जख्म
कभी कभी गर्मियों मे भी मौसम सर्द होता है।
किसी के देख आँसूँ,इस दिल मे दर्द होता है।।
जख्म को बेशक तुम जितना छुपाना चाहो ,
पर अपनो के सामने ,खुद ही बैपर्द होता है।।
खुशियों मे तो लाखों दोस्त साथ होते हैं।
पर गम मै भी जो साथ दे,वो हमदर्द होता है।।
खुशी मे बयाँवा भी बागवाँ लगता ही है।
पर गम मे बागवाँ भी गुबारे गर्द होता है ।।