभी चढ़े आकाश में ,संबंधों का अर्क। संबंधों का अर्क , सदा खुशहाली लाए। पर अपनों का मौन,कष्ट को नित्य बढ़ाए। सुन गैरों... Hindi · कुण्डलिया 2 2 178 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कर सकते हैं हम कभी,जीवन की शुरुआत। मन में रखना हौसला , बन जाएगी बात। बन जाएगी बात , यही सब कहते प्यारे। मत समझो असमर्थ ,न खोजो बैठ सहारे।... Hindi · कुण्डलिया 3 160 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Jan 2023 · 1 min read गीत-4 (स्वामी विवेकानंद जी) जिनकी प्रतिभा और विद्वता,पड़ी सभी पर भारी। उन्हें विवेकानंद नाम से, दुनिया सदा पुकारी।। रूप तेज लावण्य देख था,जग जिनका दीवाना, पूर्ण किया अध्यात्म ज्ञान को,दे वेदांत खजाना। देशभक्ति की... Hindi · गीत 1 151 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Jan 2023 · 1 min read गीत-3 (स्वामी विवेकानंद) प्रतिभा और बुद्धि का लोहा,मान रहा संसार। पूज्य विवेकानंद करें हम,नमन तुम्हें सौ बार।। जिनकी वाणी का हम सारे,पीते हैं मकरंद, उनको कहती है ये दुनिया,पूज्य विवेकानंद। हर भारतवासी करता... Hindi · गीत 1 490 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 13 Jan 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद पूरा उसको कीजिए, काम लिया जो हाथ। पता नहीं कल काल ये ,कितना देगा साथ। कितना देगा साथ ,कौन ये रब ही जाने। क्या स्थिति हो उत्पन्न,रार जो हर-पल ठाने।... Hindi · कुण्डलिया 1 191 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 13 Jan 2023 · 1 min read गीत-2 ( स्वामी विवेकानंद जी) चाह यदि जीवन में उत्कर्ष। निरंतर करना है संघर्ष।। मिलेगी फिर निश्चय ही जीत, बनेगी सारी दुनिया मीत। राह में बाधक रहा विमर्ष, निरंतर करना है संघर्ष।। स्वयं को मत... Hindi 2 279 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jan 2023 · 4 min read अपनी लकीर बड़ी करो अपनी-अपनी संस्कृति की रक्षा, विकास और प्रचार-प्रसार करना हरेक व्यक्ति का अधिकार है। हम जिस संस्कृति में जन्म लेते हैं, जिसमें हमारा पालन-पोषण होता है, जिसमें हम साँस लेते हैं... Hindi · लेख 1 289 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jan 2023 · 1 min read गीत-1 (स्वामी विवेकानंद जी) जाकर किया शिकागो में जब,भगिनी भ्राता संबोधन। रहा गूँजता बहुत देर तक,सुनकर करतल ध्वनि गर्जन।। सिर पर पगड़ी तन पर भगवा,वस्त्र सुशोभित थे जिनके। आकर्षण का केंद्र बिंदु थे, स्वामी... Hindi · गीत 159 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jan 2023 · 1 min read रखते हैं प्रभु ही सदा,जग में सबका ध्यान। रखते हैं प्रभु ही सदा,जग में सबका ध्यान। कभी -कभी होता नहीं ,लोगों को अनुमान। लोगों को अनुमान,तभी हो जब दें अर्जी। और करे प्रभु पूर्ण, भक्त साधक की मर्जी।... Hindi · कुण्डलिया 1 179 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Jan 2023 · 1 min read गीतिका गीतिका- आकुल अंतर चाह रहा है,कुछ अपनी कुंठाएँ लिखना। रूठ गए जो अपने साथी ,उनके लिए दुआएँ लिखना।