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*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
*मृत्यु-चिंतन(हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
*आई बारिश घिर उठी ,नभ मे जैसे शाम* ( *कुंडलिया* )
Ravi Prakash
*बारिश आई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*यह कहता चाँद पूनम का, गुरू के रंग में डूबो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*खुलकर ताली से करें, प्रोत्साहित सौ बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*आते हैं बादल घने, घिर-घिर आती रात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*खाते नहीं जलेबियॉं, जिनको डायबिटीज (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*दही सदा से है सही, रखता ठीक दिमाग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*छोड़ा पीछे इंडिया, चले गए अंग्रेज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बच्चों को ले घूमते, मॅंगवाते हैं भीख (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*कभी मस्तिष्क से ज्यादा, हृदय से काम लेता हूॅं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*खोया अपने आप में, करता खुद की खोज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सात शेर*
Ravi Prakash
*रानी ऋतुओं की हुई, वर्षा की पहचान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बाजारों में अब कहॉं, माॅलों में हैं लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सुख से सबसे वे रहे, पेंशन जिनके पास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*खुशी के पल असाधारण, दोबारा फिर नहीं आते (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*असीमित सिंधु है लेकिन, भरा जल से बहुत खारा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*दृष्टि में बस गई, कैकई-मंथरा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*सभी को आजकल हँसना, सिखाने की जरूरत है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
असली चमचा जानिए, हाँ जी में उस्ताद ( हास्य कुंडलिया )
Ravi Prakash
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
*कुछ पुरातन और थोड़ा, आधुनिक गठजोड़ है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*सभी के साथ सामंजस्य, बैठाना जरूरी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*मालिक अपना एक : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
*मौहब्बत सीख ली हमने, तुम्हारे साथ यारी में (मुक्तक)*
Ravi Prakash
एक शेर
Ravi Prakash
तुलसी न होते तो न, होती लोकप्रिय कथा (घनाक्षरी)
Ravi Prakash
पानी बचाऍं (बाल कविता)
Ravi Prakash
*अब लिखो वह गीतिका जो, प्यार का उपहार हो (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*सुबह उगा है जो सूरज, वह ढल जाता है शाम (गीत)*
Ravi Prakash
*पल में बारिश हो रही, पल में खिलती धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*नजर बदलो नजरिए को, बदलने की जरूरत है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*वे ही सिर्फ महान : पाँच दोहे*
Ravi Prakash
ये काले बादलों से जैसे, आती रात क्या
Ravi Prakash
*सावन का वरदान, भीगती दुनिया सूखी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*धन को चाहें निम्न जन ,उच्च लोग सम्मान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
Ravi Prakash
*सिरफिरा (लघुकथा)*
Ravi Prakash
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*रिमझिम-रिमझिम बूॅंदें बरसीं, गाते मेघ-मल्हार (गीत)*
Ravi Prakash
*चंद्रयान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*हमारे विवाह की रूबी जयंती*
Ravi Prakash
*मृत्यु : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
*जन्म लिया है बेटी ने तो, दुगनी खुशी मनाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash