Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2023 · 1 min read

*चंद्रयान (बाल कविता)*

चंद्रयान (बाल कविता)
________________________
चंदा मामा नहीं दूर अब
चंद्रयान जाएगा
छूकर चंदा मामा को
उतरेगा फिर आएगा

भारत का विज्ञान स्वदेशी
निर्मित इसकी काया
जगह विश्व के नक्शे में अब
भारत भी पाएगा

एक दिवस चंदा के समझो
चौदह दिवस हमारे
हमको देता जो प्रकाश है
वहॉं सिर्फ अंधेरे

पता करेंगे चंदा मामा
तुम में कितना पानी
पूछेंगे फिर चंदा मामा
कहॉं हमारी नानी
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

711 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
🙅भविष्यवाणी🙅
🙅भविष्यवाणी🙅
*Author प्रणय प्रभात*
लेखनी
लेखनी
Prakash Chandra
"उपबन्ध"
Dr. Kishan tandon kranti
*धूम मची है दुनिया-भर में, जन्मभूमि श्री राम की (गीत)*
*धूम मची है दुनिया-भर में, जन्मभूमि श्री राम की (गीत)*
Ravi Prakash
"इस्तिफ़सार" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिल हो काबू में....😂
दिल हो काबू में....😂
Jitendra Chhonkar
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
कभी हमको भी याद कर लिया करो
कभी हमको भी याद कर लिया करो
gurudeenverma198
बुढ़ापा
बुढ़ापा
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
जिन्दा हो तो,
जिन्दा हो तो,
नेताम आर सी
श्रृंगार
श्रृंगार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
Shashi kala vyas
बुला लो
बुला लो
Dr.Pratibha Prakash
कोरोना काल
कोरोना काल
Sandeep Pande
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
Chandra Kanta Shaw
3239.*पूर्णिका*
3239.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
पूर्वार्थ
फूल कुदरत का उपहार
फूल कुदरत का उपहार
Harish Chandra Pande
कभी-कभी हम निःशब्द हो जाते हैं
कभी-कभी हम निःशब्द हो जाते हैं
Harminder Kaur
💐प्रेम कौतुक-208💐
💐प्रेम कौतुक-208💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी शायरी की छांव में
मेरी शायरी की छांव में
शेखर सिंह
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
तुम बदल जाओगी।
तुम बदल जाओगी।
Rj Anand Prajapati
एक और इंकलाब
एक और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
यारों की आवारगी
यारों की आवारगी
The_dk_poetry
ख्वाबों ने अपना रास्ता बदल लिया है,
ख्वाबों ने अपना रास्ता बदल लिया है,
manjula chauhan
स्वयं की खोज कैसे करें
स्वयं की खोज कैसे करें
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
कामयाबी
कामयाबी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
राहों में
राहों में
हिमांशु Kulshrestha
Loading...