1 दुर्गम , तुंग श्रृंग पर बैठे, जो बनकर प्रहरी सीमा के, उन... Hindi · गीतिका 244 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 Jan 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद धोखा देते हैं वही , जो होते हैं खास। उचित नहीं होता अधिक,लोगों पर विश्वास। लोगों पर विश्वास ,सभी की है मज़बूरी। छल तोड़े संबंध, बनाए दिल में दूरी। लोग... Hindi · कुण्डलिया 2 192 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2023 · 6 min read प्रयत्न लाघव और हिंदी भाषा भाषा मात्र भावों और विचारों की अभिव्यक्ति का माध्यम ही नहीं है अपितु ज्ञानराशि को संचित करने तथा किसी देश के ज्ञान -विज्ञान के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति एवं सभ्यता को... Hindi · लेख 386 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2023 · 3 min read देशज से परहेज भाषा और शब्दों के प्रयोग को लेकर अनेक तरह के दुराग्रह समय-समय पर पढ़ने और सुनने को मिलते हैं।कई बार भाषा की शुद्धता के नाम पर तो कई बार अपनी... Hindi · लेख 121 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2023 · 1 min read गीतिका चाटुकारिता का गुण नर में,जब तक कड़ा नहीं होता। तब तक पद-सत्ता के पग में,कोई पड़ा नहीं होता।। दिल से कही बात जो जाती,दिल तक सदा पहुँचती है, हर मानव... Hindi · गीतिका 2 2 283 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल साथ मिले अपनों का तो,दुख कम होने लगता है। यादों के मौसम में मन, पुरनम होने लगता है।। भीड़ भरे चौराहे पर,जब भी नज़र घुमाता हूँ, दुनिया है मशरूफ बहुत,... Hindi · ग़ज़ल 165 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 7 Jan 2023 · 3 min read साधुवाद और धन्यवाद अक्सर यह देखने में आता है कि कुछ उच्च पदस्थ, वयोवृद्ध और सुशिक्षित लोग साधुवाद शब्द का प्रयोग धन्यवाद के समानार्थी के रूप में करते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण... Hindi · लेख 2 2 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Jan 2023 · 3 min read बरवै छंद बरवै छंद के प्रणेता अकबर के नवरत्नों में से एक महाकवि अब्दुर्रहीम खानखाना 'रहीम' कहे जाते हैं। किंवदन्ती है कि रहीम का कोई सेवक अवकाश लेकर विवाह करने गया। वापस... Hindi · लेख 1 2 979 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Jan 2023 · 6 min read कहमुकरी: एक दृष्टि कहमुकरी लोक-काव्य की सर्वाधिक चर्चित और सुप्रसिद्ध विधाओं में से एक है । शायद ही कोई ऐसा हिंदी भाषा-भाषी व्यक्ति होगा जो इनके नाम से परिचित न हो। कहमुकरी विधा... Hindi · लेख 5 6 624 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2023 · 12 min read कुंडलिया छंद की विकास यात्रा कुंडलिया छंद की विकास यात्रा कुंडलिया शब्द की उत्पत्ति ‘कुंडलिन’ या ‘कुंडल’ शब्द से हुई है। कुंडल का अर्थ है- गोल अथवा वर्तुलाकार वस्तु। सर्प के बैठने की मुद्रा ‘कुंडली’... Hindi · लेख 3 10 1k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Jan 2023 · 1 min read कहमुकरी कहमुकरी- सबसे पहले कपड़ा खोले। इंच इंच फिर बदन टटोले। पूछे वह क्या मेरी मर्जी। क्या सखि साजन? नहिं सखि दर्जी।।1 जाड़ा उससे लिपट भगाऊँ। उसको अपने अंग लगाऊँ। वही... Hindi 3 4 152 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Jan 2023 · 1 min read कहमुकरी वह सुनता हर बात हमारी, सदा मिटाता मुश्किल सारी। देख न पाता वह मम क्रंदन, क्या सखि साजन? नहिं रघुनंदन।।6 पास कभी जब उसके जाऊँ, देख-देख उसको हरषाऊँ। उसका साथ... Hindi 2 132 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Jan 2023 · 1 min read कहमुकरी ध्यान करूँ मैं उसका हरपल, वह करे सर्वदा बुद्धि विमल। भावों का वह अमित प्यार दे, क्या सखि साजन? नहीं शारदे।।