Comments (3)
9 Jun 2022 02:49 PM
उत्तम सृजन,उमेन्द्र कुमार ji.
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
9 Jun 2022 06:34 AM
बहुत उम्दा ।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ कहें।
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे