Umender kumar 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umender kumar 9 Jun 2022 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते….. याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे तिरती रहती है, पर तुम नहीं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 267 Share Umender kumar 28 Jul 2021 · 1 min read जीवनसंगिनी की याद आज अचानक तुम्हारी याद आई है जब मैं आईना देख रहा हूं अब सजने सवरने का क्या मतलब जब जिंदगी में अकेले काट रहा हूं आज याद आ रही है... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 4 401 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read मुर्दों के जज़्बात मुर्दों के जज़्बात नहीं होते, उनके अपने तो होते हैं मगर पास नहीं होते, दिख जाते कहीं / कभी अपने, तो आज हम यहां श्मशान में नहीं होते..... सुकून में... Hindi · कविता 4 3 657 Share Umender kumar 25 Aug 2021 · 1 min read हम तो खाली हाथ थे लुटा कर बैठा महफिल में था सब अपना, क्या पता था, लूटने वाले फिर भी ना छोड़ेंगे... गम इस बात का नहीं के लुटे को लूट लिया, अफसोस रहा के,... Hindi · मुक्तक 4 454 Share Umender kumar 7 Dec 2022 · 1 min read कीमत.... कीमत.... पापड बेलकर कमाने वालों की नहीं, पापड़ बिलवाकर कमाने वालों की है.... बेलने वाले रुपया कमाते हैं, बिलवाने वाले लाखों कमाते हैं... जानते हुए भी हम, बेलने वाले बने... Hindi 4 2 160 Share Umender kumar 28 Jul 2021 · 1 min read विरानो से निकलकर जख्म- ए- निशान थे बहुत, दिल पर, कलेजा मुंह को आया था, देख कर। कलेजे को सीने में दफना क्या लिया है हमने, विरानो से निकलकर, अब जिंदगी, जिंदगी सी... Hindi · कविता 3 2 292 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read इंतजार है तेरा आ तो गई पर मुझसे नहीं मिली! क्या इतनी खफ़ा है मुझसे तू, अब तो सब भूलाकर गले से लगा ले, बक्श दे सबको, चल ले चल मुझे अपनी दुनिया... Hindi · कविता 3 1 245 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read मेरी खामोशी मत रो मेरे दिल छोड़ दे सब वक्त के हाथों में दर्द तो अपना है अपना लेंगे खुशियां छोड़ दे दूसरो के हाथों में मत पूछ मेरा दिल ए बया... Hindi · कविता 3 206 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read ऐ कोरोना तूने यह क्या कर दिया.. ऐ कोरोना तूने यह क्या कर दिया.... जिस जिस गली निकला मैं उस गली को लोगों ने खाली कर दिया.. हम तो यह जाने के ... हमारी मोहब्बत में बाजार... Hindi · कविता 3 2 293 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मजदूर की व्यथा यह शरीर है साहब बीमारी भी इसी में है और भूख भी ...... इसी में ...... इल्जाम मत दो मुझे बाहर निकलने के लिए, डरता हूं मैं, बीमारी से पहले... Hindi · लेख 3 2 587 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read बांझ औरत जब दूसरे चमन पर आती है, बहार तो मुझे भी लगता है, कभी तो आएगी मेरे चमन पर भी फूलों की बहार .. पौधे से तो बन गई मैं कली... Hindi · कविता 3 2 683 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read जाति और राजनीति !! जाति पर राजनीति और खत्म होती इंसानियत !! आज जाति पर राजनीति होती है और इंसानियत खत्म होती है, आज के दौर में निम्न जाति के उच्चतम अधिकारी से... Hindi · लेख 3 259 Share Umender kumar 6 Aug 2021 · 1 min read