सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2627 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 May 2024 · 1 min read **कब से बंद पड़ी है गली दुकान की** **कब से बंद पड़ी है गली दुकान की** ****************************** कब से बंद पड़ी है गली दुकान की, भुगती आज सजा है खुली जुबान की। कोई साथ खड़ा,हैँ कहीं नहीं दिखा,... Quote Writer 9 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 May 2024 · 1 min read प्रेम भरे कभी खत लिखते थे प्रेम भरे कभी खत लिखते थे *********************** प्रेम भरे कभी खत लिखते थे, देख के सूरत खिल उठते थे। छन-छन छनके पायल घूँघरू, प्यार के सायरन हर बजते थे। ईश्क... Quote Writer 21 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 May 2024 · 1 min read **गैरों के दिल में भी थोड़ा प्यार देना** **गैरों के दिल में भी थोड़ा प्यार देना** ******************************* रोटी खानें को बेशक दो चार देना, गैरों के दिल में भी थोड़ा प्यार देना। गम का झौंका दिल ए दर... Quote Writer 22 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Apr 2024 · 1 min read मौज कर हर रोज कर मौज कर हर रोज कर ****************** मौज कर हर रोज कर, खुशियों की खोज कर। साथ ले कर और का, खुद की भी सोच कर। मंजिलों की राह पर, चलता... Quote Writer 17 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2024 · 1 min read ******** प्रेरणा-गीत ******* ******** प्रेरणा-गीत ******* ************************* पंछी बन कर अंबर छा जाओ, मुश्किलों में कभी मत घबराओ। आगे कुआँ चाहे पीछे हो खाई, साथ न दे चाहे खुद की परछाई, पथ पर... Quote Writer 48 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Mar 2024 · 1 min read * सखी जरा बात सुन लो * * सखी जरा बात सुन लो * ********************** ओ सखी जरा बात सुन लो, अनकहे से जज्बात सुन लो। चाँदनी भरी रात निकली, बेवफा रही आह सुन लो। खूबियाँ बहुत... Quote Writer 50 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jan 2024 · 1 min read *अवध में प्रभु राम पधारें है* *अवध में प्रभु राम पधारें है* ************************ अवध में प्रभु राम पधारे हैँ। गजब के दिख रहें नजारें हैँ। राम दरबार की झाँकी सजेगी, श्री राम महिमा की धूम मचेंगी,... Quote Writer 89 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jan 2024 · 1 min read जब कभी प्यार की वकालत होगी जब कभी प्यार की वकालत होगी *************************** जब कभी प्यार की वकालत होगी, आशिकों से भरी अदालत होगी। रोकते - रोकते रुकेगी रुख़सत, हर तरफ बोलती बगावत होगी। झौंक कर... Quote Writer 73 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jan 2024 · 1 min read जब कभी प्यार की वकालत होगी जब कभी प्यार की वकालत होगी *************************** जब कभी प्यार की वकालत होगी, आशिकों से भरी अदालत होगी। रोकते - रोकते रुकेगी रुख़सत, हर तरफ बोलती बगावत होगी। झौंक कर... Quote Writer 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jan 2024 · 1 min read **कुछ तो कहो** **कुछ तो कहो** ************** तुम कुछ तो कहो कुछ कहते रहो मैं चुप चाप हूँ तुम बताते रहो बातों ही बातों में बातें बनाते रहो चुप मार डालेगी गीत गाते... Quote Writer 133 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jan 2024 · 1 min read *नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक* *नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक* ***************************** नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक, वही नगमा गीत ही है गाया अब तक। लगे है हम ढूंढनें ना... Quote Writer 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jan 2024 · 1 min read *आओ मिलकर नया साल मनाएं* *आओ मिलकर नया साल मनाएं* *************************** आओ मिल कर नया साल मनाएं। गीत ख़ुशी के सभी मिल कर गाएं। शिकवे - शिकायतें भूल कर सारी, फिर से हम सभी एक... Quote Writer 129 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Dec 2023 · 1 min read **प्यार भरा पैगाम लिखूँ मैं ** **प्यार भरा पैगाम लिखूँ मैं ** ************************ प्यार भरा पैगाम लिखूँ मै, नाम तुम्हारा सरेआम लिखूँ मैं। कैसे गुजरा पल छिन तुम बिन, तेरी याद में रोया हर दिन, खुद... Quote Writer 134 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Dec 2023 · 1 min read वो तीर ए नजर दिल को लगी वो तीर ए नजर दिल को लगी *********************** वो तीर ए नजर दिल को लगी, छलनी जिगर,जान सूली चढ़ी। पल भर में देखो क्या हो गया, पागल दिल सपनों में... Quote Writer 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Dec 2023 · 1 min read ** मन में यादों की बारात है ** ** मन में यादों की बारात है ** ************************ मन में यादों की बारात है, मिलती खुशियों की सौगात है। मंजिल क्या होगी यह ना पता, फीकी-फीकी सी शुरुआत है।... Quote Writer 147 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Dec 2023 · 1 min read गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ **************************** गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ सवा लाख से मै एक सिंह लड़ाऊँ। मुगलों के जब बढ़ गये थे अत्याचार, जुल्म... Quote Writer 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Dec 2023 · 1 min read ***** सिंदूरी - किरदार **** ***** सिंदूरी - किरदार **** *********************** चाहत मेरी बस है इतनी, तेरे गले का गलहार बनूँ। तन-मन की हो सुंदर बगिया, कंचन काया का शिंगार बनूँ। प्रिय तेरे ही जीवन... Quote Writer 146 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Dec 2023 · 1 min read *****खुद का परिचय ***** *****खुद का परिचय ***** *********************** हाड मांस का हूँ एक टुकड़ा, मानुष रूप का सुंदर मुखड़ा। मानव - जाति ही पहचान मेरी, इंसानियत भरा दिल धड़का। मानवतावादी ही रहा धर्म... Quote Writer 117 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Dec 2023 · 1 min read *****खुद का परिचय ***** *****खुद का परिचय ***** *********************** हाड मांस का हूँ एक टुकड़ा, मानुष रूप का सुंदर मुखड़ा। मानव - जाति ही पहचान मेरी, इंसानियत भरा दिल धड़का। मानवतावादी ही रहा धर्म... Quote Writer 168 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Dec 2023 · 1 min read *****खुद का परिचय ***** *****खुद का परिचय ***** *********************** हाड मांस का हूँ एक टुकड़ा, मानुष रूप का सुंदर मुखड़ा। मानव - जाति ही पहचान मेरी, इंसानियत भरा दिल धड़का। मानवतावादी ही रहा धर्म... Quote Writer 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Dec 2023 · 1 min read *मन का मीत छले* *मन का मीत छले* *************** तन - मन दीप जले, पग-पग फूल खिले। चल कर देख लिया, हर पथ शूल मिले। हर दम धीर धरूँ, मिलते खूब गिले। हर मुख... Quote Writer 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Dec 2023 · 1 min read कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने ********************** कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने, दर्द सीने में छुपाया मैंने। खुद को न पहचान पाया वो, आइना उसको दिखाया मैंने। सूखी आँखों में नहीं थी नींदें,... Quote Writer 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Dec 2023 · 1 min read ********* बुद्धि शुद्धि के दोहे ********* ********* बुद्धि शुद्धि के दोहे ********* *********************************** विधवा नारी शूल सी , सहे घोर अपमान। रोम - रोम है जल उठे,मिलता नहीं सम्मान।। शील भंग कर भागते , नर ज्ञानी... Quote Writer 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Dec 2023 · 1 min read *जीवन में हँसते-हँसते चले गए* *जीवन में हँसते-हँसते चले गए* ************************* जीवन मे हँसते हँसते चले गए, मंजिल पर बढ़ते बढ़ते चले गए। औरों की नफ़रत में थे रचे बसे, खुद से ही बचते-बचते चले... Quote Writer 140 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Dec 2023 · 1 min read चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए ************************** बात हो कुछ तो बताया कीजिए, राज जो भी हों छुपाया कीजिए। याद आए जब कभी जाने जिगर, आँख से आँसू बहाया