Dr. Sunita Singh 138 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dr. Sunita Singh 26 Jun 2022 · 1 min read प्रेयसी तुम्हीं मेरी कविता हो ,तुम्हीं भाव कल्पना हो शब्द का आधार तुम्हीं,छंद का उल्लास हो । तुम्हीं नयनों की भाषा ,तुम्हीं प्रेम परिभाषा तुम्हीं मेरे मन प्राण ,चाहतों की प्यास... Hindi 1 611 Share Dr. Sunita Singh 19 Jun 2022 · 1 min read हमें देश ऐसा चाहिए शांति सुरक्षा का भाव, जन गण का सम्मान प्रेम का विश्वास रहे ऐसा देश चाहिए । जाति धर्म संप्रदाय,मिटे भेद-भाव जहाँ कोई न उदास रहे, ऐसा देश चाहिए । हरे-भरे... Hindi · घनाक्षरी 175 Share Dr. Sunita Singh 18 Jun 2022 · 1 min read विविध गुच्छ *घृणा* घृणा भावना मन हृदय भरे ,नित्य नव पीर ।। जाति धर्म या अर्थ में ,भेद नहीं दृग नीर ।। *बहस* बहस कभी यों मत करें ,माथे पड़ती धूल ।... Hindi · कविता 195 Share Dr. Sunita Singh 3 Jun 2022 · 1 min read मन पीर कैसे सहूँ मन पीर कैसे सहूँ ,तुम बिन कैसे रहूँ अब और क्या कहूँ ,खुद कुछ जान लो । तुम्हीं लगते जीवन ,तुम्हीं मेरे प्राणधन माना तुमको सजन ,अब पहचान लो ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 263 Share Dr. Sunita Singh 2 Jun 2022 · 1 min read ज़रा सी देर में सूरज निकलने वाला है ये झूठ शीध्र ही सच में बदलने वाला है सबूत लेके जो आया वो छलने वाला है ये काली रात अँधेरी है मानती हूँ पर ज़रा सी देर में सूरज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 318 Share Dr. Sunita Singh 31 May 2022 · 1 min read नयी बहुरिया घर आयी* नई बहू से कर रहा,चित्त उल्लसित प्रीति । ब्याह लिया बेटा-वधू ,संस्कृति की शुभ रीति ।।1 प्रीति भोज अनुपम हुआ ,छक के खाए भोज । धवल चंद्रिका-सी वधू , उसके... Hindi · दोहा 2 2 417 Share Dr. Sunita Singh 28 May 2022 · 1 min read बेटी जब घर से भाग जाती है चुप-चुप सा परिवार है ,हुई बड़ी अब बात । भाग गई बेटी कहीं , घिरी अँधेरी रात ।।1 गली-गली चर्चे हुए ,नाम हुआ बदनाम । छोड़ गई दुख से भरा... Hindi · दोहा 3 2 1k Share Dr. Sunita Singh 24 May 2022 · 1 min read विद्या पर दोहे तन मन को उज्ज्वल करे, विद्या ज्ञान स्वरूप । निर्मल धारा सी बहे , भरती अंधा कूप ।। विद्या भरती ज्ञान से ,मन में सरस विचार । उत्तम होते कार्य... Hindi · दोहा 1 4k Share Dr. Sunita Singh 17 May 2022 · 1 min read अब कोई कुरबत नहीं अब किसी को किसी की जरूरत नहीं इसलिए अब दिलों मेंं मुहब्बत नहीं प्यार ईमान की जिसमें हर ईंट हो बनती अब ऐसी कोई इमारत नहीं बाप-बेटे खिंचें एक दूजे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 437 Share Dr. Sunita Singh 16 May 2022 · 1 min read मैं भारत हूँ शुचि वेद मंत्र नित आत्म भरे मैं सत्य सनातन भारत हूँ । मैं विजय पताका धर्मों की मैं सिंधु सभ्यता शाश्वत हूँ ।। शोभित है भाल हिमालय-सा हिय में पावन... Hindi · गीत 3 2 717 Share Dr. Sunita Singh 16 May 2022 · 1 min read दोहा परनिंदा तो खूब हो ,अपना हो गुणगान । तन-मन में मिसरी घुले ,चाह रहे हैं कान ।।