मेरी जिंदगी मे तुझसे बढ़कर कोई नहीं तेरे ख्वाबों को जीता हूं मैं, तेरे आंसुओं को पीता हूं मैं, जब तू रोती है ना पगली, रातों को ना सोता हूं ना जागता हूं मैं, तेरे लबों की... Hindi · कविता 3 478 Share Umender kumar 16 Aug 2021 · 1 min read "वक्त“ मत दो मुझे, "वक्त“ मत दो मुझे, मशगूल रहने दो जरा भी "वक्त" मिला तो मैं नहीं रहूंगा किसी की याद में ... उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 3 2 288 Share Umender kumar 18 Oct 2022 · 1 min read फरेबी दुनिया की मतलब प्रस्दगी विश्वास का खून कर कमजोरी का फायदा उठा ले गए, खुद गलती कर , दुनिया के लिए नफरत पैदा कर गए, मतलबी दुनिया की तस्वीर हमे दिखा गए, कमज़ोरी जाहिर... Hindi · कविता 3 467 Share Umender kumar 27 Jul 2021 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते..... याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे तिरती रहती है, पर तुम नहीं आते... भागती जिंदगी के साथ आंगे... Hindi · कविता 2 399 Share Umender kumar 27 Jul 2021 · 1 min read तालीम ए इश्क चाहत थे कभी, किसी के जीने की, आज खुद जीने की चाहत नहीं .... जो जिंदगी थे हमारी कभी, वह हमारी जिंदगी से खेल गए.... उन्हें नशा था हमारे इश्क... Hindi · कविता 2 239 Share Umender kumar 28 Jul 2021 · 1 min read मेरा जुनून दुखों के सागर है मगर हताश नहीं हूं, छुटा है साथ सबका मगर अकेला नहीं हूं, अंधेरों के साए में रहता हूं मगर उम्मीद की किरण साथ है, मुश्किलें हैं... Hindi · कविता 2 314 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read खामोशी से जी लु जरा मेरी खामोशी मेरा दर्द मेरा दर्द मेरी खुशी मेरी खुशी मेरी तन्हाई मेरी तन्हाई मेरी यादें मेरी यादें मेरी जिंदगी और मेरी जिंदगी मेरी खामोशी..... खामोशी से जी लु जरा,... Hindi · कविता 2 492 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read फरेबी दुनिया जहां की तस्वीरें लिये फिरता हूं, मगर पूछता हूं फिर भी क्या हुआ... इससे अपनों का पता तो चलता है जनाब, वरना यह फरेबी दुनिया , झूठ के पैरों पर... Hindi · शेर 2 1 264 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read दुश्मनी में भी - प्यार होता है प्यार - प्यार होता है , जैसा भी होता है, प्यार के साथ दुश्मनी निभा लो या दुश्मनी के साथ प्यार.. प्यार के बिना दुश्मनी निभाना मुश्किल है यारों, हर... Hindi · कविता 2 326 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read ईमानदारी का गहना जमाने में कितने ही साहूकार सही , "ईमानदारी" ऐसा गहना है जिसे रखना हर किसी के बस की बात नहीं.. ऊंचाइयों पर पहुंचने वालों , याद रखना ... यह बूंदे... Hindi · लेख 2 2 578 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read सांपों का जहां यह सांपों का जहां है, साहब जरा संभल कर चलो, यहां आस्तीनो में भी सांप मिलते हैं, जो अपना बना कर डस लेते हैं उमेंद्र कुमार Hindi · कविता 2 2 247 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read दर्द दर्द को दर्द ही रहने दो, मरहम लगाने की कोशिश ना करो , शुक्रिया अदा तो उनका है जो घावों को कुरेद देते हैं, जिससे दर्द तो महसूस होता है!... Hindi · लेख 2 2 232 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read मजदूर मजदूर पूछ रहा है, क्या मैं वही हूं... जो कभी छोटी इमारतों के बड़े होने तक साथ रहा, क्या मैं वही हूं... जो कभी अपने मालिकों के कारोबारी सर दर्द... Hindi · लेख 2 272 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read आंसुओं की उधारी इन आंसुओं को संभाले रखा है अपने जनाजे के लिए, के चार आंसू भी उधार न मांगने पड़े मतलबी दुनिया से, अगर लिए तो फिर वापस आना पड़ेगा, जिंदगी भर... Hindi · शेर 2 272 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read प्रेम का दीपक राम तुम दीपक बन जाओ रहीम तुम रोशनी बन जाओ प्रेम का एक दिया मैं जलाऊं प्रेम का एक दिया तुम जलाओ एक नजरिया हो सब का जैसे , हर... Hindi · कविता 2 369 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read दिल से सलाम अब तो हमारी सांसे भी हमारे खिलाफ साजिश रचती हैं और तुम मेरी सांसो में दम डालने की बात करते होl, शुक्रगुजार हूं मैं तुम्हारा बदलती फिजा में भी तुम... Hindi · कविता 2 2 567 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मेरा अकेलापन जज्बातों से तो पुराना रिश्ता है हमारा, खामोशी से..... चुपके से ........ ना जाने कितनों के ... अकेलेपन में हम अपनेपन का एहसास देते हैं मगर हकीकत में खुद अकेले... Hindi · लेख 2 318 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read तेरी बेवफाई तेरी बेवफाई मेरी यादों को भुलाने नहीं देती , मगर ,तेरी यादें मेरे दर्द को जरूर भुला देती है। तेरे दर्द का एहसास आज भी दिल के किसी कोने में... Hindi · कविता 2 491 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read धन के संबंध धन, मुद्रा, संपदा .. सब संबंधों का आधार है, बगैर इसके सब संबंध निराधार है... ^^ ज्यादा धन ज्यादा संबंध, कम धन अकेला जीवन....^^ उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 466 Share Umender kumar 6 Aug 2021 · 1 min read हम पत्थर दिल ही सही अगर तू समझे हम पत्थर दिल है तो भी कोई अफसोस नहीं, मगर याद रखना, नदियों के स्त्रोत पत्थरों के पहाड़ हुआ करते हैं उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 334 Share Umender kumar 6 Aug 2021 · 1 min read मेरी अंदरूनी आवाज एक दिन एक आवाज आई और कहती है के तू क्यों उदास है मैं जानता तो हूं मैं जानता तो हूं , तेरी उदासी को काम निकल जाने के बाद... Hindi · लेख 2 637 Share Umender kumar 7 Aug 2021 · 1 min read उसकी खुशी में मेरी खुशी लोग कहते हैं इतनी शिद्दत के साथ वह तुम्हें सुनाता है और तुम इतनी ही मासूमियत के साथ सुनते रहते हो, मैंने कहा, वह अपनी इसमें खुशी समझता है, मैं... Hindi · मुक्तक 2 436 Share Umender kumar 8 Aug 2021 · 1 min read बीच मझधार छोड़ चले गए दर्द देने वाले बखूबी अपना काम कर गए, हमदर्दी दिखाने वाले बीच मझधार छोड़ चले गए, मालूम था हमें हमदर्द कोई नहीं दुनिया में, बड़ी-बड़ी डींगे मारने वाले बीच मझधार... Hindi · कविता 2 828 Share Umender kumar 13 Aug 2021 · 1 min read हम मतलबी ना हो पाए बड़ा अफसोस है हमें, के हम उन शब्दों की तरह ना हो पाए जिन के दो मतलब निकलते हैं... उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 314 Share Umender kumar 13 Aug 2021 · 1 min read घमंड बेल समान बेल हो बेल ही रहना, ऊपर चढ़ने की इजाजत क्या दे दी अपने दरख़्त समझने लगे..... अक्सर मौसम बदलने के साथ बेले बदल जाया करती है.. उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 340 Share Umender kumar 