कीजिए। झूठ... Quote Writer 175 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Dec 2023 · 1 min read *साँसों ने तड़फना कब छोड़ा* *साँसों ने तड़फना कब छोड़ा* *********************** साँसों ने तड़फना कब छोड़ा, फूलों ने महकना कब छोड़ा। लैला ने बेशक आना छोड़ा, मजनू ने टहलना कब छोड़ा। कलियों से भरा उपवन... Quote Writer 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Dec 2023 · 1 min read *चुप रहने की आदत है* *चुप रहने की आदत है* ******************* गम सहने की आदत है, चुप रहने की आदत है। लब को कैसे मैं रोकूँ, कुछ कहने की आदत है। आँखों में झलके पानी,... Quote Writer 168 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Dec 2023 · 1 min read *तन्हाँ तन्हाँ मन भटकता है* *तन्हाँ तन्हाँ मन भटकता है* *********************** तन्हाँ - तन्हाँ मन भटकता है, तिनका आँखों में अखरता है। उनके जाने की खबर सुनकर, मुश्किल से लम्हा गुजरता है। देखा देखी करवट... Quote Writer 179 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Dec 2023 · 1 min read *जिंदगी जीने का नाम है* *जिंदगी जीने का नाम है* ********************** जिंदगी जीने का नाम है, प्यार से भरती हर शाम है। झौंककर ताकत तो देखिये, मेहनत का मिलता दाम है। मुश्किलों का आये कारवां,... Quote Writer 150 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Dec 2023 · 1 min read * दिल के दायरे मे तस्वीर बना दो तुम * * दिल के दायरे मे तस्वीर बना दो तुम * ****************************** शब्दों की सुंदर तहरीर बना दो तुम, हासिल हो मंजिल तदबीर बना दो तुम। हाथों में बंधी बेड़ी खुली... Quote Writer 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Dec 2023 · 1 min read **** मानव जन धरती पर खेल खिलौना **** **** मानव जन धरती पर खेल खिलौना **** ************************************ माटी में है जन्म लिया माटी में ही मिल जाना। पलभर में है बुझ जाना पलभर में खिल जाना। मानव जन... Quote Writer 233 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Dec 2023 · 1 min read ******** रुख्सार से यूँ न खेला करे *********** ******** रुख्सार से यूँ न खेला करे *********** **************************************** कह दो ज़ुल्फ़ से दूर रहे,रुख्सार से यूँ न खेला करे। गोरे रंग पर रगड़ पड़े,चुपचाप हो कर न झेला करे।... Quote Writer 147 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Dec 2023 · 1 min read कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ ******************************* कुछ लुट जाते हैं तो कुछ लूट जाते हैं, कुछ फूल पाते हैं तो कुछ शूल पाते हैं। कुछ गरज के गर्जी... Quote Writer 165 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Dec 2023 · 1 min read तंग अंग देख कर मन मलंग हो गया तंग अंग देख कर मन मलंग हो गया **************************** तंग अंग देख कर मन मलंग हो गया, प्रेम रंग तन - मन मंढ अपंग हो गया। उचंग से मन मचल... Quote Writer 196 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Dec 2023 · 1 min read *झूठा बिकता यूँ अख़बार है* *झूठा बिकता यूँ अख़बार है* *********************** झूठा बिकता यूँ अख़बार है, नकली सा सजता दरबार है। काँटों में ही खिलते फूल हैं, गुल से ही गुलशन गुलजार है। बगिया सींचे... Quote Writer 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Dec 2023 · 1 min read *यूँ आग लगी प्यासे तन में* *यूँ आग लगी प्यासे तन में* ********************** क्यों भूल गये हमें मन में, क्या भूल हुई है इस जन में। दिन - रात सताये हमें यादें, यूँ आग लगी प्यासे... Quote Writer 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Dec 2023 · 1 min read *जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में* *जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में* ********************** जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में, कुछ नही बचा है रिश्तों में। भूमि का छाना चप्पा-चप्पा, ढूंढते हैँ उन को फरिश्तों में। हैसियत... Quote Writer 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Dec 