1 साधू संन्यासी कई ,साध रहे हैं योग । रहे बचे कुछ संत जो... Hindi · दोहा 178 Share Dr. Sunita Singh 12 May 2022 · 1 min read चश्मे-तर जिन्दगी ग़ज़ल एक दूजे से है बे-खबर जिंदगी घूमती फिर रही है नगर जिंदगी बाँध अपने गले में नई फाँस को कर रही पंथियों का बसर जिंदगी रोशनी में नहाई रजत-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 383 Share Dr. Sunita Singh 26 Mar 2022 · 1 min read प्यार करो प्रिय सरस शब्द चुन-चुनकर प्रेमिल तन-मन का शृंगार करो प्रिय । मेरे अटल सुहाग तुम्हीं हो मुझे हृदय से प्यार करो प्रिय ।। तुमसे अंतर् है हरा -भरा रहती नयनों स्वर्णिम... Hindi · कविता 271 Share Dr. Sunita Singh 24 Mar 2022 · 1 min read मुहब्बत देखिए आप मेरे भले मत हुनर देखिए। रात-दिन की मुहब्बत मगर देखिए। *हुश्ने मतला* मत इधर देखिए मत उधर देखिए। आप तो बस हमे इक नज़र देखिए। आ रही हिचकियाँ रोज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 164 Share Dr. Sunita Singh 24 Mar 2022 · 1 min read अर्थ का महत्व आकांक्षा की पूर्णता ,मूलभूत बाहुल्य । अर्थ आत्मनिर्भर करे ,बड़ा अर्थ का मूल्य ।।1 अर्थ प्रभावी सिध्द हो ,स्वयं दिलाए मान । श्वासों के संकट हरे ,कभी बने भगवान ।।2... Hindi · दोहा 1 1k Share Dr. Sunita Singh 22 Mar 2022 · 1 min read प्रेम हृदय राजता प्रेम* *हृदय पर राजता ,सर चढ़ता है यौन* । *व्यक्त न हो शब्दों कभी ,रखता गहरा मौन* ।।1 किया *प्रतीक्षा* *हिय बिता ,आँखों में दिन रात*। *प्रिय लहरों की प्रीति... Hindi · दोहा 202 Share Dr. Sunita Singh 21 Mar 2022 · 1 min read कुटुंब गुच्छ कुटुम्ब* भाव भरो तुम आत्म में , व्यष्टि करो विस्तार । वसुधा सुखद कुटुंब है , रचा जिसे करतार ।। ध्वजा * ध्वजा हिंद की शान है , गायें जन... Hindi · दोहा 2 389 Share Dr. Sunita Singh 16 Mar 2022 · 1 min read राम राम बस राम बसा हृदय में है वही , सुबह शाम लूँ नाम । जिह्वा भी रटती जिसे ,राम राम बस राम ।।1 छोड़ छाड़ सब कीजिए, बड़ा एक ही काम । भव... Hindi · दोहा 241 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read विरह वियोगन दर्द दिया दिलवर अगर , दवा बताए आप । तेरे ही बस नाम का , लेती हूँ आलाप । विरह वियोगन मैं बनी , आँख झरे दिन रात । दर्शन... Hindi · दोहा 233 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read हाथों ढोते रेत जाने कितनी बार ही , धँसा मिला ये पाँव । जीवन के इस विषम से , लगा नहीं है दाँव ।। जगह-जगह ही थी खुदी , खाई बिलकुल श्वेत ।... Hindi · दोहा 269 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read प्रेम हृदय पर राजता *प्रेम* *हृदय पर राजता ,सर चढ़ता है यौन* । *व्यक्त न हो शब्दों कभी ,रखता गहरा मौन* ।।1 किया *प्रतीक्षा* *हिय बिता ,आँखों में दिन रात*। *प्रिय लहरों की प्रीति... Hindi · दोहा 299 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read बहुत दिनों के बाद भी दोहा गजल बहुत दिनों के बाद भी ,भूल न पाये प्यार । नित्य महकता ही रहा ,तन-मन में घनसार ।। धुनि अपनी हिय में रमा ,करता बहुत प्रवीण । रहा... Hindi · दोहा 322 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read इच्छाओं के भँवर दोहा गजल इच्छाओं के हैं भँवर ,डूब रहा इंसान । भाग रहा नितप्रति लिये ,अंतर लहूलुहान ।।1 हुई खोखली प्रीत अब ,टूट रहे संबंध । भिन्न हुई जग में क्रिया... Hindi · दोहा 228 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read आया है नव वर्ष स्वर्ण रश्मियों से सजा ,आया है नव वर्ष । अंतर्मन को दीप्त कर ,भरे आँख में हर्ष ।। पुष्पित उपवन से भरा ,गंधिल है नव वर्ष । अधरों पर मुस्कान... Hindi · दोहा 210 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read मुश्किल निभती रीति बालम तो उस पार हैं ,कैसे पाऊँ प्रीति । खोया मैंने आप है ,मुश्किल निभती रीति ।।