16 Aug 2021 · 1 min read मैं शहंशाह हूं हम " दर्द ए शहंशाह ए आलम“ एलान करते हैं जहां के सारे दर्दो को हमारे महल में जमा करा दिया जाए हम एक-एक कर उनसे रूबरू होंगे... उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 2 305 Share Umender kumar 25 Aug 2021 · 1 min read तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग जीना भी चाहा और मरना भी चाहा मगर अब तेरे संग मजबूरी सी लगती है अगर समझ लेती तुम मेरा दर्द... Hindi · कविता 2 487 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read मिलने की चाहत तुमसे मिलने की चाहत है पर तुम उस पार बैठे हो अजब किस्मत है हमारी जब हम उस पार पहुंचे तो तुम इस पार बैठे हो तुम्हारे इश्क की दीवानगी... Hindi · कविता 2 330 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read आजादी हम अभी आजाद नहीं कुछ लोगों की हैवानियत से उस दिन हम आजाद होंगे जब लड़की निडर हो घूम सकेगी बाजार में.. आओ आजादी की खुशियां हम सब लोग मिलकर... Hindi · कविता 2 319 Share Umender kumar 24 Oct 2021 · 1 min read ਸੂਰਜ ਦਾ ਮਾਣ ਅੱਜ ਸੂਰਜ ਨੂੰ ਵੀ ਆਪਣੇ ਚੰਨ ਤੇ ਮਾਣ ਹੈ, ਕਿ, ਧਰਤੀ ਦਾ ਚੰਦ ਅੱਜ ਮੇਰੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਨੂੰ ਵੇਖਦਾ ਹੈ, ਅਤੇ ਮੇਰੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਲਈ ਪ੍ਰਾਰਥਨਾ ਕਰੋ, ਉਹ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਸੂਰਜ ਵੀ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 2 2 326 Share Umender kumar 8 May 2022 · 1 min read मां मां का एक दिन नहीं, मां से ही सब दिन है.... मां ही दिन का उजाला है, मां ही शक्ति है, मां ही ऊर्जा है, मां की प्रेणना ही सही... Hindi · कविता 2 607 Share Umender kumar 15 Oct 2022 · 1 min read माता-पिता की जान है उसकी संतान माता-पिता की ख़ुशी है उसकी संतान, माता-पिता की जान है उसकी संतान, संतान को कुछ हो तो, निकलती है माता-पिता की जान, संतान की खातिर, एक करते है अपनी जी... Hindi · कविता 2 817 Share Umender kumar 15 Oct 2022 · 1 min read पिता की अस्थिया रूह कॉप रही थी, पिता की अस्थिया समेटते-समेटते, पल भर में बेसाया हो गए थे. आसू पोछते-पोछते, आस्तीन के सापों से बचाया,माँ ने अपने आचल में समेटते-समेटते, दुनिया की तपिस... Hindi · कविता 2 263 Share Umender kumar 16 Oct 2022 · 1 min read हम पत्थर है हम पत्थरो को हथौड़ी की चोट खानी ही है, क्योंकि हमसे कुछ अमीरों के ताजमहल जो बनने हैं उमेंद्र कुमार Hindi 2 1 306 Share Umender kumar 1 Mar 2023 · 1 min read तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब, तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब, मगर तुम कीमती नहीं हो... तुम्हारी फितरत तुम्हारी कीमत गिरा रही है..... Quote Writer 2 280 Share Umender kumar 27 Jul 2021 · 1 min read मेरी बेचैनी दिन इंतजार में है रातें आंसुओं में है और कितना सब्र करूं, यह तो बतला दो मुझे... उमेंद्र कुमार Hindi · कविता 1 253 Share Umender kumar 27 Jul 2021 · 1 min read टूटा दिल टूट गया हूं शीशे सा, अगर कोई समेटने भी आता है ना.... ...उसको भी चुभ जाता हूं उमेंद्र कुमार Hindi · कविता 1 284 Share Umender kumar 28 Jul 2021 · 1 min read तेरा नाम फिजाओं में लिख दिया है तेरा नाम... दिल से इश्क किया है तो पढ़ कर दिखा... उमेंद्र कुमार Hindi · शेर 1 420 Share Page 1 Next