*नारी तुम गृह स्वामिनी, तुम जीवन-आधार (कुंडलिया)*
*नारी तुम गृह स्वामिनी, तुम जीवन-आधार (कुंडलिया)* - *------------------------------* नारी तुम गृह स्वामिनी, तुम जीवन-आधार तुममें बसता अर्थ है ,बसा धर्म का सार बसा धर्म का सार, नदी-सी निर्मल धारा...
Hindi · Quote Writer · कुण्डलिया · माता पिता कुंडलिया