1 उसका रूप अनोखा प्यारा, मम जीवन का वही सहारा।... Hindi 1 290 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Jan 2023 · 3 min read आदित्य हृदय स्त्रोत अथ श्री आदित्य हृदय स्त्रोत ( काव्य भावानुवाद) दोहा- खड़े राम रण-क्षेत्र में,चिंतित एवं क्लांत। देख दशानन सामने,किंचित हुए अशांत।।1 ऋषि अगस्त्य प्रभु राम के,पास गए तत्काल। स्त्रोत मंत्र दे... Hindi · कविता 2 4 220 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jan 2023 · 1 min read प्रीति के दोहे, भाग-3 उनसे बोलो प्रेम की,क्या करता फरियाद। समझ न पाए जो कभी,आँखों का संवाद।।21 तन का तो सौंदर्य बस,रहता है दिन चार। प्रेम गुणों से कीजिए ,छाई रहे बहार।।22 मात्र दिखावे... Hindi · दोहा 1 251 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jan 2023 · 1 min read प्रीति के दोहे, भाग-2 प्रेम अनूठी साधना,ज्यों कविता हित छंद। प्रेम सरस है काव्य सम,भरे हृदय आनंद।।11 प्रेम शांति का पुंज है ,दूर करे संत्रास। प्रेम घटाए दूरियाँ,प्रेम सुखद अहसास।।12 त्याग समर्पण प्रेम है... Hindi · दोहा 1 221 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jan 2023 · 1 min read प्रीति के दोहे, भाग-1 करते नहीं शिकायतें, जो करते हैं प्यार। टिका हुआ है प्रेम पर, ये सारा संसार।।1 तारों में हम खोजते, जिससे करते प्यार। जब वह जाता छोड़कर,सपनों का संसार।।2 आती इच्छुक... Hindi · दोहा 1 324 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Aug 2022 · 1 min read सच में शक्ति अकूत सच में शक्ति अकूत ------------------------ कैसे दें दुनिया को बोलो, पक्के ठोस सबूत, सच में शक्ति अकूत! चौखट पर जाने वाले को, धमकाता कानून? होकर बरी घूमते दोषी, होता सच... Hindi · नवगीत 3 1 256 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Aug 2022 · 1 min read करनी होगी जंग दहशत भरकर दुनिया में जो, करते हैं जीवन बेरंग। करनी होगी उनसे जंग। डाल गले में पट्टा घूमें, लगता जैसे धर्म अफीम। गर्हित सोच बवंडर लाती, घूमें बच्चे बने यतीम।... Hindi · नवगीत 2 1 260 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Jun 2022 · 1 min read कुंडलिया छंद नेता सत्ता के लिए , रचता रोज प्रपंच। उसको अपने काम पर ,लाज न आए रंच। लाज न आए रंच, तानकर सीना चलता। करे स्वार्थ की पूर्ति,सभी को रहता छलता।... Hindi · कुण्डलिया 4 2 253 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jun 2022 · 1 min read कुंडलिया छंद चलना हरपल साथिया,पकड़ हाथ में हाथ। लगती सुंदर सृष्टि ये, जब हो तेरा साथ। जब हो तेरा साथ,प्रकृति भी रहे निखरती। देख जुदाई स्वप्न, जिंदगी लगे बिखरती। रहना तुम मासूम,फूल... Hindi · कुण्डलिया 1 434 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Jun 2022 · 1 min read दोहे सरल सौम्य सज्जन बनें,रहें कपट से दूर । जीवन में फिर आपके,सुख होगा भरपूर ।।1।। -- धोखा सबको ही मिला,अपनों से श्रीमान। तौर तरीके काम पर,रखिए उनके ध्यान ।।