2023 · 1 min read कलियों से बनते फूल हैँ कलियों से बनते फूल हैँ ******************* कलियों से बनते फूल हैँ, रक्षण में जिन के शूल हैँ। कैसा भी चाहे मौसम हो, काँटों में खिलते फूल है। बाग बगीचों में... Quote Writer 162 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Dec 2023 · 1 min read अलग अलग से बोल अलग अलग से बोल ********************** ये दुनिया बहुत ही गोल है, करती रहती भाव - मोल है। बातों - बात बिगड़ती रहती, समझ से परे नाप - तोल है। रहन... Quote Writer 188 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Dec 2023 · 1 min read *यह ज़िंदगी नही सरल है* *यह ज़िंदगी नही सरल है* ********************** यह जिंदगी नहीं सरल है, हर रोज पहले से विरल है। कोई नहीं साथ लंबे पथ मे, ठोकरों से भरा खरल है। आदमी आदमी... Quote Writer 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Nov 2023 · 1 min read दिल की बात बताऊँ कैसे दिल की बात बताऊँ कैसे ********************* दिल की बात बताऊँ कैसे, खस्ता हाल सुनाऊँ कैसे। उन की प्रीत पराई देखी, अपना खास बनाऊँ कैसे। सब नाकाम हुई तरकीबें, आया प्यार... Quote Writer 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Nov 2023 · 1 min read *सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे* *सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे* ****************************** सुन कर खबर आँखों से आँसू बह रहे, टूटा सबर आँखों से आँसू बह रहे। आहें निकलती रहती दिल से हर पहर,... Quote Writer 1 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Nov 2023 · 1 min read ******आधे - अधूरे ख्वाब***** ******आधे - अधूरे ख्वाब***** ************************** रात चोरी से हम से बिताने लगे, बात हम से दिल की छिपाने लगे। अब यकीन उन पर टूटने है लगा, हर कहानी झूठी वो... Quote Writer 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Nov 2023 · 1 min read गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई *************************** गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई, साध संगत को सवा लाख बधाई। सर्वत्र व्याप्त ईश्वर सर्वशक्तिमान है, लोक सेवा की सदा शिक्षा सिखाई।... Quote Writer 1 182 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2023 · 1 min read *प्रेम भेजा फ्राई है* *प्रेम भेजा फ्राई है* **************** प्यार में गहराई है, खूब बजे शहनाई है। रुसवां गर साथी हो, बुरी बहुत तन्हाई है। कंगन संग संगम हो, जीवन की कमाई है। दर्द... Quote Writer 190 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Nov 2023 · 1 min read *चारों और मतलबी लोग है* *चारों और मतलबी लोग है* ********************** चारों और मतलबी लोग हैँ, तमाशाई से करतबी लोग है। देखते रहते हैँ अक्सर दूर से, सुस्ती भरे हिरकती लोग हैँ। रुखाई नजर नहीं... Quote Writer 180 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2023 · 1 min read **** बातें दिल की **** **** बातें दिल की **** ******************* सुनो सखी बातें दिल की, खरी-खरी बातें दिल की। बहुत कठिन काली रातें, रही धरी बातें दिल की। बिना सुने गुजरे पथ से, नहीं... Quote Writer 1 145 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2023 · 1 min read *वो जो दिल के पास है* *वो जो दिल के पास है* ******************* वो जो दिल के पास है, मन मे रहते बन खास हैं। मज़बूरी में बे'शक घिरे, फिर भी उन के दास है। जी... Quote Writer 140 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Nov 2023 · 1 min read *हर शाम निहारूँ मै* *हर शाम निहारूँ मै* **************** हर शाम निहारूँ मै, दिन-रात पुकारूँ मै। मँझदार फँसी किश्ती उस पार उतारूँ मै। हर हाल मुनासिब हो, खुद रूप निखारूँ मै। हो राय शुमारी... Quote Writer 135 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Nov 2023 · 1 min read *** तुम से घर गुलज़ार हुआ *** *** तुम से घर गुलज़ार हुआ *** ************************** उन से जब से है तकरार हुआ, उनका अब तक ना दीदार हुआ। ज्यों ही वो नजरों से दूर हुई, बेगाना हम... Quote Writer 184 Share Page 1 Next