1 रात दिवा ही रो रही ,पाती रही सुकीर्ति उनके दर्शन हेतु अब ,बना... Hindi · दोहा 204 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read जीवन संघर्ष जला आँच संघर्ष जो ,हुई कनक सी देह । भस्म हुए हैं दाह सब ,बरसे ईश्वर मेह ।। माज रहा संघर्ष नित ,आलोड़ित है श्वास । शुध्द किया उर छाँछ... Hindi · दोहा 199 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read आँख में अश्रु रोक चुकी थी उर्मिला , अश्रु बहाती आँख प्रिय वियोग यद्यपि घना , बिखरे स्वप्निल पाँख ।।1 बहती आँखों ने रचा,सीता का इतिहास । राम भरे आँसू नयन ,हृदय धरे... Hindi · दोहा 218 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read हृदय द्वंद्व दोहा गजल नित्य किया अपना क्षरण ,बना रहा संबुद्ध । फिर भी अंतर्मन कहीं ,होता रहता युद्ध ।।1 नदी हृदय की द्वंद्व से ,माँग रही थी शोध । जा न... Hindi · दोहा 341 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read भौतिकता की दौड़ भौतिकता की दौड़ में ,छूट रही पहचान । गौण सभी संबंध अब ,रहा कहाँ अब मान ।। बेलगाम इस दौड़ में ,मंजिल से अनजान । कहीं नहीं ठहराव है ,अंतर्... Hindi · दोहा 1 208 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read दया -भाव दया-भाव सर्वोच्च गुण ,आत्मसात कर चित्त । मिलता है परमेश से,बन कल्याण-निमित्त ।। दया,धर्म का मूल है ,धर्म जीव की शक्ति । ज्योतिहीन दीपक-सरिस ,दयाहीन जो व्यक्ति ।। दया भाव... Hindi · दोहा 582 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read धैर्य कबीर -सा दुर्वचनों का सामना ,करें धैर्य के साथ । उत्तेजित उर भावना ,रोक नवा दें माथ ।1 देह बनी स्यंदन सरिस,इंद्रिय घोड़े जान । बुध्दि सारथी खींचती ,मन को कविका मान... Hindi · दोहा 1 1 373 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read गुनगुन मधुकरियाँ करें जुही, केतकी, कुमुदिनी ,पुलकित कलिका पात । दृश्य *मनोरम* सुष्मिता ,अंशुमान सौगात ।।1 भरकर आँचल *रश्मियाँ* ,वसुंधरा दे आस । अंतर् में किंशुक खिला ,मन भरता *मधुमास* ।।2 नागन सी... Hindi · दोहा 179 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read जगत व्यवहार दोहा निंदा कोई यदि करे ,भीतर रहे प्रसन्न । अंतर्मन निर्मल करे ,सहचर वह संपन्न ।।1 पत्थर पारस नाम -सा ,बने जगत व्यवहार। लौह छुए कंचन बने ,निष्कलंक संसार ।।2... Hindi · दोहा 212 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read कुशल क्षेम दोहा *कुशल क्षेम* सदा कुशल मंगल रहे ,बरसे आँगन मेह । मन से मन जुड़ते रहें ,बढ़े दिनो दिन नेह ।।1 कुशल क्षेम तो पूछ लो ,लौटे वर्षों बाद ।... Hindi · दोहा 181 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read बड़े बड़े लिख्खाड़ दोहा कविता लिखने चल पड़े ,बड़े धुरंधर वीर । दाँव-दाँव दें पटखनी ,पकड़े अपना धीर ।।1 लिखते ही नित जा रहे ,बड़े-बड़े लिख्खाड़ । कविता पर कविता धरे ,लेप रहे... Hindi · दोहा 174 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read रूस यूक्रेन युद्ध (दोहा) दोहा भला नहीं होता युद्ध से ,सब कुछ करता नाश । करे यही सब कामना , रुक जाये यह काश ।। रूस और यूक्रेन में छिड़ी भयानक जंग । मार... Hindi · दोहा 540 Share Dr. Sunita Singh 29 Nov 2018 · 1 min read माँ डॉ सुनीता सिंह हरियाणा माँ प्रकृति सी हरी भरी मखमली गोद वाली है माँ I सीधी रेखा सी सरल स्मित मुस्कान वाली है माँ I सागर सी गहरी अनन्त आशाओं... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 32 437 Share Dr. Sunita Singh 25 Nov 2018 · 1 min read माँ डॉ सुनीता सिंह हरियाणा माँ प्रकृति सी हरी भरी मखमली गोद वाली है माँ I सीधी रेखा सी सरल स्मित मुस्कान वाली है माँ I सागर सी गहरी अनन्त आशाओं... Hindi · कविता 17 25 816 Share Previous Page 3