Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2022 · 1 min read

दया -भाव

दया-भाव सर्वोच्च गुण ,आत्मसात कर चित्त ।
मिलता है परमेश से,बन कल्याण-निमित्त ।।

दया,धर्म का मूल है ,धर्म जीव की शक्ति ।
ज्योतिहीन दीपक-सरिस ,दयाहीन जो व्यक्ति ।।

दया भाव भरता सदा,जीवन में सुख हर्ष ।
आनंदित अंतःकरण,मुस्काता उत्कर्ष।।

निश्छल प्रेमिल भाव का,अधिकारी हर जीव ।
जीव-जीव के बीच हो,करुणा दया अतीव।।

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’शोहरत
स्वरचित
वाराणसी

Language: Hindi
546 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
15- दोहे
15- दोहे
Ajay Kumar Vimal
आइए जनाब
आइए जनाब
Surinder blackpen
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*दशरथ (कुंडलिया)*
*दशरथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
संसार में सही रहन सहन कर्म भोग त्याग रख
संसार में सही रहन सहन कर्म भोग त्याग रख
पूर्वार्थ
अतीत
अतीत
Shyam Sundar Subramanian
🍁अंहकार🍁
🍁अंहकार🍁
Dr. Vaishali Verma
"बोलते अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
मुस्कान
मुस्कान
Santosh Shrivastava
रास्ते
रास्ते
Ritu Asooja
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
शेखर सिंह
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
क्रूरता की हद पार
क्रूरता की हद पार
Mamta Rani
..........अकेला ही.......
..........अकेला ही.......
Naushaba Suriya
भीख
भीख
Mukesh Kumar Sonkar
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
manjula chauhan
" तेरा एहसान "
Dr Meenu Poonia
किताब
किताब
Sûrëkhâ
घोंसले
घोंसले
Dr P K Shukla
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
Guru Mishra
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
Shweta Soni
3278.*पूर्णिका*
3278.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सीख ना पाए पढ़के उन्हें हम
सीख ना पाए पढ़के उन्हें हम
The_dk_poetry
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन दया का
जीवन दया का
Dr fauzia Naseem shad
जागे हैं देर तक
जागे हैं देर तक
Sampada
Loading...