2।। Hindi · दोहा 1 142 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 Jun 2022 · 1 min read कुंडलिया छंद होती है दिलदार की ,एक यही पहचान। तन से होता वृद्ध पर,दिल से रहे जवान। दिल से रहे जवान,करे बस बात रसीली। लेता सबको मोह,रखे वह नज़र नशीली। सब पर... Hindi · कुण्डलिया 1 256 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Jun 2022 · 1 min read कुंडलिया छंद जाकर पूछो तो कभी ,कैसे मित्र मिजाज। औषधि से हर मर्ज का,होता नहीं इलाज। होता नहीं इलाज,प्रेम से बढ़कर कोई। यह सच्ची है बात ,नहीं है किस्सागोई। अपनेपन के गीत,कभी... Hindi · कुण्डलिया 2 233 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Jun 2022 · 1 min read कुंडलिया छंद पावस-सा हर व्यक्ति का ,जब होगा व्यवहार। शोषित वंचित का तभी , संभव है उद्धार। संभव है उद्धार , मदद को हाथ बढ़ाओ। तृषित अधर की प्यास, स्वार्थ को छोड़... Hindi · कुण्डलिया 1 272 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2022 · 1 min read कुंडलिया छंद ( योग दिवस पर) कुंडलिया छंद ( योग दिवस पर) थोड़ा समय निकालकर,नित्य कीजिए योग। संयम से जीवन जिएँ ,त्याज्य बनाएँ भोग। त्याज्य बनाएँ भोग, रखें आलस से दूरी। तन मन रहे निरोग ,... Hindi · कुण्डलिया 1 2 413 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2022 · 9 min read दोहा छंद विधान दोहा छंद विधान --------- दोहा हिंदी साहित्य का एक बहु प्रयुक्त एवं लोकप्रिय छंद है।इस छंद का प्रयोग सभी प्रमुख कवियों द्वारा किया गया है।दोहा छंद अपभ्रंश से यात्रा करते... Hindi · लेख 4 1 3k Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2022 · 4 min read मेरी प्रिय कविताएँ समीक्ष्य कृति- मेरी प्रिय कविताएँ कवि- अनिरुद्ध प्रसाद विमल प्रकाशक-Best Book Buddies, New Delhi-20 प्रकाशन वर्ष- 2019 ( प्रथम संस्करण) मूल्य- ₹ 250/- चिंतन की उत्कृष्टता,सामाजिक सरोकारों से संपृक्ति ,घनीभूत... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 216 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2022 · 5 min read यक्ष प्रश्न ( लघुकथा संग्रह) समीक्ष्य कृति- यक्ष प्रश्न (लघुकथा संग्रह) लेखक- अनिरुद्ध प्रसाद विमल प्रकाशक- Best Book Buddies Technologies Pvt Ltd. New Delhi प्रकाशन वर्ष-2019 मूल्य- ₹ 250/- लघुकथा क्षण विशेष में उत्पन्न भाव... Hindi · पुस्तक समीक्षा 3 2 475 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2022 · 5 min read छंदानुगामिनी( गीतिका संग्रह) छंदानुगामिनी: एक अद्भुत, महनीय कृति ---------------------------------------------------------- समीक्ष्य कृति- छंदानुगामिनी ( गीतिका संग्रह) रचनाकार- मनोज मानव प्रकाशक- साक्षी प्रकाशन संस्थान,सुल्तानपुर ( उ प्र) प्रकाशन वर्ष- 2019 मूल्य-रु 180/ पेपर बैक मनोज... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 506 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2022 · 4 min read लहरों का आलाप ( दोहा संग्रह) समीक्ष्य कृति- लहरों का आलाप ( दोहा संग्रह) कवयित्री- आशा खत्री 'लता' प्रकाशक- साहित्य भूमि, नई दिल्ली प्रकाशन वर्ष-2018 मूल्य- रु 250/ जीवनानुभवों का निचोड़: लहरों का आलाप 'दर्द का... Hindi · पुस्तक समीक्षा 3 818 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jun 2022 · 1 min read योग दिवस पर कुछ दोहे दिया पतंजलि ने हमें, योगासन का ज्ञान। जग में भारतवर्ष को,मिली एक पहचान।।1 दुनिया भर में है मची ,योग दिवस की धूम। भारतवासी गर्व से ,रहे खुशी में झूम।।2 --... Hindi · दोहा 3 2k Share Previous Page 4 Next