मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे हैं। कुछ बंद पडे हें पोथी मे,कुछ सराहे है लोगो ने, ऐसे वो जीवन आधार लिखे हैं।। मृगनयनी की चंचल...
Poetry Writing Challenge · कविता